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बिजली में डीईआरसी के यूं टर्न के लिए आपस में सर फ़ुट्टौवल करके तय कर लो के श्रेय देना किसे है?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मानता है न हसाडे अरविन्द जी केजरीवाल जी का जलवा अभी भी कायम है|ओये इस भाजपा ने कांग्रेस की राह पर चलते हुए बिजली कंपनियों से सांठ गाँठ की और अम्बानी+अदाणी+टाटा की तिजोरियां भरने के लिए ७% बढ़ोत्तरी की साजिश रच दी |लेकिन हमने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली है |हसाडे केजरीवाल जी ने एक धमकी में बिजली के बढ़े दामों को दिल्ली में तो कम करवा ही दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण आप लोगों ने तो बिना टोपी पहने ओनली ट्वीट करके अपना सियासी दायित्व निभाने की औपचारिकता भर निभाई और अब टोपी पहन कर लोगों को टोपी पहना रहे हो |लेकिन ये आपके पुराने जोड़ी दार कांग्रेसी मुकेशशर्मा तो बिजली को लेकर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं |और इनके हारुन साहब बेवजह प्रेस कांफ्रेंस में हॉर्न बजाये जा रहे हैं |एलजी नजीबजंग डी ई आर सी आंकड़ों में गड़बड़ी की बात कर रहे हैं तो भाजपा वाले भी मुँह उठाये बिजली वाले के इस यूं टर्न का श्रेय लेने के लिए सीना ठोक रहे हैं इसीलिए झल्लेविचारनुसार पहले आप लोग आपसे में सर फ़ुट्टौवल करके यह तय कर लो के श्रेय देना किसे है?