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Tag: गुरु नानक प्रगोत्सव

सतगुरु नानक देव जी के प्रगटोत्सव पर सबको लख लख वधाईयां

नानका तेरे नां दी चड़ी रहे दिन रेन
सतगुरु नानक देव जी के प्रगटोत्सव पर सबको लख लख वधाईयां
जैसे जल में कमल निरालम , मुर्गाई नैसाणे ।
सुरत शब्द भाव सागर तरिये नानक नाम वखाणे ।

सतगुरु नानक देव जी के प्रगटोत्सव पर सबको लख लख वधाईयां

भाव : जैसे कमल का फूल पानी में रहता है , मगर निर्लेप रहता है , जैसे मुर्गाबी पानी में रहती है , पर जब चाहती है सूखे परों से उड़ जाती है इसी तरह हमें भी अपने तमाम फर्ज तो अदा करने हैं मगर हमारी सुरत , हमारी लिव वाहेगुरु से लगी रहनी चाहिए , परमात्मा से लगी रहनी चाहिए ।
गुरुवाणी
प्रस्तुति राकेश खुराना