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Tag: नागर विमानन मंत्रालय

इंडिगो एयरलाइन्स के खिलाफ ११७४७ शिकायतें दर्ज

[नई दिल्ली]घरेलू एयरलाइन्‍स कंपनियों ने बीते वर्ष के मुकाबिले २३.१८% अधिक यात्रियों को हवाई सफर कराया
सिविल एविएशन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार
जनवरी-अक्‍टूबर 2016 के दौरान 813.70 लाख यात्रियों ने घरेलू एयरलाइन्‍स से सफर किया,
जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन एयरलाइंस से सफर करने वाले यात्रियों की संख्‍या 660.60 लाख थी।
इस तरह यह आंकड़ा 23.18 फीसदी की बढ़ोतरी तो दर्शाता है,लेकिन लेटलतीफी और शिकायतों के आंकड़े भी चिंता जनक हैं
आन टाईम परफॉरमेंस[OTP] में भारत के वाणिज्य राजधानी मुम्बई में एयर इंडिया केवल ५७%के आंकड़े दर्ज करा पाई जबकि निजी एयरलाइन्स इंडिगो ६६%केसों में ही आन टाइम परफॉरमेंस दे पाई |
एयर इंडिया ने बीते माह में २७२८४ फ्लाइट्स लेट चलाई जबकि प्रॉफिट मेकिंग इंडिगो का शिकायत आंकड़ा ११७४७ है जोकि निजी एयरलाइन्स में सबसे अधिक है

‘राजू’ ने कर्ज के बोझ से झुकती जा रही ‘एयर इंडिया’ की कमर सीधा करने का वायदा किया

[नई दिल्ली]’राजू’ ने कर्ज के बोझ से झुकती जा रही ‘एयर इंडिया’ की कमर सीधा करने का वायदा किया
नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने अपने सफ़ेद हाथी ‘एयर इंडिया’ की समीक्षा की
मंत्री ने कर्ज के बोझ से लगातार झुकती जा रही एयर इंडिया की कमर को सीधा करने के लिए वादा किया कि उनका मंत्रालय सभी मांगों पर गौर करेगा और संभव सहायता प्रदान करेगा।
नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राजू ने एयर इंडिया के कामकाज की समीक्षा करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया।
एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी ने प्रेजेंटेशन में समझाया कि हाल ही में एयरलाइन को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में किन कठिन चुनौतियों सामना करना पड़ रहा था और उससे निपटने के लिए एयरलाइन ने क्या कदम उठाए।
एयर इंडिया के प्रदर्शन और विभिन्न मापदंडों के सुधार के लिए रणनीति पर भी विचार किया गया।
मिनिस्टर ने एयर इंडिया द्वारा मुद्रीकरण की स्थिति और बाधाओं की भी समीक्षा की।
उन्होंने नागपुर और हैदराबाद में उन्नत विमानों के लिए एमआरओ के संचालन के बारे में जानकारी मांगी।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने एयर इंडिया के अधिकारियों का आह्वान करते हुए एयरलाइन में दक्षता लाने हेतु प्रयास करने को भी कहा।

डीजीसीए ने किरायों पर नजर के लिए इकाई स्थापित की:ऐऐआई ने३५गैर-मेट्रो हवाई अड्डे पहचाने

[नई दिल्ली]डीजीसीए ने विमान किरायों पर नजर रखने के लिए इकाई स्थापित की और ऐऐआई ने ३५ गैर-मेट्रो हवाई अड्डों की पहचान की
नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक किराया निगरानी इकाई स्‍थापित की है।
कुछ खास मार्गों के लिए वसूले जाने वाले विमान किरायों पर नजर रखने के लिए यह इकाई स्‍थापित की गई है।
जिसका उद्देश्‍य यह सुनिश्चित करना है कि विमानन कम्‍पनियां (एयरलाइंस) खुद के द्वारा घोषित रेंज से बाहर जाकर यात्रियों से किराया न वसूलें। विमानन कम्‍पनियों ने अपनी-अपनी वेबसाइट पर जिस किराया रेंज को अपलोड कर रखा है,उसी रेंज में उनके किराये रहे हैं।
इसके आलावा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने शुरुआती विकास के लिए 35 गैर-मेट्रो हवाई अड्डों एवं बाद में विकास के लिए 28 और गैर-मेट्रो हवाई अड्डों की पहचान की है। एएआई ने इनमें से 49 हवाई अड्डों पर विकास का काम पूरा कर लिया है। 28 गैर-मेट्रो हवाई अड्डों में से 21 हवाई अड्डों पर परिचालन बाकायदा जारी है।अंडमान निकोबार [यूटी]+खजुराहो में कार्य शुरू कर दिया गया है
आंध्र प्रदेश के वारंगल + जम्मू +लेह में जमीन विवाद सुलझाया जाना है |
यह जानकारी नागरिक विमानन राज्‍य मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने आज राज्‍यसभा में एक प्रश्‍न के लिखित उत्तर में दी है ।

एटीएफ[जेट फ्यूल]को”जिन्स”मान कर इसपर लगने वाले वैट को 4% घटाओ रोजगार लाओ:उद्योग जगत

एटीएफ[जेट फ्यूल]को”जिन्स”मान कर इसपर लगने वाले वैट को 4% घटाओ रोजगार लाओ:उद्योग जगत
नागर विमानन मंत्री ने उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ नागर विमानन के मुद्दे पर चर्चा की
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री पी. अशोक गजपति राजू ने बजट-पूर्व विचार-विमर्श में नागर विमानन उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ नागर विमानन से संबंधित मुद्दे पर चर्चा की। अपने मुख्य भाषण में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था पर हवाई यात्रा का बहुविध प्रभाव पड़ता है और इसलिए नागर विमानन क्षेत्र को अपनी पूरी संभावना का लाभ उठाने की दिशा में अनुमति देने का निर्णय किया जाना चाहिए।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार का अनेक हिस्से एक साथ मिलकर नागर विमानन उद्योग की समस्याओं का समाधान ढूढेंगे।
विचार-विमर्श के दौरान अन्य विषयों के साथ-साथ सुरक्षा उपकरणों का स्तर बढ़ाने, एमआरओ उपकरण के लिए ‘ग्रीन’ चैनल स्थापित करने और हवाई खोज सुविधाओं के लिए समुचित धनराशि आवंटित करने के बारे में भी चर्चा की गयी।
इस दौरान उद्योगजगत के प्रतिनिधियों ने एमआरओ क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई सुझाव दिए,
जिनमें सेवा कर हटाने, एमआरओ गतिविधियों पर वैट में कमी लाने, दस-वर्षीय कर मुक्ति, एमआरओ घटकों पर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क हटाने के सुझाव शामिल हैं। यह बताया गया है
यदि ये उपाय किए जाते हैं तो एक अरब डॉलर से भी अधिक धनराशि के बल पर देश में एमआरओ गतिविधियों में लगभग एक लाख रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
हितधारकों ने यह भी अनुरोध किया कि
एटीएफ को ‘घोषित जिन्स’ माना जाए ताकि एटीएफ पर वैट को 4 प्रतिशत तक घटाया जा सके।
इससे एयरलाइन और अधिक व्यवहार्य हो जाएंगे, क्योंकि एटीएफ का लागत में 45 %से अधिक योगदान है। इस बैठक में फिक्की, एएमसीएचएएम, अमरीका-भारत विमानन सहयोग कार्यक्रम, एफएए और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। नागर विमानन मंत्रालय में सचिव श्री वी. सोमासुन्दरन ने भी बैठक में भाग लेने वाले लोगों को संबोधित किया।

घाटे से अभिशिप्त एयर इंडिया ने अपनी भू सम्पत्तियों के मुद्रीकरण के लिए एनबीसीसी से समझौता किया

[नई दिल्ली]घाटे से अभिशिप्त एयर इंडिया ने अपनी भू सम्पत्तियों के मुद्रीकरण के लिए एनबीसीसी से समझौता किया
निरंतर घाटा दर्ज करा रही नेशनल कर्रिएर एयर इंडिया ने अपनी भू सम्पत्तियों को समेटना शुरू कर दिया है |इसी कढ़ी में भू-सम्‍पत्तियों के मुद्रीकरण के लिए नेशनल बिल्डिंग्स कंस्‍ट्रक्‍शन कार्पोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) के साथ एक समझौता भी किया गया |
एयर इंडिया के अध्‍यक्ष व प्रबंध निदेशक रोहित नन्‍दन ने कहा कि पूरे देश में एयर इंडिया के 106 सम्‍पत्ति हैं, जिनमें से कुछ लीज पर हैं और कई तो बेकार पड़े हैं। इस वजह से यह समझौता किया गया है ताकि एयर इंडिया की सम्‍पत्तियों को विकसित और पुनर्वि‍कसित किया जा सके। उन्‍होंने कहा कि इस समझौते के जरिए अगले 10 वर्षों में मुद्रीकरण के जरिए 5 हजार करोड़ रूपये जुटाने का प्रयास किया जाएगा |
नगर विमानन मंत्रालय के अनुसार इस समझौता ज्ञापन में सम्‍पत्तियों को विकसित करने के लिए तीन मॉडलों का प्रावधान है। पहले मॉडल में भूमि की कीमत पार्टनरशिप में एयर इंडिया के हिस्‍से में होगी। जबकि परियोजना को विकसित करने की जिम्‍मेदारी एनबीसीसी की होगी। सम्‍पत्ति बेचे जाने पर तयशुदा औसत से एनबीसीसी और एयर इंडिया इस राशि को बाटेंगी। दूसरे मॉडल में एनबीसीसी एयर इंडिया को सम्‍पत्ति की कीमत का कुछ हिस्‍सा एकदम दे देगी और वह परियोजना लागत भी वहन करेगी। सम्‍पत्ति को बेचे जाने पर राशि को भी तयशुदा औसत के आधार पर बांटा जायेगा। तीसरे मॉडल में एनबीसीसी एयर इंडिया के लिए परियोजना पूरा करेगा और लागत भी खुद लगायेगा और वह एयर इंडिया से एक तय लाभ लेता रहेगा। इस तरह इन मॉडलों के जरिए एनबीसीसी के सहयोग से एयर इंडिया अपनी सम्‍पत्तियों से पूरा लाभ उठाने का प्रयास करेगा।
एयर इंडिया ने आज अपने अधिशेष भू-सम्‍पत्तियों के मुद्रीकरण के लिए नेशनल बिल्डिंग्स कंस्‍ट्रक्‍शन कार्पोरेशन लिमिटेड (एनबीसीसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किया है। जिसे एक गैर-प्रतिबद्ध और गैर-विशेष समझौता बताया गया है|
इस समझौते का उद्देश्‍य देश-विदेश में कई प्रतिष्ठित परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा करने के एनबीसीसी के अनुभव को एयर इंडिया के व्‍यापक अधिशेष भू-सम्‍पत्तियों के मुद्रीकरण के साथ जोड़ना है।
नागरिक उड्डयन मंत्री श्री अशोक गजपति राजू ने कहा कि टीम भावना ही सफलता की कुंजी है और आपसी सहयोग से एयर इंडिया और एनबीसीसी देश के विकास को गति दे सकते हैं। उन्‍होंने पुराने नियम-कानूनो मो नागरिक उड्डयन क्षेत्र की प्रगति में बाधक बताया |
इस मौके पर उपस्थित शहरी विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्री वैंकेया नायडु ने कहा कि स्‍मार्ट शहरों का विकास इस सरकार के महत्‍वपूर्ण लक्ष्‍यों में से एक है और यह समझौता इस दिशा में एक छोटा कदम है। उन्‍होंने कहा कि एयर इंडिया को लाभ कमाने के लिए तुरंत आवश्‍यक कदम उठाने चाहिए और लगातार नुकसान में एयर इंडिया को चलाना अब स्‍वीकार्य नहीं है।
नागरिक उड्डयन राज्‍य मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि उनका मंत्रालय अगले 6 महीनों के लक्ष्‍य तय करेगा ताकि एयर इंडिया समेत इस क्षेत्र की तमाम समस्‍याओं का समाधान किया जा सके। शहरी विकास राज्‍य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो ने एयर इंडिया की विमान सेवाओं की सराहना की।
फोटो कैप्शन
The Union Minister for Urban Development, Housing and Urban Poverty Alleviation and Parliamentary Affairs, Shri M. Venkaiah Naidu , Union Minister for Civil Aviation, Shri Ashok Gajapathi Raju Pusapati witnessing the exchanging of the signed documents of an MoU between the Air Indian and NBCC for joint venture, in New Delhi on December 04, 2014.

Air India Provides Dedicated Telephonic Helpline Desks in Four Metros

[New Delhi]Air India ,For Its Fliers , Provides Telephonic Helpline Desks in Four Metros
Air India has set up dedicated telephone numbers at the four major Metro stations i.e. [1]Delhi[2] Mumbai[3]Kolkata [4] Chennai, in addition to its all India Toll free Call Centre Number 1800-180-1407.
These dedicated lines will provide information on the status of Air India flights round the clock, all seven days of the week.
The details of these telephone numbers are as follows :
[A]Delhi 011-49637522, 011-25653385
[B]Mumbai 022-66858097, 022-26168250
[C]Kolkata 033-25119982, 08336918921
[D]Chennai 044-22562011, 044-22566002

दिल्‍ली से उत्‍तराखंड के पंतनगर तक के लिए एयर इंडिया के ऐ टी आर की सीधी उड़ान

[NewDelhi]राष्ट्रीय राजधानी दिल्‍ली से उत्‍तराखंड में पंतनगर के छोटे एयर पोर्ट तक के लिए एयर इंडिया ने सीधी उड़ान की घोषणा की है |पर्यटन की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है| इस महीने की 14 तारीख से एटीआर विमान से इस सेवा की उड़ान शुरू होगी।
एयर इंडिया ने छोटे शहरों और कस्‍बों तक अपनी हवाई सेवा शुरू करने की नई पहल के अंतर्गत राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली से उत्‍तराखंड में पंतनगर तक सीधी विमान सेवा शुरू करने का फैसला किया है।
नगर विमानन मंत्रालय के अनुसार यह सेवा सप्ताह में चार दिन मंगलवार, बुधवार और रविवार को उपलब्‍ध रहेगी। एटीआर विमान से उड़ान संख्‍या 9 आई 815 दिल्‍ली से दोपहर बाद ढाई बजे रवाना होकर साढ़े तीन बजे पंतनगर पहुंचेगी। वापसी में उड़ान संख्‍या 9 आई 816 पंतनगर से शाम तीन बजकर चालीस मिनट पर रवाना होकर चार बजकर पचास मिनट पर दिल्‍ली पहुंचेगी। इस विमान सेवा से सरकारी अधिकारियों, व्‍यापारि‍यों, विद्यार्थियों, पर्यटकों तथा अन्‍य लोगों को तीव्र और सुविधाजनक वायु संपर्क मिल जायेगा।
पंतनगर में जीबी पंत कृषि + प्रौद्योगिकी विश्‍वविद्यालय स्थित है जोकि देश का पहला कृषि विश्‍वविद्यालय है। इसलिए पंतनगर को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण माना जाता है। पंतनगर के निकट प्रमुख औद्योगिक नगर रूद्रपुर में स्थित है जहां विशाल औद्योगिक घराने, औद्योगिक केन्‍द्र और उत्‍तराखंड का उच्‍चन्‍यायालय है। पंतनगर विश्‍व प्रसिद्ध जिम कारबेट, वन्‍य जीव राष्‍ट्रीय पार्क का प्रवेश द्वार माना जाता है। पंतनगर के निकट मनोरम नैनीताल रानीखेत और भीमताल भी हैं,
देश में एयर इंडिया की क्षेत्रीय सेवाओं के बेडे में आठ एटीआर और सीआरजे विमान हैं जो 28 स्‍थानों तक जाते आते हैं।
हाल ही में एयरइंडिया ने भुज से मुंबई, कोलकाता से लीलाबाड़ी तेजपुर सिल्‍चर+गुवाहाटी + शिलांग तक उड़ानें शुरू की हैं। एयर इंडिया अंडमान निकोबार द्वीप प्रशासन के साथ एक समझौते के अंतर्गत पोर्टब्‍लेयर से कार निकोबार तक भी विमान सेवा संचालित करता है।

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अंतराष्ट्रीय संस्था द्वारा रखरखाव में नंबर दो घोषित चेन्‍नई एयर पोर्ट में भारत सरकार ने अनेक कमियां पाई

हवाई अड्डे के रखरखाव में अंतराष्ट्रीय संस्था दवारा नंबर दो घोषित चेन्‍नई एयर पोर्ट में भारत सरकार ने अनेकों कमियां पाई
नागरिक उड्डयन मंत्री ने चेन्‍नई हवाई अड्डे के रखरखाव में सुधार के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए
नागरिक उड्डयन मंत्री श्री अशोक गजपति राजू ने चेन्‍नई अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे के कामकाज की समीक्षा करने के लिए नागरिक उड्डयन सचिव और भारतीय विमान पत्‍तन प्राधिकरण (एएआई) के अध्‍यक्ष और वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। यह बैठक चेन्‍नई हवाई अड्डे के रखरखाव में कमी और सुविधाओं में कमी से संबंधित शिकायतें मिलने के बाद बुलाई गई थी। मंत्री महोदय के निर्देश पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने 18 जुलाई 2014 को चेन्‍नई अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे का अचानक निरीक्षण किया था।
श्री राजू ने चेन्‍नई अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे की स्थिति पर चिंता व्‍यक्‍त की है और अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डों के मापदंड के अनुरूप उचित स्‍वच्‍छता और यात्रियों को सुविधा देने की आवश्‍यकता पर जोर दिया। उन्‍होंने हवाई अड्डे की स्थिति सुधारने के लिए अधिकारियों को सभी संभव उपाय करने और इन्‍हें एक महीने के भीतर अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर के अनुरूप करने का निर्देश दिया। उन्‍होंने यह भी बताया कि स्थिति का जायजा लेने के लिए वह जल्‍द ही हवाई अड्डे का स्‍वयं दौरा करेंगे।
इससे पूर्व अंतराष्ट्रीय संस्था एयरपोर्ट्स कौंसिल इंटरनेशनल (ACI) ने अपने सर्वे में एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी[ ASQ ] में चेन्नई एयरपोर्ट को ४.३० पॉइंट्स से हाई इन सर्विस क्वालिटी बताया था इस रेटिंग से एयरपोर्ट को नंबर दो घोषित किया गया