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मोदीभापे!माननीयों की फूहड़ता से हुई मानसून सत्र की बर्बादी से दिल रो रो कर पुकारा,नियम बदलो,बदल दो

[नई दिल्ली]संसद के दोनों सदनों ने माननीयों की फूहड़ता से हुई मानसून सत्र की बर्बादी को देख कर दिल रो रो कर पुकार रहा है व्यवस्था परिवर्तन व्यवस्था परिवर्तन |संसद के नियम बदलो,तुरंत नियम बदलो | मौजूदा सत्र में शोर शराबा+समूचे सत्र की बर्बादी +जनता के पैसे की लूट देख कर मौजूदा पार्लियामेंट सिस्टम की तुरंत ओवरहालिंग की आवश्यकता है |जिसके शुरुआत में जिन बीजों को रौंपा जा सकता है उनमे
[१]काम के बिना वेतन नहीं “नो वर्क नो पे”
[२]काम नहीं तो निधि नहीं
[३]काम और अनुशासन नही तो अगली बार इलेक्शन के योग्य नहीं
इन नए बीजों को रौंपने के लिए ज्यादा प्रतीक्षा नहीं करनी समय आ गया है १५ अगस्त को लाल किले की प्राचीर उपयुक्त स्थल साबित हो सकता है