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नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर अब अपने पायलेट्स को फेवर करने के आरोप लगे

नागरिक उड्डयन मंत्रालय पर अब अपने पायलेट्स को फेवर करने के आरोप लगे

डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन [डी.जी. सी. ऐ.]पर अब अपने पायलेट्स को फेवोर करने के आरोपलगाने लग गए हैं|सरकार की अधिकृत सलाहकार काउंसिल [सी.ऐ.एस.ऐ.सी.]द्वारा नागरित उड्डयन मंत्रालय को लिखे एक पत्र में फर्जी वाडा करने वाले दो पायलेट्स को बेहद कम सज़ा देकर उन्हें बचाए जाने का आरोप डी जी सी ऐ पर लगाया गया है|
गौरतलब है कि कैप्टेन आर एस ढिल्लों को ट्रेनिग दस्तावेजों में फर्जी वाडा करने के आरोप में ३१ दिसंबर को एक माह के लिए सस्पेंड कर दिया गया था ढिल्लों के रिप्लेसमेंट नहीं दिए जाने के कारण अगले दिन सिंगापुर की फ्लाईट कैंसिल हुई | २६० यात्रियों को परेशानी हुई और एयर इंडिया की बदनामी के साथ अतिरिक्त खर्चा बर्दास्त करना पडा |इसके तुरंत बाद एक अन्य वरिष्ठ गी एम् आपरेशंस को भी सस्पेंड कर दिया गया|
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेनिग के दस्तावेजों में हेराफेरी करने पर एक माह के सस्पेंशन से ज्यादा दंड का प्रावधान होसकता है| और इसके साथ ही यह भी आरोप लगाये जा रहे हैं कि एयर लाइन्स में फर्जी सर्टिफिकेट्स के बल पर जहाज़ उड़ाने वाले पायलेट्स की संख्या और अधिक हो सकती है सरकार को घेरने के लिए यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि राजनीतिक बैकिंग वाले पायलेट्स को बचाया जा रहा है| इससे पूर्व जर्मनी के अन्तराष्ट्रीय फायनेंसर ने भी किंग फ़िशर को लेकर डी जी सी ऐ पर ऐसे ही आरोप लगा कर इंडिगो और अन्य एयर लाइन्स को जहाज़ खरीदने के लिए दिए जाने वाले लोन पर रोक लगा दी है|

किंग फ़िशर को डुबा कर अपनी पसंदीदा एयर लाइन्स को फायदा तो नहीं पहुँचाया जाएगा ?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक प्राईवेट एयर लाईनर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है |ओये ये केंद्र की सरकार एक तरफ तो गला फाड़ फाड़ कर देश की इकोनोमी को सुधारने और रोज़गार के गेट खोलने का दावा कर रही है|इसीलिए एयर इंडिया को बार बार डूबने से बचाने के लिए करोड़ों रुपयों कि सेफ्टी बेल्ट प्रोवाईड की जा रही हैं लेकिन ये किंग फ़िशर के पीछे हाथ धो कर क्यूं पड़ गए हैं | पहले इस कम्पनी का लायसेंस निलंबित किया गया [सस्पेंड] आज इस कम्पनी का लायसेंस निरस्त[केंसिल] कर दिया गया इससे तो हज़ारों का स्टाफ सडकों पर आजायेगा||इनके लंबित ७० करोड़ के वेतन और ५०० करोड़ के एयर पोर्ट की लेन दारी भी बट्टे खाते में चली जायेगी| और तो और बैंको का ७००० करोड़ का कर्ज़ भी डूब जाएगा|ये तो टेक्स पेयर्स के साथ भद्दा मज़ाक ही है|

झल्ला

ओ सेठ जी ये केंद्र सरकार अक्सर एक तीर से कई शिकार करने की आदि है और इस प्रकार के आरोप डी वी बी नामक जर्मन फायनेंसर डी जी सी ऐ पर लगा ही चुका है|अब देखो किंग फ़िशर एयर लाईन्स को उभरने नहीं देने से [१]एयर इंडिया + इंडिगो और स्पाईसजेट जैसी कम्पनियाँ बिना प्रतिस्पर्धा के खुले आसमान में उडेंगी |इंडिगो तो हवा में ठंडा समोसा १२० रुपये का धडल्ले से बेचेगा|

किंग फ़िशर को डुबा कर अपनी पसंदीदा एयर लाइन्स को फायदा तो नहीं पहुँचाया जाएगा


[२] शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल वाली एन सी पी की उड़ान कुछ ज्यादा सरकार के लिए सर दर्दी पैदा कर रही है | महाराष्ट्र के बाद अब गुजरात में भी सीटों के बटवारें पर तलवारें खिंची हैं|चूंकी प्रफुल्ल पटेल की नजदीकियां किंग फ़िशर विजय माल्या के साथ कुछ ज्यादा ही हैं सो एन सी पी किंग फ़िशर में सवार हो सकते हैं| इसीलिए एन सी पी के पर कतरने के लिएकिंग फ़िशर एयर लाईनर को क्रेश करवाना जरूरी हो जाता है|क्यों ठीक है न ठीक ?

नागरिक उड्डयन नियंत्रक ने बिना रिवाइवल प्लान के किंगफिशर का लाइसेंस रिन्यू करने से इंकार किया::किसी को फेवर तो नहीं ?

हैंगर्स में पार्क्ड कर्ज़ में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस के लाइसेंस को रिन्यू करने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर को खत्म हो रही है। लेकिन नागरिक उड्डयन नियंत्रक [डीजीसीए] ने साफ कर दिया है कि बिना रिवाइवल प्लान के किंगफिशर का लाइसेंस रिन्यू नहीं होगा।इससे सवाल पैदा होना स्वाभाविक है कि क्या किसी दूसरी कमपनी को फायदा पहुंचाने के लिए किंग फ़िशर एयर लाइन्स को उठाने नहीं दिया जा रहा|
किंगफिशर एयरलाइंस ने डीजीसीए को लाइसेंस रिन्यू का आवेदन दिया है लेकिन डीजीसीए ने कहा है कि बिना रिवाइवल प्लान के आवेदन देना केवल औपचारिकता है। 31 दिसंबर को किंगफिशर का फ्लाइंग लाइसेंस खत्म हो रहा है। 31 दिसंबर के बाद किंगफिशर को नए सिरे से फ्लाइट और ऑपरेटिंग मैनुअल पास कराना होगा।इस अवधि के पश्चात भी 2 साल तक किंगफिशर लाइसेंस रिन्यू करा सकती है|
लाइसेंस रिन्यू कराने के लिए किंगफिशर एयरलाइंस को अपने रिवाइवल प्लान में[१] फंड का प्रूफ, [२]कर्मचारियों के भुगतान का सबूत देना होगा। [३] एयरपोर्ट, तेल कंपनियों के बकाया भुगतान का एग्रीमेंट भी देना होगा।[४] दोबारा उड़ान में कोई बाधा नहीं आने का भरोसा देना होगा। रिवाइवल प्लान पर किंगफिशर ने चुप्पी साध रखी है। पहले किंगफिशर ने सीमित उड़ान शुरू करने का इरादा जताया था लेकिन इसके लाइसेंस की अवधि 31 दिसंबर को समाप्त हो रही है।
वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी का परिचालन अक्टूबर से ही ठप है। इसकी वजह से डीजीसीए ने इसका उड़ान लाइसेंस अस्थाई रूप से निलंबित कर रखा है सूत्रों के मुताबिक बिना वित्तीय योजना पेश किए विजय माल्या की एयरलाइंस का लाइसेंस नवीनीकरण नहीं हो पाएगा। कंपनी 9,000 करोड़ रुपये के घाटे में है और इस पर 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज भी है।
दारू किंग विजय माल्या की किंग फ़िशर एयर लाइन्स के ग्राउंड पर आ जाने का लाभ एयर इंडिया और निजी कम्पनी इंडिगो,जेट एयर वेज,स्पाईस जेट को मिल रहा है|किंग फ़िशर के मैदान से हटने से इंडिगो और एयर इंडिया पहले और दूसरे नंबर पर आगये हैं ऐसे में प्रतिस्पर्द्धी किंग फ़िशर के बाहर रहने में ही इंडिगो और एयर इंडिया का फायदा है|इसी प्रकार की नाजायज़ गतिविधियों के आरोप जर्मन के अन्तराष्ट्रीय फायनेंसर डी वी बी ने डी जी सी ऐ पर लगाये हैं|यहाँ यह कहना तर्क संगत ही होगा कि एक तरफ तो इस फील्ड में विदेशी
निवेशकों के लिए बाज़ार को खोलने के दावे किये जा रहे हैं स्वयम एयर इंडिया के लिए बैल आउट पॅकेज लिए जा रहे हैं तो दूसरी तरफ हज़ारों कर्मियों के रोज़गार और बैंको के ७०००+करोड़ रुपयों को नज़रंदाज़ करके एक कम्पनी को ऊपर उठाने के लिए सहारा देने के बजाय उसे और नीचे गिराने का उपाय किया जा रहा है|

एयर पोर्ट पर ट्रैफिक कंट्रोल लडखडाया स्पाईस जेट का प्लेन आई जी आई पर टकराया :यात्री सुरक्षित

स्पाईस जेट कम्पनी का एक विमान बिजली के खम्भे से टकरा कर दुघटना ग्रस्त होगया| जिससे विमान का एक हिस्सा[विंग]क्षतिग्रस्त होगया|इस हादसे से कुछ यात्रियों को चोटें भी आई हैं|
इंदिरा गांधी एयर पोर्ट[ आई जी आई]से गुरूवार को यात्रियों से भरे विमान जब रनवे की तरफ टेक आफ के लिए जा रहा था तब अप्रोन के समीप किसी अनहोनी से पायलेट घबरा गया और रास्ते के हाई पास्ट खम्भे से टकरा गया|विमान से यात्रियों को निकालने के लिए लगभग डेड घंटा लगा|कुछ लोगों को मामूली चोटें आई है किसी बड़ी अनहोनी का समाचार नहीं है सभी यात्रिओं की जान बच गई बताई जा रही है| जाँच के आदेश दे दिए गए हैं|
टेक्सी से रनवे पर जाने के लिए मार्ग दिशा निर्देश डी जी सी ऐ को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है| इससे पूर्व २९ जुलाई को भी स्पाइस जेट और इंडिगो के प्लेन्स में एक्सीडेंट हो चुका है|