Ad

केजरीवाल सी एम् की शपथ लेने मेट्रो के बजाय टेम्पो से राम लीला जाते तो अनेक राजनीतिक लाभ ले सकते थे

आम आदमी पार्टी[आप ] के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दोपहर बारह बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए मेट्रो ट्रैन से जेन का एलान किया है लेकिन मेट्रो के बजाय अगर केजरीवाल थ्री व्हीलर्स से जाते तो राजनीतिक फायदे के साथ केंद्र और विपक्षियों पर दबाब भी बना सकते थे | उनके साथ छह अन्य भी मंत्री पद की शपथ लेंगे।
इस शपथ ग्रहण समारोह में करीब एक लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। केजरीवाल ने इस समारोह में शामिल होने के लिए सभी दिल्लीवासियों को न्यौता भेजा है। केजरीवाल अपने कौशांबी स्थित आवास से मेट्रो के जरिए नई दिल्ली स्टेशन पहुंचेंगे। यहां से वह अपनी कार में सवार होकर रामलीला मैदान पहुंचेंगे। उनके साथ मंत्रिमंडल के सभी विधायक भी होंगे।
मेट्रो में जाने से एक नया सन्देश राजनीती में जरुर जायेगा लेकिन शपथ ग्रहण से दो दिन पूर्व सी एन जी के दामो में बेतहाशा वृद्दि से सबसे ज्यादा थ्री व्हीलर्स ही प्रभावित होंगे और किराया बढ़ने की जायज मांग करेंगे बीते दिन केंद्र के इस दावं से निबटने के लिए केजरीवाल कुछ बेबस नजर आये |आप पार्टी के कुमार विशवास सहित नेताओं ने अपने स्व्भाव के अनुसार सी एन जी की मूल्य वृद्धि की टाइमिंग को लेकर केंद्र की मंशा पर सवाल उठाये है और केजरीवाल ने टेम्पो चालकों से दो दिन का समय माँगा है |यहाँ यह कहना तर्क संगत होगा कि आप की जीत के पीछे थ्री व्हीलर्स वालों की भी अहम् भूमिका रही है और उन्हें उनके हक़ दिलाने के लिए उन्हें ही एक उपयोगी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था | मेट्रो के बजाय टेम्पो से जाने पर एक तो टेम्पो वाले स्व्यं को राजनीती का हिस्सा मानते और उनमे नागरिक कर्त्तव्यों के प्रति जागरूकता आती जिसकी शिकायत केजरीवाल ने भी की है | इसके आलावा केंद्र के सामने दबाब बनता और सी एन जी के दामो के रोल बेक कि मांग को बल मिलता |बेशक मेट्रो से शपथ ग्रहण करने के लिए मेट्रो से जाने का यह पहला उदहारण है लेकिन तात्कालिक अवसरों का उपयोग करने का अब समय आ गया है