दो पायलेटों की पहले मैं पहले की तकरार में स्पाईस जेट के दो प्लेन हवा में ही आपस में टकराने से बाल बाल बचे| दोनों प्लेन में सवार लगभग २०० यात्रियों की जान से यह खिलवाड़ इंदौर के एयरपोर्ट पर हुआ| आरोप है कि दोनों पायलट हवा में ही एक दूसरे सिर्फ इसलिए भिड़ गए क्योंकि वो पहले लैंडिंग करना चाहते थे। इस झगड़े के दौरान विमान आपस में टकराने से बच गए। ये दोनों विमान एक ही कम्पनी स्पाईस जेट के बताये गए हैं| बताया जा रहा है की दोनों को एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) ने एक साथ लैंडिंग की अनुमति दे दी थी। ऐसे में दोनों विमान पांच मिनट के अंतराल पर वहां उतरे। पहले लैंड कराने वाले विमान के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल इंदौर को उसी समय आपत्ति दर्ज करवा दी कि एटीसी अधिकारे हमेशा की तरह इसे भी सामान्य घटना बता रहे हैं।
बुधवार रात साढ़े आठ बजे भोपाल से आने वाला स्पाइस जेट का विमान एटीसी से लैंडिंग की अनुमति मिलने पर लैंडिंग की तैयारी में था। उसी समय इसी कंपनी का एक और विमान आसमान में दिखाई दिया जो दिल्ली से आया। यह पांच हजार फीट की ऊंचाई पर था। उसे भी उतरने की अनुमति दे दी गई। इस पर उक्त विमान ने भी सर्कल लेना (गोल घेरा) शुरू कर दिया। यह देख पहले विमान का पायलट घबरा गया। गुरुवार को पायलट ने दिल्ली में शिकायत दर्ज करवाई।
इंदौर एयरपोर्ट पर पहले लैंडिंग को लेकर जब दोनों पायलट झगड़ रहे थे तब उनके विमान करीब 3700 फीट की दूरी पर थे। इस दौरान उनके विमान टकराने वाले ही थे कि दोनों ने अपने अपने विमान को उलटी दिशा में मोड़ लिया।
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पहले में पहले में की तकरार में स्पाईस जेट के २०० यात्रियों की जान जोखिम में डाली
एयर ट्रेफिक कण्ट्रोल व्यवस्था का भी ओवर हालिंग किया जाना जरूरी हो गया है
रोड ट्रैफिक की तरह लगता है कि एयर ट्रैफिक में भी अब समस्याएं आने लग गई हैं| अब एयर ट्रेवलर्स की जान भी दावं पर लगाई जा रही है| यह तो गनीमत है कि हादसे अभी तक अपने आप टल रहे हैं|दिल्ली के इंदिरा गाँधी इंटर नेशनल एयर पोर्ट पर चार प्लेन टकराने से बचे तो लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर लैंडिंग करते समय एक प्लेन के सामने एक हेलीकाप्टर आ गया |दिल्ली के हादसे को छोटा मोटा बता कर इसकी जांच कि भी जरुरत नहीं समझी गई अब देखना है कि लखनऊ के हादसे की जांच होगी के नहीं अगर होगी तो कब तक पूर्ण होगी
वरना तो वोह दिन दूर नहीं जब एयर प्लेन हवा में भी आपस में टकराने लगेंगे | ये दोनों एयर पोर्ट्स देश के दो प्रधान मंत्रियों को समर्पित हैं|इनमे से एक प्रधान मंत्री वर्तमान विमानन मंत्रालय के मंत्री हैं|
प्राप्त जानकारी के अनुसार चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे पर सोमवार शाम को एक हेलीकाप्टर लैडिंग के दौरान इंडिगो एयरलाइंस के जहाज के सामने आ गया।
पता चला है कि पड़ताल की जा रही है कि हेलीकाप्टर के होने के बावजूद विमान लैडिंग के लिए रनवे के करीब कैसे पहुंचा| मुंबई से लखनऊ आने वाली इंडिगो एयरलाइंस की उड़ान संख्या 342 में क्रू सदस्यों के अलावा 180 यात्री सवार थे।
इससे पूर्व इंदिरा गाधी एयरपोर्ट पर करीब सात बजे एक बड़ा हादसा होते-होते उस समय टल गया, जब चार विमान आपस में टकराते-टकराते बचे।
एक निजी विमान रन-वे 28 पर खड़ा था। एटीसी ने उसे निर्देश दिया कि वह रन-वे-28 को खाली करे। क्योंकि उस रन-वे से कुछ ही समय में जेट एयरवेज की दिल्ली-दोहा (दुबई) फ्लाईट उड़ान भरने वाली थी। इसके अलावा इसी रन-वे पर जेट एयरवेज की दूसरी फ्लाईट चेन्नई से आ रही थी। इसी दौरान चेन्नई से एक निजी विमान लैंड कर गया। वह टर्मिनल तीन से टर्मिनल एक क्रास करते हुए इस रन-वे पर आ गया। एटीसी ने जब यह दृश्य देखा तो उनके होश उड़ गए। एटीसी ने तत्काल सूझबूझ का परिचय देते हुए पहले दोहा के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार जेट एयरवेज के विमान को उड़ान रोकने का निर्देश दिया। इस विमान में करीब दो सौ यात्री थे। इसके बाद चेन्नई से आ रहे विमान को रनवे पर उतरने से मना किया गया। तब जाकर एक बड़ा हादसा होने से टला और अधिकारियों ने राहत की सास ली
एयर ट्रेफिक कण्ट्रोल (ATC) की सर्विस ग्राउंड -बेस्ड कंट्रोलर्स द्वारा प्रोवाइड कराई जाती है|इनके दिशा निर्देश पर ही एयर क्राफ्ट्स का मूवमेंट होता है|अर्थार्त हवाई जहाज़ों का आपस में टकराव रोकने के लिए यह व्यवस्था की गई है| लेकिन हादसों की संख्या में बढोत्तरी को देख कर लगता है की इस व्यवस्था का भी ओवर हालिंग किया जाना जरूरी है|
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