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रैली निकालने की इजाज़त नहीं मिली तो केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी की सभा ही कर डाली

नई दिल्ली :दिल्ली पुलिस ने रैली निकालने की इजाजत नहीं दी तो अरविंद केजरीवाल ने अपनी नई आम आदमी पार्टी की पहली जनता सभा दिल्ली के राजघाट के समीप कर डाली |सभा में जिसमे केजरीवाल के समर्थकों ने गाना बजाना भी किया|

Arvind Kejriwal And Prasaaant Bhushan Of AAP


अरविंद केजरीवाल ने अपनी आम आदमी पार्टी के ऐलान के बाद आज रविवार को पहली बार सभा की| केजरीवाल ने ये सभा दिल्ली में राजघाट पर अपने साथियों के साथ की.
सभा में आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, संजय सिंह और कुमार विश्वास पहुंचे.|अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों और 2014 के लोकसभा चुनावों पर नजर लगाए केजरीवाल ने युवाओं से अनुरोध किया है कि देश की राजनीतिक व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव के लिए पूरी तरह उनके साथ जुड़ें|
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल रविवार को दिल्ली में रैली निकालना चाहते थे, लेकिन मुहर्रम की वजह से उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने सभा करने का फैसला किया. केजरीवाल ने कहा कि वह अगले एक साल तक कांग्रेस और भाजपा के बारे में सच बताते हुए देशभर का दौरा कर लोगों को समझाएंगे कि उन्हें उनकी पार्टी का समर्थन क्यों करना चाहिए|राजघाट के पास अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे केवल वोट पाने के लिए जनता का इस्तेमाल करते हैं और उनके बारे में कभी नहीं सोचते।उन्होंने कहा,‘कुछ लोगों ने भारत को खूब लूटा है। अब लोगों ने आगे आने का और उन्हें संसद से बाहर करने का फैसला किया है। इसलिए मैं सभी युवाओं से कल जंतर मंतर आने का आह्वान करता हूं और उन्हें पार्टी के संस्थापक सदस्य का दर्जा दिया जाएगा।’ आम आदमी पार्टी के अन्य संगठनों से अलग होने का दावा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कल जारी हो रही संगठन की वेबसाइट पर सभी चंदों और खर्च का ब्योरा डाला जाएगा। उन्होंने कहा,‘हमने पार्टी सदस्यों के लिए दिशानिर्देश तय किए हैं। मैं केवल उन लोगों को जोड़ना चाहता हूं जो पूर्णकालिक काम कर सकें और कोई भी चुनावों के दौरान वोटों के लिहाज से धन लेने की गतिविधि में शामिल नहीं हों।
उधर कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस के पुराने नारे को एडोप्ट करके केजरीवाल ने अपने सामर्थ्य और विवेक के दिवालिये पण का प्रदर्शन किया है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई

ओये झल्लेया ये लोक तंत्र का क्या मखौल उड़ाया जा रहा है|संसद के शीत कालीन सत्र में भाजपा पर दबाब बनाने के लिए कांग्रेस ने अपनी कैग पर ही कीचड उछालना शुरू कर दिया है| सीएजी में अंकेक्षण विभाग के पूर्व महानिदेशक आर. पी. सिंह को उनके रिटायर्मेंट के एक साल बाद सामने ला कर लोक तंत्र के इस संवैधानिक विभाग कैग को कटघरे में लाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है| ओये अब ये आर पी सिंह बिना किसी के पूछे ही बता रहे हैं कि २ जी में घाटा बड़ा चडा कर बताया गया है| ओये हसाडी पार्टी के नेता व संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के इस पूर्व अधिकारी आर. पी. सिंह के दावे को खारिज कर दिया है और कह दिया है कि सरकार अपनी गलतियों को छिपाने के लिए सीएजी को निशाना बना रही है|.अब नीलामी में कम कीमत लगवा कर इस रिटायर्ड आडिटर को सामने ला कर सारे चौड़े हुए जा रहे हैं|यहाँ तक कि श्रीमती सोनिया गांधी भी कैग के खिलाफ बोलने लग गई है|

कांग्रेस ने कैग के किले में रिटायर्ड आडिटर से सेंध लगवाई

झल्ला .

ओ भोले सेठ जी ये नुक्सान की सारी केलकुलेशन अनुमानों पर आधारित है|चिता जल चुकी है उसकी बुझी राख में से चिंगारी तलाशी जा रही है| हमारे यहाँ एक पुरानी कहावत है कि मन विच दूने मन विच तीने मन विच ही रह गए अद्धे |अकलमंद वोही कहलाया जिसने बेच के पल्ले से बांधे और खा पी के जेल जाके डकार कड़ड़े|

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा

भारतीय जनता पार्टी + मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने आज शुक्रवार को भी लगातार एफडीआई के मुद्दे पर लोकसभा व राज्यसभा में हंगामाकिया।सदन में शोर शराबे और नारेबाजी के कारण एक बार के स्थगन के बाद अंतत: कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है|[शनिवार और रविवार को अवकाश] आज प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा


अध्यक्षा मीरा कुमार ने सुबह ग्यारह बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की, तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी तथा वामपंथी दलों के सदस्यों ने एफडीआई के मुद्दे पर जबर्दस्त नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण अध्यक्षा ने सदन की कार्यवाही बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भाजपा नियम १८४ और राज्यसभा में नियम १६८ के अंतर्गत चर्चा करवाने के मांग करती रही जबकि सरकार नियम १९३ के अंतर्गत ही चर्चा करवाने पर अड़ी रही |नियम १९३ के अंतर्गत मतदान नहीं होता |
कार्यवाही पुनः शुरू होने पर वही नजारा दिखाई दिया जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी फ्रांसिस्को सरदीन्हा ने जरूरी कागजात सदन के पटल पर रखवाए। दूसरी तरफ लोकपाल पर सेलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पेश कर दी गई है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी करने पर तुले हैं : गडकरी के खिलाफ यशवंत सिन्हा भी कूदे

प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी एक और तो ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए समर्थन जुटाने में जुटी है मगर दूसरी तरफ उसके अपने वरिष्ठ नेता ही समय समय पर पार्टी का मनौव्वल तोड़ने को आगे आते जा रहे हैं| पार्टी के अपने वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी कराने पर तुले हैं|अब पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग उठाई है। समाचार एजेंसी के हवाले से खबर है कि बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने भी गडकरी का अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांगा है। पीटीआई के मुताबिक यशवंत सिन्हा का कहना है कि गडकरी को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि गडकरी दोषी हों या नहीं वो इस्तीफा दें.सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरूमूर्ति द्वारा गडकरी को क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत की जनता को उम्मीदों को तोडऩे का कोई अधिकार नहीं है। स्वयं ही प्रमाणपत्र देने का तरीका अपना कर हमने कुछ ऐसा ही किया है।’’ पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए।सिन्हा के मुताबिक मुद्दा ये नहीं है कि हमारे पार्टी अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं है। मुद्दा ये है कि सार्वजनिक जीवन में हम सब को आक्षेपों से दूर रहना चाहिए। सिन्हा ने यह विरोधी तेवर उस समय दिखाए हैं जब बी जे पी शीत कालीन सत्र में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए समर्थन जुटाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही है|

बी जे पी की प्रतिक्रया

भाजपा के वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी करने पर तुले हैं : गडकरी के खिलाफ यशवंत सिन्हा भी कूदे


बीजेपी ने यशवंत की टिप्पणी को अनुचित बताया है। पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पार्टी में यशवंत सिन्हा के लिए फोरम उपलब्ध है। ऐसे में उनकी सार्वजनिक टिप्पणी उचित नहीं है। वो अपनी टिप्पणी पर दोबारा सोचें।
वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के मद्देनजर पार्टी के भीतर से सतह पर उठ रही आवाजों को नजरअंदाज करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि वह अपने अध्यक्ष नितिन गडकरी के साथ खड़ी है और उसे उनपर पूरा भरोसा है.

राम जेठमलानी और महेश जेठमलानी

राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने बीजेपी अध्‍यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोल रखा है.| उन्होंने गडकरी को सलाह दी है कि वो पार्टी के हित में और स्वच्छ जांच होने तक पार्टी के अध्यक्ष पद को छोड़ दें.महेश जेठमलानी ने तो पार्टी पद से इस्तीफा भी दे दिया है|

: जगदीश शेट्टीगर

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जगदीश शेट्टीगर ने मांग की है कि पूर्ति समूह को संदिग्ध वित्तपोषण के आरोपों के मद्देनजर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने देश और पार्टी हित में फैसला लेने को कहा है|

भाजपाई मेयर ने पार्टी लाईन से हट कर सपाई सी एम् से मुलाक़ात की

मुख्य मंत्री के मेरठ कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाली भाजपा के मेयर हरिकांत अहलुवालिया ने पार्टी लाइन से हट कर मेरठ के विकास के लिए मुख्य मंत्री अखिलेश यादव से सपा के मंच पर मुलकात की और मेरठ के विकास के लिए आवश्यक धन जल्द रिलीज करवाने का आग्रह किया | मेयर के इस सकारात्मक मूव को सराहा जा रहा है|

भाजपाई मेयर ने पार्टी लाईन से हट कर सपाई सी एम् से मुलाक़ात की

लेकिन मेरठ से कद्दावर मंत्री शाहिद मंज़ूर मंच संचालक थे उन्होंने मेयर का नाम हरिकांत के बजाय रविकांत एनाउंस करके सबको सोचने पर मजबूर कर दिया|गौरतलब है कि सी एम् को शहर में घुमाने का कार्यक्रम नहीं बनाया गया था इसीलिए यहाँ कि सडकों +नालों+नालियों+संविदा कर्मियों के स्थाईकरण जैसे ज्वलंत समस्यायों के प्रति सी एम् का ध्यान आकर्षित किया जाना जरूरी था इसीलिए मेयर ने प्रस्तावित ४०९ करोड़ रुपये जल्द रिलीज करवाने का आग्रह किया| लेकिन इसके साथ ही मेयर एक आलोचना के शिकार भी हो रहे हैं|हरिकांत अहलुवालिया पंजाबी कोटे से मेयर का चुनाव लड़े थे और जीते |मेयर एक पंजाबी मिलन नामक संस्था के अध्यक्ष भी हैं मगर इन्होने सी एम् से आर्थिक रूप से पिछड़े पंजाबियों के कल्याण के लिए कोई यौजना की मांग नहीं की