झल्ले दी झल्लियां गल्लां
कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया ये अमेरिका भी क्या उल्ट बासियों के फेर में पड़ गया?ओये यारा ये अमेरिका वाले अब नरेंद्र मोदी को अमेरिका का वीजा देने को मरे जा रहे हैं |यहांतक कि बराक हुसैन ओबामा के भरोसे मंद विदेश मंत्री जॉन केरी मोदी की शान में कसीदे पढ़ते रहीं थक रहे|अब उन्हने भाजपा का भगवा रंग ऊर्जा का रंग दिखने लगा है मोदी के हर स्लोगन में विकास दिखाई देने लग गया है| यहां तक कि पहली रणनीतिक वार्ता के लिए आज [बुधवार] जॉन केरी “सबका साथ सबका विकास” के नाम पर मोदी की चौखट पर आ रहे हैं |लगता है कि अब हसाडे सोणे भारत को अमेरिका की जेब मैं जाने से कोई नहीं रोक पायेगा
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाण गल हसाड़ी सुण खोल के दोनों काण |अमेरिकी नेतृत्व के डी एन ऐ में अगर व्यवसाइक गुण हैं तो गुज्जु नरेंद्र मोदी के डी एन ऐ में भी यही खांटी व्यापारी मानसिकता है |
ऐसे में जब ये दोनों एक जगह मिलेंगे तो स्वाभाविक रूप से चिंगारियां तो निकलेंगी मगर इन चिंगारियों पर हाथ सेंकने के बजाय राष्ट्र के विकास के मुद्दे ही पकाये जायेंगे