झल्ले दी झल्लियां गल्लां
दिल्ली का आम दुखी नागरिक
ओये झल्लेया बता तो हमने अगर आम आदमी पार्टी को वोट दे दी तो कौन सा गुनाह कर दिया?”आप” पार्टी की सरकार के बनाने के केवल एक महीने के पश्चात ही दूध+डीजल+बिजली महंगी हो गई और भाजपा हो या कांग्रेस सभी एक जुट होकर खाती + पीती गुर्राती बिजली कंपनियों की घेरा बंदी करने के बजाय शिशुकाल में ही “आप” पार्टी को मारने के लिए हुड़दंग मचाने लग गई हैं
झल्ला
अरे मेरे भोले साथी तुम लोग शायद महाभारत के अभिमन्यु के चैप्टर को भूल गए वरना ऐसा रोना नही रोते|अरे बाबा केजरीवाल ने राजनीतिक चक्रव्यूह में खुद ही तो जोर शोर से प्रवेश किया था अब कांग्रेस+भाजपा+बिजली कम्पनी आदि के इस व्यूह रचना को भेद कर उसमे से बाहर निकलने की जुगत भी तो उसे ही लड़ानी होगी