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क्रूसेडर+एक्सिडेंटल पी एम अर्थ शास्त्री किताबों के कीड़े हैं इनपर “राजनीतिक” किताबी बम्ब फोड़े जा रहे हैं ये अच्छी बात नहीं है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया अब तो मानता है ना कि हम डॉ मन मोहन सिंह को कमजोर प्रधान मंत्री कहतेथे ठीक ही कहते थे अब तो उनके अपने सचिव और पत्रकार ने भी हसाडे आरोपों पर अपनी सहमति की मोहर लगा दी है|पीसी पारख और संजय बारु ने दो किताबें छाप कर यह साबित कर दिया कि केंद्र की सरकार का दूसरा केंद्र १० जनपथ में हैं और कोयला घोटाले की रोकथाम के लिए बेचारे प्रधान मंत्री की एक नहीं चलने दी गई |अब ये कांग्रेसी क्रूसेडर एक्सिडेंटल पी एम को कांस्पिरेटर बताने में जुटे हुए हैं |

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी दोबारा पी एम नहीं बनने की घोषणा कर चुके सोणे ते मन मोहने को इन किताबों से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला हाँ चुनावों के दौर में इन किताबों को बेस्ट सेलर का खिताब जरूर मिल सकता है| वैसे डॉ मन मोहन सिंह किताबों के पुराने कीड़े हैं ये और बात है कि अर्थ शास्त्र की किताबों के कीड़े हैं इसके बावजूद सोणे पी एम पर आर्थिक बम्ब के बजाय क्रूसेडर ऑर कांस्पिरेटर कोलगेट एंड अदर ट्रूथ “+ “एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर “किताबों के माध्यम से “राजनीतिक” बम्ब फोड़े जा रहे हैं ये अच्छी बात नहीं है | बोले तो क्रूसेडर+एक्सिडेंटल पी एम अर्थ शास्त्री किताबों के कीड़े हैं इनपर “राजनीतिक” किताबी बम्ब फोड़े जा रहे हैं ये अच्छी बात नहीं है