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नरेन्द्र मोदी दिल्ली आये पी एम् से शिकायत की छात्रों को सुराज समझाया दिल जीते और चले गए

[नयी दिल्ली ]नरेन्द्र मोदी दिल्ली आये पी एम् से मिले छात्रों को संबोधित किया दिल्ली जीती और चले गए |:छात्रों ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन (खड़े होकर तालियां बजाईं) दिया। जबकि मोदी के कॉलेज में पहुंचने से पहले वामपंथी विचारधारा के कई छात्रों ने उनकी यात्रा का विरोध भी किया।
एस आर सी सी [डीयू] में छात्रों को संबोधित करते हुये गुजरात के मुख्य मंत्री मोदी ने कहा कि . लोगों को स्वराज तो मिला पर सुराज का अब भी इंतजार है.इसके लिए गुड गवर्नेंस जरूरी है और यह गुड गवर्नेंस प्रो पीपल होनी चाहिए है |अपने तीसरे दृष्टिकोण के अनुसार उन्होंने गिलास आधा पानी और आधा हवा से भरा हुआ देखने की प्रवृति को विकसित किये जाने पर बल दिया
उन्होंने गुजरात के विकास का डंका बजाते हुए बताया कि गुजरात में विकास के मॉडल को तीन स्तंभों पर खड़ा किया है।[१] हिस्सा-कृषि, [२]-उद्योग और [३]सर्विस सेक्टर।
उन्होंने एस आर सी सी में ‘इमर्जिंग बिजनेस मॉडल्स इन द ग्लोबल सिनारियो’ विषय पर बोलते हुए कहा कि गुजरात ने इस मामले में देश के सामने मिसाल पेश की है. देश की हर प्याली में गुजरात का दूध है. केवल दूध ही नहीं आप चाय भी गुजरात की ही पीते हैं. गुजरात में जानवरों के लिए मेडिकल कैंप लगाया. गया है|सिंगापुर में गुजरात का दूध जा रहा है. हमारा देश गरीब है लेकिन इसके बावजूद देश में प्राकृतिक संसाधनों की कोई कमी नहीं है|
हमने गुजरात में प्राकृतिक संसाधनों का उचित इस्तेमाल किया है| युवा शक्ति का उपयोग देश नहीं कर पा रहा हैं. हमारी राजनीति युवा को केवल वोटर नहीं माने बल्कि यह शक्ति है. इस शक्ति को इस्तेमाल करने की जरूरत है. तभी स्वामी विवेकानंद का सपना पूरा होगा. स्वामी विवेकानंद को सपनों को पूरा करने का वक्त आ गया है. हम इन युवाओं को केवल वोटर मानेंगे तो देश के भविष्य के लिए ठीक नहीं है.
उन्होंने बताया कि गुजरात में देश का पहला रक्षा विश्वविद्यालय खुलने जा रहा है. गुजरात में सुराज है. मेरे लिए सुराज का मतलब है गुड गवर्नेंस है. आप देश में किसी परिवार से पूछिए तो वह बताता है कि मेरे बच्चे को अच्छी शिक्षा चाहिए. मित्रों हम क्यों नहीं देश में अच्छी शिक्षा की व्यवस्था कर सकते हैं. हम पूरी दुनिया से सब कुछ एक्सपोर्ट करते हैं हम क्यों नहीं टीचर एक्सपोर्ट करें|
.हम भारत को एक विजन के साथ देखते हैं. हमने टेक्नॉलजी अपग्रेडेशन की उपेक्षा की है. इसी वजह से आज भारत कई दशक दुनिया के विकसित देशों से पीछे है.सच यह है कि भारत को लोग बाजार नहीं

डंपिंग ग्राउंड की तरह

इस्तेमाल कर रहे हैं.. हम कब-तक बाजार बने रहेंगे. हम कब-तक मेड इन जापान और चीन सुनते रहेंगे.मेड इन इंडिया का ढोल कब गूंजेगा. नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम यही करना चाहते हैं.

मेड इन इंडिया का परचम लहराना होगा.

हम अपनी चीजों की ब्रैंडिंग नहीं तक कर पा रहे हैं. जिस तरह से साउथ कोरिया ने विकास का डंका पीटा उसे पूरी दुनिया ने स्वीकार किया. हम क्यों नहीं कर पा रहे हैं? हम साउथ कोरिया से क्यों नहीं सीख पा रहे हैं. हम वही करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि यूरोप में भिंडी गुजरात से जा रही है.
जब तक हम युवाओं के सपनों को पूरा नहीं कर पाएंगे निराशा कम नहीं होगी. हर युवा को काम और शिक्षा चाहिए. दुर्भाग्य से हम नहीं दे पा रहे हैं. नहीं देने की जिम्मेदारी हम क्यों नहीं ले पा रहे हैं. हम चाहते हैं कि देश विकास की राह पर इस कदर बढ़े की मेड इन इंडिया का परचम बुलंद हो जाए.
.इससे पहले बुधवार की सुबह मोदी ने दिल्‍ली में

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की।

मोदी ने इस मुलाकात और इसमें हुई बात को सकारात्मक बताया। पीएम से मिलने के बाद मोदी ने कहा कि नई सरकार बनने के बाद पीएम से मुलाकात अच्छी रही। अनेक विषयों पर बात हुई। पीएम ने गुजरात के विकास और नई सरकार के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं और उन्होंने भी गुजरात की ओर से भारत सरकार के जनता के हित में होने वाले कामों में पूरी शक्ति से सहयोग का आश्वासन दिया। मोदी का कहना था कि

नर्मदा पर गेट लगाने

का काम काफी समय से अटका है। उन्होंने इस बारे में पीएम को एक मेमोरेंडम भी दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्दी ही इसकी परमिशन मिल जाएगी। मोदी का कहना था कि गुजरात की भारत सरकार के साथ

कम कीमत में रसोई गैस देने के संबंध में कानूनी जंग चल रही

है। उन्होंने बताया कि गुजरात ने केंद्र सरकार से मुंबई और दिल्ली के हिसाब से ही गैस सिलेंडर देने की मांग की थी और इस पर केंद्र सरकार अदालत में चली गई। उन्होंने बताया कि उन्होंने पीएम के सामने इस पर नाराजगी भी प्रकट की। मोदी का कहना था कि पीएम ने आश्वासन दिया कि वे सारे मामलों को खुद देखेंगे। पीएम ने जनता के हित के काम आगे बढ़ाने का भरोसा भी दिया है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी

ने गुजरात में हुए नरसंहार पर चुप्पी को लेकर मोदी की आलोचना की