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रूसी राष्ट्रपति के खिलाफ प्रार्थना करने वाली पंक बैंड को दो साल की सजा

रूस और भारत में एक बात तो समान है दोनों मुल्कों में नेताओं विशेषकर सत्तारूड़ नेताओं के खिलाफ बोलने वालों के लिए जेल ही निश्चित कर दी गई है|
पंक बैंड के तीन महिला सदस्यों को मास्को के एक गिरजाघर में राष्ट्रपति पुतिन के खिलाफ प्रार्थना करने पर दो साल कैद की सजा सुनाई गई है। एक अदालत ने तीनों महिलाओं को धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का दोषी माना है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने कोर्ट के इस बर्ताव पर कडा़ एतराज जताया है यूरोपीय संघ में भी इसकी भर्त्सना की जा रही है|
बताते चलें कि माशा +नाद्या+ कात्याके उपनाम से मशहूर नादेज्दा तोलोकोनिकोवा (22), मारिना अल्योखिना (24) और येकातेरीना सामुत्सेविच (30) नामक तीनों महिलाएं अधिकार समूह पुस्सी रायट की सदस्य हैं। यह समूह रॉक कंसर्टों के माध्यम से तमाम समकालीन मुद्दों पर अपना विरोध दर्ज कराता आया है। नेबीती फरवरी में मास्को के क्राइस्ट द सेवियर कैथेड्रलचर्च में सर्विस अटेंड की थी और देश को पुतिन शासन से मुक्त कराने के लिए एक प्रार्थना की थी,यह रूसी आर्थोडाक्स चर्च के अनुयायियों को नागवार गुजरी थी तभी से ये तीनों पुलिस की हिरासत में हैं|
अब भारत की बात करे तो लेटेस्ट घटना बंगाल की है लेफ्टिस्ट को हरा कर गरीबों की मदद को सत्ता में ई टी एम् सी की अध्यक्षा ममता बेनर्जी से एक व्यक्ति ने सवाल कर लिया और वोह बेचारा भी जेल की रोटियाँ तोड़ रहा है|