Ad

Tag: लोक सभा

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में लोक सभा स्थगित:Adjournment Of Lok Sabha

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में लोक सभा स्थगित

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में लोक सभा स्थगित

सांसद मुकेश गढ़वी के आकस्मिक निधन के शोक में आज लोक सभा को ४ मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है|आज सुबह पहले सांसदों ने अपने साथी गढ़वी को श्रधान्जली देते हुए २ मिनट्स का मौन रखा उसके पश्चात सदन को स्थगित कर दिया गया दिनक २ और ३ को सप्ताहं अवकाश रहेंगे | पेशे से ठेकेदार ५० वर्षीय गढ़वी गुजरात के बनासकांठा जिले से कांग्रेस के सांसद थे|गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शोक ट्विट किया है|” Sad to know about demise of Banaskantha MP Shri Mukesh Gadhvi. My condolences to his family. May his soul rest in peace.”
राज्यसभा में प्रश्न काल चला

देश में अराजकता है: मुलायम सिंह यादव जी ये क्या कह दिया?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक चतुर +चौकन्ना लेकिन चकित कांग्रेसी

ओये झल्लेया माननीय मुलायम सिंह यादव ने ये कौन सी नई भसूडी डाल दी| संसद में राष्ट्रपति के भाषण पर बोलते हुए उन्होंने हैदराबाद और कर्मी संघों कि यूनियनों के हड़ताल का हवाला देकर कह दिया कि यह भाषण केवल इन्ही दो बिदुओं पर टिका है इसीलिए भारत में अराजकता की स्थिति है|इतना ही नहीं अपने सबसे बड़े दुश्मन भाजपा से भी खुले आम पींगे बढानी शुरू कर दी हैं|ओये अभीहमारी सरकार ज़िंदा हैं और इन सपाईयों ने अपना चुल्ला+चौका [रसोई]अलग करने की तैय्यारी शुरू कर दी है|

देश में अराजकता है: मुलायम सिंह यादव जी ये क्या कह दिया?

देश में अराजकता है: मुलायम सिंह यादव जी ये क्या कह दिया?

झल्ला

चतुर सुजाण जी आप जी को मालूम होना चाहिए कि लोअर मिडल क्लास को साईकिल की जरुरत है और समाजवादी पार्टी की साईकिल में दो लोगों को बैठाने की जगह है [१]आगे डंडा [२] पीछे कैरियर |आपने लग्जरी ट्रेन+हवाई जहाज़+और कारों में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया है इसीलिए अब आप लोगों को साईकिल की सवारी की जरुरत नहीं रही | शायद इसीलिए साईकिल के छोटे मोटे खर्चे निकालने के लिए दूसरी वैकल्पिक सवारी की व्यवस्था किये जाने को राजनीतिक अकलमंदी कहा जाता है|

मुलायम सिंह यादव , लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली पार्टियों को अपनी साइकिल पर सवार करने के इच्छुक दिखे

.समाज वादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आज लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली राजनीतिक पार्टियों को अपनी साईकिल पर सवार करने के इच्छुक दिखाई दिए| मुलायम सिंह यादव ने भाजपा अध्यक्ष राज नाथ सिंह के बाद बोलना शुरू ही किया तो विघ्न पड़ने शुरू हो गए|सबसे पहले जनरल सेक्रेटरी बोलने खड़े हो गए|उसके बाद चेयर पर्सन बदल गए|जैसे तैसे मुलायम सिंह यादव ने ट्रांसलेट करने वाले स्पीकर[हेड फ़ोन ] उतार कर बोलना शुरू कर दिया| यदपि उन्होंने कांग्रेस और भाजपा की आलोचना की मगर इसके साथ ही बड़ी सफाई से उन्होंने दोनों को सहला भी दिया|
एक तरफ उन्होंने गृह मंत्रालय पर टिपण्णी करके अपनी पीड़ा को उजागर किया तो इसके साथ ही प्रधान मंत्री की टीम के अर्थ शास्त्र की उन्मुक्त सराहना भी कर दी|दूसरी तरफ भाजपा को मुस्लिम विरोधी बताया तो इसके तुरंत बाद भाजपा की देश भक्ति+अनुशासन और भाषा की जम कर तारीफ़ करने लगे|
गौरतलब है के अभी तक मुलायम सिंह यादव भारतीय जनता पार्टी के साथ आने के सवालों को एक सिरे से खारिज करते रहे हैं और पार्टी का विरोध करते आ रहे हैं| आज इस मुख्य विपक्षी पार्टी के प्रति इनका रुख कुछ हद तक नरम दिखाई दिया है|उन्होंने यहाँ तक कह दिया के बीजेपी अगर कश्मीर और मुस्लिम सम्बन्धी अपनी नीति बदल ले तो सपा से बीजेपी के बीच की दूरी कम हो जाएगी|मुलायम ने कहा कि देशभक्ति, सीमा सुरक्षा और भाषा के मामले में उनकी पार्टी और भाजपा की एक नीति है.|

.समाज वादी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव , लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली पार्टियों रूपी नावों में सवार होने के इच्छुक दिखाई दिए

.समाज वादी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव , लोक सभा में दो विपरीत दिशाओं वाली पार्टियों रूपी नावों में सवार होने के इच्छुक दिखाई दिए


मुलायम सिंह ने अपनी बातों पर एक बार फिर जोर देते हुए कहा, ‘मैं फिर कह रहा हूं और इस सदन में कह रहा हूं कि बीजेपी अपनी नीति बदल रही.है|
राजनाथ सिंह ने मौके को लपकते हुए इसके जवाब में कहा कि हमारे और आपके बीच दूरी कहां है?अगली बार आप निश्चित तौर पर हमारे साथ होंगे.इससे पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने समाज वाद की प्रशंसा भी की थी|.
अगर मुलायम सिंह यादव के इस बयान पर गौर किया जाए तो आने वाले समय के राजनीतिक समीकरण का अनुमान लगाया जा सकता है सपा सुप्रीमो ने यह मान लिया है के कांग्रेस के बाद प्रदेश में अपनीसरकार और सी बी आई के डंडे से सवयम को बचाने के लिए एक सशक्त समर्थक बेहद जरुरी है|इसके अलावा प्रधान मंत्री की कुर्सी पर भी नज़र है ऐसे में भाजपा का विरोध कुछ हद तक कम किया ही जा सकता है|

प्रोमोशन में आरक्षण का संशोधन बिल राज्य सभा में पारित:मुलायम सिंह का विरोध तूती साबित हुआ

प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध कर रहे मट्ठी भर सपा सांसदों के विरोध स्वरुप शब्द नक्कार खाने में तूती हे साबित हुए और प्रोमोशन में आरक्षण का संशोधन बिल १० के मुकाबिले २०६ मतों से पारित हो गया अब इसे लोक सभा में पेश किया जाएगा| लेकिन इसके साथ प्रोमोशन में आरक्षण का विरोध करके जहां सपा ने बहुसंख्यकों को लुभाया है तो वहीं इसी मुद्दे पर राज्य सभा में पुर्व की तरफ बहस से वाक् आउट करने के बजाये बहस में हिस्सा लिया और संशोधन बिल पर बहस करते हुए मुसलमानों के लिए भी आरक्षण की मांग कर अपने पारंपरिक वोट बैंक को सांत्वना दी |लेकिन फेस सेविंग के लिए मतदान में भाग नहीं लिया मुलायम सिंह यादव की इस मुहीम में वेस्ट बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बेनर्जी , आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन किया है| |

Indian Parliament


सपा ने सोमवार को केंद्र सरकार से मुसलमानों को नौकरियों में आरक्षण देने के लिए विधेयक लाने की मांग की. सरकारी नौकरियों के आरक्षण में मुसलमानों को आरक्षण दिये जाने के सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की मांग का समर्थन करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग एवं अल्पसंख्यकों के हितों का ध्यान रखा जाना चाहिए। सपा का कहना था कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है. , सच्चर समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है और उन्हें नौकरियों में आरक्षण मिलना चाहिए.राज्यसभा में पार्टी के प्रमुख रामगोपाल यादव ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कहा, ‘सच्चर समिति के अध्ययन व रिपोर्ट में कहा गया था कि मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी खराब है. जब आप प्रोन्नति में आरक्षण देने के लिए संविधान में संशोधन कर रहे हैं तो धर्म-आधारित आरक्षण के लिए संविधान में संशोधन क्यों नहीं किया जा सकता.’सपा के इस मुद्दे पर हंगामे के चलते प्रश्नकाल को कुछ समय के लिए स्थगित करने के बाद पार्टी की ओर से यह मांग की गई. उन्होंने कहा, ‘एक संवैधानिक संशोधन विधेयक लाएं और मुसलमानों को नौकरियों में आरक्षण दें.|
मंत्री को बताना चाहिए कि सरकार इस तरह का विधेयक कब लाएगी |सपा के नरेश अग्रवाल ने पार्टी सांसदों से सभापति के आसन के नजदीक इकट्ठे होने के लिए कहा, जिसके बाद सदन को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया.|
आरक्षण के खिलाफ आंदोलनकारियों ने एक और हथियार चलाया है। इस बिल का विरोध करने वाले संगठन सर्वजन हिताय संघर्ष समिति ने राज्यसभा के सभी सांसदों को एक मेल भेज कर अपील की है कि वे देशहित में पार्टी व्हिप को नकार कर पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ वोट करें।
इधर, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी पदोन्नति में आरक्षण लागू करने के लिए संविधान संशोधन को गैरकानूनी करार दिया है और इसके खिलाफ मुहिम को समर्थन दिया है भाजपा के भूपेंद्र यादव ने मुलायम सिंह यादव के विरोध को राजनीती से प्रेरित बताया

ऍफ़ डी आई के भारतीय खुदरा व्यापार में आने से पहले ही वालमार्ट की १२५ करोड़ की लाबिंग आड़े आ गई:संसद स्थगित

अंग्रेज़ी में एक कहावत है कि चाय की

Indian Parliament

प्याली होटों तक लाते लाते कई अगर +मगर [ईफ एंड बट्स]आ सकते हैं वाल मार्ट के मुद्दे पर सरकार के साथ संसद में कुछ कुछ ऐसा ही हो रहा है| यदपि संसद में ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर सरकार ने जीत हासिल करके वाल मार्ट जैसे बहु राष्ट्रीय कम्पनी के भारतीय खुदरा व्यापार में प्रवेश पर मोहर लगा दी मगर वाल मार्ट द्वारा लोबिंग पर १२५ करोड़ खर्च करने के मुद्दे से सरकार को एक बार फिर कटघरे में खड़ा करने का प्रयास शुरू हो गया है| इस मुद्दे को लेकर सोमवार को संसद नहीं चली और आज भी दोनों सदन हंगामे की भेंट चड़ गए| आज भाजपा और वाम पंथियों के अलावा सरकार के कई सहयोगी दलों ने भी समयबद्ध जांच की मांग की और संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी | भाजपा ने जहाँ न्यायिक जाँच कि मांग की तो वाम पंथ और अन्य दलों ने जायंट पार्लिअमेंट कमेटी के द्वारा जांच कराये जाने पर जोर दिया| सी बी आई से जांच का विरोध किया गया |वहीं संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने कहा कि इसकी जांच करने के लिए कोई हिचक नहीं है कोई संकोच नहीं है|
वॉलमार्ट के मुद्दे पर लोकसभा में बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि वॉलमार्ट ने रिटेल लाने के लिए पैसे खर्च किए हैं, ये सिद्ध हो गया है। वो पैसे उन्होंने भारत में खर्च किए हैं। उन्होंने कहा कि किस चीज पर पैसे खर्च किए गए और किसको ये पैसे दिए गए, इसकी जांच होनी चाहिए। कौन है जो वॉलमार्ट का पैसा लेकर बैठा हुआ है इसकी ज्यूडीशियल जांच होनी चाहिए। इसके बाद शून्यकाल शुरू हो गया लेकिन हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले वॉलमार्ट लॉबिंग रिपोर्ट पर विपक्षी दलों द्वारा जमकर हंगामा किए जाने के कारण मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर 12 बजे तक लिए स्थगित कर दी गई। सुबह संसद में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक भी हुई।
लोकसभा में यशवंत सिन्हा और राज्यसभा में वेंकैया नायडू ने लॉबिंग मामले को उठाया। दोनों नेताओं ने इस संबध में सदन में नोटिस दिया। विपक्ष को आश्वस्त किया गया को वॉलमार्ट के मुद्दे पर उसे बोलने का मौका दिया जाएगा लेकिन हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही नहीं चल पाई और दोपहर 12 बजे तक के लिए सदन को स्थगित करना पड़ा।
वहीं राज्यसभा के उपसभापति ने हंगामे को देखते हुए कहा कि आजकल आलम ये है कि चेयर को असहाय होकर प्रश्नकाल की कार्यवाही में हर क्षण खड़े हो रहे व्यवधान देखना पड़ रहा है। समाजवादी पार्टी ने भी न्यायिक जांच की मांग की है। वहीं इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ी रही राष्ट्रीय जनता दल ने भी वॉलमार्ट पर लगे लॉबिंग के आरोपों की जेपीसी से जांच करवाए जाने की मांग की है। ऐ आई ऐ डी एम् के [जयललिता]ने भी भाजपा के साथ समय बद्ध जाँच की मांग उठाई|
उधर वाम पंथी सीता राम येचुरी ने भाजपा से दूरी बानाने का प्रयास करते हुए एक चैनल को यह बताया है कि वाल मार्ट के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा दोनों मिले हुए हैं| सरकार ने नियम १८४ के अंतर्गत ऍफ़ डी आई पर चर्चा करा कर भाजपा को ओब्लाईज़ किया है जिसके बदले में भाजपा सरकार को अन्दरखाने सपोर्ट कर रही है|

राज्य सभा में हंगामे से दुखी उपराष्ट्रपति ने क्वेश्चन आवर की व्यवस्था की समाप्ति पर सुझाव दिया: संसद स्थगित

संसद के दोनों सदन आज भी हंगामे के कारण स्थगित किये गए |लोक सभा एक घंटे और राज्यसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित की गई|लोक सभा में आज सुबह वालमार्ट द्वारा लाबिंग के लिए खर्च किये गए १२५ करोड़ की आड़ में भारत में घूस दिए जाने का आरोप लगा कर जांच की मांग की गई और विपक्ष ने सदन के वेळ में आ कर शोर शराबे से सदन को सर पर उठा लिया |लोक सभा स्पीकर मीरा कुमार ने बार बार इस प्रश्न के लिए क्वेश्चन आवर्स में समय देने का आश्वासन दिया मगर इस मुद्दे के हाथ लगने और वाम पंथियों के सहयोग से उत्साहित भाजपा ने वेळ से हटने से इंकार कर दिया तब बिना किसी बिजनेस के ही सदन को दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया|उधर राज्य सभा में भी बीते दिन की भांति ही क्वेश्चन आवर में हे शोरहुआ और दुखी मन से चेयर पर्सन हामिद अंसारी ने दुखी मन से कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने में असमर्थता जाहिर की और कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित किया और कहा के प्रति दिन क्वेश्चन आवर की बर्बादी के चलते यह मामला संसद की रूल कमेटी को देने के अलावा उनके पास कोई और दूसरा विकल्प नहीं बचा है |इसके लिए दो सुझाव भी उन्होंने सुझाए |

एक सुझाव था के क्वेश्चन आवर की व्यवस्था को ही समाप्त कर दिया जाए |

Indian Parliament

लालू प्रसाद यादव को लोक सभा से बी जे पी ने हूट आउट किया:संसद साड़े तीन बजे तक के लिए स्थगित

Indian Parliament


ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर लोक सभा में में जारी बहस के दौरान लगभग सवा तीन बजे जैसे ही सरकार को बाहर से समर्थ दे रहे आर जे डी के लालू प्रसाद यादव बोलने के लिए खड़े हुए तभी भाजपा के एक सदस्य ने कहा कि लालू प्रसाद यादव तो सत्ता पक्ष के हैं इस पर लालू प्रसाद ने भड़क कर भाजपा सदस्य को जम्हूरा कह कर चुप कराने का प्रयास किया इस एक शब्द[जम्हूरा]को अनपार्लियामेंट आचरण बता कर भाजपा के सदस्यों ने शोर मचा कर लालू प्रसाद को बोलने नहीं दिया |तब चेयर पर्सन ने इस शब्द को संसदीय कार्यवाही से निकालने के आदेश दे दिए |संसदीय मंत्री कमल नाथ ने भी भाजपा नेता और लालू प्रसाद यादव दोनों को संयम बरतने का आग्रह किया मगर लालू प्रसाद अपने शब्द जम्हूरा को असंसदीय मानने से इंकार करके इस शब्द के मायने खिलाड़ी बताते रहे|भाजपा के सदस्य भी शोर मचाते रहे लालू प्रसाद हार कर बिना बोले ही बैठ गए मगर सदन में शोर थमने का नाम नहीं ले रहा था इस पर व्यवस्था बनाने के लिए लोक सभा को सादे तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया |

बारहवें [पूर्व]प्रधान मंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल नहीं रहे :श्रधान्जली

पूर्व प्रधानमंत्री पुरुषार्थी+स्वतन्त्रता सेनानी इंद्र कुमार गुजराल का आज शुक्रवार दोपहर साड़े तीन बजे निधन हो गया। श्री गुजराल को 19 नवंबर को गुडगांव के मेडिसिटी मेदांता हास्पिटल में फेफड़े के संक्रमण के इलाज़ के लिए भर्ती कराया गया था। पिछले दो-तीन दिन से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। डॉ नरेश त्रेहान के नतृत्व में नौ डॉक्टरों की टीम उनकी देखभाल कर रही थी। अंतिम संस्कार कल शनिवार को दिल्ली में होगा। विभाजन के बाद पाकिस्तान से भारत आए श्री गुजराल भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे। इसे पूर्व 1950 के दशक में वे एनडीएमसी के अध्यक्ष बने और उसके बाद केंद्रीय मंत्री बने और फिर रूस में भारत के राजदूत भी रहे। जमोस न्यूज़.काम परिवार की एक विनम्र श्रधान्जली |

बारहवें [पूर्व]प्रधान मंत्री पुरुषार्थी इंद्र कुमार गुजराल


अच्छे पड़ोसी संबंध को बनाए रखने के लिए ‘गुजराल सिद्धांत’ [डाक्टराइन] का प्रवर्तन करने वाले गुजराल कांग्रेस छोड़कर 1980 के दशक में जनता दल में शामिल हो गए। वह 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय मोर्चा सरकार में [१]विदेशमंत्री बने। विदेशमंत्री के तौर पर इराकी आक्रमण के बाद वह कुवैत संकट के दुष्परिणामों से निपटे, जिसमें हजारों भारतीय विस्थापित हो गए थे।वह 1998 में पंजाब के जालंधर से लोकसभा में अकाली दल के सहयोग से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुने गए। उनकी सरकार का विवादास्पद निर्णय 1997 में उत्तर प्रदेश में [२]राष्ट्रपति शासन की अनुशंसा करना था। तत्कालीन राष्ट्रपति केआर नारायणन ने उस पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया और पुनर्विचार के लिए इसे सरकार के पास वापस भेज दिया। उनकी पत्नी शीला गुजराल कवयित्री और लेखिका थीं, जिनका निधन, 2011 में हो गया। उनके भाई सतीश गुजराल मशहूर पेंटर और वास्तुविद हैं उनके परिवार में दो बेटे हैं, जिनमें एक नरेश गुजराल राज्यसभा के सदस्य और अकाली दल के नेता हैं।
एचडी देवेगौड़ा की सरकार में गुजराल दूसरी बार विदेशमंत्री बने और बाद में जब कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया, तो 1997 में वह प्रधानमंत्री बने। लालू प्रसाद यादव, मुलायम सिंह और अन्य नेताओं सहित संयुक्त मोर्चे की सरकार में गंभीर मतभेद होने के बाद वह सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उभरे। यह अलग बात है कि उनकी सरकार कुछ महीने ही चली, क्योंकि राजीव गांधी की हत्या पर जैन आयोग की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस फिर असंतुष्ट हो गई।
लोकसभा में गुजराल के निधन की सूचना देते हुए गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री 93 वर्षीय इंद्र कुमार गुजराल का निधन साढ़े तीन बजे गुडगांव के मेदांता हास्पिटल में हुआ। गुजराल के निधन की खबर के बाद दोनों सदनों को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया गया।

निधन से पहले ही श्रधान्जली

झारखंड विधानसभा में आज पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल के निधन के पहले ही सदन में उन्हें श्रृद्धांजलि दे दी गई।
राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन कार्यवाही शुरू होने पर गुजराल के निधन के पहले ही विधानसभा में उन्हें श्रद्धांजलि दे दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
श्री गुजराल को म्रदुभाषी + कुशल राजनयिक+ महान दार्शनिक+सज्जन राजनितिज्ञ माना जाता रहा है। गुजराल को उनके सिद्धांतों के कारण जाना जाता है। उनक तर्क था कि भारत को अपने पड़ोसियों के साथ उदारता से व्यवहार करना चाहिए। गुजराल का जन्म चार दिसंबर 1919 को झेलम (अविभाजित पंजाब) में हुआ था। स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले गुजराल 1942 भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जेल भी जा चुके हैं।

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा

भारतीय जनता पार्टी + मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस ने आज शुक्रवार को भी लगातार एफडीआई के मुद्दे पर लोकसभा व राज्यसभा में हंगामाकिया।सदन में शोर शराबे और नारेबाजी के कारण एक बार के स्थगन के बाद अंतत: कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है|[शनिवार और रविवार को अवकाश] आज प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।

संसद का दूसरा दिन भी ऍफ़ ड़ी आई की गर्मी की भेंट चड़ा


अध्यक्षा मीरा कुमार ने सुबह ग्यारह बजे जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने की घोषणा की, तृणमूल कांग्रेस, मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी तथा वामपंथी दलों के सदस्यों ने एफडीआई के मुद्दे पर जबर्दस्त नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके कारण अध्यक्षा ने सदन की कार्यवाही बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भाजपा नियम १८४ और राज्यसभा में नियम १६८ के अंतर्गत चर्चा करवाने के मांग करती रही जबकि सरकार नियम १९३ के अंतर्गत ही चर्चा करवाने पर अड़ी रही |नियम १९३ के अंतर्गत मतदान नहीं होता |
कार्यवाही पुनः शुरू होने पर वही नजारा दिखाई दिया जिसके कारण सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी फ्रांसिस्को सरदीन्हा ने जरूरी कागजात सदन के पटल पर रखवाए। दूसरी तरफ लोकपाल पर सेलेक्ट कमेटी की रिपोर्ट भारी हंगामे के बीच राज्यसभा में पेश कर दी गई है।