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Tag: यशवंत सिन्हा

यशवंत सिन्हा ने बी जे पी के लिए अपयश का उत्पादन करने के लिए झाड़खंड अध्यक्ष की न्युक्ति को मुद्दा बनाया

वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने अपनी भारतीय जनता पार्टी में यश नहीं दिए जाने से नाराज होकर पार्टी के लिए अपयश का उत्पादन करने की तैय्यारी कर ली है |इसके पहले चरण में पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी छोड़ने की तैय्यारी किये जाने की बात कही जा रही है|
सुनने में आया रहा है कि झारखंड के बीजेपी अध्यक्ष रवींद्र राय को पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष पद दिए जाने को लेकर श्री सिन्हा नाराज है| फ़िलहाल पार्टी अध्यक्ष राज नाथ सिंह कोलकत्ता का दौरा कर रहे हैं वहां से लौटने पर ही श्री सिन्हा की मांगों पर गौर किया जा सकेगा| सियासी गलियारों से छन्न कर आ रही खबरों के अनुसार यशवंत सिन्हा ने अभी तक पार्टी हाईकमान को इस्तीफा नहीं भेजा है|

 यशवंत सिन्हा ने बी जे पी के लिए अपयश का उत्पादन करने के लिए झाड़खंड अध्यक्ष की न्युक्ति को मुद्दा बनाया

यशवंत सिन्हा ने बी जे पी के लिए अपयश का उत्पादन करने के लिए झाड़खंड अध्यक्ष की न्युक्ति को मुद्दा बनाया


वहीं पार्टी प्रवक्ता शहनवाज हुसैन ने स्थिति को संभालने का प्रयास करते हुए कहा है कि , यशवंत सिन्हा पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं+वह पार्टी के फायदे के लिए काम करते रहे हैं+ वे पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
गौरतलब है कि संसद का सत्र अभी जारी है। हर रोज सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी की बैठक होती है जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी करते हैं। आज जैसे ही ये बैठक शुरू हुई पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने आडवाणी के पैर छुए और अपनी नाराजगी प्रगट करके श्री सिन्हा पार्टी से बाहर चले गए।

श्री राम को छोड़ दिया तो जेठमलानीज क्या चीज है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक भाजपाई चीयर लीडर

ओये झाल्लेया देखा हसाडी पार्टी का अनुशासन|हमने एक ही झटके में विद्रोही तेवर दिखाने वाले वरिष्ठ वकील और हमारी पार्टी के राज्यसभा में सदस्य राम जेठमलानी को पार्टी से निलंबित बोले तो सस्पेंड कर दिया है|अब ये यशवंत सिन्हा और शत्रुघन सिन्हा जैसे नेता अपने आप लाईन पर आ जायेंगे नहीं तो इन्हें ढोने से निजात मिल जायेगी|

श्री राम को छोड़ दिया तो जेठमलानीज क्या चीज है

झल्ला

|आपके अध्यक्ष ने महेश जेठमलानी को हरवा कर अपनी पार्टी लाईन को उजागर कर ही दिया है| अब जब आपजी की पार्टी ने श्री राम को ही छोड़ दिया तो जेठमलानी +शत्रुघन+यशवंत सिन्हा क्या चीज हैं

राम जेठमलानी की चुनौती के उत्तर में भाजपा ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड करके दो और बागियों पर दबाब बनाया

भारतीय जनता पार्टी ने अपने सांसद और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है।जेठमलानी पर कांग्रेस को फायदा पहुंचाने वाले ब्यान जारी करने के आरोप हैं| राम जेठमलानी ने पहले पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर लगे करप्शन के आरोपों के चलते उनसे इस्तीफा मांगा तो बाद में सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा की नियुक्ति को लेकर सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के पीएम को लिखे पत्र को गलत ठहराया।

राम जेठमलानी की चुनौती के उत्तर में भाजपा ने उन्हें पार्टी से सस्पेंड करके दो और बागियों पर दबाब बनाया


आज सुबह ही राम जेठमलानी ने कहा था कि मैं पार्टी के लिए नहीं बोल सकता। मैं बहुत छोटा आदमी हूं। लेकिन मुझे लगता है कि मेरे साथ कई और लोग हैं पर वो बोल नहीं पा रहे हैं। अगर मेरे ऊपर कोई कार्रवाई करता है तो मैं उसके लिए तैयार हूं। लेकिन ऐसा कोई नहीं है जो मुझपर कार्रवाई कर सके। पार्टी ने जेठमलानी की इसी चुनौती को स्वीकार करते हुए शाम को उनपर कार्रवाई का ऐलान कर दिया।पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के अनुसार जेठमलानी ने पार्टी के दोनों नेताओं ( श्रीमती सुषमा स्वराज और अरुण जेटली) का विरोध किया था और कांग्रेस को मदद पहुंचाई थी। पार्टी इसे अनुशासनहीनता की तरह देखती है। ये दोनों संसद के दोनों सदनों में एन डी ऐ का न्रेतत्व करते हैं||
श्री हुसैन ने कहा कि आज फिर प्रेस के माध्यम से जेठमलानी ने चुनौती दी कि उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। पार्टी संविधान से चलती है। जेठमलानी ने अपने बयानों से पार्टी का अहित किया है। पार्टी अध्यक्ष ने बयान और चुनौती को सख्ती से संज्ञान लिया है और राम जेठमलानी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है।
हुसैन ने कहा कि जेठमलानी का मामला आगे संसदीय बोर्ड को रेफर किया गया है। सोमवार की शाम 4.30 बजे बोर्ड की बैठक होगी और आगे की प्रक्रिया की जाएगी। बीजेपी के इस रुख से साफ है कि पार्टी राम जेठमलानी को और बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है और कल शाम को उन्हें पूरी तरह से पार्टी से बाहर किया जा सकता है।
राम जेठमलानी के सस्पेंशन से उनके सहयोगी शत्रुघन सिन्हा और यशवंत सिन्हा पर इनडायरेक्ट दबाब डालने का यह प्रयास माना जा रहा है|
उधर अरुण जेटली ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सी बी आई में संस्थागत सुधार के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी गई थी. पार्टी चाह रही थी कि सिलेक्‍ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर डायरेक्‍टर की नियुक्ति हो. उन्‍होंने राम जेठमलानी की ओर इशारा करते हुए कहा कि कुछ लोगों ने उनकी भावनाओं को गलत समझ लिया.
दरअसल, सरकार ने सीबीआई निदेशक के तौर पर रंजीत सिन्हा की नियुक्ति की है. जेठमलानी ने अब सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति का विरोध करने के पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए हैं.
गौरतलब है कि राम जेठमलानी के मुताबिक, ‘सीबीआई डायरेक्‍टर के रूप में रंजीत सिन्‍हा की नियुक्ति कर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक अच्‍छा काम किया है.’ पहले तो जेठमलानी ने सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के मामले में प्रधानमंत्री की तारीफ की और फिर पार्टी का ही विरोध कर दिया.’

भाजपा के वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी करने पर तुले हैं : गडकरी के खिलाफ यशवंत सिन्हा भी कूदे

प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी एक और तो ऍफ़ डी आई के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए समर्थन जुटाने में जुटी है मगर दूसरी तरफ उसके अपने वरिष्ठ नेता ही समय समय पर पार्टी का मनौव्वल तोड़ने को आगे आते जा रहे हैं| पार्टी के अपने वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी कराने पर तुले हैं|अब पार्टी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने अपनी पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस्तीफे की मांग उठाई है। समाचार एजेंसी के हवाले से खबर है कि बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने भी गडकरी का अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांगा है। पीटीआई के मुताबिक यशवंत सिन्हा का कहना है कि गडकरी को फौरन इस्तीफा दे देना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि गडकरी दोषी हों या नहीं वो इस्तीफा दें.सिन्हा ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक एस गुरूमूर्ति द्वारा गडकरी को क्लीन चिट दिए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत की जनता को उम्मीदों को तोडऩे का कोई अधिकार नहीं है। स्वयं ही प्रमाणपत्र देने का तरीका अपना कर हमने कुछ ऐसा ही किया है।’’ पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए।सिन्हा के मुताबिक मुद्दा ये नहीं है कि हमारे पार्टी अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं है। मुद्दा ये है कि सार्वजनिक जीवन में हम सब को आक्षेपों से दूर रहना चाहिए। सिन्हा ने यह विरोधी तेवर उस समय दिखाए हैं जब बी जे पी शीत कालीन सत्र में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए समर्थन जुटाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रही है|

बी जे पी की प्रतिक्रया

भाजपा के वरिष्ठ नेता ही पार्टी की किरकिरी करने पर तुले हैं : गडकरी के खिलाफ यशवंत सिन्हा भी कूदे


बीजेपी ने यशवंत की टिप्पणी को अनुचित बताया है। पार्टी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पार्टी में यशवंत सिन्हा के लिए फोरम उपलब्ध है। ऐसे में उनकी सार्वजनिक टिप्पणी उचित नहीं है। वो अपनी टिप्पणी पर दोबारा सोचें।
वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के मद्देनजर पार्टी के भीतर से सतह पर उठ रही आवाजों को नजरअंदाज करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि वह अपने अध्यक्ष नितिन गडकरी के साथ खड़ी है और उसे उनपर पूरा भरोसा है.

राम जेठमलानी और महेश जेठमलानी

राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने बीजेपी अध्‍यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ पहले से ही मोर्चा खोल रखा है.| उन्होंने गडकरी को सलाह दी है कि वो पार्टी के हित में और स्वच्छ जांच होने तक पार्टी के अध्यक्ष पद को छोड़ दें.महेश जेठमलानी ने तो पार्टी पद से इस्तीफा भी दे दिया है|

: जगदीश शेट्टीगर

पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जगदीश शेट्टीगर ने मांग की है कि पूर्ति समूह को संदिग्ध वित्तपोषण के आरोपों के मद्देनजर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने देश और पार्टी हित में फैसला लेने को कहा है|