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Tag: डाक्टर मन मोहन सिंह

दिग्विजय सिंह सत्ता के दूसरे वैकल्पिक केंद्र के साथ भाग्य आजमा रहे हैं तो इसमें एतराज क्या है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक दुखी कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये हसाड़े राजा दिग्विजय सिंह को कौन सा कीड़ा काट गया ?ओये अच्छे खासे भाजपाइयों को निशाना बनाते बनाते अब अपनी कांग्रेस को ही ले बैठे |राजा जी कह रहे हैं कि सरकार में एक नहीं सत्ता के दो केन्द्र हैं |[१] यूं पी ऐ अध्यक्षा[२]पी एम्
और यहीं नही रुक रहे |कह रहे हैं कि यह व्यवस्था ठीक नहीं है सत्ता का एक मात्र केंद्र प्रधान मंत्री ही होना चाहिए|अब राजा जी के इस फरमान को भाजपाई चुनावी मुद्दा बनाने के धमकी देने लगे हैं| भई एक बात बताओ हसाडी अध्यक्षा श्रीमती सोनिया जी ने ही तो डाक्टर मन मोहन सिंह को पी एम् बनाया है ऐसे में कैसे पी एम् से कम रह सकती हैं|पी एम् से ऊपर नहीं तो बराबर रहना तो बनता ही है|

दिग्विजय सिंह सत्ता के दूसरे वैकल्पिक केंद्र के साथ भाग्य आजमा रहे हैं तो इसमें एतराज क्या है

दिग्विजय सिंह सत्ता के दूसरे वैकल्पिक केंद्र के साथ भाग्य आजमा रहे हैं तो इसमें एतराज क्या है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी ये तो आप भी मानोगे कि आपके राजा जी ने अपने बयानों से आपकी सत्ता के कन्द्रों को संभाले रखा है |लेकिन दुर्भाग्य से इन्हें संभालने के लिए कोई आगे नहीं आया|वैसे तो इतिहास गवाह है जब किसी को भी बेरोकटोक काटने की आदत पड़ जाती हैऔर काटने के लिए उसे कोई नहीं मिलता तब वोह अपने को ही काटने लगता है|
इन्होने एक केंद्र को संभालने के लिए उस केंद्र के महत्वपूर्ण केंद्र राहुल गाँधी को पी एम् बनाने के लिए पार्टी में बज रहे बैंड में अपने ट्रम्पेट को शामिल किया तो आपलोग भड़क गए|ऐसे में झल्लेविचरानुसार सत्ता के दूसरे वैकल्पिक केंद्र के साथ भाग्य आजमाने में क्या हर्ज़ है?

भारतीय सेना ने भी गैंगरेप पीड़िता के गम में नए साल के सभी पारंपरिक उत्सव मनाने को मना किया

२३ वर्षीय

Army and congress Will Not celebrate new year

की मृत्यु के गम में डूबे देश के साथ भारतीय सेना ने अपने आप को जोड़ते हुए अपनी इकाईयों को नए साल के सभी पारंपरिक उत्सव मनाने को मना कर दिया है| सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह अपनी पत्नी बब्बल सिंह के साथ सेना अस्पताल में मरीजों की सेवा करके नया साल मनाएंगे| इससे पूर्व प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह और सत्तारुड यूं पी ऐ अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी ने भी पीडिता के गम में शामिल होकर कांग्रेस के १२७वे स्थापना दिवस के अवसर पर ही नए साल की बधाईयाँ लेने और देने की औपचारिकता निभाने से मना कर चुके हैं|अब पुनः कांग्रेस सचिव जनार्दन द्विवेदी ने अपनी अध्यक्षा के आदेश को पुनः दोहराया है|
चलती चार्टर्ड स्कूल बस में हुए २३ वर्षीय गैंगरेप पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी आज सोमवार को भी अपनी मुहिम पर डटे हुए हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर भीषण ठंड के बावजूद यहां लोग डटे हुए हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से आए प्रदर्शनकारी सिर्फ और सिर्फ इंसाफ की मांग कर रहे हैं। पीड़ित लड़की की मौत पर संवेदना तो व्यक्त की ही जा रही है, साथ ही नेताओं को जाग जाने की चेतावनी भी दी जा रही है

बलात्कारियों के समूह की दरिंदगी का शिकार हुई २३ साल की पीडिता ने जीने की इच्छा लिए सिंगापुर में आज अंतिम सांस ली

दरिंदगी का शिकार हुई गंभीर रूप से घायल २३ साल की पीडिता ने जीने की इच्छा लिए आज अंतिम सांस ली | सिंगापूर स्थित माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के सीईओ डॉ केविन लोह ने यह दुखद घोषणा करते हुए कहा कि अत्यंत दुख हो रहा है कि मरीज का 29 दिसंबर, 2012 की सुबह चार बजकर 45 मिनट पर (भारतीय समयानुसार 2:15) निधन हो गया |27 दिसंबर को सुबह जब गैंगरेप पीड़ित को इलाज के लिए सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था, तो पीड़ित के घरवालों के साथ-साथ लोगों में उम्मीद जगी थी. सभी को यही उम्मीद थी कि सिंगापुर से नई जिंदगी के साथ लौटेगी भारत की बेटी लेकिन बीती रात भारतीय समय के मुताबिक करीब सवा 2 बजे सिंगापुर से जो यह दुखद खबर आई, उसने सभी को हिला कर रख दिया.| लड़की के शव को शनिवार दोपहर विशेष विमान से बाद भारत लाया जाएगा.|दिल्ली में विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दे दिए गए हैं| राजधानी दिल्‍ली में सुरक्षा-व्‍यवस्‍था और कड़ी कर दी गई है. पुलिस जनाक्रोश थामने की कोशिशों में जुट गई है. दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया है कि आम जनता के लिए इंडिया गेट की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा राजपथ और विजय चौक की ओर जाने वाले रास्तों को भी लोगों के लिए बंद कर दिया गया है दस मेट्रो बंद कर दी गई हैं|
.इस पर प्रतिक्रियाएं आनी प्रारम्भ हो गई है|

: प्रधानमंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह

इस गंभीर घटना से देश के आम व खास, सभी लोग बेहद आहत हैं. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस दुखद घटना के बारे में कहा कि वे इससे बेहद आहत हैं. उन्‍होंने कहा, ‘इस दुख की घड़ी में मैं लड़की के परिवारवालों और दोस्‍तों के साथ खड़ा हूं.’ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि घटना से उपजे आक्रोश को सही दिशा दिया जाएगा. उन्‍होंने कहा कि लड़की की मौत को बेकार नहीं जाने देंगे.

शीला दी‍क्षित

दिल्‍ली की मुख्‍यमंत्री शीला दी‍क्षित ने कहा, ‘पीडि़ता के परिवार के साथ हमारी संवेदनाएं हैं. वह लड़की बहुत बहादुरी के साथ लड़ी.’ शीला दीक्षित ने लोगों से अपील की कि दुख की इस घड़ी में लोग शांति बनाए रखें. उन्‍होंने कहा कि इस तरह की घटना हमारे लिए शर्म की बात है.

मेट्रो स्‍टेशन

दिल्‍ली में होने वाले विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर 10 मेट्रो स्‍टेशनों को बंद कर दिया गया है. जिन स्‍टेशनों को बंद किया गया है, उनमें राजीव चौक, मंडी हाउस, प्रगति मैदान, केंद्रीय सचिवालय, बाराखंभा रोड शामिल हैं.
लड़की के साहस की हर ओर सराहना
पीडिता ने भारत में इलाज़ के दौरान अपनी मजबूत इच्छा शक्ति का प्रदर्शन किया और लागातार जीने की इच्छा व्यक्त की |
इसके बाद माउंट एलिजाबेथ अस्पताल के सीईओ के मुताबिक, लड़की के शरीर को इस कदर चोट पहुंचाई गई कि उसके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया इसके बावजूद भी लड़की ने इलाज के दौरान असीम साहस का परिचय दिया.

विकास और बहुमत के ऊंट पर सवार सोणी मन मोहनी सरकार को कोई न कोई काट ही लेता है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोश्लाईट

ओये झल्लेया ये कौन सी नई भसुडी पड़ गई है| ओये बलात्कारियों के लिए फांसी की मांग करना भी गुनाह हो गया|एक तो ये पोलिस और सरकार मिल कर भी कानून व्यवस्था को पटरी में नहीं ला पा रहे ऊपर से शांतिपूर्वक आन्दोलन क्या हुआ पोलिस और सरकार दोनों ही पटरी से उतर गए| पोलिस और दिल्ली की सरकार आपस में ही टकराने लग गए |इस अप्रिय घटना क्रम से बचने के लिए अब नया ष्ट्राग शुरू हो गया है | प्रदर्शन स्थलपर बेचारे एक पोलिस कांस्टेबिल सुभाष तोमर की दुखद मौत होने का नाजायज़ फायदा उठा कर हसाडीनई नई “आप” को ही कांस्टेबिल तोमर का कातिल ठहराया जाने लगा हैजबकि ऊपर वाले की कृपा से वहाँ एक प्रत्यक्ष दर्शी योगेन्द्र ने एन डी टी वी पर पोलिस की पोल खोल क़र रख दी है | योगेन्द्र का कहना है कि उसने[योगेन्द्र] ने स्वयम कांस्टेबिल को गिरते हुए देखा था और उन्होंने ही उसे अस्पताल पहुँचाया था |इस आई विटनेस के अनुसार सिपाही खुद भागते हुए गिरा और अस्पताल पहुँचाया गया |ऐसे में सुभाष की मौत को कत्ल बता कर कैसा इन्साफ किया जा रहा है| ओये वोह सिपाही तो बेचारा हार्ट पेशेंट था फिर भी उसको ऐसी कड़ी डयूटी पर लगाया गयाजिसके कारण वोह गिरा | उसकी मौत की तो निष्पक्ष जांच होनी जरूरी है|

झल्ला

पुरानी कहावत है +रिवायत है +सियासत है और उस पर गाना भी बना था कि वोह अफसाना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन उसे एक खूबसूरत मौड़ देकर छोड़ना अच्छा| लेकिन दुर्भाग्य से जब भाग्य या किस्मत या लक ख़राब हो तो ऊंट पर बैठने पर भी कुत्ता काट ही लेता है|ये हसाडी सोणी मन मोहनी सरकार का भी भाग्य ख़राब चल रहा है|तभी सब कुछ अच्छा होने पर भी इस प्रकार की तोहमत लगती ही जा रही है| और अफसानों को मौड़ देते समय खुद ही भम्भड़ भूसे में पड़ जाते हैं|

विकास के ऊंट पर बैठी सोणी मन मोहनी सरकार को कोई न कोई काट ही लेता है

पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपई का ८८वां जन्म दिन देश भर में मनाया गया:Bharat Ratn For A B Vajpai Demanded

पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपई का ८८ वा जन्म दिन देश भर में मनाया जा रहा है| इस अवसर पर उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग की गई है| सेन्ट्रल दिल्ली स्थित उनके निवास पर प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह,भाजपा नेता एल के अडवानी,सुषमा स्वराज,नितिन गडकरी,और राजनाथ ने अटल बिहारी वाजपई को जन्म दिन की बधाई दी|
भाजपा शासित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को भारत रत्न से सम्मानित किये जाने की मांग की है।श्री चौहान ने वाजपेयी के व्यक्तित्व पर आधारित जनसंपर्क विभाग की प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि वाजपेयी ऐसे नेता हैं जिनसे सभी प्यार और आदर करते हैं।बताते चलें कि वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर, 1924 को पूर्व रियासत, ग्वालियर में हुआ था, जो अब मध्य प्रदेश का हिस्सा है।
वाजपेयी, भाजपा के पूर्व संगठन भारतीय जन संघ के संस्थापक नेताओं में से एक हैं। वह जनता पार्टी की सरकार में वर्ष 1977 में देश के विदेश मंत्री रहे।
वर्ष 1996 में वह सिर्फ 13 दिन के लिए प्रधानमंत्री बने। इसके बाद मार्च 1998 में 13 माह के लिए और फिर अक्टूबर 1999 से मई 2004 के बीच तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने वर्ष 2009 का चुनाव नहीं लड़ा था।आज कल सक्रिय राजनीती से हट कर घर पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं|
तालकटोरा स्टेडियम में वाजपई जी का जन्म दिन रक्त दान करके मनाया गया
इस मौके पर बरनाला में कार्यकर्ताओं ने सदर बाजार को जोड़ती दो गलियों टूटे वाटे वाली गली व बांसा वाली गली का नाम बदल कर ‘श्री अटल बिहारी वाजपेयी मार्ग’ रख दिया।
इसकी घोषणा भाजपा जिला अध्यक्ष गुरमीत सिंह हंडियाया ने मंगलवार को बरनाला में हुए समारोह को संबोधित करते हुए कही।।
श्री वाजपेयी के 88 वें जन्मदिवस के अवसर पर बलात्कार पीड़ित लड़की को समर्पित रैली के समक्ष अपने संबोधन में पार्टी के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडु ने कहा, ‘‘ देश की राजधानी में जो कुछ हो रहा है, वह कानून व्यवस्था के खिलाफ जनता के संचित गुस्से के कारण है। यह केवल इस बलात्कार की घटना के कारण नहीं है।
मेरठ में बी जे पी कार्यकर्ताओं ने हवं करके अपने नेता की लम्बी आयु की कामना की

शुक्र है कि इन्होने केवल न्याय माँगा रोटी नहीं मांगी वरना सीरिया की तरह मिसाईल ही चलवा देते


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक सोश्लाईट

ओये झाल्लेया व्हाट इज दिस ?ये हसाड़े हुकुमरानो को क्या हो गया है ? एक तरफ तो प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह, उनकी पत्नी श्रीमती गुरशरण कौर,राष्ट्रपति के बेटी और स्वयम सोनिया गांधी भी डेमेज कंट्रोल के लिए बाहर आ रही है और ये मंत्री संतरी सभी घाव पर नमल छिड़कने का काम कर रहे हैं|ओये अब ये गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी कहने लग गए हैं कि गैंग रेप के विरोध में निहत्थे, अराजनीतिक,शान्ति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे हज़ारोंयुवाओं से मिलना उन्हें सांत्वना देना इनकी सरकार के लिए कोई जरूरी नहीं है|ऐसे प्रदर्शन तो होते रहते हैं और होते रहेंगे और कल को माओ वादियों का आन्दोलन हो जाएगा तो क्या उनसे भी मिलना होगा?सत्ता मद में चूर इन्हें पक्ष और विपक्ष कुछ नहीं दिख रहा| लगता है कि इन्हें संसद में अपने बहुमत का घमंड ही ले डूबेगा|

शुक्र है रोटी नहीं मांगी वरना सीरिया की तरह मिसाईल ही चलवा देते

झल्ला

भाई अपनी अपनी समझ है |अभी तक तो ये लोग गैग रेप के दोषियों के लिए फांसी की मांग पर ही बगले झांक रहे थे अब सत्ता मद में शान्ति पूर्वक आन्दोलन करनेवाले और माओवादियों में अंतर भी भूल गए|और वैसे माओ वादी भी तो भारतीय ही हैं इन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए भी तो सैंकड़ों पापड बैले ही जाते हैं|
लेकिन दुर्भाग्य से पहले दोषी पोलिस वालों को बचाने का प्रयास किया गया उसके बाद आन्दोलन की आग जब भड़क गई तो लाठी चार्ज,पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले छोड़े गए \इस कवायद में एक निर्दोष पोलिस कर्मी भी बेचारा मार गया| जब इनसे भी भीड़ तितर बितर नहीं हुई तो आनन् फानन में धारा १४४ लगा कर कर्फियु जैसे हालात पैदा कर दिय गए|
न्याय मांगने वालों से भी आपके गृह मंत्री मिलना जरूरी नहीं समझते |शुक्र है कि इन्होने केवल न्याय माँगा रोटी नहीं मांगी वरना सीरिया के प्रेजिडेंट अल बशर अल असद की तरह मिसाईल [एरियल एटैक] ही चलवा देते

कोहरा आच्छादित सूर्य और दुविधा की धुंध में छुपी सियासत दोनों कष्ट कारी हैं

सूर्य देव कल से ही कोहरे में घिरे हैं और उसी प्रकार केंद्र सरकार भी दुविधा की धुंध में हताश है|पहाड़ों की बर्फानी हवाओं पर तैरती आ रही कड़ाके की ठण्ड से जूझने के लिए सूर्य देव की बेहद जरुरत है इसी प्रकार सियासी नक्षत्र में भी धुंध को छांट कर विकास और शान्ति की स्थापना की गरमी की जरुरत है| कल विपक्ष की सुषमा स्वराज और बसपा की मायावती ने कुछ संसदीय सुझाव दीये थे और श्रीमती सोनिया गांधी ने भी आन्दोलन कारियों से मुलाक़ात करके उनके जख्मो पर सहानुभूति और आश्वासन का मलहम लगाया था लेकिन पोलिस की दमनात्मक कार्यवाही और शासन और प्रशासन की अकर्मण्यता से सब गुड गोबर हो गया|आज प्रधान मंत्री डाक्टर मन मोहन सिंह ने आन्दोलन कारियों के प्रति सहानुभूति दर्शाई और इंडिया गेट पर हिंसा की जांच करवाने का आश्वासन दिया । दुर्भाग्य से आज रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के आगमन के कारण व्यवस्था बनाने के लिए इंडिया गेट पर की तरफ आने वाली ९ मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है|मीडिया को हटा दिया गया है वहां कर्फ्यू जैसे हालात पैदा कर दिए गए हैं|यहाँ तक की अपने देश के युवाओं से डर रूस और भारतीय न्रेतत्व की मीटिंग हैदराबाद हाउस के बजाय ७ रेस कोर्स कर के एक अजीब अनावश्यक विवाद को जन्म दे दिया गया|

कोहरा आच्छादित सूर्य और दुविधा की धुंध में छुपी सियासत दोनों कष्ट कारी हैं


अर्थार्त एक कदम स्थिति को सुधारने के लिए उठाया जाता है तो दो कदम उस पहल को नष्ट करने के लिए उठ जाते हैं|
इससे आर्थिक हानि के साथ ही विश्व में बदनामी भी हो रही है| अभी भी समय है देश के शीर्ष न्रेत्त्व +विपक्ष दोनों को स्थिति सुधारने के लिए संयुक्त रूप से आन्दोलन कारियों का विश्वास जीतना होगा और इसके लिए प्रदर्शन स्थल पर जा कर अपनी बात कही जा सकती है ठीक हूँ या क्या में ठीक हूँ

देश की सबसे शक्ति शाली सोनिया ने ६७वे साल में प्रवेश किया:Happy Birth Day To Sonia Gandhi

:Happy Birth Day To Sonia Gandh

कांग्रेस और यूं .पी. ऐ. अध्यक्षा श्रीमति सोनिया गांधी आज 66 साल की हो गयी।ढोल बजाकर और पटाखे छोड़कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मौके पर मिठाइयां बांटी| केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे+ बेनी प्रसाद वर्मा,+गुलाम नबी आजाद+ कपिल सिब्बल+जनार्दन द्विवेदी और मोतीलाल वोरा आदि के साथ साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बर्थडे लेडी [ श्रीमति गांधी] को शुभकामनाएं दी। खुद प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने उन्हें जन्मदिन पर बधाई दी.|यूं तो बधाई देने की प्रक्रिया बीते दिन से ही शुरू हो गई थी मगर आज बधाई देने के लिए बड़ी संख्या में पार्टी समर्थक+नेता और मंत्री उनके आधिकारिक आवास 10 जनपथ के बाहर जमा हो रहे हैं|
श्रीमति सोनिया गांधी को उनके ६७वे जन्मदिन की बधाई देने का सिलसिला शनिवार को ही शुरू हो गया था| श्रीमति गांधी की व्यस्तता को देखते हुए कुछ कांग्रेसियों और केंद्रीय मंत्रियों ने उन्हें शनिवार को ही अपनी शुभकामनाएं दे दीं| द्रमुक सुप्रीमो एम. करुणानिधि ने कांग्रेस अध्यक्षा को फूलों का गुलदस्ता भिजवाय हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी उन्हें बधाई दी है+ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने भी कांग्रेस अध्यक्षा से मुलाकात की.+ करुणानिधि ने अपने संदेश में कहा है कि देश पंथनिरपेक्ष और स्थिर सरकार के लिए संप्रग अध्यक्ष की ओर देख रहा है.

सोणी मनमोहनी सरकार ठाठ से कभी साईकिल और कभी हाथी की सवारी का आनंद लेती जा रही है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या लोक तंत्र का संसद में खुले आम मखौल उड़ाया जा रहा है ? एक तरफ तो ऍफ़ डी आई के विरोध में बंद कराते हैं|संसद में गला फाड़ते हैं और वोट देने के नाम पर ऍफ़ डी आई को जितवा देते हैं| पहले लोक सभा में बहस करने के बावजूद वोटिंग के टाईम पर बेहद बचकाना बहाना बना कर बाहर निकल गए फिर राज्यसभा में तो हद ही हो गई | इन्होने उच्च सदन में सी बी आई बनाम भाजपा बनाने का प्रयास कर दिया| यहाँ तक की उच्च सदन की मर्याद को तार तार करते हुए सदन की कार्यवाही को बेशक दस दस मिनट्स के लिए ही सही मगर दो बार स्थगित करवा दिया| एन सी पी ने भी ऍफ़ डी आई का विरोध का संकेत देकर महाराष्ट्र में दोबारा अपना उप मुख्यमंत्री बनवा लिया| इन सभी ने साबित कर दिया है दिया है की सारी बातें मत्थे मगर पतनाला वहीं गिरेगा|खैर ये डाल डाल तो हम भी पात पात|हमने भी इन्हें यूं पी में बेनकाब करके इन्हें कांग्रेस की गोद में बैठा साबित कर ही दिया |अबदेखेंगे की ये चुनावों में कांग्रेस की मुखालफत कैसे करते हैं|

सोणी मनमोहनी सरकार कभी साईकिल और कभी हाथी की सवारी का आनंद लेती जा रही है

झल्ला

ओ भोले सेठ जी बड़ी पुराणी कहावत है की रब्ब नेड़े[नजदीक]या घुसन्न[घूँसा]|जिस बेचारे को हर समय घूंसा दिखाई देता हो तो उसको रब्ब की परवाह नहीं रहती|एक पार्टी के मुख्यमंत्री ने तो सरे आम यह स्वीकार भी कर लिया की उनकी पार्टी ने हमेशा यूं पी ऐ को बचाया है मगर वक्त पड़ने पर उन्हें कौन बचाएगा?इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी सी बी आई को फटकार लगाई जा चुकी है| सेठ जी वास्तव इन दोनों संकट मौचक पार्टियों की गर्दन सरकार के हाथ में हैं| इसीलिए हसाड़ी सोणी मनमोहनी सरकार ठाठ से घड़ी घड़ी साईकिल और हाथी की सवारी का आनंद लेती जा रही है|

अफगानिस्तान की स्थिरता के लिए डाक्टर मनमोहन सिंह ने सहयोग के भारतीय दृष्टिकोण को दोहराया

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज सोमवार को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई को भारत का घनिष्ठ मित्र और द्विपक्षीय सम्बंधों का प्रबल समर्थक बताया। आतंकवाद की आग मे बर्बादी के कगार पर पहुँच चुके अफगानिस्तान को एक स्थिर,+ मजबूत,+ एकजुट,+ सम्प्रभु और समृद्ध राष्ट्र की डगर पर ले जाने के लिए पूर्ण आर्थिक सहयोग के भारतीय दृष्टिकोण को दोहराया है।
मनमोहन सिंह ने करजई के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी बातचीत में बीते वर्ष में हुए रणनीतिक साझेदारी समझौते के क्रियान्वयन में हुई प्रगति की समीक्षा की और समझौते में निर्धारित दृष्टिकोण के अनुसार सहयोग बढ़ाने पर बचनबद्धता दोहराई।प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोमवार को कहा कि भारत स्थिर, मजबूत और समृद्ध अफगानिस्तान चाहता है. उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया है, खासतौर से कृषि, लघु व्यापार और खनन में.मनमोहन सिंह ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ संयुक्त बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति करजई कोई बेगाने नहीं हैं, वह लंबे समय से घनिष्ठ मित्र हैं.’मनमोहन ने कहा कि [१]भारत ने क्षमता निर्माण के लिए अफगानिस्तान को दो अरब डॉलर का एक सहायता कार्यक्रम मुहैया कराया है और सोमवार को हस्ताक्षरित होने वाले सहमति पत्र से अफगानिस्तान के लोगों के सामाजिक-आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए [२]लघु विकास परियोजनाओं का तीसरा चरण शुरू होगा.मनमोहन ने कहा कि दोनों नेताओं ने ”एक रणनीतिक आर्थिक साझेदारी विकसित करने की आवश्यकता पर चर्चा की, जो हमारे [३]आपसी लाभ के आर्थिक सहयोग पर विकसित होगा।”दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान में और अफगानिस्तान के चारों ओर सुरक्षा और राजनीतिक हालात में हुए बदलाव पर भी चर्चा की।[4] रक्षा मामलों से जुड़े एक समझौते के अनुसार 100−100 के बैच में अफगान टुकड़ियों को ट्रेनिंग दी जाएगी जो भारत में ही होगी [5]अफगानिस्तान की फौज की मदद के लिए भारत आईटी उपकरण और छोटी गाड़ियां भी देगा. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति करजई से यह भी कहा कि ”हमें विश्वास है कि अफगानिस्तान का क्षेत्रीय आर्थिक जुड़ाव इस पूरे क्षेत्र की समृद्धि और स्थिरता में योगदान करेगा।”
.करजई को सोमवार को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया, जहां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे.
संयुक्त संवादाता सम्मलेन में प्रधानमंत्री ने कहा, ”मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति करजई का मौजूदा दौरा हमारे दोनों देशों के बीच शानदार रिश्ते को और मजबूत बनाएगा।
करजई ने कहा कि , “अफगानिस्तान में निवेश की सम्भावना आज कहीं अधिक है और यह अपने मित्रों से निवेश प्राप्त करने का इच्छुक है।”अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण तथा विकास के कार्यो के लिए भारत की प्रशंसा करते हुए करजई ने कहा, “भारतीय विशेषज्ञ अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण के कार्य में जुटे हैं। भारत ने हमारे देश में करीब दो अरब डॉलर का विकास कार्य किया है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक विकास तथा रक्षा शामिल है।” उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान की सरकार भारत के लोगों के प्रति गहरी कृतज्ञता जताती है, जिन्होंने पिछले कई वर्षो में अफगानिस्तान में भरोसा दिखाया है।” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बड़ी हस्ती हैं। अफगानिस्तान के लोगों को मजबूत बनाने तथा प्रोत्साहित करने में उनका महत्वूपर्ण योगदान है।”