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भाजपा ने कैग की रिपोर्ट को आधार बना कर केंद्र की कृषि ऋण माफी योजना की जाँच की मांग उठाई

किसानों की कर्ज माफी में भी अब घोटाले के आरोप लगने लगे हैं|यह आरोप किसी स्वयम सेवी संस्था ने नहीं वरन नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) द्वारा लगाये गए है और इन आरोपों को भाजपा ने मुद्दा बनाया है|भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से इस घोटाले की जांच कराने की मांग की है|
राजधानी भोपाल के जम्बूरी मैदान में ३ फरवरी रविवार को आयोजित किसान महापंचायत में कैग की रिपोर्ट के हवाले से प्रमुख विपक्षी दल के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के 60 हजार करोड़ के कर्ज माफ किए थे| इस माफी में हुए घोटाले को सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है|यह आरोप लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष ने केन्द्र सरकार की कृषि ऋण माफी एवं राहत योजना में भारी घोटाले का आरोप लगाया और मांग की है कि इस रिपोर्ट को संसद के पटल पर रखा जाए तथा इसकी सीबीआई से जांच कराई जाय | उन्होंने अपने आरोप को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सीएजी की रपट से पता चलता है कि वास्तविक किसानों को कर्ज मिला ही नहीं है|:श्री सिंह ने केंद्र के दावे को चैलेन्ज करते हुए कहा कि इस योजना का साढ़े तीन करोड़ किसानों को लाभ मिला है। लेकिन कैग ने जब लगभग 90 लाख किसानों के खातों की जांच की, तो अधिकांश ऐसे थे, जिन्हें इसका लाभ नहीं मिला। जाहिर है कि इस योजना में भारी घोटाला किया गया है।

अरविन्द केजरीवाल ने गुजरात गैस कूओं के घोटाले में कांग्रेस और भाजपा दोनों को हिस्से दार बताया

Arvind Kejriwal Aam Aadmi party [AAP]


संसद में आज मंगलवार को ऍफ़ डी आई पर भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे को निशाना बना रहेथे तब संसद के बाहर एक प्रेस कांफ्रेंस में अरविन्द केजरीवाल ने गुजरात गैस कूओं के घोटाले में कांग्रेस और भाजपा दोनों को हिस्से दार बताया |
आम आदमी पार्टी [आप] के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अब गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कुछ कंपनियों को फायदा पहुंचाने के मामले का आज मंगलवार को रहस्योद्घाटन किया है। श्री केजरीवाल के मुताबिक मोदी ने कांग्रेस की एक सांसद शोभना भरतिया के पति श्याम सुन्दर भरतिया की कंपनी को भी दस हजार करोड़ रुपये मूल्य वाला गैस का कुआं मुफ्त में दिया है। साथ ही राज्य में विपक्षियों को और भी फायदे पहुंचाए गए हैं। इसलिए वे मोदी के भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी तरह चुप हैं।
केजरीवाल ने दस्तावेज पेश करते हुए कहा कि गुजरात की सरकारी कंपनी ‘गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम’ [जीसपीसी] ने केजी बेसिन में अपने गैस ब्लॉक की दस-दस फीसद हिस्सेदारी दो कंपनियों ‘जियो [१]ग्लोबल’ और ‘जुबिलेंट एनप्रो’ को मुफ्त में दे दी। इसके लिए बोली तक नहीं लगाई गई। सरकार ने दावा किया कि कंपनियां उन्हें तकनीकी सहयोग देंगी। उसी केजी बेसिन में मुकेश अंबानी की कंपनी भी तेल निकाल रही है। उसने भी ब्रिटिश पेट्रोलियम से इसी तरह का समझौता कर उसे 30 फीसद हिस्सा दिया है। बदले में उसने 35 हजार करोड़ रुपये भी लिए हैं, जबकि राज्य सरकार ने यह सब मुफ्त में दे दिया।
जुबिलेंट कंपनी कांग्रेस सांसद के पति श्याम सुंदर भरतिया की है। प्रशांत भूषण ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा मिलकर गुजरात को लूट रही हैं। जब कैग [नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक] ने इस मामले की जांच शुरू की तो मोदी ने वर्ष 2010 में केंद्र को पत्र लिखकर समझौते को रद करने की इजाजत मांगी, लेकिन तब से केंद्र ने इसकी इजाजत नहीं दी है।
[२]गुजरात की मोदी सरकार ने अडानी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए 2.35 और 2.89 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीदी, जबकि सरकारी कंपनी 2.25 रुपये प्रति इकाई बिजली मुहैया कराने को तैयार थी। [३]वायु सेना ने जगह मांगी तो मोदी सरकार ने 8,800 रुपये वर्ग मीटर की दर से कीमत मांगी, लेकिन अदानी को एक रुपये से 32 रुपये की दर से 14,306 एकड़ दे दी। केजरीवाल ने बताया कि संबंधित कागजात उन्हें निलंबित आइपीएस संजीव भंट्ट ने दिए हैं। भट्ट की पत्नी मोदी के खिलाफ कांग्रेस के टिकट पर लड़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि जब जियो ग्लोबल का मामला हाई कोर्ट में उठा, तो जजों को फायदा पहुंचाकर मामला दबा दिया गया।
गौरतलब है कि बेटे दिन ही केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने गुजरात की मोदी सरकार पर इन्ही कूओं के एलोटमेंट में घोटाले का आरोप लगाते हुए प्रश्न उठाये थे|इसके लिए उन्होंने तहलका पत्रिका में प्रकाशित एक समाचार को आधार बनाया गया था|