आम आदमी पार्टी[आप] के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली में सरकार बनाने के लिए [बुलेट बाइट करने को ]सहमति प्रदान कर दी है |आम से खास बनने के लिए उन्होंने एल जी निवास की तरफ कूच भी कर दिया है जिसे लेकर प्रतिक्रियाएं आने लग गई हैं| आप पार्टी को सत्ता नाच नचवाने के लिए आठ विधायकों का बिना शर्त समर्थन देने वाली कांग्रेस की पूर्व मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने अब कहा उनका समर्थन बिना शर्त नहीं है वरन आप के मेनिफेस्टो को है|
भाजपा के मुख्य मंत्री के उम्मीदवार रहे डॉ हर्षवर्धन ने “आप” के इस कदम को दिल्ली की जनता के साथ धोखा बताया है | उधर कमोबेश इन्ही विसंगतियों को देखते हुए “आप” पार्टी ने सरकार बनने में कोई जल्द बजी नहीं दिखाई और जनता से पुनः डाइरेक्ट स्पोर्ट लेकर एल जी निवास कि तरफ रुख किया है|
सप्ताह भर तक चले जनमत सर्वेक्षण में इंटरनेट, साइबर मीडिया और जनसभाओं के ज़रिये लोगो से सरकार बनाने के सवाल पर राय मांगी थी. यह देश में राजनीति को बदलने की एक ऐतिहासिक शुरुआत थी. जनता ने इसमें भारी संख्या में भाग लिया। आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में बहुमत के लिए आवश्यक 36 सीटें नहीं मिली थी
विभिन्न माध्यमों से जनता ने “आप” को निम्नवत राय दी [A]-Particulars
[1]Total Response
[2]Total Responses – (unique)
[3]Total Valid Responses for Delhi
[4]Outcome – Yes
[5]Outcome- No
[A] Website
[1]1,34,917
[2]99,043
[3]20,969
[4]14,256
[5]6,713
[B]Phone Calls
[1]238, 239
[2]1,83,093
[3]85,716
[4]62,412
[5]23,304
[C]SMS
[1]324,154
[2]2,41,047
[3]1,59,281
[4]1,20,418
[5]38,863
[D]Total
[1]6,97,310
[2]523183
[3]265966
[4]197086
[5]68880
[E] Jansabhas/Public Meetings
280
257
23
आप पार्टी का दवा है कि कुल मिलाकर SMS और Internet के माध्यम से 697310 प्रतिक्रियाएं मिली, जिसमें से डुप्लीकेट ID और नंबर्स को हटा कर कुल 523183 लोगों ने राय दी. इसमें से 265966 दिल्ली से हैं. इसमें से 197086 यानि 74% ने पार्टी को सरकार बनाने के पक्ष में फैसला दिया है.
इसे देखते हुए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में सरकार बनाने का निर्णय लिया है. विधायक दल के नेता अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी दिल्ली के उप राज्यपाल से सरकार बनाने की पेशकश करने जा रही है.
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“आम” आदमी की दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भावी सी एम् केजरीवाल ने “एल जी” निवास में प्रवेश किया
कोंग्रेस ने मोदी पर लड़की की जासूसी का चार्ज लगाया भाजपा ने रिचार्ज होकर कांग्रेस को घेरा मगर मुद्दे डिस्चार्ज हो कर रह गए
कोंग्रेस ने नरेंद्र मोदी पर लड़की की जासूसी का चार्ज लगाया भाजपा ने इससे रिचार्ज होकर कांग्रेस को घेरा मगर राष्ट्रीय मुद्दे डिस्चार्ज हो कर रह गए |
कांग्रेस की महिला नेत्रियों ने आज भारतीय जनता पार्टी के पी एम् के उम्मीदवार नरेंदर मोदी को घेरते हुए गुजरात में एक महिला की जासूसी कराने का चार्ज लगाया जिससे भाजपा रिचार्ज हो गई और जासूसी के बजाय उसे पीड़िता को सुरक्षा प्रदान कराने की बात कह कर चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास किया लेकिन इस सबके बीच महंगाई+भ्रष्टाचार+रुपये के अवमूल्यन+सीमा पर अशांति जैसे ज्वलंत मुद्दे डिस्चार्ज हो कर गए |
गुजरात सरकार द्वारा एक महिला की कथित जासूसी कराए जाने के मामले की जांच की मांग कर रही कांग्रेस पर भाजपा ने आज यह कहकर पलटवार किया कि कांग्रेस और उससे जुड़े लोगों ने मामले को अनावश्यक रूप से सार्वजनिक कर एक गम्भीर अपराध किया है ।
भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मामले से जुड़ी महिला और न ही उसके परिवार के सदस्यों ने इस बारे में कुछ कहा है तो फिर कांग्रेस को जांच की मांग करने का कोई अधिकार ही नहीं है ।उन्होंने कोंग्रेस को ख्वाहमखःकांग्रेस बताया | उन्होंने इसे गुलेल + कोबरा+तहलका+आदि न्यूज़ पोर्टल्स के सहयोग से कांग्रेस की साजिश बताया |उन्होंने कहा कि लड़की के पिता ने मुख्य मंत्री से अपनी बेटी की सुरक्षा की मांग की थी जिसके जवाब में यह सुरक्षा प्रोवाइड कराई गई|उन्होंने टेलेग्राफ एक्ट+प्राइवेसी एक्ट के उलंघन का आरोप कांग्रेस पर लगाया |इसके साथ ही सी बी आई के कब्जे वाली सी डी का प्रयोग गुलेल द्वारा किये जाने की जांच की मांग भी उठा दी| इसके साथ ही मीडिया की तरफ ऊँगली उठाते हुए कहा कि पोर्टल की वेबसाइट पर बचाव के लिए लिखा गया है कि यह सी डी प्रमाणित नहीं है इसके बावजूद इसे चैनलों पर दिखाया जा रहा है|
नरेंदर मोदी जब बेंगलुरु रैली में भाषण देने के लिए मंच पर तैयार बैठे थे, तब दिल्ली में उन पर कांग्रेस की महिला नेताओं द्वारा हमला बोला गया । कांग्रेस की शीर्ष चार महिला नेता कथित तौर पर एक युवती का पीछा [जासूसी]करवाने के लिए मोदी द्वारा सरकारी मशीनरी के दुरुपयोगों को लेकर सवाल दाग रही थीं।
कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित इस प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास+ जयंती नटराजन+ महिला कांग्रेस प्रमुख शोभा ओझा+ उत्तर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व प्रमुख रीता बहुगुणा जोशी ने चार्ज लगाया कि गुजरात पुलिस के समूचे आतंकवाद निरोधक दस्ते द्वारा युवा महिला का पीछा करने और जासूसी करने से हर महिला का सम्मान और मर्यादा दांव पर है।नेत्रियों ने कहा कि यदि सरकारी तंत्र का दुरूपयोग किया गया है, तो निश्चित तौर पर मोदी के पास गुजरात में शासन करने का कोई नैतिक और राजनैतिक अधिकार नहीं है।
कांग्रेस की इस प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीनाक्षी लेखी ने भाजपा का रुख स्प्ष्ट किया
गौरतलब है कि खोजी वेबसाइट कोबरापोस्ट + गुलैल ने 15 नवंबर को दावा किया था कि गुजरात के पूर्व गृह मंत्री और मोदी के करीबी सहायक अमित शाह ने ‘साहब’ के इशारे पर एक महिला की निगरानी[जासूसी] का आदेश दिया था।इस पर भाजपा राष्ट्रिय अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने कहा था कि लड़की के पिता के आग्रह पर यह सुरक्षा मुहैय्या करवाई गई थी
इस दावे की पुष्टि के लिए शाह और एक आईपीएस अधिकारी के बीच बातचीत का टेप [सी डी]जारी किया था। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की जा सकती।
वर्त्तमान में अमेरिकी $ के मुकाबिले भारतीय रुपया लुढ़क रहा है,। एक्सपोर्ट नहीं हो पा रहा है। सरकारी नीतियों के चलते देश का पशुधन खतरे में है। इन सभी मुद्दो पर चर्चा कराने के बजाय देश कि दोनों बड़ी पार्टियां केवल एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोपों के बल पर ही चुनावी वैतरणी पर करने के लिए प्रयास रत दिख रही हैं
कांग्रेस के धुरंधर नेताओं ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का घोषणा पत्र जारी किया जिसे भाजपा ने लोक लुभावन नारा बताया
कांग्रेस के धुरंधर नेताओं ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का घोषणा पत्र जारी किया जिसे भाजपा ने तत्काल मात्र लोक लुभावन नारा बता कर खारिज कर दिया |वरिष्ठ कांग्रेसी नेता + अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष मोती लाल वोहरा ने यह घोषणा पत्र मीडिया में जारी किया|
[१] इस घोषणा पत्र में कांग्रेस ने पत्रकारों को आवासीय कालोनी के अलावा दुर्घटना बीमा राशि को ५ लाख से बड़ा कर दस लाख करने का वायदा किया है|
[२] 35 किलोग्राम चावल मुफ्त देने+ किसानों को नि:शुल्क बिजली + धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य दो हजार रुपये प्रति क्विंटल करने का वायदा भी किया है।[३]इसके अलावा शिक्षकों के लिए सामान कार्य समान वेतन की अवधारणा को भी स्वीकार किया है|
[४]अस्प्ताल+कालेज+एयर एम्बुलेंस +रेल+एयर पोर्ट आदि से जुड़े अनेकों मुद्दे शामिल किये गए हैं|
अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो राज्य के गरीबी रेखा से ऊपर और गरीबी रेखा से नीचे के सभी परिवारों [आयकर चुकाने वाले को छोड़कर] को 35 किलोग्राम चावल मुफ्त दिए जाएंगे।
धान के प्रति क्विंटल मूल्य में से 500 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किसान परिवार की महिला सदस्य के नाम से किया जाएगा।
राज्य में कृषि बिजली पंपों को निशुल्क बिजली दी जाएगी।
राज्य में नक्सलवाद की समस्या के हल के लिए उचित रणनीति अपनायी जाएगी
प्रदेश में सत्ता रुड भाजपा ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस को अगर धान का समर्थन मूल्य बढ़ाना ही है तो अभी बढ़ा ले वह तो केंद्र का ही मसला है, विधानपरिषद भी बना ले। उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जो काम वह कर सकती है, उसे छोड़कर वह जनता के बीच भ्रम फैलाने वाली बातें कर रही है पर जनता समझदार है।केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार हैं मगर पिछले पांच साल में रेल+एयर_कृषि उत्पादों के मूल्य+आदि मुद्दों पर उदासीनता ही दिखाई गई है अब चुनावों के समय केवल दिखावटी वायदे ही किये जा रहे हैं |
क्या प्याज और पाकिस्तान ने देश के सियासतदानो के सियासी हाथों की लकीरें बदलनी शुरू कर दी हैं ?
आज कल “हाथ” ब्रांड जोरो शोरों से चल रहा है| कांग्रेस +भाजपा+सपा के “हाथ” की मांग का ग्राफ कुछ ज्यादा ही उठ रहा है|लेकिन सिसायत के इस बाजार में “हाथ” के कारोबार का नियम कुछ अलग है |जी हाँ यहाँ अपने ब्रांड को तो बचाया जा रहा है और दुसरे के ब्रांड का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है |
अब देखिये कांग्रेस का पार्टी +चुनावी निशान “हाथ” है मगर उन्हें अपना ही हाथ कहीं दिखाई नहीं देता इसीलिए कभी उन्हें भाजपा और कभी कभी सपा के हाथ का सहारा लेना पड़ जाता है मगर वक्त की मांग के अनुसार अब उन्होंने पाकिस्तान के हाथ की भी तिजारत शुरू कर दी है|
पहले मुज्जफर नगर के दंगों के पीछे कांग्रेस के अच्छे से अच्छे नेताओं को सपा और भाजपा के हाथ नजर आ रहे थे जब इनसे अपेक्षित लाभ नहीं मिले तो कांग्रेस के भावी प्रधान मंत्री राहुल गांधी को इंदौर की चुनावी रैली में जाकर मुज्जफर नगर के दंगों में पाकिस्तान की आई एस आई का हाथ बिना दूरबीन लगाये ही दिखाई दे गया| राहुल गांधी ने इंदौर की सभा में एलानिया कह दिया कि यूं पी के मुज्जफर नगर के दंगों में पाकिस्तान की आई एस आए का हाथ है| और ये आई एस आई वाले प्रदेश में भाजपा के साम्प्रदाइक हाथों को काटने आये हैं |
बात यहीं खत्म हो जाती तो कोई बात नहीं थी लेकिन कांग्रेस को सीमा पर हो रही घुसँपैंठ के पीछे भी पाकिस्तान की फौज का हाथ दिखाई दे रहा है| अब इन गद्दी नशीं हुकुमरानों को देश की सीमा से लेकर देश के भीतर तक पाकिस्तान के “हाथ” पे हाथ ही नजर आ रहे हैं|बकौल जनाब नरेंदर मोदी सरकार का काम केवल सूचनाएं देना भर रह गया है|
अब महंगाई की बात भी कर ली जाये |प्याज के दाम दिल्ली में सेंचुअरी मार चुके हैं इसे कंट्रोल करने के बजाय केंद्र और राज्य सरकारें भाजपा के हाथ की लकीरें गिनने में लग गई हैं| केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार टी वी चैनलों पर अपने आप को असहाय बता कर अपने रंगे हाथ बचाते फिर रहे हैं|वाणिज्य मंत्री आनद शर्मा इसके पीछे काला बाजारियों को दोष दे रहे हैं लेकिन आश्चर्यजनक रूप से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित काला बाजारियों से हाथ जोड़ कर अपील करती फिर रही हैं | शायद काला बाजारियों के हाथ कांग्रेस के हाथों से जयादा मजबूत होंगे तभी इनके खिलाफ हाथ उठाने के बजाय हाथ जोड़ना ज्यादा मुफीद समझा गया | इतिहास से सबक लेना कोई शीला दीक्षित से सीखे क्योंकि एक बार नाइट वाच बैट्स मैन के तौर पर दिल्ली की मुख्य मंत्री बनी भाजपाई श्री मति सुषमा स्वराज ने भी टी वी कैमरे लेकर प्याज के गोदामों में अपने हाथ घुसेड़े थे तब इन गोदामों के मालिकों के भारी भरकम हाथों ने दिल्ली में भाजपाई कमल को ही मसल कर रख दिया था | ऐसे में इसकी पुनरावृति कौन चाहेगा|
अब प्याज के रसायनिक गुण भी देख लिए जाएँ |यह जीव की आँखों में आंसू ले आता है लेकिन यह तभी होता है जब प्याज को काटा या छिला जाता है |लेकिन इसके भाव जब जरुरत से जयादा बढ़ते हैं तो यह देश वासिओं की आँखें नम कर देता है|
प्याज में 89% जल + 4% शुगर+, 1% प्रोटीन+ 2% फाईबर+ 0.1% फैट होता है| विटामिन सी+, विटामिन बी 6 और फोलिक एसिड का यह अच्छा स्रौत है | इसमें एंटी -कोलेस्ट्रॉल + एंटी कैंसर + एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज हैं|
दुर्भाग्य से नेताओं से लेकर व्यापारियों तक में “पानी ” की मात्रा प्याज में पानी की मात्रा से एकदम उलट है |शायद इसीलिए प्याज की काली तिजारत से वोह कमी पूरी की जा रही है|
बुद्धिस्म मान्यतानुसार प्याज और लहसुन को पका कर खाने से जहाँ इच्छाएं जागृत होती हैं वही इसका कच्चा सेवन गुस्से को बढाता है|लेकिन प्याज की कीमतों में उछाल से आजकल तिजोरियों का साइज बढता है |
आम आदमी का साथ देने के लिए उठे कांग्रेस के हाथ क्या इतने बेअसर हो रहे हैंकि कई बार हथियार डाल चुका पकिस्तान जैसा मुल्क भी सीमा से लेकर देश के अंदर तक घुस आया है|चीन अलग इंच दर इंच नौंच रहा है|इसके अलावा बकौल इन्ही के विपक्ष साम्प्रदाइक हिंसा भड़काने में कामयाब हो रहा है|काला बाजारी देश में अस्थिरता फैलाने में कामयाब हो रहे हैं|.इस सब को देख कर क्या कहा नहीं जाना चाहिए कि सरकारी हाथों की लकीरें फींकी पड़ने लगी है और विपक्ष के हाथों की लकीरों ने नई शेप लेनी शुरू कर दी है
अनिवार्य मतदान को अनिवार्य बनाने के लिए नरेंदर मोदी के विचार स्वागत योग्य हैं ;सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से
भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पत्रकार लाल कृषण आडवाणी ने नरेंदर मोदी के सुरों के साथ सुर मिलते हुए अनिवार्य मतदान को अनिवार्य बनाए जाने पर बल दिया है | एल के आडवाणी ने इस दिशा में पहल के लिए नरेंदर मोदी की तारीफ भी की है।
श्री आडवाणी ने अपने नए ब्लाग में लोगों को नकारात्मक मतदान का अधिकार देने वाले सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का स्वागत किया इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मतदान के प्रावधान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।
ब्लॉगर आडवाणी ने कहा कि वर्तमान में मतदाता संविधान प्रदत्त अपना मत देने के बहुमूल्य अधिकार का बिना किसी वैध कारण के उपयोग नहीं करता है वोह अनचाहे ही सभी उम्मीदवारों के खिलाफ नकारात्मक वोट दे देता है
।आडवाणी ने नरेन्द्र मोदी के गुजरात में किये गए सुधारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा ने दो बार अनिवार्य मतदान के पक्ष में वोट दिया, लेकिन राज्यपाल और नई दिल्ली दोनों ने ही विधेयक को मंजूरी नही दी | उन्होंने बताया कि दुनिया के 31 देशों में अनिवार्य मतदान का प्रावधान है और मात्र एक दर्जन देशों ने ही प्रतिरोधक प्रावधाव के साथ इसे लागू किया है। आर एस एस के बाद जनसंघ और अब भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लाल कृष्ण आडवानी ने अपनी यादों को समेटते हुए बताया है कि १९५७ में जब दीनदयाल उपाध्याय ने उन्हें अटल बिहारी को सहयोग करने के लिए राजस्थान से दिल्ली बुलाया था उस समय उन्होंने चुनावी सुधारों का अध्ययन करने और उन पर पर कार्य करने का सुझाव दिया था तभी से लगातार इस दिशा में कार्य किया जा रहा है ,
नरेंदर मोदी ने केंद्र सरकार पर अपने तरकश से नेतृत्व+ क्षमता+ मंशा + इरादे और देश की इज्जत जैसे भावनात्मक तीरों को जम कर छोड़ा
नरेंदर मोदी ने केंद्र और दिल्ली की प्रदेश सरकार पर अपने तरकश से नेतृत्व+ क्षमता+ मंशा + इरादे और देश की इज्जत जैसे भावनात्मक तीरों को जम कर छोड़ा |
भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में जनता के सामने ‘शहजादा’ और ‘सेवक’ के बीच चुनाव का विकल्प देकर मिशन 2014 का शंख फूंक दिया उन्होंने परोक्ष रूप से ‘राजतंत्र’ और ‘लोकतंत्र’ का सवाल उठा कर कांग्रेस के परिवारवाद पर तीखी चोट की। अनेको भावनात्मक बिंदुओं को छूते हुए उन्होंने एक साथ केंद्र और प्रदेश सरकार के साथ कांग्रेस को भी कठघरे में डाला |
दिल्ली के जपानी पार्क से चुनावी शंखनाद करते हुए मोदी ने अपने तरकश से नेतृत्व+ क्षमता+ मंशा + इरादे और देश की इज्जत जैसे भावनात्मक तीरों को छोड़ कर अपना लक्ष्य आसान किया । दिल्ली में रविवार को उस वक्त जहां हर ओर बारिश हुई, सभा स्थल पर हल्की बूंदाबांदी और ठंडी हवा थी।एस एखुश्गावर मौसम में दागियों को बचाने के अध्यादेश के सवाल पर मनमोहन और राहुल गांधी पर मोदी जम कर बरसे
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से डॉ मनमोहन सिंह को ‘देहाती औरत’ कहे जाने पर जहां नवाज को उसकी औकात की याद दिलाई वहीं इसके लिए राहुल को जिम्मेदार ठहरा कर कांग्रेस को भी लपेट लिया। अमेरिका राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने पी एम् द्वारा जताई गई लाचारगी को भी देश लिए शर्मनाक बताया।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने आर्डिनेंस का को नान सेन्स कह कर सरे आम अपने पी एम् की पगड़ी उछालकर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नवाज शरीफ को मजबूती प्रदान की है|
मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत ही कांग्रेस में परिवारवाद से की| चुटकियों के अंदाज में उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकारों के बोझ से दब गई है। दिल्ली राज्य में एक सरकार ‘मां’ [शीला दीक्षित] की है तो दूसरी ‘बेटे’ की। जबकि केंद्र में जहां सरदार की सरकार बेअसरदार है वहीं मां और बेटे के साथ साथ ‘दामाद’ की भी सरकार चलती है।
उन्होंने कहा कि गठबंधन बनता अंकगणित से लेकिन वह चलता केमिस्ट्री से है। संप्रग सरकार में वह केमिस्ट्री कभी नहीं बन पाई। लिहाजा सहयोगी दलों को भी नेतृत्व और सरकार के आचरण पर विचार करना चाहिए। भ्रष्टाचार, नीतिगत अनिर्णयता आदि का उल्लेख करते हुए मोदी ने यह भरोसा दिलाने की कोशिश की अब कांग्रेस की डर्टी टीम नहीं भाजपा की ड्रीम टीम ही देश को पुराना गौरव दिला सकती है। वी के गोएल+वी के मल होत्रा+ हर्षवर्धन+नव जोत सिंह सिद्धू+नितिन गडकरी अदि ने भी विचार व्यक्त किये
डॉ मन मोहन सिंह के मुजफ्फर नगर में दौरे को लेकर अब केंद्र और राज्य में नसीहत और व्यंग का खेल शुरू हो गया है
मुजफ्फरनगर के दंगों को आग बेशक अब कुछ कम होने लगी है लेकिन राजनीती पूरी तरह गर्माने लग गई है|ऐसे में केंद्र और राज्य आमने सामने आते दिखने लगे हैं |केंद्र और राज्य में नसीहत और व्यंग का खेल शुरू हो गया है| ऐसा मुख्य मंत्री और प्रधान मंत्री के दौरों से स्पष्ट होता है| जहाँ तक विरोध प्रदर्शन के तराजू पर तोलने की बात है तो मुख्य मंत्री को दौर में स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा तो केन्द्रीय न्रेतत्व के सामने ऐसे कोई अप्रिय घटना नही घटी|
प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आज सोमवार को दंगा प्रभावित इलाकों के साथ राहत शिविर का भी दौरा किया और पीड़ितों की हरसंभव मदद और दंगे भड़काने के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा का आश्वासन दिया ।
अपनी पार्टी कि अध्यक्षा श्री मति सोनिया गाँधी और उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के साथ आये प्रधान मंत्री ने एक तरफ जहां पीड़ितों का हालचाल जाना और उन्हें ढांढस बंधाया, वहीं बातों-बातों में उत्तर प्रदेश में अखिलेश सरकार को नसीहत भी दे डाली।उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मैं पीड़ितों का दुख-दर्द बांटने यहां आया हूं। राज्य सरकार का फर्ज बनता है कि सभी के जानमाल की पूरी सुरक्षा हो। कानून व्यवस्था राज्य का मामला है।”उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि लोग जल्द से जल्द अपने घरों को लौट सके
केंद्र की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार को पूरी मदद दी जाएगी। जिम्मेदार लोगों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के दौरे के एक दिन बाद मुजफ्फरनगर पहुंचे मनमोहन सिंह के साथ यूपीए अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी+ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी+ राज्यपाल बी एल जोशी और गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह भी थे
उधर उत्तर प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री आजम खां ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरे को पूरी तरह राजनीतिक करार देने में कोई देरी नही की | खां ने मीडिया से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मुजफ्फरनगर गये हैं..अच्छी बात है…चुनाव करीब हैं, उन्हें ऐसा करना भी चाहिये।’’ उन्होंने व्यंग बाण चलाते हुए कहा, बेहतर होता अगर प्रधानमंत्री फैजाबाद भी जाते, मथुरा भी जाते, बरेली भी जाते। गौरतलब है कि फैजाबाद, मथुरा और बरेली में पिछले साल साम्प्रदायिक दंगे हुए थे।मथुरा में सत्ता रुड यूं पी ऐ के घटक रालोद के एक सांसद हैं|
इससे एक दिन पहले ही राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिले का दौरा किया था और लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा था।
मुजफ्फनगर में हुई सांप्रदायिक हिंसा में अब तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। हिंसा प्रभावित बहुत से लोगों को अस्थायी शिविरों में ठहराया गया है।
प्रधानमंत्री के दौरे से एक दिन पहले रविवार को अखिलेश यादव ने कवाल गांव का दौरा किया, जहां 27 अगस्त को एक छेड़खानी की वारदात के बाद तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे ज़िले में तनाव पैदा हो गया था।अखिलेश यादव ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि दंगाइयों के खिलाफ़ सरकार कड़े कदम उठाएगी। ‘हम उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करेंगे और दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि सरकार ने न्यायिक आयोग गठित किया है जो 27 अगस्त के बाद की घटनाओं की पड़ताल कर रहा है
अखिलेश को गांववालों ने काले झंडे दिखाए और नारेबाज़ी की। गांव वालों ने सरकार पर तुरंत कार्रवाई न करने और हिंसा को रोक पाने में नाकाम रहने के आरोप लगाए।
प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले ही दिन विधानसभा की कार्यवाही मुजफ्फरनगर में हाल में हुई साम्प्रदायिक हिंसा और कानून-व्यवस्था को लेकर विपक्षी सदस्यों के शोरगुल और हंगामे के कारण बाधित हुई और सदन में प्रश्नकाल नहीं हो सका।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा)+ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) +राष्ट्रीय लोकदल (रालोद)और कांग्रेस के कई सदस्य नारेबाजी करते हुए हाथों में तख्ती लिये सदन के बीचोंबीच आ गये। कांग्रेस इस विरोध का न्रैतत्व करती दिखाई दी| भाजपा ने डॉ मन मोहन सिंह +श्री मति गाँधी+राहुल गाँधी के इस दौरे को कांग्रेस के सेक्युलर टूरिज्म कि संज्ञा दी है|
फोटो कैप्शन
[१]The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh briefing the media after meeting the violence affected people in Muzaffarnagar district on September 16, 2013.
“
संशोधनों के ईंधन पर पकाए बगैर ही कच्चे अनाज की सिक्यूरिटी से भ्रष्टाचार के अपच से देर सबेर ढिड[पेट] में दर्द होनी ही है
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
कुलांचे भरता एक कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झाल्लेया मुबारकां ओये देखा हसाडी नेत्री श्रीमती सोनिया गाँधी जी ने दिन रात एक करकेयहाँ तक के खुद बीमार पड़ कर भी फ़ूड सिक्यूरिटी बिल को लोक सभा में अपनी अनुपस्थिति में पास करवा लिया| ओये आज के नो घंटे के मंथन [ बहस] से निकले फ़ूड सिक्यूरिटी के अमृत से देश की ८२ करोड़ जनता को सस्ता अनाज उपलब्ध हो सकेगा|अब कोई भूखा नहीं सोयेगा|
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजान जी आप जी के इस फ़ूड सिक्यूरिटी बिल से आप जी की चुनावों में दाल तो गल जायेगी और विपक्ष की हांडी टूट जायेगी लेकिन आप जी ने विपक्ष के ३०० से ज्यादा संशोधनों के ईंधन पर पकाए बगैर ही कच्चे अनाज की व्यवस्था कराई है इससे देर सबेर भ्रष्टाचार के अपच से आपलोगों के ढिड[पेट] में दर्द होनी ही है|
भाजपा ने अनुसूचित समाज के खिलाफ किये जा रहे षड्यंत्र के विरुद्ध राष्ट्रपति को ४ सूत्रीय ज्ञापन दिया
भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर २३ अगस्त की प्रातएक दिवसीय धरना देकर केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया गया |और राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी प्रेषित कियाजिसमे आग्रह किया गया कि असामनता तथा जाति विषमता कि खाई पाटने के लिएयह आवश्यक है कि यूं पी ऐ सरकार द्वारा अनुसूचित जाति के खिलाफ किये जा रहे कार्यों को तुरंत रोका जाये | इस ज्ञापन में प्रस्तुत मांगे इस प्रकार हैं:
[१] सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्र की रिपोर्ट को अविलम्ब ख़ारिज किया जाये|
[२] सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पदों को अविलम्ब भरा जाए|
[३]गरीबों को दी जाने वाली सुविधाओं में बिना शर्त के पहला हक़ अनुसूचित जाति वर्ग का हो| एस सी /एस टी के छात्रों को सरकार की तरफ से दी जाने वाली छात्रवृतियों में लागू आय सीमा तुरत खत्म की जाए|
[४]भारतीय प्रशासनिक सेवा [IAS ][IPS ]की भांति भारतीय न्यायिक सेवा[ IJS ] भी शुरू की जाये
यह ज्ञापन मोर्चा अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ संजय पासवान द्वारा हस्ताक्षरित है|
भारतीय जनता पार्टी ने अपने केन्द्रीय कार्यालय में हरियाली तीज का आनंद लिया
[दिल्ली]भाजपा ने आज तीज महोत्सव मनाया और ,भूख+भय+भ्रष्टाचार+महंगाई के विरुद्ध युद्ध छेड़ने के लिए ऊर्जा प्राप्त की | भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने अपने केन्द्रीय कार्यालय में हरियाली तीज का आनंद लिया| सावन माह में ऐसे आयोजन और किये जाने हैं|
भाजपा की २८ जुलाई की शाम हरियाली सावन महोत्सव तीव पर्व के नाम रही|जिसमे राजनितिक भाषण या प्रेस रिलीज के बजाय सावन के सुहावने ,मन लुभावने गीत गूंजे | श्री मति सुषमा स्वाराज को सावन प्रतीक चिन्ह के रूप में झूला भेंट किया गया|
इस कार्यक्रम में अध्यक्ष राज नाथ सिंह + सावित्री सिंह+ श्री मति सुषमा स्वराज +महिला मोर्चे की अध्यक्षा सरोज पांडेआदि उपस्थित थे|
अध्यक्षा पांडे ने चूडियाँ+ तिलक +पुष्प से महिलाओं का स्वागत किया|
उन्होंने कहा कि इस महोत्सव से प्राप्त उमंग+ऊर्जा+उल्लास से सभी बहने नारी शक्ति के रूप में भूख+भय+भ्रष्टाचार+महंगाई खत्म करने के लिए जुटेंगी| गौरतलब है कि २९ जुलाई को ताल कटोरा स्टेडियम में महिला कार्यकर्त्ता सम्मलेन है जिसमे आज प्राप्त उर्जा को इस्तेमाल करने की घोषणा भी की गई है|
मुख़्तार अब्बास नकवी मुस्लिम सभा और एल के अडवाणी के अनुसूचित जाति के कार्यक्रम के पश्चात अब तीज महोत्सव में महिलाओं को एकत्रित करने का प्रयास कहा तक सफल होगा यह तो २९ जुलाई के ताल कटोरा स्टेडियम में ही पता चल पायेगा|
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