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Tag: इंदिरा गाँधी

कांग्रेस के चिंतन शिविर में से निकले वैमनस्य के गरल से कांग्रेस और भाजपा ने होली खेली

कांग्रेस के चिंतन शिविर में हुए मंथन में अमृत के साथ कई प्रकार का जहर भी निकला हैं| पावर या सत्ता का गरल तो राहुल गाँधी ने सहर्ष स्वीकार किया और बेहद भावुक होकर सबको साथ लेकर चलने का आश्वासन दिया |वैमनस्य के जहर को सुशील कुमार शिंदे ,दिग्विजय सिंह और मणि शंकर अय्यर सरीखे नेताओं ने ग्रहण करके तत्काल अपने विरोधी बीजेपी और आर एस एस पर उडेल दिया | प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह और यूं पी ऐ अध्यक्ष श्रीमति सोनिया गाँधी ने बड़े नपे सभ्य तुले शब्दों में विपक्ष की आलोचना की | बेशक वह विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में केंद्र सरकार की यौजनाओं को अपने नाम देने सम्बन्धी हीक्यों न हो|वरिष्ठ नेताओं के बाद राहुल गाँधी ने भी सुलझे नेता की भांति न केवल अपनी सरकार की आलोचना की वरन अपने पिता स्वर्गीय राजीव गांधी के शब्दों में १०० पैसे में ९९ पैसे जनता तक पहुँचाने का वायदा भी दोहराया |उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी दादी श्री मति इंदिरा गाँधी और पिता राजीव गांधीकी शहादत को देखा है उनके परिवार ने इस दुःख को सहा है \ अपनी माता श्री मति सोनिया गांधी को उद्दत करते हुए कहा कि सत्ता जहर के समान है क्योंकि कांग्रेस उनका परिवार है इसीलिए जहर को देश की सेवा के लिए ग्रहण किया है अब पैसा और सत्ता जनता तक पहुँचाना उनका उद्देश्य रहेगा|
केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ [आर एस एस]और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा पर अपने शिविरों में आतंकवादी प्रशिक्षण देने के आरोप लगाने में कोई देर नहीं लगाई दिग्विजय सिंह ने भी तत्काल शिंदे के आरोप का समर्थन कर दिया |
उधर बीजेपी प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी ने इस जहर का जवाब जहर से देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘गृहमंत्री के बयान में उनकी (कांग्रेस) विध्वंसकारी मानसिकता झलकती है. चिंतन शिविर में उन्होंने जो बयान दिया है वह बेहद आपत्तिजनक है. यह न केवल अस्वीकार्य है, बल्कि खतरनाक भी.’ उन्होंने कहा कि शिंदे के बयान का मकसद देश में शांति और समरसता को बाधित करना है.
संघ को एक ‘राष्ट्रवादी संगठन’ बताते हुए बीजेपी नेता ने कहा, ‘सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी और गृहमंत्री को भी माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा इसके गंभीर परिणाम होंगे. यह स्वीकार्य नहीं है. गृहमंत्री द्वारा इस प्रकार की बेबुनियादी बातें करना असली आतंकवादियों को क्लीन चिट देने जैसा है.’
बीजेपी प्रवक्ता ने यह भी कहा कि शिंदे के बयान से पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को ‘आक्सीजन’ मिल गयी है. उन्होंने कहा, ‘आपने भारत विरोधी आतंकवादी समूहों को भी मजबूती प्रदान की है.’
नकवी ने कहा, ‘कई बार मैं महसूस करता हूं कि कांग्रेस कायरों की जमात बन गयी है. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि देश में बार-बार आतंकवादी हमले हो रहे हैं, आतंकवादी यहां पनप रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी सैनिक हमारे जवानों के सर काट देते हैं और हमारे प्रधानमंत्री इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करने में इतना लंबा समय लेते हैं. हमारी सरकार इस प्रकार की घटनाओं पर कोई प्रतिक्रिया देने से पहले बार-बार सोचती है.
भाजपा के राज्यसभा में वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने राहुल गांधी की पदोन्नति को विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रको वंशवाद में बदलने का आरोप लगाया
अरुण जेटली ने यह भी कहा कि उनकी अपनी पार्टी के नेता का फैसला ‘जांचे-परखे’ आधार पर होगा. राहुल का नाम लिए बगैर राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपनी जयपुर चिंतन बैठक में महंगाई, कुशासन, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों का जवाब नहीं दिया जबकि इन समस्याओं को लेकर लोगों में गहरा असंतोष है.
शिंदे ने कहा था, ‘जांच के दौरान यह रिपोर्ट आई है कि बीजेपी और संघ आतंकवाद फैलाने के लिए आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर चला रहे हैं. समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद में बम लगाए जाते हैं और मालेगांव में भी बम विस्फोट होता है.’ बाद में संवादाताओं द्वारा घेरे जाने पर श्री शिंदे ने कहा, ‘यह भगवा आतंकवाद है जिसकी मैं बात करता हूं. यह वही चीज है और कुछ नया नहीं है. यह कई बार मीडिया में आ चुका है.’

आयरन लेडी इंदिरा गाँधी की 95वीं जयंती पर कृतघ्न राष्ट्र ने उन्हें याद किया

>मेरठ में भी कांग्रेसियों ने इंदिरा गाँधी को याद कियामगर कांग्रेसियों की संख्या कोई उत्साह जनक नहीं थी| संगठन और सरकार के बीच की दूरी को कम करने के लिए किये जा रहे राहुल गांधी के प्रयासों को अंगूठा दिखा रहा है|

पूर्व प्रधानमंत्री [अब स्वर्गीय]इंदिरा गांधी को उनकी 95वीं जयंती पर कृतघ्न राष्ट्र ने याद किया राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आदि ने दिवंगत नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। आज यमुना तट पर इंदिरा गांधी के समाधि शक्तिस्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की जा रही है|संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी, केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे और कमलनाथ आदि शक्तिस्थल गए एवं उन्होंने वहां पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुखर्जी, अंसारी और सोनिया ने तिरंगे गुब्बारे आसमान में छोड़े|
इंदिरा गांधी के पुराने रिकार्डेड भाषण के साथ ही देशभक्ति संगीत बजाया गया। प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। पढ़ाई में एक सामान्य दर्जे की छात्रा रही इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी को विश्व राजनीति में लौह-महि लाके रूप में जाना जाता है |उनका जन्म 19 नवंबर, 1917 को हुआ था देश की पहली महिला प्रधान मंत्री बनी और उन्होंने 16 वर्ष तक इस पद को सुशोभित किया | इंदिरा गांधी हमेशा अपने विरोधियों पर भारी रहीं | चौथे राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार नीलम संजीव रेड्डी की जगह वीवी गिरि को जिताकर उन्होंने इसे और पुख्ता किया था। इंदिरा गांधी के खाते में ‘दुर्गा’, ‘लौहमहिला’, ‘भारत की साम्राज्ञी’ और न जाने कितने टाईटल दर्ज़ हैं|, यह ऐसी नेता की ओर इशारा करते थे, जो आज्ञा का पालन करवाने और डंडे के जोर पर शासन करने की क्षमता भी रखती थी।
उनके शासनकाल में कई उतार-चढ़ाव आए। वर्ष 1975 में आपातकाल लागू करने के फैसले को लेकर इंदिरा को भारी विरोध-प्रदर्शन और तीखी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थीं। इंदिरा गांधी ने खुद ही आपातकाल खत्म कर आम चुनाव करवाया। हालांकि कांग्रेस को वर्ष 1977 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा| वर्ष 1980 में उन्होंने भारी बहुमत से वापसी की। फिर वर्ष 1983 में उन्होंने नई दिल्ली में निर्गुट सम्मेलन और उसी साल नवंबर में राष्ट्रमंडल राष्ट्राध्यक्षों के सम्मेलन का आयोजन किया। इनसे भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि सशक्त हुई।
कहा जाता है कि अंतरिक्ष, परमाणु विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान में भारत की आज जैसी स्थिति की कल्पना इंदिरा गांधी के बगैर नहीं की जा सकती थी।
प्रत्येक व्यक्तित्व की अगर सराहना होती है तो उसकी आलोचना भी होती है और इंदिरा गाँधी इसका अपवाद नहीं थी |जहां आज उनकी पूजा करने वाले हैं तो उनकी इमरजेंसी के दंश से पीड़ित भी हैं|।

आयरन लेडी इंदिरा गाँधी की 95वीं जयंती पर कृतघ्न राष्ट्र ने उन्हें याद किया

आयरन लेडी इंदिरा गाँधी की 95वीं जयंती पर कृतघ्न राष्ट्र ने उन्हें याद किया