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Tag: जसपाल भट्टी

एयर इंडिया की धज्जियाँ छुपाने के लिए रैपर सिंगर पायलट की धज्जियां उडानी जरुरी हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला

एविएशन सेक्टर का दुखी कर्मी

ओये झाल्लेया ये कया हो रहा है ?ओये हसाड़े नाल [साथ] ही ये जुल्म क्यों कर हो रहा है?? ओये हमने किस की खोती[गदधी] को छेड़ा है या किसकी तली[हथेली]पर हींग रख दी है ???ओये जब देखो जिसे देखो हसाड़े ग्राउंड स्टाफ से लेकर पायलटों को निशान बनाया जा रहा है| एन डी एल आर + इंडिगो +किंग फ़िशर एयर लाइन्स के साथ ही एयर इंडिया वाले भी हमारे जुबान और पेट पर लात मारने को उतारू हो रहे हैं |भाई एक बेचारे निराश पायलट ने एयर इंडिया की अव्यवस्थाओं पर गंग्नम स्टाईल में व्यंग करते हुए विडियो यू ट्यूब पर अपलोड क्या कर दिया कि सारे उसके पीछे ही पड़ गए | फ्लईट्स केंसिल हो रही हैं +तनख्वाहें नहीं मिल रही +हड़ताली पायलट्स की ऐसी की तैसी हो रही है+उधारी वसूली नहीं जा रही इन अव्यवस्थाओं को दूर करने के बजाय उस बेचारे २८ साल के युवा होनहार पायलट का कैरियर ही तबाह करने पर तुल गए हैं| उसने दबाब में माफ़ी भी मांग ली है मगर अभी तक कंपनी वालों की भवें सीधी नहीं हुई हैं|

झल्ला

ओ भोले साहब जी बेशक एयर इंडिया में सब कुछ ठीक नहीं है|ड्रीम लाइनर के ड्रीम्स मुंगेरी के सपने साबित हो रहे हैं+बेशक स्टाफ को तनख्वाह समय पर नहीं मिल रही + बेशक ऊपर वाले कम्पनी का बड़ा गर्क कर रहे हैं लेकिन इन सबके बावजूद आप जी के ये पायलट साहब ना तो जसपाल भट्टी या झल्ला हैं जो लोग इनकी बातों पर हँसेगे+ना ही ये साउथ वेस्ट एयर लाइन्स के फ्लाईट सहायक डेविड होल्म्स ही है जिन की ताल पर यात्री तालियाँ बजा कर संगत देंगे+ ये महाशय सबसे ताज़ा ताज़ा जस्टिस मार्कंडेय काटजू के आस पास भी नहीं हैकि अभिव्यक्ति के इनके अधिकारों कि रक्षा में पूरी सरकार इनके समर्थन में आ जायेगी| भाई पायलट साहब ने सीधे सीधे वर्दी पहन कर अपनी वेतन दाई एयर इंडिया की धज्जियां उधेड़ी हैं अब अपनी इन धज्जियों को छोटा साबित करने के लिए पायलट साहब की धज्जियों को उड़ाना भी तो जरुरी है|

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जसपाल भट्टी मेरे द्रोणाचार्य थे

सटीक+ मर्यादित व्यंगों के माध्यम से विसंगतियों के विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले जसपाल भट्टी के आकस्मिक निधन से हास्य और व्यंग की दुनिया से जुड़े लोगों को गहरा आघात लगा है|में भी उनमे से एक हूँ|में उन्हें द्रोणाचार्य मानकर एकलव्य बन कर उनसे दूर रह कर उनके स्टाईल में लिखने का प्रयास करता रहा हूँ|

जसपाल भट्टी मेरठ में एक फेशन शो में मुख्य अथिति के रूप में व्यंगों की बौछार करते हुए

जालंधर में पोस्टिंग के दौरान आठवें दशक के मध्य में मुझे दूरदर्शन पर भट्टी जी का उल्टा पुल्टा कार्यक्रम देखने का अवसर मिला |जिसे देख कर और लोगों की तरह में भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाया | उस समय जालंधर दूरदर्शन पर कोई विशेष कार्यक्रम नहीं आते थे इसीलिए यह उलटा पुल्टा कार्यक्रम आभाव के रेगिस्तान में मनोरंजन का एक झरना लगता था| शायद इसीलिए इसे एक बार देखा तो हमेशा इस कार्यक्रम की इंतेज़ार रहने लगी| विषय की गहरी सोच+उसमे विसंगती तलाश कर +उसे व्यंग के माध्यम से प्रस्तुत करके विषय में हास्य पैदा करने के उनकी अनूठी कला थी इसका में आज भी कायल हूँ| मेरठ आ कर मैंने लिखना जारी रखा मगर मैंने भी भट्टी जी की तरह विसंगतियों को विषय बनाया और उनमे व्यंग का पुट देना शुरू कर दिया|मेरे व्यंग को नाम दिया गया| हिंदी में लिखे इस व्यंग में पंजाबी तड़का लग ही जाता था इस कालम को नाम दिया गया झल्ले दी गल्लां \यह लोक प्रिय हुआ | लगभग २० साल पहले भट्टी जी एक फेशन शो में मुख्य अथिति के रूप में मेरठ आये \उस समय में यह सोच कर हैरान था कि भट्टी जी जैसी शख्सियत का फेशन शो में क्या काम मगर यहाँ भी उन्होंने अपना स्टाईल दिखा कर सबका भरपूर मनोरंजन किया|यूं तो उन्होंने अपने मुख्य अथिति के भाषण में अपने तमाम सीरियलों के नामो को जोड़ा मगर आदतन एक डायलाग भी बोल गए ” लगता है कि अब गली मोहल्लों और गावों में भी फेशन शो हुआ करेंगे” दरअसल उस समय फेशन शो बड़े शहरों में ही हुआ करते थे मेरठ जैसा[ उस समय] छोटा शहर फेशन शो के आयोजकों को आकर्षित करने में सक्षम नहीं था|ऐसे में भट्टी जी को भी आश्चर्य हुआ होगा कि मेरठ में फेशन टेक्नालोजी का स्कूल चलाने वाली श्रीमती मालिक ने इतना बड़ा फेशन शो कैसे आयोजित कर डाला सो उन्होंने फेशन शो की बड़ती लोक प्रियता को निशाना बना ही दिया|

कामेडियन जसपाल भट्टी की अकाल पुरुख ने पावर कर दी कट : सड़क दुर्घटना में निधन

मशहूर कामेडियन जसपाल भट्टी की अकाल पुरुख ने पावर कट कर दी है|एक सड़क दुर्घटना में इनका निधन हो गया है|: हास्य व्यंग के माध्यम से समाज में फ़ैली विसंगतियों को हाई लाईट करने में निपुर्ण मशहूर कॉमेडियन जसपाल भट्टी की एक सड़क हादसे में मौत हो गई है.| हादसा जालंधर के पास शाहकोट में हुआ जहां उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई. भट्टी 57 वर्ष के थे. हादसा गुरुवार तड़के करीब तीन बजे हुआ। भट्टी अपनी पंजाबी फिल्म ‘पावर कट’ के प्रमोशन से लौट रहे थे, तभी उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस पोकर+व्हिसल ब्लोअर की अकाल मृत्यु से देश और समाज को भारी हानि हुई है|जमोस न्यूज परिवार उन्हें श्रधान्जली अर्पित करता है| इस हादसे में जसपाल भट्टी के बेटे जसराज, फिल्म की हिरोइन और पीआरओ नवीन जोशी घायल हो गए। भट्टी का पार्थिव शरीर पास के ही एक अस्पताल में रखा गया है, जबकि उनके बेटे और ऐक्ट्रेस का इलाज चल रहा है।

परिचय

अमृतसर में 3 मार्च 1955 को हुआ था। आठवें दशक में दूरदर्शन पर आने वाले टीवी धारावाहिक ‘उल्टा पुल्टा’ से इनकी पहचान बनी थी। इसके अलावा ‘फ्लॉप शो’ में शानदार अभिनय के बाद बॉलीवुड में उनकी अच्छी खासी पहचान बनी थी। उन्होंने कुल 24 फिल्मों में अभिनय के जादू बिखेरा | इसमें एक फिल्म ‘पावर कट’ 26 अक्टूबर को ही रिलीज होनी है। वे इसी फिल्म के प्रमोशन के लिए जालंधर जा रहे थे।’कुछ ना कहो’,+ ‘तुझे मेरी कसम’+, ‘जानी दुश्मन’,+ ‘कोई मेरे दिल से पूछे’,+ ‘शक्ति : द पावर’,+ ‘ये है जलवा’, +’ इकबाल+हमारा दिल आपके पास है’,+ ‘कारतूस’,+ ‘आ अब लौट चलें’+, ‘जानम समझा करो’+ ‘फ़ना’,+ ‘कुछ मीठा हो जाए+खौफ +काला साम्राज्य ‘में भी उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई थी\नोंसेंस क्लब और उसके तत्वधान में नुक्कड़ नाटकों से बेहद प्रसिद्धि मिली|मर्यादित व्यंगों के वोह लोग भी कायल थे जिन पर व्यंग किया गया|

मशहूर कामेडियन जसपाल भट्टी की पावर कट : सड़क दुर्घटना में निधन

नई फिल्म पावर कट

बिजली संकट जैसे अहम मुद्दे को लेकर बनाई फिल्म ‘पावर कट’ 26 अक्टूबर को देश-विदेश में रिलीज होनीथी अमग्र अब इस दुर्घटना के कारण इसमें कुछ विलम्भ हो सकता है|
, इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में हीरो का नाम करंट है, जबकि हीरोइन का नाम बिजली रखा गया है। फिल्म में बिजली विभाग की उपभोक्ताओं के प्रति रवैया दिखाया गया है, जैसे कि गांव का सरपंच बिजली के कनेक्शन के लिए मारामारा फिरता दिखाया गया है। फिल्म से पावरकॉम को उल्टे झटके लगेंगे, ताकि वह लोगों के मर्म को समझें। श्री भट्टी के पिता चीफ इंजीनियर रहे, वहीं खुद भी उन्होंने बिजली बोर्ड में काम किया, इसलिए वह विभाग की कार्यप्रणाली से पूरी तरह वाकिफ थे । श्री भट्टी ने एक बार कहा कि चार-पांच सालों से हर साल बिजली सरप्लस होने का भरोसा ही मिला है। ऐसे बदतर हालात पंजाब ही नहीं, हरियाणा, यूपी व बिहार में भी हैं। इससे ज्यादा बिजली विभाग की किरकिरी और क्या होगी कि विगत दिवस पूरे भारत में दुनिया का पहला पावर कट लगा। इससे ही फिल्म के तेवर समझे जा सकते हैं|
फिल्म की कहानी लिखने के अलावा इसका निर्देशन भी जसपाल भट्टी ने किया है। संगीत निर्देशक गुरमीत सिंह ने तैयार किया है, जबकि मीका, सुनिधि चौहान, मास्टर सलीम व हुसैनपुरी ने गीतों को आवाज दी है। फिल्म के सिनमैटोग्राफर राजू हैं, जोकि दिल वाले दुलहनिया ले जाएंगे, डर, लम्हे, मां तुझे सलाम जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं।
हास्य कलाकार जसविंदर भट्टी फिल्म में भंडों के रूप में दिखाई देंगे, जबकि उनका बेटा जसराज भट्टी फिल्म के मुख्य कलाकार हैं, उनके साथ सुरीली गौतम बिजली के रूप में दिखेंगी। .