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दिल्ली में चुनाव होते रहें तो”आप”चलाने के लिए चंदे का इन्तेजाम भी होता ही रहेगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

आम आदमी पार्टी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां !ओये इन घमंडी भाजपाइयों ने हसाड़ी मांग को मान ही लिया | इन्होने कांग्रेस के साथ मिल कर आठ महीनों तक चुनावों को टरकाया फिर भीइनका बहुमत नहीं बन पाया |दिल्ली में हसाडे दबाब के कारण अब इन्हें चुनाव करवाने की राह पकड़नी ही पड़ गई |अब चुनाव होंगे तो हमने दिखा देने हैं इन्हें दिन में भी तारें|ओये फिर गूंजेंगे नारे दिल्ली में मुख्यमंत्री कैसा हो अरविन्द जी केजरीवाल जैसा हो

झल्ला

ओ मेरे चतुर बन चुके सुजाण दिल्ली में चुनाव होते रहें तो”आप”चलाने के लिए चंदे का इन्तेजाम भी होता ही रहेगा |
अरे भाई भाजपा तो पहले दिन से बढ़ा [लोक सभा]पाने के लिए छोटा[दिल्ली]को अनदेखा कर रही थी ये तो “आप” जी ही थे जो उपराज्यपाल को विधान सभा भंग नहीं करने की अपील कर आये थे |
लोक कथाओं को भी भूल गए |आधी [दिल्ली]छोड़ पूरी[लोकसभा]पाने के लिए दोनों ही गवा बैठे |अब जब कांग्रेसी विधायक नहीं टूटे तो आपने चुनावों की रटलगा ली |
चलो चुनाव होते रहेंगे तो सत्ता मिले या नहीं मिले पार्टी चलाने के लिए खर्चे पानी का इन्तेजाम भी होता ही रहेगा |