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एक व्यक्ति प्रतिदिन मात्र चार रुपये में पेट भर खा सकता है:शीला दीक्षित

शीला दीक्षित के एक बयान पर बवाल हो गया है. शनिवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान दिल्ली की सीएम ने कहा कि 600 रुपये पांच लोगों के परिवार की दाल-रोटी-चावल के लिए काफी हैं. हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान पर सफाई भी दी, शीला दीक्षित ने अन्नश्री योजना की शुरुआत की थी. योजना है गरीब परिवारों को हर महीने अनाज के बदले 600 रुपये महीना देने की. शीला दीक्षित ने इस कार्यक्रम में कहा कि दिल्ली में पांच लोगों का परिवार छह सौ रुपये महीने में अच्छे से पेट भर सकता है. उसे कम से कम दाल, चावल और गेहूं तो मिल ही सकता है.
क्या दिल्ली में रहने वाले किसी आदमी का पेट सिर्फ 4 रुपये में भर सकता है.दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के मुताबिक दिल्ली में ऐसा संभव हैं.

शीला दीक्षित ने कहा, सरकार अन्नश्री के तहत हर महीने गरीब परिवारों को 600 रुपये देगी. मैं समझती हूं दिल्ली में पांच लोगों का परिवार छह सौ रुपये महीने में अच्छे से पेट भर सकता है.अर्थार्त पञ्च लोगों के परिवार के लिए महीने में १५० डाईट और ६०० रुपयों में १५० डाईट का अर्थ हुआ ४ रुपये प्रति डाईट |इस एक डाईट में सुबह दोपहर और शाम का खाना शामिल है|
शीला दीक्षित ने ये बात १५-दिसंबर को दिल्ली में अन्नश्री योजना की शुरुआत करते वक्त कही थी|.
शीला ने जब यह बयान दिया, तब कांग्रेस और यूं पी ऐ अध्यक्षा सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।
जो सीधे परिवार की महिला सदस्य के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। इस योजना का लाभ 25 लाख लोगों को मिलेगा।
इस योजना से लाभान्वित होने वाले लोगों ने शीला के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है|लोगों का कहना है कि अगर ४/= प्रति व्यक्ति प्रति दिन पर्याप्त है तो गरीब को तो खुली छत के नीचे रहना और कभी बीमार नहीं होना चाहिए\इसके अलावा सरकार को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि बाज़ार कीमतें भी इसी के अनुरूप रहेंगी|
योजना को शुरू करने के मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि ये योजना आधार कार्ड से जुड़ा होगी और पीडीएस स्कीम से अलग होगी। सोनिया गांधी ने अन्न श्री योजना लागू करने के लिए दिल्ली सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस स्कीम की सबसे अच्छी बात ये है कि पैसा जरूरतमंद परिवार की महिला सदस्य को मिलेगा।
श्रीमति सोनिया गांधी ने कहा कि यूपीए और कांग्रेस की सरकार गरीबों को भोजन देने की गांरटी को लेकर गंभीर है और जल्द ही संसद में फूड सिक्योरिटी बिल पेश किया जाएगा। एक तरफ सरकार मानती है महंगाई बढ़ रही है लेकिन दूसरी तरफ कभी ये कहा जाता है कि 20 रुपये से ज्यादा कमाने वाले को गरीब नहीं माना जा सकता। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने ही अन्नश्री योजना की शुरुआत करते हुए यहां तक कह डाला कि 600 रुपये में पांच सदस्यों वाले एक परिवार का खर्च आसानी से चल जाएगा। ये बयान गरीबी का मजाक नहीं तो और क्या है। इसके पहले मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने 27 रुपये रोज कमाने वाले शख्स को गरीबी रेखा के नीचे करार देने से इनकार कर दिया था। मोंटेक की तब खासी किरकिरी हुई थी। बावजूद इसके अब शीला दीक्षित ने 600 रुपये की थ्योरी देकर प्रति व्यक्ति के लिए पूरे दिन के खाने के लिए मात्र चार रुपये पर्याप्त बता कर चौंका दिया है। रांची में मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने २०११ में दाल-भात योजन की शुरूआत की। इस योजना के अंतगर्त राज्य में 100 केंद्रों पर प्रतिदिन मात्र 5/- (पांच) रूपय में दोपहर के खाने की व्यवस्था सरकार के द्वारा की गई|अब एक साल के बाद महंगी दर इतनी बड चुकी है मगर सरकारी आंकड़ों के अनुसार मानवीय डाईट की आवश्यकता घटाई गई है यह हास्यस्पद है|

शीला दीक्षित