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Tag: आप पार्टी

“आप” पार्टी ने घोंडा,वजीरपुर, उत्तम नगर,पालम की विधानसभा सीटों के लिए संभावित प्रत्याशियों को उजागर किया

आम आदमी पार्टी [आप] ने दिल्ली की चार और विधानसभा सीटों के लिए संभावित प्रत्याशियों की सूची जारी की है. इसमें घोंडा+ वजीरपुर+ उत्तम नगर +पालम शामिल हैं. इस शॉर्टलिस्ट में छात्र आंदोलन से निकले छात्र नेताओं, फिल्म व टीवी कलाकार, एक वर्तमान व एक पूर्व निगम पार्षद, सेना से रिटायर लोगों, सोशल वर्कर्स, इंजीनियर्स, एमबीए, आर्किटेक्ट, एक्टिविस्ट,कंस्ट्रक्शन वर्कर और टैक्सी ड्राइवर को जगह मिली है.
वजीरपुर से पार्टी के संभावित उम्मीदवारों में महाभारत धारावाहिक में भीम का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार का नाम शामिल है तो उत्तम नगर से टिकट के संभावितों में मौजूदा पार्षद देशराज राघव और करगिल की लड़ाई में शहीद परिवार से आने वाले रिटायर फौजी और नेवी के पूर्व अफसर भी हैं.
पार्टी अब तक कुल 45 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है. कुछ सीटों के लिए शॉर्टलिस्ट जारी की जा चुकी है. कार्यकर्ताओं की राय लेने के बाद इन सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम पर भी फैसला कुछ दिनों में कर लिया जाएगा.

आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 3 विधान सभाओं के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की

आम आदमी पार्टी ने आज 3 विधानसभा (रोहिणी, देवली और कालकाजी) के प्रत्याशियों की घोषणा कर रही है. आम आदमी पार्टी नवम्बर में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में रोहिणी से आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश गर्ग, कालकाजी से गुरुवाणी का पाठ करने वाले और ऑटो चालक भाग सिंह तथा देवली से 25 साल के पोस्ट ग्रेजुएट युवा प्रकाश झरवाल को मैदान में उतारेगी.
[1]कालकाजी के उम्मेदवार भाग सिंह दिल्ली में ऑटो चलाते हैं. इनकी पहचान गुरुवाणी गाने वाले सरदारजी की है इन्होने संघर्ष का जीवन देखा है. पंजाब से दिल्ली आने के बाद उन्होंने घरों में घास छीलने का काम करते हुए स्नातक तक पढ़ाई पूरी की. नौकरी नहीं मिल सकी तो जीवनयापन के लिए ऑटो चलाना शुरू किया. जनलोकपाल आंदोलन में अपनी उपस्थिति नियमित तौर पर दर्ज कराते रहे लेकिन दामिनी आंदोलन के पुलिसिया बर्बरता से उनके मन को झकझोरा और व्यवस्था परिवर्तन के संघर्ष में पूरी तरह से जुड़ गए.
[२]देवली से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी प्रकाश झरवाल एक मल्टीनेशनल कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर रह चुके है. 25 साल के प्रकाश छात्र जीवन से ही जागरूकता अभियान चलाते रहे हैं. अपने क्षेत्र में रहने वाले ऐसे लोग जो सरकारी योजनाओं के लाभ से सिर्फ इसलिए वंचित रह जाते हैं क्योंकि उनके पास पर्याप्त दस्तावेज नहीं हैं, ऐसे लोगों की मदद करना प्रकाश का स्कूली जीवन से ही एक जुनून रहा है. जनलोकपाल आंदोलन में एक वॉलेंटियर की तरह कार्य किया और पार्टी के गठन के बाद भी लगातार सक्रिय रहे हैं.
[३]रोहिणी से “आप” उम्मीदवार राजेश गर्ग की छवि एक ऐसे आरटीआई कार्यकर्ता की है जो आम लोगों से जुड़े मुद्दों को जोर-शोर से उठाते हैं. आम जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के कारण उनके खिलाफ कई मुकदमे दायर कर दिए गए आम आदमी पार्टी से जुड़ने से पहले राजेश कांग्रेस के साथ थे.
इन 3 सीटो के प्रत्याशियो के साथ, आम आदमी पार्टी अभी तक कुल 45 सीटों पर अपने उम्मेदवारो की घोषणा कर चुकी है. हाल ही में किये गए स्वतन्त्र सर्वेक्षणों के अनुसार “आप” इस बार कांग्रेस और बीजेपी को जमकर टक्कर देगी. आम आदमी पार्टी द्वारा किये गए सर्वेक्षण के अनुसार इस बार दिल्ली में “आप” पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है.

“आप” के प्रत्याशी सत्येंद्र जैन को दिल्ली पुलिस ने दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया

आम आदमी पार्टी के शकूर बस्ती विधान सभा क्षेत्र सेप्रत्याशी सत्येंद्र जैन को दंगा भड़काने के आअरोप में दिल्ली पोलिस ने गिरफ्तारकिया |:पार्टी ने पुलिस पर अपराधियों से सांठ-गांठ का आरोप लगाया है|
शकूर बस्ती विधान सभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी सत्येंद्र जैन को दिल्ली पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। सत्येंद्र जैन मीरा बाग बस्ती में बलात्कार की शिकार हुई बच्ची के परिजनों के साथ रिपोर्ट लिखवाने थाने थे। पार्टी प्रवक्ता का आरोप है कि पुलिस अपनी चिर-परिचित कार्यशैली का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए इस मामले को भी राजनैतिक दबाव के चलते रफा-दफा करना चाहती थी। सत्येंद्र जैन और आम अदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाव में पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया किंतु यह कह कर आरोपी की मदद करने लगी कि अभियुक्त ने बलात्कार नहीं किया बल्कि हाथ से बालिका के साथ अप्राकृतिक कृत्य किया है। पुलिस के इस रवैए पर देर शाम। बच्ची के परिजन भड़क गए और इसके बाद मीरा बाग बस्ती के लोगों ने रिंग रोड़ पर चक्का जाम कर दिया। पुलिस और अपराधियों की सांठ-गांठ के चलते बलात्कार की शिकार हुई बच्ची के परिजनों की पुलिस ने निर्मम पिटाई की। बच्ची की बुआ गीता को बलात्कारियों ने पुलिस की मौजूदगी में गैंग रेप की धमकी दी किंतु पुलिस अंत तक बलात्कारियों का ही साथ देती रही। पुलिस ने एक मनघड़ंत मामला बनाते हुए रंजिश स्वरूप आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि उन्होंने दंगा भड़काया है।
पीडिता बच्ची के परिवार की मदद के लिए लड़ना किसी भी रूप में दंगा भड़काना नहीं कहा जा सकता। हकीकत यह है कि पीडि़त बच्ची के परिजन और उनकी बस्ती के अन्य लोग पुलिस के रवैए के कारण भड़के।आप पार्टी ने मांग कि है कि गरीब लोगों को भड़काने व हंगामे के लिए उन पुलिस कर्मियों पर मुकद्दमा चलना चाहिए जिनकी अभद्र और असवेंदंनशील टिप्पणियों के चलते जनता ने हंगामा खड़ा किया।
पिछले एक महीने के अन्तराल के दौरान 4 बलात्कार के अलग-अलग मामलों में पीडि़तों की मदद कर रहे आम आदमी पार्टी के 20 से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने निर्ममता से पीटा 15 लोगों के हाथ पांव तोड़ डाले। राजनैतिक षड़यंत्र के तहत सुंदरनगरी से आमआदमी पार्टी की उम्मीदवार संतोष कोली को चौपहिया वाहन से टक्कर मार कर बुरी तरह घायल कर दिया जो लग-भग एक महीने से बेहोश हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर पुलिस ने एक बार फिर आम आदमी पार्टी पर पार्टी कार्यकर्ताओं का हौंसला पस्त करने की नियत से वार किया है। आम आदमी पार्टी दिल्ली सरकार को चेतावनी देना चाहती है कि दिल्ली पुलिस के कंधे पर बंन्दूक रख कर वह पार्टी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को अविलंब बन्द करे अन्यथा आम आदमी पार्टी को सरकार की ईंट से ईंट बजाने के लिए सड़कों पर उतरना पडे़गा।
एक अन्य मामले में पिली मिट्टी ( वेलकम थाने ) के पास प्रचार कार्य के लिए गई एक गाड़ी पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया जिससे वाहन को क्षति पहुंची है.

आप पार्टी ने तीसरी लिस्ट में आठ विधान सभाओं के लिए अट्ठारह उम्मीदवारों को फाईनल किया

[दिल्ली ]आम आदमी पार्टी[आप]ने आज तीसरी लिस्ट जारी करके ८ विधान सभा छेत्रों के लिए १८ प्रत्याशियों को फायनल किया है जिनमे से ८ महिलायें हैं|
ये आठ छेत्र हैं[१] Ballimaran, [२] Delhi Cantt,[३] Hari Nagar, [४]Karawal Nagar,[५] Mangolpuri,[६] Narela, [७]Sangam Vihar [८] Timarpur.
कुल ९५ आवेदनों में से १८ आवेदकों को चुना गया है|

“आप” पार्टी ने ११ विधान सभाओं के लिए नई छवि के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करके स्थापित पार्टियों को चुनौती दी

आम आदमी पार्टी [आप]ने दिल्ली की 11 विधानसभाओं के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. करीब एक महीने से चल रही प्रक्रिया के बाद जारी इस सूची में सेना के पूर्व अधिकारी,+ पत्रकार,+ वकील,+ इंजीनियर,+ खिलाड़ी और सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि के नाम शामिल हैं. मनीष सिसोदिया को पटपड़गंज के लिए फायनल किया गया | ९७ उम्मीदवारों में से सलेक्ट किये गए ११ प्रत्याशियों की सूची निम्न हैः
[ 1.] बिजवासन- कर्नल देवेंद्र सहरावत
[2.] ग्रेटर कैलाश- सौरभ भारद्वाज
[३]. कोंडली(सु.)-मनोज कुमार
[4.] मालवीय नगर- सोमनाथ भारती
[५]. मटियाला- गुलाब सिंह यादव
[6.] नजफगढ़- मुकेश कुमार डागर
[७]. पटपड़गंज- मनीष सिसोदिया
[8.] आर.के.पुरम- शाजिया इल्मी
[9.] सदर बाजार- सोमदत्त शर्मा
[१०]. सीमापुरी(सु.)- संतोष कोली
[११]. त्रिलोकपुरी(सु.)- राजू घींगान
उम्मीदवारों की औसत उम्र 37 साल बताई गई है.|पार्टी द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार इन ११ सीटों के लिए कुल 97 आवेदन प्राप्त हुए थे. आवेदकों में से अधिकतर अन्ना के जनलोकपाल आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं. आवेदनकर्ताओं के साथ पहले चरण में स्क्रीनिंग कमेटी ने लंबी बातचीत करके हर विधानसभा से कुछ लोगों के नाम शॉर्टलिस्ट किए. शॉर्टलिस्ट में शामिल नामों पर जनता की राय ली गई तथा सक्रिय कार्यकर्ताओं की राय जानने के लिए प्रेफरेंशियल वोटिंग कराई गई. वोटिंग के दौरान कार्यकर्ताओं को राइट टू रिजेक्ट का भी अवसर दिया गया. इसके बाद पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति ने विभिन्न स्रोतों से एकत्र जानकारी और राय के आधार पर उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम निर्णय लिया|.
पार्टी का मानना है किपार्टी की पूर्व घोषणा के अनुसार की गई इस चयन प्रक्रिया के माध्यम से वर्तमान भारतीय राजनीति की दो बड़ी परंपराओं को चुनौती दी गई है|. एक तरफ अब लोगों के पास अपराधी, भ्रष्ट और चरित्रहीन लोगों की जगह साफ-सुथरी छवि वाले, देशभक्त और त्याग की राजनीति करने वाले लोगों को विधानसभा में भेजने का विकल्प होगा. दूसरी तरफ करोड़ो रुपए देकर हाईकमान की मर्जी से टिकट बेचने की परंपरा को भी आम आदमी पार्टी ने चुनौती दे दी है.
भारतीय राजनीति में यह पहली बार हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों का नाम, जनता से रायशुमारी और कार्यकर्ताओं की पसंदगी जानने के बाद इतनी पारदर्शिता से तय कर रहा है. आम आदमी पार्टी ने बाकायदा घोषणा कर आम लोगों को आवेदन के लिए प्रेरित किया. किसी भी आवेदनकर्ता के खिलाफ अगर मामूली झगड़े तक का आरोप था, तो उसे भी सार्वजनिक किया गया. इससे आम लोगों ने आवेदकों के बारे में ऐसी-ऐसी जानकारियां उपलब्ध कराईं जिनके आधार पर निर्णय लेना आसान हो सका.
घोषित उम्मीदवारों का संक्षिप्त परिचय
1. कर्नल देवेंद्र सहरावत (बिजवासन) ने सेना से रिटायर होने के बाद किसानों की जमीनों के मुआवजे के लिए संघर्ष शुरू किया. पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से लेखन करके किसानों की आवाज को आगे ले जाने का प्रयास करते रहे हैं.
2. सौरभ भारद्वाज (ग्रेटर कैलाश) पेशे से इंजीनियर हैं और बड़ी कंपनियों में काम कर रहे थे. 2005 में एक गरीब बच्ची के साथ बलात्कार की घटना हुई और उन्होंने उस बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए अपने स्तर से लड़ाई शुरू की. इस दौरान उन्हें समझ में आया कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए कानून की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए. इसके बाद सौरभ ने कानून की पढ़ाई की और जरूरत पड़ने पर गरीबों को हरसंभव कानूनी सहायता देते हैं. नेत्रहीनों, गरीब विद्यार्थियों, बाढ़ पीड़ितों, वृद्धों आदि की मदद के लिए आवाज उठाते रहे हैं.
3. मनोज कुमार (कोंडली) मनोज कुमार की छवि इलाके के लोगों के सुख-दुख में काम आने वाले सामाजिक कार्यकर्ता की है. क्षेत्र की समस्याओं को लेकर लगातार संघर्ष करते रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग संगठन से जुड़े रहे हैं. जनलोकपाल आंदोलन और उसके बाद के सभी आंदोलनों-प्रदर्शनों में इन्होंने भूमिका निभाई है.
4. सोमनाथ भारती (मालवीय नगर) ने आईआईटी से एमएससी करने के बाद कानून की पढ़ाई की और वकालत करने लगे. सामाजिक मुद्दों को वकालत के जरिए उठाते हैं. दिल्ली गैंगरेप के बाद हुए जनआंदोलन में दिल्ली पुलिस ने निर्दोष युवकों को फंसाने की कोशिश की. सोमनाथ भारती ने उन युवकों के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी और उनके प्रयासों से निर्दोष युवकों को इंसाफ मिल सका. जनलोकपाल आंदोलन में सक्रिय रहे हैं और IIT alumni के अध्यक्ष एवं सचिव रहे हैं.
5. गुलाब सिंह यादव (मटियाला) स्कूल के समय से ही खेलों में सक्रिय रहे हैं और दिल्ली प्रदेश की जूनियर हॉकी टीम के सदस्य रहे हैं. इनकी टीम 1992 की नेहरू कप हॉकी टूर्नामेंट की विजेता भी रही है. आज भी यह अपनी मिठाई की दुकान चलाते हैं और शेष समय मटियाला-नजफगढ़ क्षेत्र में युवाओं के बीच खेल प्रतियोगिताएं आयोजित कराते हैं. अन्नाजी के जनलोकपाल आंदोलन में शुरुआत से सक्रिय रहे हैं.
6. मुकेश कुमार डागर (नजफगढ़) पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. बतौर RTI एक्टिविस्ट क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था की खस्ताहाल स्थिति को दुरुस्त करने के लिए अपने स्तर पर भरपूर प्रयास कर रहे हैं. आरटीआई के जरिए सूचनाएं हासिल करके उन्होंने स्कूल के कर्मचारियों का कच्चा चिठ्ठा खोला. आखिरकार मलिकपुर विद्यालय से एक प्रिंसिपल, एक वाईस-प्रिंसिपल तथा भ्रष्ट अध्यापक का तबादला हुआ. आरटीआई आवेदनों के माध्यम से सरकार प्रशासन पर दबाव बनाकर उन्होंने अपने गांव में महिला पंचायत घर तथा पार्क के विकास के लिए करीब चार करोड़ की राशि पास करवाने में कामयाबी पाई.
7. मनीष सिसोदिया (पटपड़गंज) जनलोकपाल आंदोलन के जाने-माने नाम हैं. पेशे से पत्रकार रहे मनीष ने ज़ी न्यूज और ऑल इंडिया रेडियो में लंबे समय तक कार्य किया. उसके बाद सूचना का अधिकार कानून बनाने के लिए चले आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हो गए. उसके बाद जनलोकपाल आंदोलन की नींव रखने वाली टीम में अहम सहयोगी की भूमिका निभाई. भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ जांच के लिए एसआईटी बनाने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर 10 दिनों का अनशन किया. भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष में उन्हें अन्नाजी के साथ जेल भी भेजा गया था.
8. शाजिया इल्मी (आर.के पुरम) पेशे से पत्रकार हैं. 15 साल पत्रकारिता के दौरान ज़ी न्यूज़, स्टार न्यूज़, टाइम्स ऑफ़ इंडिया में पत्रकारिता कर चुकी हैं. भ्रष्टाचार के खिलाफ छिड़े संघर्ष में शुरू से जुड़ी रहीं. इन्होंने जनलोकपाल आन्दोलन में काफी सक्रिय भूमिका निभाई है. महिलाओं और पर्यावरण के मुद्दों पर इन्होंने सराहनीय कार्य किया है. आम आदमी पार्टी में शुरू से सक्रिय रहीं हैं.
9. सोमदत्त शर्मा (सदर बाजार) छात्रसंघ में सक्रिय रहे और दो बार खालसा कॉलेज में छात्रसंघ का चुनाव जीत चुके हैं. क्रिकेट के खिलाड़ी हैं. बतौर शास्त्रीनगर स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष, खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन कराते रहे हैं. निःशुल्क मेडिकल चेकअप कैंप और गरीब बच्चों को पढ़ाई में आर्थिक रूप से मदद देते हैं. जनलोकपाल आन्दोलन और आम आदमी पार्टी में निरंतर सक्रिय रहे हैं.
10. संतोष कोली (सीमापुरी) दिल्ली में भ्रष्टाचार के खिलाफ लंबे समय से लड़ाई लड़ती रही हैं. राशन की कालाबाजारी के खिलाफ लड़ाई के दौरान इन पर कई बार जानलेवा हमले भी हुए. गरीबों को मिलने वाले राशन, स्कूलों में गरीब बच्चों के एडमिशन और ऐसे ही अन्य योजनाओं के मामले में सूचना के अधिकार के प्रयोग से इन्होंने क्षेत्र में कई आंदोलन चलाए हैं. आरटीआई आंदोलन और जनलोकपाल आंदोलन में बेहद सक्रिय रही हैं.
11. राजू घींगान (त्रिलोकपुरी) अपने क्षेत्र में युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं. बॉडी बिल्डिंग में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं को मुफ्त फिटनेस ट्रेनिंग देते रहे हैं. आरडब्ल्यू में सक्रिय हैं और वाल्मिकी समाज की कई संस्थाओं में जिम्मेदारी भरे दायित्व निभाते रहे हैं. इन्होंने सीआईएसएफ में नौकरी करते हुए देश को अपनी सेवाएं दी हैं.

उपवास के ३ सरे दिन “आप” ने बिजली उपभोक्ताओं की व्यथा को उजागर करने के लिए एक विडियो जारी किया

उपवास के ३ सरे दिन "आप" ने बिजली उपभोक्ताओं की व्यथा को उजागर करने के लिए एक विडियो जारी किया

उपवास के ३ सरे दिन “आप” ने बिजली उपभोक्ताओं की व्यथा को उजागर करने के लिए एक विडियो जारी किया

आम आदमी पार्टी ने आज उपवास स्थल से एक विडियो जारी की है इसमें दो बुजुर्ग महिलाओं ने बिजली के बिलों को लेकर मुख्य मंत्री शीला दीक्षित के विरुद्ध आक्रोश व्यक्त किया है|इस विडियो में आप के नेता मनीष शिशोदिया ने दो महिलाओं की व्यथा को कवर किया है |इन महिलाओं के अनुसार निर्धन परिवार में लगे बिजली के मीटर के लिए बेहिसाब बिल वसूले जा रहे हैं एक महिला के अनुसार ३१००० देने के बाद भी पुनः १३००० का बिल भरने के विवश किया गया |एक महिला ने बताया कि आचार के साथ रोटी खाकर बिल के लिए पैसे जुटाए तो दूसरी उपभोक्ता के अनुसार उन्होंने ब्याज पर पैसा लेकर बिल का भुगतान किया है|इन्होने मुख्य मंत्री पर गरीबों के खिलाफ कार्य करने का आरोप लगाते हुए सविनय अवज्ञा आन्दोलन में भाग लेने की घोषणा की|एक उपभोक्ता ने तो रोते रोते यहाँ तक कहा कि जब सरकार से कुछ नहीं हो रहा तो शीला दीक्षित क्यूं १५ साल से मुख्य मंत्री बनी हुई है|इनकी व्यथा सुन कर द्रवित हुए आप के नेता ने आम आदमी के हित में व्यवस्था परिवर्तन के लिए रिवोल्ट को जरुरी बताया |
उपवास के तीसरे दिन आज अरविन्द केजरीवाल की स्वास्थ्य बुलेटिन भी जारी की गई|इसके अनुसार उनका स्वास्थ्य स्थिर है|इसकी जानकारी स्वयम केजरीवाल ने देते हुए लम्बी लड़ाई लड़ने का एलान किया |
पत्रकारों द्वारा इस अनिश्चितकालीन उपवास स्थल पर लोगों की कमी पर प्रश्न किया गया तो उपवास पर बैठे नेताओं ने कहा कि यहाँ भीड़ कि जरुरत नहीं है कार्यकर्ता घरों में जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं|
इस अवसर पर अरविन्द केजरीवाल और मनीष शिशोदिया ने प्रदेश सरकार की खामियों पर जम कर प्रहार किये|उन्होंने शीला दीक्षित को एक बार फिर बिजली कंपनियों का दलाल बताते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में उनके पास पर्याप्त सबूत हैं और कोई भी मान हानि के मुकद्दमे का सामना करने को तैयार हैं |उन्होंने कहा कि दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर तेजिंदर खन्ना के अनुसार बिजली कंपनियों को ३०००० करोड़ रुपयों का प्रॉफिट हुआ जबकि मुख्य मंत्री श्रीमती शीला दीक्षित के अनुसार कंपनियों को २०००० करोड़ का घाटा हुआ है|
अपने ऊपर अराजकता [एनार्की] फैलाने के आरोपों के जवाब में उपवास के प्रमुख ने कहा कि यह सच्चाई और झूट की लड़ाई है|सच्चाई की जीत के लिए अगर अराजकता होती है तो यही सही|काउंसिलर विनोद कुमार बिन्नी+एक्टिविस्ट किरण+संजय सिंह+ एडवोकेट प्रशांत भूषण +आदि के योगदान का भी उल्लेख किया गया कार्यक्रम में रोचकता बनाये रखने के लिए एक ग्रुप यह पैरोडी गीत गा रहा था

बिजली पानी के बिल बहुत दिए बधाई रे ,जनता की दुश्मन बन गई शीला ताई रे

अरविन्द केजरीवाल ने शीला दीक्षित के खिलाफ शाहीन बाग़ के ध्वस्तीकरण का नया मोर्चा खोला

अरविन्द केजरीवाल V/S शीला दीक्षित

आम आदमी पार्टी [आप] के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज शुक्रवार को दक्षिण दिल्ली में ओखला के शाहीनबाग में बेघर किये गए लोगों के समर्थन में राज्य सरकार को घेरने का प्रयास किया| राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में 500 घरों को गिराने के विरोध में आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज सुबह दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर का घेराव किया| मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने तबियत खराब होने का कारण देते हुए केजरीवाल से पब्लिक के सामने बाहर आ कर बात करने से इंकार कर दिया |इस पर केजरीवाल ने दीक्षित के घर के बाहर धरना दिया|.केजरीवाल ने मंगल वार को बेघर किये गए 500 घरों के लोगों के दर्द को शेयर करते हुए प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि लोगों के पास जमीन के कागजात और आईडी प्रूफ होने के बाद भी बिना किसी नोटिस के जबरन लोगों के घर गिराए गए.| इसमें भी एक बड़े भूमि घोटाले का संदेह व्यक्त किया गया है।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार की दोपहर यहां लोगों के घर गिरवा दिए थे| अरविंद केजरीवाल ने अपने समर्थकों के साथ शाहीन बाह इलाके का दौरा किया.|
केजरीवाल के मुताबिक उन्होंने प्रभावित लोगों की परेशानी बयान करने के लिए शीला दीक्षित से मिलने का वक्त मांगा था, लेकिन उन्होंने मिलने से इनकार कर दिय| मुख्यमंत्री उनसे मिलने के लिए वक्त नहीं निकालती हैं तो भी वह शाहीनबाग के बेघर लोगों के साथ शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर बातचीत करने जाने का एलान किया और पुलिस ने उन्हें नहीं जाने की हिदायत दी अन्यथा सख्ती से निबटने की चेतावनी दी गई |
केजरीवाल ने कहा कि जिन लोगों के घर उजाड़े गए हैं वे बेहद गरीब हैं। उन्होंने कहा कि क्या मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के मन में कोई संवेदना नहीं बची है। मुख्यमंत्री को जानना चाहिए कि इस कड़ाके की ठंड में लोग बेघर कर दिए गए हैं|
केजरीवाल का कहना था कि जिन लोगों का आशियाना गिराया गया है वे वर्षो से यहां रह रहे हैं, उनके पास जमीन के कागज, मतदाता पहचान पत्र, गैस कनेक्शन और आधार कार्ड तक हैं।अगर किसी के पास कुछ कागजात कम भी होंगे तो बिना उनके पुनर्वास के ऐसी कार्रवाई कैसे की जा सकती है? सरकारी बुलडोजर चलने से पहले लोगों को नोटिस तक नहीं दिया गया। लोग घरों से सामान तक नहीं निकाल सके। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन घरों को गिराने का आदेश गलत तरीके से दिया गया है, ये घर जिस जमीन पर बने थे वह काफी महंगी है। आखिर किसकी नजर है इस जमीन पर? जो यह साजिश करा रहा है। सरकार को इस कार्रवाई पर जवाब देना चाहिए।मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बातचीत के लिए बुलाया, लेकिन जब केजरीवाल अपने कुछ साथियों के साथ बातचीत के लिए मुख्यमंत्री के घर के भीतर पहुंचे, तो शीला दीक्षित ने बात करने से इनकार कर दिया।
ऐसे में केजरीवाल अपने साथियों के साथ बाहर आकर दोबारा अपना धरना शुरू कर दिया। ।
केजरीवाल ने कहा, जिस जमीन पर ये लोग रह रहे हैं वह इन्हीं की जमीन है, इनके पास इसके दस्तावेज हैं। लेकिन यह अनाधिकृत है क्योंकि आपको मानचित्र सरकार द्वारा पास कराना होता है। उन्होंने कहा, लेकिन 4 अक्तूबर 2010 को सोनिया गांधी ने घोषणा की थी कि 1600 कालोनियों को नियमित किया जाएगा, यह कालोनी भी उसमें शामिल थी, लेकिन इसके बावजूद 500 घरों को ढहा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पास के कई शोरूम को नहीं गिराया गया।