आपे जाणै करे आपि आपे आणै रासि ।
तिसै अगे नानका खलिइ कीचै अरदासि ।
अर्थात वह मालिक सब कुछ जानता है , सब करण – कारणहार है और स्वयं ही कार्य पूर्ण कर देने में समर्थ है । उसके आगे खड़े होकर विनयपूर्वक प्रार्थना करो ।
वाणी : श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी
प्रस्तुति राकेश खुराना
No, sorry, it really is just not that exciting for your ahem demographic.