एक तरफ विमानन कम्पनियाँ यात्रियों पर रोजाना किसी न किसी बात को लेकर किराया बढाने पर लगी हैं मगर दूसरी तरफ सेवाओं के नाम पर सामान को लेकर यात्रियों का उत्पीडन शुरू हो गया है |आय की द्रष्टि से पहले नंबर पर इंडिगो एयर लाइन्स हो या राष्ट्रीय केरियर एयर इंडिया | एयर इंडिया जहां यात्रियों के बैग संभाल नही प् रही है तो इंडिगो बैग को लेकर यात्रियों को जेल भिजवाने पर लगी है|इंडिगो एयर लाइन्स की एक फ्लाईट में सूत न कपास और सभी में लट्ठम लट्ठ वाली स्थिति आते आते बची|हर तरफ लिखा रहता है कि लापता बैग से बचो उसकी सोचना दो इसी से संबवत प्रेरित होकर एक यात्री ने लापता बैग के विषय में जानकारी दी तो उसे ही पोलिस के हवाले कर दिया गया एक यात्री पीएस चौहान ने सुरक्षा के लिहाज से प्लेन के स्टाफ को लापता बैग के विषय में बताया मगर इस व्हिसल ब्लोअर को ही निशाना बनाकर कार्रवाईकर दी गई,
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिम्मेदार नागरिक का फर्ज़ निभाने वाले को शाबासी देने की बजाय उनसे संदिग्ध आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया।बैग के स्वामी ने आकर एयरपोर्ट के भीतर मौजूद स्टाफ को बताया कि वह बैग उसका है। प्लेन के अपरिपक्व / स्टाफ ने उसकी कोई बात नहीं सुनी बस बम.. का हल्ला उड़ा दिया। विमान का अप्रिशिक्षित स्टाफ ने बदहवासी के आलम में सब तरफ हंगामा बरपा दिया|यात्रियों को बेवाजः घंटों परेशानी झेलनी पड़ी |
एयर इंडिया को उपभोक्ता फोरम ने सात साल पहले सेवा में खामी के लिए अब कंपनी पर ७५,००० रुपये का जुर्माना लगाया है|
दिल्ली से एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए बैंकॉक जाने वाले एक यात्री का सामान इंडियन एयरलाइंस में गुम हो गया था। दक्षिण पश्चिम जिला उपभोक्ता विवाद निपटान फोरम ने एयरलाइंस को खोया बैग ढूंढने में बुरी तरह असफल रहने का दोषी पाया। फोरम के मुताबिक यह सेवा में अक्षमता का मामला है।
नरेंद्र कुमार की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने एयरलाइंस को शादी समारोह वाले सामानों के एवज में ४०,००० रुपये तथा हर्जाने व अदालती खर्च के मद में ३५,००० रुपये भुगतान का आदेश दिया है ।
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