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हर घडी प्रभु की रहमत+ बरकत का शुक्र अदा करो

नफस नफस मुझे लाज़िम है शुक्र का सजदा
कि मेरे दोस्त का अहसान है जिन्दगी मेरी

भावार्थ: मेरे लिए ज़रूरी है कि मैं हर लम्हा अपने प्रभु का शुक्राना अदा करूँ क्योंकि
मेरी यह जिंदगी उसी की देन है . यह मेरे गुरु का करिश्मा है कि इस नाशवान
दुनिया में उसने मुझे अबदी जिंदगी अता कर दी , एक अमर जीवन दे दिया .
इसलिए मैं हर घड़ी उसकी बरकत का , उसकी रहमत का जिक्र करता हूँ
रूहानी .शायरी : संत दर्शन सिंह जी महाराज

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