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Tag: अरविन्द केजरीवाल के सलमान खुर्शीद से पञ्च सवाल

सलमान खुर्शीद ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में अपने विरोधी चैनल को ब्लैक मेलर और केजरीवाल को सड़क का आदमी बताया

केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने आज प्रेस कांफ्रेस बुलाई जिसमे सफाई देने के लिए उन्होंने तस्वीरों, अखबारों की कतरनों और लोगों[रंगी मिस्त्री] को अपनी प्रेस कांफ्रेंस में लाकर खुद पर लगे तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कैम्प नहीं होने के आरोपों के खारिज किया और स्टिंग करने वाले पत्रकारों को ब्लैक मेलर और अरविन्द केजरीवाल को रास्ते का आदमी कह कर अपनी खीझ भी उतारी| कई बार अपना सयम भी खोया और बीच बीच में पानी पीते रहेउनकी पत्नि श्रीमती लुइस और उनके सहयोगी उन्हें नियंत्रित करते देखे गए| लेकिन इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने अरविन्द केजरीवाल के आरोपों का जवाब यह कहते हुए देने से मना कर दिया कि रास्ते के आदमी का जवाब नहीं दूंगा| इसके बाद एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान जब उनसे अरविंद केजरीवाल को गंदी नाली का कीड़ा कहे जाने पर प्रश्न किया तो सलमान खुर्शीद ने जवाब दिया, ‘मैंने पूरे होश में केजरीवाल को गटर स्नाइप कहा था। ‘गटर स्नाइप’ कीड़े से भी ज्यादा खतरनाक होता है, यह नाली के सांप होते हैं।’

सलमान खुर्शीद ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में अपने विरोधी चैनल को ब्लैक मेलर और केजरीवाल को सड़क का आदमी बताया


अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर खुर्शीद पर निशाना साधा है. उन्‍होंने कहा कि वह खुर्शीद के खिलाफ सोमवार सुबह 11 बजे सबूत पेश करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि खुर्शीद देश को गुमराह कर रहे हें, वह इस्‍तीफा दें और गिरफ्तार किए जाएं.
केजरीवाल ने कहा कि खुर्शीद ने स्वयम फर्जीवाड़े की बात मानी है|, उनके पास अब कोई जवाब नहीं है. वह जांच करवाने की बात कर रहे हैं, लेकिन जांच हो चुकी है और उसमें अब सिर्फ लीलापोती होगी.
साथ ही केजरीवाल ने कहा कि यह पूरा मामला साल 2009 से लेकर मार्च 2010 का है, जबकि खुर्शीद ने जुलाई 2010 के डॉक्युमेंट्स और तस्वीरें पेश की हैं.वहीं खुर्शीद को जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आगामी चुनावों में एक विकलांग उम्मीदवार ही सलमान खुर्शीद को हरा देगा, अगर वो अभी इस्तीफा नहीं देंगे तो 2014 में जनता उनकी जमानत जब्त कर लेगी। .
अरविंद के मुताबिक उन्होंने अहम सवालों के जवाब नहीं दिए और इधर-उधर की बातें करके प्रेस कॉन्फ्रेंस से चलते बने।’देश को गुमराह कर रहे हैं खुर्शीद’
केजरीवाल ने अखिलेश सरकार की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि खुर्शीद के एनजीओ ने ग्रांट लेने के लिए पूर्व सरकारी अधिकारी राम राज सिंह के सिग्नेचर को लेकर गड़बड़ी की है। केजरीवाल ने कहा, ‘राम राज सिंह का कहना है कि उन्होंने खुर्शीद के एनजीओ के लिए कोई पेपर साइन नहीं किया। राम राज सिंह तो जनवरी में ही रिटायर हो गए हैं, फिर वह मार्च में कैसे साइन कर सकते हैं। इसका मतलब साफ है कि खुर्शीद के एनजीओ ने फर्जी सिग्नेचर किए हैं। ऊपर से मंत्री जी का यह कहना हैरान करता है, कि उन्हें ऐफिडेविट के बारे में कुछ नहीं मालूम|’ संसद मार्ग पर रविवार को दिनभर विरोध-प्रदर्शन हुआ। केजरीवाल ने दोपहर में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गत 12 जून को मामले की जांच कराई थी, जिसमें अधिकारियों के हस्ताक्षर फर्जी निकले हैं। अब फिर से जांच के नाम पर लीपापोती करने की कोशिश की जा रही है। इससे पता चलता है कि दोनों के बीच समझौता हो चुका है। खुर्शीद की प्रेस वार्ता के बाद केजरीवाल ने शाम को फिर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि कानून मंत्री ने मेरे पांच सवालों का जवाब देने से मना कर दिया। उन्होंने हर सवाल के जवाब में यही कहा कि मुझे नहीं पता, इसकी जांच करा लो। वह पूरे देश को गुमराह कर रहे हैं। खुर्शीद और उनकी पत्‍‌नी ने प्रेस वार्ता में कैंप लगाने से संबंधित जो फोटो दिखाई है, उसमें 17 जुलाई, 2010 की तारीख लिखी है, जबकि विकलांगों के फंड से सामान वितरण एक अप्रैल, 2009 से 31 मार्च, 2010 के बीच होना दर्शाया गया है।
ये हैं पांच सवाल
१]. क्या आप मानते हैं कि आपकी संस्था ने उत्तर प्रदेश के तत्कालीन विशेष सचिव रामराज सिंह का फर्जी पत्र दिखाकर अगले साल की ग्रांट लेने की कोशिश की थी?
[२]. क्या आप मानते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व सीडीओ जेबी सिंह का शपथ पत्र फर्जी है? अगर हां, तो आपने फर्जी शपथ पत्र क्यों लगाया?
[३]. अखिलेश यादव सरकार ने भारत सरकार को 12 जून, 2012 को एक पत्र लिखा, जिसमें कई अधिकारियों के फर्जी हस्ताक्षर होने की बात कही गई है। आपके मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार का यह पत्र सही है या फर्जी?
[4.] आपकी संस्था ने दावा किया है कि कैंप लगाकर सामान बांटा था। अखिलेश यादव सरकार की जांच के मुताबिक न तो कैंप लगे और न सामान बंटा। क्या आप 12 जून के उत्तर प्रदेश सरकार के इस पत्र में लिखी बातों से सहमत हैं?
[५]. आपकी संस्था के लाभार्थियों की सूची में ऐसे कई विकलांग हैं, जिनका कहना है कि उन्हें तो आपसे कोई सामान नहीं मिला, जबकि आपकी संस्था कहती है कि उन्हें सामान दिया गया। यदि उनमें से कुछ लाभार्थी सार्वजनिक तौर पर यह कहते हैं कि उन्हें सामान नहीं मिला, तो क्या आप कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देकर राजनीति से सन्यास ले लेंगे?
खुर्शीद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस सख्स को पेश किया, उसके बयान बदलने से साफ है कि कानून मंत्री अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके कुछ भी करा सकते हैं। जब तक सलमान खुर्शीद कानून मंत्री हैं, तब तक जांच निष्पक्ष रूप से हो ही नहीं सकती। अगर वह वाकई में जांच कराना चाहते हैं, तो पहले कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दें।’ गौरतलब है कि पेश किये गए रंगी मिस्त्री के कान में आज बिलकुल नई सफ़ेद मशीन लगी हुई थीअरविंद ने कहा है कि रंगी मिस्त्री के जवाब में सोमवार को कुछ और सबूत पेश करेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि साल 2014 के इलेक्शन में वह सलमान खुर्शीद के खिलाफ किसी विकलांग से ही चुनाव लड़वाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार जांच का सिर्फ दिखावा कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस और प्रधानमंत्री को भी इस मामले पर अपन रुख साफ करना चाहिए। केजरीवाल ने कहा, ‘आम और पीड़ित आदमी ही इस सरकार को सबक सिखाएगा।’