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हरियाणा विधानसभा में सीएम के अनुरोध पर पहले से ज्यादा कार्य करने पर बनी आम सहमति

[चंडीगढ़] हरियाणा की ९० सदस्यीय विधान सभा के पहले सत्र का पहला सोमवारी दिन यदपि अौपचारिकताओं में बीता लेकिन इसके साथ ही प्रदेश की राजनीती में एक नई शुरुआत भी हुई है |सभी मुख्य दलों ने बिना किसी लागलपट के सी एम के अनुरोध को स्वीकार करके विधान सभा के सत्रों की संख्या को बढ़ाये जाने पर अपनी सहमति दे दी है |रिकॉर्ड जीत से बनी भाजपा की पहली सरकार केपहले सीएम श्री खट्टर ने निरंतर घट रहे स्त्रों पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि १३ वी विधान सभा में एक चौथाई से ज्यादा नए सदस्य है और १३ महिलाएं चुन कर आई हैं ऐसे में इन सभी सदस्यों के मन में हरियाण के विकास के लिए अनेकों योजनाएं हो सकती हैं जिन्हे व्यक्त करने के लिए इन सभी को पर्याप्त अवसर दिया जाना चाहिए |सी एम ने बताया कि देश भर की विधान सभाओं के मुकाबिले हरियाणा में सबसे कम दिन सदन में कार्य हुआ है |उन्होंने एवरेज १० दिन प्रति वर्ष का आंकड़ा बताया और इसे बढ़ाये जाने का अनुरोध किया |
गौरतलब है कि १९६६ में ५४ सीटों का प्रावधान रखा गया था जिसे एक वर्ष के पश्चात बढ़ा कर ८१ कर दिया गया और उसके पश्चात १९७७ में वर्तमान ९० सीटों वाला स्वरुप प्रदान किया गया |लेकिन इस वृद्धि के ठीक उलट सदन में कार्य की अवधि घटती चली गई यहाँ तक कि एक सत्र मात्र एक दिन में भी निबटा दिया गया |
कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्य मंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्भाग्य वश यह उन्हें विरासत में मिला था |उन्होंने बताया कि एक वर्ष में केवल एक दिन का भी सत्र चला है |इनेलो के अभी चौटाला ने भी सकारात्मक सहयोग का आश्वासन दिया|इनेलो के सभी विधायकहरी पगड़ी में आये थे
आज हरियाणा में भाजपा के पहले सी एम मनोहर लाल खट्टर को अस्थायी [प्रोटेम]विधानसभा अध्यक्ष रघुबीर सिंह कादियान ने शपथ ग्रहण कराई |श्री गुर्जर को स्पीकर चुना गया |मुख्य मंत्री के नौ मंत्री रत्न [१] राम बिलास शर्मा[२]अभिमन्यु[३]ओम प्रकाश धनकड़[४]अनिल विज[५]नरबीर सिंह[६]कविता जैन [७]राज्य मंत्री बिक्रम सिंह यादव[८]कृष्ण कुमार बेदी [९] करण देव कंबोज ने शपथ उठाई |कैप्टेन अभिमन्यु ने सबसे अलग संस्कृत में शपथ ली सदन में कुल 90 विधायक हैं |
मनोहर लाल खट्टर के रूप में हरियाणा में 18 साल बाद कोई गैर जाट
ऐसा नहीं कि इससे पूर्व कोई गैर जाट मुख्य मंत्री नहीं आया मगर श्री खट्टर राज्य के पांचवें ऐसे पहले गैर जाट मुख्यमंत्री हैं जो पंजाबी पुरूष्ाार्थी समाज से है श्री खट्टर से पहले [१]बी डी शर्मा[२]राव वीरेंद्र सिंह[३]बी डी गुप्ता [४]भजन लाल हरियाणा के गैर जाट मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
बंसीलाल के बाद ओम प्रकाश चौटाला और भूपेंद्र सिंह हुड्डा दो – दो बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं |
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