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चार राज्यों में बारिश का कहर

उत्तरकाशी और मनाली में बादल फटने से और जमीन धंसने से जे &के में जीवन अस्तव्यस्त हो गया है| जबकि पंजाब के ब्यास का जलस्तर बढ गया है ६ लोगों की मौत हो गई है, और ५५ लोग लापता बताये जा रहे हैं| बारिश से चार राज्यों में जीवन अस्तव्यस्त हो गया है|
शुक्रवार रात बादल फटने से उत्तरकाशी जिले के असी गंगा घाटी में दयारा बुग्याल के पास पापड़गाड, स्वारी गाड, नहरी गाड, गवाना गाड और असी गंगा क्षेत्र में जल प्रलय जैसे हालत पैदा हो गए हैं।
बारिश और बाढ़ की आशंका के चलते 304 मेगावाट की मनेरी भाली जलविद्युत परियोजना-2 परियोजना के कर्मचारियों में भी अफरा-तफरी है।
70 किलोमीटर के दायरे में तबाही की बात कही जा रही है। बादल फटने के आधी रात के बाद तक इलाके में भारी बारिश हो रही थी। हालांकि देर रात तक यह अनुमान लगाना मुश्किल था कि इस आपदा से कितना नुकसान हुआ है। उत्तराकाशी में बिजली और संचार व्यवस्था ठप्प हो गई है|
मौसम विभाग ने शनिवार को खासकर कुमाऊं में भारी बारिश की चेतावनी दी है। देहरादून में भी कई दौर की बारिश का अनुमान लगाया गया है। पिछले तीन दिनों में जोरदार बारिश से गढ़वाल के चमोली और कुछ अन्य इलाकों में जनजीवन पर असर के साथ चार धाम यात्रा भी प्रभावित हुई है|
मनाली में भी बादल फटा
मनाली के पलचान इलाके में भी बादल फटने से लेह रोहतांग मार्ग बंद हो गया है । इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मिट्टी खिसकने से मनाली रोहतांग लेह हाइवे पर यातायात बंद हो गया है। प्रशासन ने खतरे को देखते हुए पलचान, बांहग, आलू ग्राउंड, सोलंगनाला और पतलीकूहल में हाई अलर्ट जारी करते हुए इन इलाकों को खाली करवा दिया है। वहीं, सोलंग गांव का पुल भी बाढ़ में टूट गया है।| ब्यास [पंजाब] और यमनौत्री+ भागीरथी नदी का जल स्तर बढ गया है और किनारे के गावों को वहां से शिफ्ट कराया जा रहा है|
राम नगर जम्मू एंड काश्मीर में जमीन धंस गई है जिससे वहां के हाई वेज पर ट्रेफिक प्रभावित हुआ है|