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Tag: विजय माल्या

किंग फिशर एयर लाइन्स के शेयरों में आज ५% गिरावट दर्ज़ की गई:लेनदार बैंकों की धमकी का असर

किंग फिशर एयर लाइन्स के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज़ की गई है|इसके लिए बैंको द्वारा अपने कर्ज़ की वसूली के लिए कार्यवाही के लिए घोषणा किया जाना बताया जा रहा है| बी एस ई [B S E ]के शेयर में ४.९ ४ % की गिरावट पर १०.५८ रुपये दर्ज़ किया गया हैजबकि पुराना बंद ११.१३ था | एन एस ई[ N S E]में १०.५५ दर्ज़ किया गया |
लेनदार बैंको ने विजय माल्या की इस डूबती हुई कम्पनी से ७५०० करोड़ रुपयों की वसूली की प्रतिक्रिया को तेज करने की घोषणा की है तभी से कम्पनी के शेयरों के भाव लगभग ५% गिरे हैं | गौरतलब है की कंपनी के कर्मियों का वेतन पिछले साल की मई से नहीं दे पाने के कारण एक अक्टूबर से किंग फिशर एयर लाइन्स की उडान बंद है|

विजय माल्या की ग्राउंडेड किंग फ़िशर एयर लाइन्स का घाटा ७०% बढ कर ७५५ करोड़ तक पहुंचा

वित्त वर्ष 2013 की तीसरी तिमाही में ग्राउंड पर रखी गई किंगफिशर एयरलाइंस का घाटा ७०% बढ कर 755 करोड़ रुपये तक जा पहुंचा है| तीसरी तिमाही में किंगफिशर एयरलाइंस का कारोबार पूरी तरह ठप्प रहा है|
बीते साल की तीसरी तिमाही में यह घाटा 444 करोड़ रुपये रहा था।
मालूम हो कि कारोबारी साल 2012-13 की तीसरी तिमाही में कंपनी का कारोबार पूरी तरीके से ठप्प रहा है। इससे कंपनी के शेयर के दामो का ग्राफ भी लाल निशान दिखा रहा है। कंपनी का शेयर भाव 11.70 रुपये तक नीचे चला गया। सुबह साड़े ग्यारह बजे यह 12.07 रुपये पर था|
पूर्व सिविल एविएशन मंत्री प्रफुल्ल पटेल औए एन सी पी के नजदीकी रहे शराब किंग विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस का कहना है कि उड़ानें दोबारा शुरू करने के लिए डीजीसीए को रिवाइवल प्लान सौंपा है। तीसरी तिमाही में ब्याज लागत का बोझ 401 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के लिए मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही डी जी सी ऐ के अलावा उसके अपने कर्मचारियों का असंतोष उन्हें कोर्ट के दरवाजे खटखटाने को मजबूर कर रहा है और अभी तक कंपनी किसी विदेशी निवेशक को आकर्षित नहीं कर पाई है|

विजय माल्या ने अदालत जाने को आतुर किंग फ़िशर एयर लाइन्स के कर्मचारियों के साथ संवाद बनाया

किंग फ़िशर एयर लाइन्स के विजय माल्या

किंगफिशर एयरलाइंस के कर्मचारियों द्वारा अदालत में जाने की धमकी के बाद क़र्ज़ में डूबी एयर लाइन्स के चेयरमेन विजय माल्या ने उड़ान को फिर से चालू करने का आश्वासन देते हुए कंपनी के रिवाइवल प्लान के बारे में स्टाफ को जानकारी दी है। श्री माल्या के मुताबिक 2013 के मध्य तक दोबारा ऑपरेशंस शुरू किया जा सकता है|। इसके लिए उन्होंने यूनाइटेड ब्रेवरेज से 650 करोड़ रुपये की सहायता का भरोसा भी दिलाया| ८ महीनों से वेतन न मिलने के कारण उद्वेलित किंगफिशर कर्मियों ने एयरलाइन को बंद कराने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की धमकी दी है.
गौरतलब है कि कंपनी का उड़ान सम्बन्धी लायसेंस खत्म हो चुका है लेकिन नियमानुसार अभी भी दो साल के अंदर उड़ान लायसेंस रिन्यू हो सकता है। माल्या ने कर्मचारियों को बताया कि जल्द ही डीजीसीए को अतिरिक्त जानकारी और बकायेदारों की एनओसी दी जाएगी। उन्होंने दावा किया कि बैंकों का पूरा सहयोग मिल रहा है और लोन वसूली की खबर गलत है। कई निवेशकों से बातचीत जारी है और निवेश पाने का पूरा भरोसा है।
माल्या ने कर्मचारियों से मीडिया के साथ बातचीत में सतर्क रहने को कहा है. उन्होंने मीडिया पर कंपनी के खिलाफ ‘अनर्गल खबरें देने’ का आरोप लगाया है. किंगफिशर एयरलाइंस के
माल्या ने कर्मचारियों से कहा है, ‘हमने डीजीसीए को कंपनी फिर से शुरू करने के बारे में विस्तृत योजना दी है जो दो भागों में है. पहले हिस्से में सीमित संख्या में सात विमानों को परिचालन शुरू करने की योजना का जिक्र है जिसे चार महीने में बढ़ाकर 21 तक किया जाएगा. दूसरे भाग में विमानन कंपनी को पूरी तरह से परिचालन में लाने की योजना है. इसके तहत विमानों के परिचालन की संख्या बढ़ाकर 57 किया जाएगा.| किसी विदेशी निवेश की और कर्मचारियों का बकाया वेतन देने के बारे में कोई जिक्र नहीं हैं|.आसमान में ऊंची उड़ान के खिलाड़ी विजय माल्या के लिए मुश्किलें लगातार बढती जा रही है|पहले घाटा,फिर कर्मियों की हड़ताल उसके बाद ताला बंदी और उड़ान लायसेंस के निरस्तीकरण के बाद मुम्बई एयर पोर्ट से पार्किंग स्लाट तक छीन लिए गए |केंद्र सरकार की विदेशी निवेश की[ऍफ़ डी आई] नीति का भी कोई लाभ नहीं मिला और अब कर्मचारियों ने अथ माह के वेतन के लिए अदालत जाने की धमकी दी है|

किंग फ़िशर एयर लाइन्स को बैंकों ने नहीं दिया अनापत्ति प्रमाण पत्र: Banks Said No To K F A L

लेन दार बैंकों ने किंग फ़िशर एयर लाईन्स को अनापत्ति प्रमाण पत्र [एन ओ सी] देकर डी जी सी ऐ की एक शर्त को पूरा करने से मना कर दिया है| अब भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ और किंग फ़िशर एयर लाइन्स में १८ जनवरी को दोबारा वार्ता होगी| नागरिक उड्डयन मंत्रालय और बैंकों ने बेशक कम्पनी को सपोर्ट नही किया मगर आश्चर्यजनक रूप से अपनी लेन दारी वसूलने के लिए कोई यौजना को भी उजागर नही किया |
भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ ने बंगलौर में

किंग फ़िशर एयर लाइन्स को बैंकों ने नहीं दिया अनापत्ति प्रमाण पत्र: Banks Said No To K F A L

दारू किंग विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस की उड़ान को फिर से शुरू करने की अधूरी योजना का विरोध किया है। एयरलाइन को अपनी पुनरोद्धार योजना के लिए बेहतर प्रतिबद्धता जतानी होगी |कर्ज देने वाले बैंकों ने एयरलाइंस को नो ऑब्जेशन सर्टिफिकेट देने से साफ इनकार कर दिया हैप्राप्त जानकारी के अनुसार बैंकरों ने किंगफिशर की पुनरोद्धार योजना को ‘अप्रभावी’ बताया।
गौरतलब है कि कम्पनी ने अगले 12 महीनों में यूबी समूह से 650 करोड़ रुपये मुहैया करवाने के संकेत दिए थे लेकिन इसका विवरण नहीं दिया गया|| कर्जदाता और डीजीसीए ने इसकी तुलना में ठोस कार्य योजना की मांग की थी। लाइसेंस रद्द होने के बाद भी भारतीय नियमों के तहत विमानन कंपनी को दो साल के भीतर या इस अवधि की समाप्ति तक लाइसेंस के नवीकरण के लिए आवेदन का अधिकार है। अरबों रुपयों के कर्ज़ में डूबी किंग फ़िशर एयर लाईन्स को उबारने के लिए विदेशी निवेशक भी सामने नहीं आ रहे हैं इसीलिए कम्पनी के उभरने में तमाम रुकावटें आ रही हैं|

किंगफिशर एयरलाइंस बचाने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय [डीजीसीए] को फिर से पुनरुद्धार योजना सौंपी

किंगफिशर एयरलाइंस बचाने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय [डीजीसीए] को फिर से पुनरुद्धार योजना सौंपी

दारू किंग विजय माल्या की कर्ज़ में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस ने नागर विमानन महानिदेशालय [डीजीसीए] को फिर से पुनरुद्धार योजना सौंपी है। इससे पहले भी कंपनी ने दोबारा उड़ान भरने की योजना विमानन नियामक के समक्ष पेश की थी जिसे खामियों के चलते डीजीसीए ने खारिज कर दिया था। विजय माल्या की इस एयरलाइंस का परिचालन अक्टूबर से ही ठप है।और इस कम्पनी का लायसेंस ३१ दिसंबर को समाप्त होने जा रहा है|अब लायसेंस के पुनरुद्धार[रिन्यू ]कराये बगैर उड़ान संभव नहीं होगी|इसीलिए अब कंपनी बचाने के लिए वित्तीय व्यवस्था करने के साथ अपना लायसेंस बचाना भी जरुरी है|
पिछले हफ्ते ही कंपनी ने लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदन किया है। डीजीसीए ने लाइसेंस नवीनीकरण से पहले कंपनी से पुनरुद्धार योजना मांगी थी। डीजीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि किंगफिशर ने उड़ान लाइसेंस दोबारा हासिल करने की पहली शर्त के तहत यह योजना पेश की है। इससे पहले परिचालन ठप्प होने की वजह से डीजीसीए ने 20 अक्टूबर को लाइसेंस अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया था। उस समय भी नियामक ने एयरलाइंस से परिचालन एवं वित्तीय समस्याओं के संदर्भ में विस्तृत योजना जमा कराने को कहा था। मगर वह ऐसा करने में असफल रही थी।
तब नियामक ने लाइसेंस बहाली के लिए कंपनी को सभी हितधारकों का बकाया भुगतान करने को कहा था। मगर कंपनी इसमें भी नाकाम रही है। सूत्रों के मुताबिक किंगफिशर का लाइसेंस खतरे में है। आमतौर पर पांच साल के लिए लाइसेंस का नवीनीकरण होता है। मगर किंगफिशर के मामले में स्थिति बिल्कुल अलग है। ऐसे में इस बात की संभावना बेहद कम है कि डीजीसीए पुनरुद्धार योजना को मंजूरी देगा।
कुछ दिनों पहले विजय माल्या ने 17 बैंकों के कंसोर्टियम को बताया था कि वे एयरलाइंस का सीमित परिचालन शुरू करने के लिए 425 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। इन बैंकों का किंगफिशर पर 7,524 करोड़ रुपये का कर्ज है।किंग फ़िशर अभी तक विदेशी निवेशकों को आकर्षित नहीं का पाई है पहले रियाद की एक कम्पनी द्वारा ३००० करोड़ के निवेश की बात कही जा रही थी मगर अभी तक वह फायनल नहीं हुई है| यूं बी ग्रुप द्वारा सवा छह सो करोड़ का निवेश करने के बात कही जा रही है मगर विदेशी निवेश के अभाव में यह पूंजी भी अपर्याप्त समझी जा रही है|

विजय माल्या के एक करोड़ के सोने की भेंट के बदले वेंकटेशवरा अरबों के विदेशी निवेशक भेजेगा:King fisher Air Lines

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक लेन दार बैंकर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?ओयेये दारू किंग किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमोटर + यूबी ग्रुप के चेयरमैन विजय माल्या ने हसाड़े ७००० करोड़ रुपये का कर्ज़ चुकाना है लेकिन यार हमें एक फूटी कोडी नहीं दे रहाएक तरफ तो अपने जन्म दिन को सादगी से मनाने के दावे कर रहा है और दूसरी तरफ अपने 58वें जन्मदिन पर भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के दरवाजों के लिए 3 किलोग्राम वजन वाली सोने की ईंटें चड़ा दी | अगस्त में भी माल्या ने 80 लाख रुपये के सोने की परत वाले दरवाजे कुक्के सुब्रह्मण्यम मंदिर को भेंट किए थे|ओये ऐसे कर्ज़ कैसे चुकेगा ? हसाडा पैसा कैसे मिलेगा|?

विजय माल्या के एक करोड़ के सोने की भेंट के बदले वेंकटेशवरा अरबों के विदेशी निवेशक भेजेगा

झल्ला

ओह हो आप लोग भी पहले कर्ज़ देकर सो जाते हो फिर सोते सोते जाग जाते हो |खैर अब जाग ही गए हो तो घर जाओ और ॐ प्रकाश की सुपर हिट पिक्चर देखो उसमे एक गाना बहुत फेमस हुआ था और आज भी लोग उसका अनुसरण करते हैं|इस गाने का स्थाई था
गरीबों की सुनो वोह तुम्हारी सुनेगा तुम एक पैसा दोगे वोह दस लाख देगा| इसीलिए इस प्रभु भक्त माल्या ने भी एक करोड़ का सोना अपने इष्ट देव के चरणों में चड़ाया है फिल्म के हिसाब से एक करोड़ के बदले दस गुना धन लेकर विदेशी निवेशक आ ही जायेंगे तब हो जाएगा तुम्हारा भी भुगतान |

बड़े दिल वाले विजय माल्या ने कर्मचारियों का दिल तोड़ा दीवाली पर अपनी तिजोरी को नही खोला

किंगफिशर एयरलाइंस के

दिल वाले माल्या ने कर्मचारियों का दिल तोड़ा किंग फिशर एयर लाईन्स के कर्मियों को वेतन देने के लिए दीवाली पर अपनी तिजोरी नही खोली

नतीजतन करीब 3,000 कर्मचारी अंधेरे में रहने को मजबूर हुए| कर्मचारियों को अब तक मई महीने की सैलरी नहीं दी गई है। जैसी की उम्मीद थी मैनेजमेंट एक बार फिर बकाया वेतन देने के अपने वादे से मुकर गया। जबकि मैनेजमेंट ने दीवाली तक बकाए का भुगतान करने का दावा किया था। बेशक कंपनी घाटे में चल रही है लेकिन डियाजियो से करार के बाद कुछ उम्मीद जगी थी मगर इस बेदिली से लगता है कि माल्या अपनी एयर लाइंस के लिए भी किसी विदेशी निवेशक का इंतज़ार करेंगें|
गौरतलब है कि एयरलाइंस कंपनी किंगफिशर ने अपने कर्मचारियों को इस साल मई से तनख्वाह नहीं दी है। इसी वजह से कंपनी के इंजीनियर और पायलट 1 अक्तूबर को हड़ताल पर चले गए थे। कंपनी के सीईओ संजय अग्रवाल की ओर से दिवाली तक तीन महीने का बकाया वेतन देने के वादे के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल वापस ले ली थी।
दुनिया की दिग्गज शराब कंपनी डियाजियो ने विजय माल्या की शराब कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट्स का अधिग्रहण करने की घोषणा की है. विजय माल्या की इस कंपनी ने अपनी 53.4 फीसद हिस्सेदारी ब्रिटिश कंपनी को 11,166.5 करोड़ रुपये में बेच दी है. यह इस साल हुए सबसे बड़े सौदों में से एक है.. यह करार ऐसे समय हुआ है जब विजय माल्या की विमानन कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस नकदी संकट के चलते उड़ान नहीं भर पा रही है.कंपनी 9,000 करोड़ रुपये के भारी भरकम घाटे में है और उस पर 17 बैंकों का 7,500 करोड़ रुपये बकाया है. उम्मीद की जाने लगी थी कि डियाजियो से मिलाने वाले धन से एयर लाइंस को बचाने का प्रयास किया जाएगा| मगर माल्या ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि प्रॉफिट वाली कंपनियों से फंड्स यहाँ डायवर्ट नहीं होंगे| अपनी उसी बात को दोहराते हुए कहा है कि डियाजियो से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल किंगफिशर को पटरी पर लाने में नहीं किया जाएगा. | अब माना जा रहा है कि इससे वे बैंकों का कर्ज चुका सकते हैं. ऐसा करने से न सिर्फ उनकी साख बची रहेगी बल्कि बैंकों से आगे कर्ज लेने में दिक्कत भी नहीं होगी.इसके अलावा किंगफिशर के कर्ज के लिए उन्होंने जो संपत्ति गिरवी रखी है या फिर यूबी समूह की जो बैंक गारंटी दी है उसे भी बचाया जा सकेगा|इसके अलावा . एयरलाइन के लिए भी मैं बेहतर काम करने का आश्वासन भी आया है|
इन सब बातों से एक विचार तो आता है कि डियाजियो से मिलने वाले धन से एयर लाईन्स कर्मियों को खुश होने की जरूरत नहीं है |उन्हें अपनी तनख्वाह के लिए किसी विदेशी निवेशक[ऍफ़ डी आई ]के लिए प्रार्थना करते रहना होगा|

किंग फिशर ने तीन महीने के वेतन का चारा लगा कर एयर लाइन्स के हड़ताली कर्मियों को लुभाया

किंग फिशर एयर लाइन्स के मालिक विजय माल्या है| जैसा कंपनी के नाम से दिखाई देता है इन्हें फिशिंग [मच्छी पकड़ना]का शौक जरूर होगा|जहाँ तक मेरी जानकारी है विकसित देशों में रिटायर्ड लोग फिशिंग में समय व्यतीत करते हैं लेकिन माल्या साहब अभी रिटायर नहीं हुए हैं फिर भी फिशिंग से एयर लाइन्स के संकट से उबरना चाहते हैं| शायद इसीलिए विजय माल्या ने हडताली लगभग ४००० स्टाफ को एक महीने का वेतन का चारा डाल कर अपने जल में फांसने क प्रयत्न किया है| हड़ताली स्टाफ से हुई आज की मीटिंग में कम्पनी ने दिवाली तक तीन महीने का वेतन चुकाने का आश्वासन दे दिया है इसमें से एक महीने का वेतन २४ घंटों में दे दिया जाएगा| कंपनी के पास पहले ६६ विमान थे और ६००० कर्मचारी थे अब मात्र सिर्फ 10 विमान परिचालन की स्थिति में हैं और कर्मिओं की संख्या ४००० बताई जा रही है| |इनमे से भी अनेक विमानों की हालत उडान के लायक नहीं समझी जा रही|

वेतन संकट

शुरू में ६००० के स्टाफ को 58 करोड़ का वेतन प्रति माह दिया जाना था| गौरतलब है कि इससे पूर्व भी इसी प्रकार का चारा लगा कर कांटा डाला गया था मगर असलियत का पता चलते ही कर्मियों ने फिर से हड़ताल कर दी|अभी तक लगभग ४००० कर्मिओं को पिछले ७ महीने से वेतन नहीं मिला है|

किंग फिशर ने तीन महीने के वेतन का चारा लगा कर हड़ताली कर्मियों को लुभाया

पूर्व में भी वित्तीय संकट के चलते अगस्त २०११ और फिर अक्टूबर से जनवरी २०१२ के वेतन संवितरण में परेशानी हुई|

वित्तीय स्थिति

भारतीय स्टेट बैंक सहित कुल 17 बैंकों के समूह का एयरलाइन पर 7,000 करोड़ रुपए का बकाया है। ८० करोड़ रुपयों के लेनदार फेडरल बैंक ने गैर-निष्पादित राशि (एनपीए) में पूरा प्रावधान कर दिया।किंगफिशर एयरलाइंस पर 8,000 करोड़ रुपए के नुकसान और 7,524 करोड़ रुपए के ऋण का बोझ है। स्टेट बैंक कि अध्यक्षता वाली 17 बैंकरों के कंसोर्टियम ने किंगफिशर एयरलाइंस की उपर्युक्त प्रॉपर्टी के मूल्यांकन का काम एचडीएफसी सिक्योरिटीज को सौंपा है। लायसेंस निरस्त होने पर जहां कंपनी के शेयर गिरे वहीं बैंकर्स ने भी चिंता व्यक्त करने शुरू कर दी है| कर्ज़ देने वाले बैंक मुख्यत निम्न हैं
स्टेट बैंक आफ इंडिया=बैंक आफ बड़ोदा +पी एन बी+ आई डी बी आई+सेन्ट्रल बैंक+बी ओ आई+ कारपोरेशन बैंक+ आदि

प्रोपर्टी कीनिलामी

विजय माल्या की इस संकटग्रस्त एयरलाइन के कर्जदाताओं ने गुरुवार को यह संकेत दिया कि वे किंगफिशर की मुंबई और गोवा स्थित प्रॉपर्टी को बेच सकते हैं। इन प्रॉपर्टी की बिक्री से किंगफिशर एयरलाइंस के कर्जदाताओं को 120 करोड़ रुपये मिलेंगे। हालांकि, किंगफिशर एयरलाइंस पर 7500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर्ज बोझ है। ऐसे में प्रोपर्टी को बीच कर बामुश्किल लगभग २०% कर्ज़ की ही अदायगी हो पायेगी|
किंगफिशर का कहना है कि उसने खुद कुछ माह पहले अंधेरी+गोवा की प्रॉपर्टी बैंकों को बेचने की पेशकश की थी। इन दोनों प्रॉपर्टी मे मुंबई स्थित ‘द किंगफिशर हाउस’ और गोवा स्थित एक विल्ला शामिल हैं।
अब सवाल यह उठता है कि सी बी डी टी +डी जी सी ऐ +स्टाफ +पेमेंट आफ ऐ टी ऍफ़ +लीज+एयर पोर्ट फीस के पेमेंट करने लायक स्थिति तभी हो सकती है जब कोई विदेशी निवेशक का कंपनी के प्रति इंटरेस्ट जगे और तभी सिविल एविएशन मंत्रालय उड़ान की आज्ञा भी देगा| लेकिन अभी किंग फिशर के लिए ये सब मुमकिन नहीं दिख रहा यहाँ तक कि विजय माल्या भी अपनी दूसरी कंपनियों से इस क्रैश हुई रखी एयर लाइंस को बैल आउट देने कोई रूचि नहीं दिखा रहे |इस अवसर मुझे एक पुराना किस्सा याद आता हैएक नवाब साहब सैर के लिए निकले थोड़ी दूर ही गए थे कि पीछे से एक सेवक आया और चिल्लाने लगा नवाब साहब जल्दी चलिए घर में आग लग गई है|इस पर नवाब साहब ने अपने छडी घुमाते हुए कहा कि एक मकान के लिए हम अपनी जीवन भर की चाल नहीं बदल सकते सो खरामा खरामा घर की तरफ चल दिए

किंग फिशर की एयरलाईन्स २१ दिन तक घिसटने के बाद आज क्रैश हो गई|

:किंग फिशर विजय माल्या की एयर लाईन्स लगातार २१ दिन तक घिसटने के बाद आज क्रैश हो ही गई| नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने आज शनिवार को इसका लाइसेंस निरस्त कर दिया है ।एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए का यह फैसला अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा।यह लायसेंस का सस्पेंशन है टर्मिनेशन नहीं है
डीजीसीए ने कारण बताओ नोटिस भेजकर किंगफिशर से जवाब मांगा था लेकिन किंगफिशर अपने जवाब से डीजीसीए को संतुष्ट नहीं कर पाई। कर्ज में डूबी किंगफिशर को एकदिन के परिचालन में आठ करोड़ का नुकसान हो रहा था,जबकि परिचालन न करने पर उसे चार करोड़ का नुकसान हो रहा था.इसलिए कंपनी ने वेतन मामला सुलझाने के बजाये परिचालन को पूरी तरह रोक दिया था|तालाबंदी को चौथी बार बढाया गया | डीजीसीए का कहना है कि रिवाइवल प्लान सौंपने तक किंगफिशर की फ्लाइट्स उड़ानें नहीं भर पाएंगी। डीजीसीए ने कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब मांगा था लेकिन किंगफिशर इसका संतोषजनक जवाब नहीं दे पाई। इसके अलावा किंगफिशर ने लॉकआउट भी 23 अक्टूबर तक बढ़ा दिया था। इन सब कारणों से डीजीसीए अगले आदेश तक एयरलाइंस का लाइसेंस सस्पेंड करने का फैसला किया है।

किंग फिशर की एयरलाईन्स २१ दिन तक घिसटने के बाद आज क्रैश हो गई|


गौरतलब है कि वेतन न मिलने की वजह से किंगफिशर एयरलाइंस के पायलट और इंजिनियर हड़ताल पर चले गए थे और इसके बाद एयरलाइंस को अपनी उड़ानें रद्द करनी पड़ी थीं। एयरलाइंस ने तालाबंदी का भी ऐलान कर दिया था जिसे तीन बार बढाया जा चुका है| इससे डीजीसीए ने नाराज होकर यह कदम उठाया है. इसके पहले, किंगफिशर ने अपनी तालांबदी की अवधि को 20 अक्टूबर से बढ़ाकर 23 अक्टूबर कर दिया। किंगफिशर पिछले 21 दिन से जारी गतिरोध को सुलझा पाने में विफल रही है। उसके पायलट और इंजीनियर सात माह से वेतन नहीं मिलने के विरोध में हड़ताल पर हैं।डीजीसीए ने विजय माल्या की अगुवाई वाली कंपनी को 5 अक्टूबर को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था क्यों न उसका उड़ान लाइसेंस निलंबित या रद्द कर दिया जाए, क्योंकि वह अपनी उड़ान समयसारिणी का पालन नहीं कर रही है और बार-बार मनमाने तरीके से उड़ानें रद्द कर रही है।

केस की हिस्टरी

अव्यवस्थाओं के चलते एक अक्टूबर से कंपनी की उडान बंद हैं| इसके अलावा [१]किंगफिशर कर्मचारी की पत्नी ने फांसी लगा कर जान दे दी है और इसके लिए कम्पनी को दोषी बताया है|’
[२]इससे पहले चेक बाउंस होने पर किंगफिशर एयरलाइंस और उसके चेयरमैन विजय माल्या के नाम गैर जमानती वारंट जारी कर किया जा चुका है। देश की एक अदालत के विशेष मजिस्ट्रेट ने 10.5 करोड़ रुपए के चैक बाउंस मामले में माल्या के अदालत में पेश न होने की वजह से यह कार्रवाई की थी। कोर्ट ने किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल सहित चार निदेशकों के खिलाफ भी वारंट जारी किए गए। मामले की अगली सुनवाई अब पांच नवंबर को होगी। अभी भी आशावाद में जी रही किंगफिशर एयरलाइंस के सूत्रों ने जवाब दाखिल करने के बाद कहा था कि अगर डीजीसीए उन्हें कुछ रियायतें देती है तो ६ नवंबर से उड़ानें शुरू की जा सकती हैं|लेकिन उड़ान के लिए जरूरी खर्चों की व्यवस्था का कोई जरिया नहीं बताया जा रहा है| [अ]ऐ टी ऍफ़ [२]एअरपोर्ट फीस[३]कर्मियों की तनख्वाह आदि के लिए आवश्यक धन के लिए अपनी हेसियत से सात गुना अधिक कर्ज़ में डूबी कम्पनी को वित्तीय सहारा देने कोई आगे नहीं आ रहा है|[का]कर्मचारी बिना वेतन के समझौता करने को तैयार नहीं[खा] विदेशी निवेशक दिखाई नहीं देरहे [गा] देसी बैंकों ने भी हाथ खींच लिए हैं|इस पर भी किंग फिशर अपनी दूसरी कम्पनिओं से पैसा निकाल कर यहाँ लगाने को तैयार नहीं है| ऐसे में कम्पनी की क्रेडिबिलिटी और कर्मिओं का भविष्य कुछ उज्जवल नहीं दिख रहा

किंग फिशर एयर लाइंस के मिसमैनेजमेंट पर मोहर लगी और शीतकालीन उड़ाने हुई रद्द

सफल शराब उद्योगपति विजयमाल्या एयर लाइंस के व्यवसाय में पूर्णतय असफल साबित हो रहे हैं| किंग फिशर एयर लाईन्स के लगातार घाटे के दल दल में फंसते जाने के बावजूद भी आज तक ना तो कर्मिओं की हड़ताल ही खुलवा पाए और नाही कंपनी में चल रही ताला बंदी को ही खुलवा पा रहे हैं| इसके अलावा आज बुधवार को नागरिक उड्डयन नियामक ने संकटग्रस्त कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस की शीतकालीन प्रस्थान और आगमन उड़ान योजना भी रद्द कर करके कम्पनी के मिसमेनेजमेंट पर मोहर भी लगा दी है| लेकिन इतनी उठापटक होने के बावजूद आश्चर्यजनक रूप से कंपनी के शेयरों में बडत देखी गई | बीत दिन १२ रुपयों पर बंद हुआ एन एस ई का शेयर १२.५५ पर जा पहुंचा|
गौरतलब है कि लागातार घाटा झेल रही कम्पनी अव्यवस्थाओं से जूझ रही है|एयरलाइन के कई विमानों का जनवरी से संचालन नहीं हो पा रहा है| जिसके फलस्वरूप नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने भी कहा था कि एयरलाइन को अपनी उड़ानों का संचालन शुरू करने की अनुमति प्राप्त करने से पहले सुरक्षा और वेतन भुगतान के बारे में ठोस योजना डीजीसीए के समक्ष पेश करनी होगी| डी जी सी ऐ ने चेतावनी देते हुए कहा था कि एयर लाईन्स का पूरा बेड़ा बिना उड़ान के जमीन पर खड़ा है,वह सुरक्षित और भरोसेमंद सेवाएं नहीं दे पा रहा है जिसकी वजह से क्यों न उसका फ्लाइंग लाइसेंस निलंबित कर दिया जाए या रद्द कर दिया जाए.| डीजीसीए ने किंगफिशर को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय भी दिया था |

किंग फिशर एयर लाइंस के मिसमैनेजमेंट पर मोहर लगी और शीतकालीन उड़ाने हुई रद्द


.किंगफिशर एयरलाइंस ने आज फिर बकाया वेतन पर गतिरोध दूर करने के लिए कर्मचारियों के साथ बैठक की। लेकिन इस बैठक में कोई समझौता नहीं हुआ । बैठक के बाद किंगफिशर के सीईओ संजय अग्रवाल ने तालाबंदी की अवधि तीसरी बार बढ़ाने की घोषणा की। कर्मचारी भी 7 महीने से बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर हड़ताल पर है | बताते चलें कि सात महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण ही कर्मचारी पिछले महीने से हड़ताल पर हैं। एयरलाइंस प्रबंधन ने परिचालन शुरू करने के लिए बकाये का कुछ हिस्सा देने का प्रस्ताव रखा था जिसे कर्मचारियों ने ठुकरा दिया था। उनकी मांग है कि उन्हें पूरा भुगतान किया जाए तभी वे काम पर लौटेंगे। किंगफिशर का परिचालन 29 सितंबर से ही पूरी तरह ठप्प है।उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनी पिछले साल हर सप्ताह 2,930 प्रस्थान उड़ान संचालित करती थी, लेकिन मिसमेनेजमेंट + कर्ज और कर्मचारियों के काम छोड़ने के कारण इसमें लगातार गिरावट आती गई। कंपनी ने 12 एक अक्टूबर को घोषित तालाबंदी की अवधि को 20 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दिया।कम्पनी की वित्तीय स्थिति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता ही कि बैंकों के समूह से विमानन कंपनी पर 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज है