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Tag: राजीव शुक्ला

प्राइवेट एयर लाइन्स पर मनमाने तरीके से किराया वसूलने का लगा रास में आरोप

[नयी दिल्ली] प्राइवेट एयर लाइन्स पर मनमाने तरीके से किराया वसूलने का लगा रास में आरोप
राज्य सभा के सदस्यों ने आज निजी विमानन कंपनियां पर मनमाने तरीके से किराया वसूलने का आरोप लगाया |किराये की निगरानी के लिए नियमन तंत्र स्थापित किये जाने की मांग भी उठाई गई |
बेशक आज से घोषित एयर पोर्ट्स एम्प्लाइज की हड़ताल स्थगित हो गई है ,लेकिन सिविल एविएशन मंत्रालय की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही | राज्य सभा में सांसदों ने निजी एयर लाइन्स पर मनमाने तरीके से बेहद अधिक किराया वसूलने के आरोप लगाये|आसन के साथ ही अनेकों सदस्यों ने एयर लाइन्स की इस मनमानी पर चिंता व्यक्त की और निगरानी तंत्र की मांग की
कांग्रेस के नेता राजीव शुक्ल ने भी प्रश्न काल के दौरान कहा कि प्राईवेट विमानन कंपनियों द्वारा मनमाने ढंग से किराया फिक्स किया जा रहा है |देश की एविएशन सुरक्षा व्यवस्था की जांच के लिए अंतर्राष्ट्रीय नियामक फ़ेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA)का माह के अंत में दौरा भी होना है इसके पश्चात ही भारतीय एविएशन की ग्रेडिंग को तय किया जा सकेगा

भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में नरेन्द्र मोदी ने उकसा कर कांग्रेस को दीमक और सांप, बिछु की लड़ाई में फंसाया

भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में नरेन्द्र मोदी ने उकसा कर कांग्रेस को दीमक और सांप, बिछु की लड़ाई में फंसाया

भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में नरेन्द्र मोदी ने उकसा कर कांग्रेस को दीमक और सांप, बिछु की लड़ाई में फंसाया

भाजप के राष्ट्रीय अधिवेशन में गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी नेअपने ४८ मिनट्स के भाषण में राष्ट्रीय स्तर के न्रेतत्व की बाजीगरी दिखाई और अपनी धुर्र विरोधी कांग्रेस को उकसाने में सफलता पा ली | अपने मोदी मार्का सम्मोहन बाणों से कांग्रेस को अपने इर्द गिर्द ले आये इससे बौखलाई कांगेस दीमक और सांप बिच्छु के वाद विवाद में फंस गई है | उन्होंने कहा कि कांग्रेस दीमक कि तरह है और इसे मिटाने के लिए भाजपा के कार्यकर्ताओं का पसीना कारगर होगा|
अपने ४८ मिनट्स के भाषण में मोदी ने कांग्रेस को ‘कमीशन पार्टी’ बताया उन्होंने पहले तो गांधी-नेहरू परिवार पर अपने तरकश से अग्निबाण चलाए और फिर कार्यकर्ताओं के मुख से ‘दामाद’ का जिक्र करवा कर अपनी ब्रांडिंग भी कर दी।इसके साथ ही भाजपा को मिशन की पार्टी बताया |
कांग्रेस में गैर परिवार वादी विचारधारा वाले नेताओं को उकसाने के लिए उन्होंने कांग्रेस से सिर्फ लालबहादुर शास्त्री को योग्य पी एम् बताया | मोदी ने जवाहरलाल नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक के नेतृत्व पर सवाल उठा दिया। दूसरी तरफ अटल बिहारी वाजपेयी को देश के इतिहास का सबसे योग्य पीएम बताकर उन्होंने यह भी संदेश दिया कि उनकी पार्टी ही योग्य पीएम और सुशासन दे सकती है।
10 जनपथ को निशाने पर लेते हुए मोदी ने नाम लिए बगैर कहा कि। यह परिवार पर्दे के पीछे से शासन चलाना चाहता है।प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर संकेत करते हुए मोदी ने कहा कि महत्वाकांक्षाओं के पोषण के लिए यहगाँधी परिवार महत्वपूर्ण पदों पर नाइट वॉचमैन बैठा देता है।मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह की जगह प्रणब मुखर्जी प्रधानमंत्री होते तो देश का इतना नुकसान नहीं होता। मोदी के निशाने पर सबसे ज्यादा नेहरू-गांधी परिवार ही रहा।
कांग्रेस शासन की खामियां गिनाने के बाद मोदी ने अपने विकास मॉडल का जिक्र भी किया उन्होंने बताया कि गुजरात की कमान थामते वक्त राज्य लगभग 6700 करोड़ के घाटे में था, लेकिन सुशासन के चलते अब 4500 करोड़ के फायदे में है।अंत में मोदी ने कहा

माना कि अंधेरा घना है,
पर दीया जलाना कहां मना है।

[1] भाजपा मिशन पार्टी है और कांग्रेस करप्शन पार्टी है। इसके शासनकाल में हर सौदे में कमीशन लिया गया।
[2]- एक परिवार प्रमुख पदों पर नाइट वाचमैन बैठा देता है। ताकि पर्दे के पीछे से सब नियंत्रित करता रहे।
[3] लोकसभा चुनाव को दूसरे स्वतंत्रता संग्राम के तौर पर लें। देश को कांग्रेस से मुक्त कराना है।
[4]- मनमोहन सिंह के बजाए प्रणब मुखर्जी बेहतर प्रधानमंत्री होते। तब देश को इतना नुकसान नहीं होता।
[5] कांग्रेस देश के लिए दीमक है। इससे मुक्ति की एक ही दवा है, भाजपा कार्यकर्ताओं का पसीना।
[6] देश चल पड़ा है। कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का फैसला कर लिया गया है। हमे यह चिंता करना है कि यह जगह योग्य लोग भरें।
[7] एक परिवार के लिए कांग्रेस ने देश के साथ स्वयम अपना भी नुकसान किया है
नरेन्द्र मोदी के तरकश से निकले सम्मोहन बाणों के सम्मोहन में कांग्रेस के नेताओं के बयाँ आने लग गुए है|[१]मणि शंकर अय्यर का कहना है कि अगर हम दीमक हैं तो मोदी स्वयम सांप और बिछुआ हैं|[२]संसदीय कार्यमंत्री राजीव शुक्ला ने पुछा कि अगर प्रणब मुख़र्जी इतने अच्छे थे तब भाजपा ने संगमा का साथ क्यूं दिया|[३]इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद ने तो स्वयम को मोदी का बाप ही कह दिया|

भाषण के बीच में ही पैकअप की घंटी बजा कर क्या सोचा था जय ललिता बहुत खुशहोगी शाबाशी देंगी क्यों?


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये तमिल नाडू की मुख्य मंत्री जय ललिता के तेवर तो देखो | नॅशनल डेवलपमेंट कौंसिल की मीटिंग में पूरे राष्ट्र के विकास के लिए यौजनाएं बनाई जाती है और ऎसी महत्वपूर्ण मीटिंग से जयललिता ने भाषण के लिए कम समय दिए जाने का बहाना बना कर वाक् आउट कर दिया | केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली की आलोचना कर दी और नरेन्द्र मोदी के सुर में सुर मिला दिया | ठीक है इनकी पींगें आज कल एन डी ऐ से बढ रही हैं मगर देश के विकास को तो प्राथमिकता देनी ही चाहिए थी|ऐसे थोड़ी बीच में से ही महत्वपूर्ण बैठक को छोड़ा जाताहै |

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी आप लोगों को भली भांति मालूम है कि जयललिता नेता बनने से पहले फिल्म जगत की सुपर स्टार अभिनेत्री थी |इन्हें हो सकता है कि रीटेक की आदत हो | अब मीटिंग में आपने रिटेक की कोई व्यवस्था तो की नहीं उलटे दस मिनट में भाषण चलते हुए में ही पैकअप की घंटी बजा दी | आपने क्या सोचा था कि चलते भाषण के बीच में ही पैकअप की घंटी बजाने से सुपर स्टार खुश होंगी |बहुत शाबाशी मिलेगी? अरे सुपर स्टार को तो मूड बनाने में ही दस मिनट लग जाते हैं |अब आप के माननीय संसदीय कार्यों के राज्यमंत्री राजीव शुक्ला जी को ही लेलो इन्होने जब से सुपर स्टार रेखा को राज्य सभा की सदस्यता दिलाई है साए की तरह से रेखा को सम्मान देते हैं भवन के बाहर भी छोड़ने आते हैं और यहाँ आप लोगों ने उसीप्रदेश की मुख्य मंत्री बनी फ़िल्मी हस्ती जयललिता के मान +सम्मान+मर्यादा

C M Jaylalita Walked Out N D C

की घंटी बजा दी| अरे अगर ऐसा ही करना था तो सभी मुख्य मंत्रियो से भाषण मेल से मंगवा लेते मितव्यतता भी नहीं होती |

लगातार हारती जा रही क्रिकेट टीम की ओवरहालिंग के लिए केंद्र सरकार को आगे आना होगा

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इंग्लैण्ड के हाथों दोहरी हार से आहत क्रिकेट प्रेमी और खिलाड़ी चिंता में हैं और सभी दिशाओं से खिलाड़ी+कप्तान+कोच+और सलेक्टरों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं|
पहला विश्व कप भारत में लाने वाले कपिल के डेविल्स में शामिल मोहिंदर अमरनाथ ने अभी हाल ही में बतौर सलेक्टर टीम के कप्तान एम् एस धोनी को बदले जाने की सिफारिश की थी मगर उस सिफारिश के ठीक उलटे धोनी को अभय दान देते हुए अमरनाथ को हे बदल दिया गयाइसके बाद की कहानी तो जग जाहिर है|इंग्लैण्ड के स्पिनरों के हाथों कोलकत्ता में सात विकटों से करारी हार का सामना करना पडा है| अब उन्होंने फिर से टीम में दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ और लक्ष्मण की कमी पर चिंता व्यक्त की है|
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान व मिडिल आर्डर के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में टीम इंडिया की दो लगातार हार पर नाराजगी जाहिर करते हुए खिलाड़ियों की सक्षमता व उनकी प्रतिभा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।’ उन्होंने कहा है “भारत को स्पिन विभाग में पछाड़ दिया गया और यह चिंता का संकेत है क्योंकि स्पिन हमारी मजबूती रही है.” ए’ टीम का दौरा और एकेडमी सिस्टम बहुत ही ज्यादा अहम हो गया है.”
भारतीय टीम में कुछ बदलाव का सुझाव देते हुए द्रविड़ ने कहा, “मैं देख पा रहा हूं कि भारतीय टीम बदलाव की मोड़ पर है और इसे सोचना चाहिए कि कैसे मुश्किल से बाहर आया जाए और कैसे वो नौजवान खिलाड़ी जिनमें हुनर, तकनीक, जोश और चाहत है टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका पा सकें.”
राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘लोग खिलाड़ियों के रवैये की बात करते हैं और कहते हैं कि आईपीएल में पैसे की वजह से उनके रवैये में बदलाव आ रहा है। यह सब बातें अलग हैं लेकिन अहम बात है उन खिलाड़ियों की सबसे बड़ी कमजोरी, उनकी क्षमता व प्रतिभा और वे मेरे लिए ज्यादा बड़ी चिंता का विषय है। यह एक बड़ा सवाल है कि क्या हमारे खिलाड़ियों की प्रतिभा व गुणवत्ता सही रास्ते पर है। एक बात यह भी है कि हमारे घरेलू क्रिकेट का स्तर इतना ऊंचा नहीं हो सका है कि लगातार खिलाड़ी उसके दम पर सीधे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रख सकें।’ भारत में टीम इंडिया के हाल के शर्मनाक प्रदर्शन को लेकर खेल प्रशंसक बेहद नाराज हैं और इस पर द्रविड़ ने कहा, ‘ज्यादातर लोग सिर्फ इस बात से नाराज नहीं है कि हम हारे बल्कि इस बात से ज्यादा दुखी हैं कि जिस तरीके से हम हारे। भारत ने इस सीरीज में तीन बार टास जीते हैं जिस दौरान मुंबई में मनमर्जी पिच व कोलकाता में बल्लेबाजों के अनुकूल पिच मिली लेकिन हमारी टीम के खिलाड़ी ना सिर्फ इन स्थितियों का फायदा उठा सके बल्कि मुकाबला करने में भी सक्षम नहीं दिखे। इंग्लैंड ने भारत को आइना दिखाया है और साफ किया है कि टीम इंडिया किन कठिनाइयों से जूझ रही है। सफल टीमों में शानदार खिलाड़ियों की एक लंबी फेहरिस्त होती है जो एक साथ मिलकर एक ही समय में अच्छा प्रदर्शन करते हैं और टीम को बुलंदी तक पहुंचाते हैं।’|सचिन तेंदुलकर+ वीरेंदर सहवाग+जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी भे कुछ कर पाने में असफल रहे अब इनके बदलाव की मांग भी सर्वत्र उठने लगी हैलेकिन केवल खाना पूर्ती के लिए हरभजन सिंह+युवराज और जहीर को ही बाहर का रास्ता दिखाया गया है|कप्तान धोनी को एक बार फिर बचा लिया गया है|सचिन ने कहा था की जब तक वोह चाहेंगे खेलते रहेंगे इसी तर्ज़ पर धोनी ने भी कप्तानी छोड़ने से इंकार कर दिया है|सरकार में प्रभावी राजीव शुक्ला सरीखे क्रिकेट के कर्णधार सब कुछ ठीक ठाक बता कर मामले को रद्दी की टोकरी में डाल दिया| कोच की भूमिका का भी मजाक उड़ाया जा रहा है| बी सी सी आई की भूमिका पर भी एक बार फिर से सवालिया निशान लग रहे हैंलेकिन दुर्भाग्य से इस दिशा में कोई बात करने को राज़ी नहीं है| केंद्र सरकार ने जिस तरह मुक्के बाज़ी + तीर अंदाजी संघ और आई ओ अ को सुधारने के लिए पहल की है उसी तरह क्रिकेट में भी सुधारों की जरूरत है| बेशक इस गेम को भारत सरकार से फंड्स नहीं मिलते मगरयह गेम भी [१] भारत के नाम पर खेला जाता है [२] स्पोर्ट्स स्टेडियम से लेकर कर छूट और सुरक्षा आदि की व्यवस्था सरकार की ही है ऐसे में सरकारी दखल का समय आ गया है|