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Tag: भ्रष्टाचार

भाजपा ने १६वी लोक सभा में जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को इकट्टा किया

[मेरठ] १६वी लोक सभा के २०१४ में होने वाले चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए आज भाजपा ने मेरठ में अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं को इकट्टा किया और अपने राजनीतिक कार्ड्स खोलते हुए प्रदेश में मुस्लिम तुष्टिकरण और देश में व्याप्त भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने का आह्वाहन किया गया| |अवसर था

मेरठ हापुड़ से भाजपा के सांसद राजेंद्र अग्रवाल की पुस्तिका अपेक्षाओं की कसौटी पर हमारे सांसद

नामक पुस्तिका का विमोचन |पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने इस पुस्तिका का विमोचन किया |विमोचन करने के पश्चात वक्ताओं ने २०१४ में भाजपा कि सरकार बनने का आश्वासन दिया |
लगभग ९०० कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने लगभग ४ सालों में अपनी उपलब्धियां गिनाई |उन्होंने बताया कि बीते तीन साल के कार्यकाल में

२६६ दिन के सदन में उन्होंने २६२ दिन कि उपस्थिति दर्ज़ कराई है|२२ विभागों से जुड़े १३२ सवाल उठाये जिनमे से ७० सवाल मेरठ के बुनियादी ढांचे के विकास के सम्बन्ध में थे|

इसका नतीजा है कि एन सी आर में आने के बावजूद उपेक्षित चल रहा , मेरठ, केंद्र सरकार के फोकस में आ गया है|सांसद अग्रवाल ने केंद्र सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि ६५ सालों में कांग्रेस की सरकारों ने भ्रष्टाचार के नए रिकार्ड्स बनाये हैं| |आज केंद्र के पास विकास के लिए पैसा नहीं है|जो भी पैसा है वोह भ्रष्टाचार के लिए ही है|
जागरूक नागरिक मंच द्वारा आयोजित इस विमोचन समारोह में मुख्य अथिति के रूप में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मेरठ शहर से विधायक डाक्टर लक्ष्मी कान्त वाजपई ने कहा कि जनता ने २०१४ में यूं पी ऐ को हटा कर एन डी ऐ को सत्ता सौंपने का मन बना लिया है |इसी तरह २०१७ में प्रदेश में भी भाजपा का कमल ही खिलेगा|डाक्टर वाजपई ने पार्टी लाईन पर लौटते हुए कहा कि प्रदेश सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है और बहुसंख्यकों के साथ अन्याय हो रहा है इसके विरुद्ध सभी को आवाज़ उठाना होगा |आन्दोलन छेड़ना होगा|
कुशल मंच संचालक का ख़िताब पाए करुणेश नंदन गर्ग के संचालन में सुरेश जैन ऋतुराज + छावनी विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल+दक्षिण के विधायक रविन्द्र भडाना +मेयर हरिकांत अहलुवालिया+पूर्व विधायक अमित अग्रवाल+मोहन लाल कपूर+ मेमोरी गुरु और कार्यक्रम के आयोजक सुधांशू सिंघल आदि ने भी विचार रखे|कार्यक्रम का आयोजन शास्त्रीनगर स्थित शिशु मंदिर शिक्षण संस्थान में हुआ

गुजरात में किंकर्तव्य विमूड हुई कांग्रेस हिमाचल में एब्सोल्यूट मेजोरिटी को सेलेब्रेट नहीं कर पा रही है:Himachal Changeover

Himachal Pradesh Election

गुजरात में नरेन्द्र मोदी के जीत से किंकर्तव्य विमूड की स्थिति से जूझ रही कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में प्राप्त पार्टी की एब्सोल्यूट मेजोरिटी को भी उत्साह पूर्वक सेलेब्रेट नहीं कर पा रही है| बेशक हिमाचल की जनता ने पिछली हर बार की तरह सत्ता परिवर्तन करते हुए कांग्रेस को राज्य की बागडोर थमा दी है। कांग्रेस को कुल 68 सीटों में से 13 सीटों के फायदे के साथ 36 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी 15 सीटों के नुकसान के बाद 26 सीटों पर सिमट गई है। छह सीटों पर अन्य उम्मीदवारों को जीत मिली है।यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है|भाजपा के भ्रष्टाचारों के आरोपों का सामना कर रहे ७८ वर्षीय वीर भद्र सिंह ने राहुल गांधी की पांच चुनावी सभाओं में कांग्रेस को जितवाकर राहुल गांधी का कद बढाया हैऔर पूर्ण सत्ता की डोर अपनी पार्टी की आलाकमान श्रीमति सोनिया गाँधी के हाथों में थमाई है उसे देखते हुए इसे कांग्रेस के बजाये वीर भद्र सिंह की जीत कहा जा सकता है|
प्रेम प्रकाश धूमल की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार में आए भ्रष्टाचार के मामले उसी पर भारी पड़े और जनता ने धूमल की राजनीतिक छवी को धूमिल करके कांग्रेस के हाथ का साथ दिया।
प्रदेश में इस बार एक ही चरण में मतदान 4 नवंबर को कराया गया था जिसमे रिकॉर्ड वोटिंग हुई थी। एक्जिट पोलों के मुताबिक हिमाचल में कांग्रेस को बढ़त की संभावना पहले ही जताई जा रही थी।, ।गुजरात में बीजेपी के कुछ उम्मीदवार अपनी जीत को लेकर इतने आश्वस्त थे कि उन्होंने रात में ही अपनी जीत के पोस्टर लगा दिए थे जगह जश्न का महौल बनाया जा रहा है मगर कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोपों को बी जे पी की तरफ मौड़ कर विजयश्री चूमने वाले वीर भद्र सिंह को क्रेडिट दिया जाना जायज़ ही कहा जाना चाहिए

भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तो लड़ी जा सकती है मगर इस बुराई का जडमूल विनाश नहीं किया जा सकता

भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तो लड़ी जा सकते है मगर इस बुराई का जडमूल विनाश नहीं किया जा सकता|ये विचार आज एच टी सम्मिट में तीन राज्यों के युवा न्रेतत्व ने व्यक्त किये नई दिल्ली स्थित ताज पैलेस में आयोजित एच टी सम्मिट में जे एंड के के मुख्य मंत्री ओमर अब्दुल्लाह यूं पी के सी एम् अखिलेश यादव और पंजाब के उपमुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने लगभग एक सी स्वर में भ्रष्टाचार को पूर्णतय समाप्त किये जाने में असमर्थता जताई|
मंचासीन एंकर द्वारा भ्रष्टाचार के खात्मे के विषय में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ओमर अब्दुल्लाह ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ी जा सकती है और लड़ी जा रही है मगर इसे पूरीतरह से समाप्त नहीं किया जा सकता|बादल ने इसी विचार को आगे बढ़ाते हुए कहा पंजाब में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए किये जा रहे प्रयासों के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार को तब तक समाप्त नहीं किया जा सकता जब तक आम आदमी की सरकार पर निर्भरता को समाप्त नहीं किया जाता|उन्होंने बताया कि इस दिशा में पंजाब में एफिडेविट की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है+लैंड रिकार्ड को ऑन लाईन कर दिया गया है+आर टी ओ के स्थान पर अब दुकान दार स्वयम वाहन के पंजीकरण संख्या और नंबर मुहैय्या करवाता है|उन्होंने सरकार पर निर्भरता को कम करने के लिए आउट सोर्सिंग की वकालत भी की | मंच के नीचे से पूछे गए एक पत्रकार द्वारा पूछे गएराज्य सम्बन्धित एक प्रश्न के उत्तर में इस युवा नेता ने मीडिया को निशाने पर ले लिया उन्होंने कहा कि मीडिया को पेड न्यूज चाहिए +पॅकेज चाहिये इसीलिए भ्रष्टाचार को बढावा देने के लिए मीडिया भी जिम्मेदार है|

भ्रष्टाचार का जडमूल विनाश नहीं किया जा सकता


उत्तर प्रदेश के युवा सी एम् ने इसी प्रश्न के उत्तर में बादल और केन्र सरकार पर चुटकी ली |उन्होंने कहा कि पंजाब की जो प्रोग्रेस दी गई है वह बहुत छोटे छोटे भ्रष्टाचार से सम्बंधित हैं ऐसे प्रयास तो यूं पी में भी किये जा रहे हैं मगर बड़े भ्रष्टाचार तो वोह हैं जिनके खिलाफ दिल्ली में आये दिन राष्ट्रीय ध्वज उठाये जा रहे हैं|इसीलिए भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तो लड़ी जा सकती है मगर इसे पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता |इसी मुद्दे को लेकर सी एम् के चाचा शिव पाल यादव के ब्यान का उल्लेख किया गया जिसमे कहा गया था कि छोटे मोटी चोरी की जा सकती है इसके जवाब में सी एम् ने अपने चाचा का बचाव करते हुए कहा की मीडिया ने उन्हें मिस कोट किया है| उन्होंने चोरी नहीं बल्कि कामचोरी कहा था|इस पर उनके साथ ही बैठे ओमर अब्दुल्लाह ने चुटकी लेते हुए कहा कि शुक्र है कि अकेले ओमर के चाचा ही मिस्कोट नहीं किये जा रहे|गौरतलब है कि अभी हाल ही में ओमर के चाचा पर भी सरकार विरोधी बयाँ देने से सरकार कि किरकिरी हुई थी|
बताते चले कि वर्तमान में आये दिन भ्रष्टाचार के एक से बढ कर एक आरोप सरकार पर लगाये जा रहे हैं और उनका विरोध भी हो रहा है|बीते दिन अन्तराष्ट्रीय व्यापारी संस्था वाल मार्ट ने भी भारत में व्यापार करने के लिए घूस मांगे जाने का आरोप लगा दिया है |सरकार द्वारा केवल इन्हें नकार कर दूसरों का विरोध ही किया जा रहा है संभवत इसी को लेकर अखिलेश यादव ने टिपण्णी की है|

सब्सिडी का पैसा सीधा लाभार्थिओं के बैंक खाते में देकर देश जोड़ने की एक पहल

केंद्र सरकार ने सब्सिडी का पैसा सीधा फायदा पाने वालों के बैंक खाते में देने का फैसला किया है.\ भ्रष्टाचार रोकने और सब्सिडी में गड़बड़ी को लेकर केंद्र सरकार ने यह अहम फैसला लिया है.| इस योजना के तहत देश के २५% परिवार आ सकेंगें|आधार स्कीम के तहत इसे अमल में लाने का विचार किया गया है| सरकार हर साल सब्सिडी और नई योजनाओं पर ३.२५ लाख करोड़ रुपये खर्च करती है इसीलिए इस योजना का उद्देश्य डीजल और एलपीजी जैसी चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी+ मनरेगा+ पेंशन+स्कॉलरशिप जैसी योजनाओं में भ्रष्टाचार को रोकना है| आठ प्रदेशों में [छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पंजाब, तमिलनाडु, राजस्थान और सिक्किम] में पायलट योजना के तहत ये पहले से चल रही है|. । इस कार्यक्रम को समयबद्ध तरीके से क्रियान्वित करने के लिए प्रधानमंत्री ने कुछ ढांचागत व्यवस्था की है। इसके तहत उन्होंने अपने अधीन एक समिति के गठन के साथ-साथ कुछ अन्य समूह गठित किए हैं। इस योजना को आधार पहचान संख्या के आधार पर क्रियान्वित करने का विचार है।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति होगी जिसमें संबंधित मंत्रालयों के सचिव होंगे। समिति यह सुनिश्चित करेगी कि इसका समयबद्ध तरीके से क्रियान्वयन हो और कोई बाधा न हो। साथ ही नकद हस्तांतरण मिशन जैसी कुछ उप-समितियां होंगी जो प्रौद्योगिकी, वित्तीय तथा बैंकिंग पहलुओं को देखेगी। दूसरी उप-समिति इलेक्ट्रानिक बेनिफिट ट्रांसफर होगी जो डेटा, हस्तांतरण नियम, नियंत्रण तथा आडिट जैसे मामलों को देखेगी
पीएमओ के अनुसार , ‘भ्रष्टाचार रोकने और जरूरतमंदों तक सब्सिडी का फायदा पहुंचाने के लिए पैसा सीधा लाभार्थियों के बैंक खाते में डालने की योजना को आगे बढ़ाने का निर्णय किया गया है।विशेषज्ञों का मानना है कि २५% परिवारों को इस यौजना के दायरे में लाया जाएगा जिसके लिए बैंक एकाउंट और आई डी भी जरुरी होगी इसीलिए अगर यह कार्य समय बद्ध तरीके से हो जता है तो देश को जोडने की यह एक पहल हो सकती है|

सब्सिडी का पैसा सीधा लाभार्थिओं के बैंक खाते में देकर देश जोड़ने की एक पहल