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देसी टीकों के विरोध के पीछे किसी विदेशी कम्पनी के हाथ की लकीरें तो नही

#खिंन्नवैज्ञानिक
ओए झल्लेया! ये क्या हो रहा है?
हमने रात दिन एक करके सबसे पहले मुल्क में कोविशील्ड+कोवेक्सीन जैसी किफायती देसी #वैक्सीन ईजाद की लेकिन ये #पॉलिटिशियन्स हमारे परोपकारी उपलब्धि पर भी ऐतराज कर पानी फेर रहे हैं
टीकों को धर्म+राजनीतिक दल से तो जोड़ ही रहे हैं इसके साथ ही टीकों को नपुंसकता बनाने वाला बता कर हसाडी निष्ठा को कलंकित कर रहे हैं
#झल्ला
ये तो होणा ही था जी ! जनता तक #टीका जब पहुंचेगा तब पहुंचेगा लेकिन फिलहाल इस मुद्दे ने विपक्ष की #इम्युनिटी स्ट्रांग कर दी है जो पीएम मोदी को घेरने के लिए व्यर्थ की जाएगी ।कुछ पता नही इस विरोध के पीछे भविष्य में किसी विदेशी कम्पनी के हाथ की लकीरें ना उभर आएं।