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Tag: महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्‍णा तीरथ

सोनिया गांधी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बने कानून और नीतियों का पालन कराने के लिए निचले स्तर पर कार्य को जरुरी बताया

सोनिया गांधी ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए बने कानून और नीतियों का पालन कराने के लिए निचले स्तर पर कार्य को जरुरी बताया
यूपीए अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के ‘अहिंसा संदेशवाहक’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया और महिलाओं के कानूनी अधिकारों और उनके आर्थिक एवं सामाजिक विकास के बारे में जागरूकता और ज्ञान का प्रचार की आवश्‍यकता पर बल दिया|
श्रीमती गाँधी ने कहा कि सिर्फ नीतियां घोषित करने और कानून लागू करने से महिलाओं का सशक्तिकरण नहीं हो पाएगा। इसके लिए कानून और नीतियों को निचले स्‍तर पर कारगर ढंग से लागू करने की आवश्‍यकता है| महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए केवल कानून और नीतियां बना देना ही पर्याप्त नहीं है, उनको कार्य रूप देने के लिए निचले स्तर पर कार्य किया जाना जरुरी भी है|

 Smt. Sonia Gandhi addressing at the launch of the ‘Ahimsa Messenger’ programme,

Smt. Sonia Gandhi addressing at the launch of the ‘Ahimsa Messenger’ programme,


श्रीमती गांधी ने कहा कि ‘अहिंसा संदेशवाहक’ सीधे रुप से महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के साथ जुड़ा हुआ है। उन्‍होंने कहा कि ये ‘अहिंसा संदेशवाहक’ महिलाओं के कानूनी अधिकारों और उनके आर्थिक एवं सामाजिक विकास के बारे में जागरूकता और ज्ञान का प्रचार करेंगे। श्रीमती गांधी ने कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और उन्‍हें गरिमा प्रदान करने के लिए लोगों की मानसिकता में परिवर्तन लाना बहुत जरूरी है। इस कार्यक्रम की विशेषता यह है कि इसमें किशोर बालकों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले आंगनवाडि़यों में कुछ महिलाओं को ‘अहिंसा संदेशवाहक’ का प्रशिक्षण दिया जाएगा। श्रीमती गांधी ने कहा कि पंचायती राज संस्‍थानों में महिलाओं के लिए 50 %आरक्षण लागू करने से लाखों महिलाओं को अपनी बात कहने का हक मिला है। | पंचायती राज और जनजातीय मामले मंत्री श्री वी. किशोर चंद्र देव,मंत्रालय की सचिव सुश्री नीता चौधरी और संसद सदस्‍य श्री जे. पी. अग्रवाल भी मौजूद थे। समारोह में दिल्‍ली एनसीआर से करीब 30 हजार बालिकाओं ने हिस्‍सा लिया, जिन्‍हें राजीव गांधी किशोरी अधिकारिता कार्यक्रम या सबला से लाभ प्राप्‍त हुआ है।
समारोह की अध्यक्षा ,महिला और बाल विकास मंत्री श्रीमती कृष्‍णा तीरथ ने कहा कि महिलाएं समाज के विकास में तभी योगदान कर सकती हैं जब उन्‍हें मानसिक, सामाजिक, शैक्षिक और वित्‍तीय दृष्टि से अधिकारिता प्रदान की जाए। उन्‍होंने बताया कि ‘अहिंसा संदेशवाहक’ कार्यक्रम की परिकल्‍पना 2009 में की गयी थी। उन्‍होंने बताया कि आज सबला के अंतर्गत एक करोड़ लड़कियों को ‘अहिंसा संदेशवाहक’ का कार्य संभालने के लिए प्रशिक्षित किया जा चुका है। उन्‍होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्‍य उद्देश्‍य महिलाओं और बच्‍चों के खिलाफ होने वाली हिंसा पर काबू पाना है। कार्यक्रम में किशोर और किशोरियों दोनों को ही शामिल किया गया है।
फोटो कैप्शन [१] नई दिल्ली में यूं पी ऐ चेयर पर्सन श्रीमती सोनिया गाँधीअहिंसा मेसेंजर कार्यक्रम का शुभारम्भ करतॆ हुए 2013.