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चौधरी चरण सिंह स्मारक के लिए चौधरी अजित सिंह की बंगले के हठ को केंद्र सरकार ने ठुकराया

[नई दिल्ली]चौधरी चरण सिंह के स्मारक के लिए चौधरी अजित सिंह की बंगले के हठ को केंद्र सरकार ने ठुकराया
केंद्र सरकार ने पूर्व पी एम और किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह के स्मारक के लिए चौधरी अजित सिंह की बंगले की मांग को स्वीकार नहीं किया |
नरेंद्र मोदी नीत एन डी ऐ की सरकार ने कांग्रेस के सहयोगी रालोद के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह की हठ के आगे झुकने से इंकार कर दियाऔर चौधरी चरण सिंह की स्मृति में स्मारक के लिए बँगला या भूमि देने से इंकार कर दिया|गौरतलब है कि लोक सभा के चुनाव हारने के पश्चात अपनी सियासी जमीन पुनः पाने के लिए पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री चौधरी अजित सिंह अपने पिता कि स्मृति में स्मारक बनवाने के लिए १२ तुगलक रोड की मांग कर रहे हैं जिसके लिए उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी है| यूनियन कैबिनेट मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि दिल्ली में अब किसी भी सरकारी बंगले में किसी का भी स्मारक नहीं बनाया जाएगा | ,

रालोद ने खोये हुए विरासती हक़ को पाने के लिए सियासत का हठी हुक्का गुड़गुड़ा दिया

RALOD RALLY IN MEERUT

RALOD RALLY IN MEERUT

मेरठ,१२ अक्टूबर |रालोद ने खोये हुए विरासती हक़ को पाने के लिए सियासत का हठी हुक्का गुड़गुड़ा दियारालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने आज फिर खोई हुई विरासत को पाने के लिए सियासी हुक्का गुड़गुड़ा दिया |इस हुक्के में कभी चौधरी चरण सिंह के सहयोगी रहे नेताओं के सहयोग का तम्बाकू डाला गया| हठ के हुक्के से निकले विराट प्रदर्शन के धुएं से १२ तुगलक रोड को स्मारक बनाने+चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न के हक़ की मांग उठाई गई जिसके लिए केंद्र सरकार पर दबाब बनाने की कोशिश की गई| वास्तव में अपने सियासी वजूद को बचाने के लिए रालोद ने किसान संघर्ष समिति के कन्धों पर आज यह सहानुभूति का कार्ड खेला है|चौधरी चरण सिंह के नाम पर आयोजित इस रैली की सफलता तो अगले चुनावों में ही साबित हो पाएगी लेकिन हाँ उससे पहले चौधरी अजित इस शक्ति प्रदर्शन से केंद्र सरकार को ,बातचीत के लिए, टेबल पर लाने में जरूर सफल हो सकते हैं और अपने लिए राज्यसभा की सीट सुनिश्चित कर सकते हैं| लोकसभा चुनाव में अपने ही गढ़ बागपत में भी जबरदस्त झटका खाने वाले चौधरी अजित सिंह ने इस रैली के माध्यम से आक्रामक समाजवादी-लोहियावादी राजनीति के सहारे सहानुभूती बटोरने की तरफ एक कदम जरूर बढ़ा दिया |
RALOD RALLY IN MEERUT HUKKA

RALOD RALLY IN MEERUT HUKKA


आज बाई पास स्थित गायत्री ग्राउंड में किसान स्वाभिमान रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा+जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव+ राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह+बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार+राज्यसभा सांसद केसी त्यागी+रालोद नेता जयंत चौधरी और उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव आदि मौजूद रहे। भाजपा के पूर्व सहयोगी शरद यादव+नीतिश कुमार + चौ. अजित सिंह ने भगवा खेमे पर जम कर जुबानी हमला बोला | चौ. चरण सिंह की शख्सियत के साथ अन्याय का आरोप लगाया गया |सपा के शिवपाल यादव ने भी सहयोग का आश्वासन दिया
|इस रैली में सर्व सम्मति से १२ तुगलक रोड पर पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह की स्मृति में स्मारक के लिए शरद यादव के न्रेतत्व में राष्ट्रपति से मुलाकात करने का निर्णय लिया गया| इसके अलावा दिल्ली स्थित किसान घाट पर मौन रखने पर भी सहमति बनी |
रैली को सम्बोधित करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दक्षिण से लेकर उत्तर तक सभी क्षेत्रीय पार्टियों को मिलकर भाजपा का मुकाबला करना चाहिए।
इन्ही की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि यूपी में भाजपा ने चौधरी चरण सिंह की विचारधारा और किसान एकता को कमजोर करने के लिए साजिश के तहत जाटों और मुसलमानों को अलग-अलग किया है।हम ये मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे। शरद यादव ने कहा कि किसान खंड खंड हैं, इसीलिए देश में सियासी पाखंड है। देश के किसान अगर एक हो जाएंगे तो पाखंडियों की सियासत खत्म हो जाएगी और दिल्ली में किसान नेता चौधरी चरण सिंह की स्मारक बनने से कोई रोक नहीं पाएगा।
ralod rally6 रालोद अध्यक्ष अजित सिंह ने कहा कि 12, तुगलक रोड को स्मारक बनाना पूरे देश के किसान का हठ है। हम हठ से अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। जयंत चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही है। मंच पर कांग्रेस समेत जदयू+सपा+जद (एस) + रालोद के झंडे एक नए राजनीतिक शक्ति की तरफ इशारा कर रहे थे।

रालोद ने विरासत के बिखरे तिनके समेटते हुए आंदोलन में घायलों के इलाज के लिए खर्चे का एलान किया

Jayant Choudhry And Dr Raj kumar Sangwan

Jayant Choudhry And Dr Raj kumar Sangwan

जयंत चौधरी ने विरासत के बिखरे तिनके समेटते हुए आंदोलन में घायलों के इलाज के लिए खर्चे का एलान किया
रालोद के राष्ट्रीय महा सचिव जयंत चौधरी अपनी राजनितिक विरासत के बिखरे तिनकों को समेटने के लिए आज शहर के तीन अस्पतालों में घूमे घायलों का हाल जाना| आंदोलन में घायल हुए समर्थकों से मिले उन्हें सांत्वना दी और घायलों के इलाज के लिए पार्टी फंड से खर्चा उठाने का आश्वासन दिया | उन्होंने अपने दादा पूर्व पी एम चौधरी चरण सिंह की स्मृति में १२ तुगलक रोड में स्मारक बनाने को जान भावनाओं के अनुरूप बताया| |जयंत चौधरी ने गोली से घायल कवीन्द्र+अनिल आदि से आनंद और सुभारती अस्पतालों में मुलाकत की इसके अलावा चार घरों में भी गए और घरों में इलाज करवा रहे घायलों से मिले |
गौरतलब है कि राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख अजित सिंह ने आज उनके कब्जे वाले बंगले को खाली तो कर दिया मगर इसके साथ ही उन्होंने उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह के स्मारक में बदलने की उनकी मांग को खारिज करने के लिए सरकार की आलोचना भी की और इस मुद्दे को लेकर हो रहे विरोध के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया ।चौधरी अजित सिंह ने यशवंत सिन्हा आदि का उदहारण देते हुए कहा कि भाजपा के नेताओं द्वारा आवास खली नहीं किये गए हैं और उनकी बिजली पानी काट कर प्रताड़ित किया गया |इसके उत्तर में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने मीडिया में बताया कि दो माह पूर्व ही उन्होंने आवास खाली कर दिया था |चौधरी अजित सिंह के आरोप को उन्होंने मान हानि माना है और अदालती नोटिस जारी करवाया है | उधर केंद्र सरकार के मंत्री वेंकय्या नायडू ने रालोद प्रमुख क्व समर्थकों के उत्पात को गैर कानूनी और ब्लैकमेलिंग बता कर १२ तुगलक रोड में स्मारक की मांग को ख़ारिज कर दिया है|

चो.अजित सिंह अपनी असफलताओं के प्रति तुगलकी रवैय्या विसर्जित कर देते तो कोठी से बनवास ही क्यूँ मिलता

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

रालोदाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हमने जो कहा था करके दिखा दिया ओये चौधरी चरण सिंह की कोठी को खाली करवाने वाले भाजपाइयों की नका में नकेल डाल दी|१२ तुगलक रोड की पुण्य कोठी का बिजली पानी काटने वाली दिल्ली का ही पानी बंद कर दिया | ओये हमने भी खूंटे गाड़ दिए हैं देखे कैसे खाली करवाते हैं ये चौधरी अजित सिंह से कोठी खाली ओये यारा हमने तो इसी कोठी की खातिर चौधरी अजित सिंह को ना चाहते हुए भी कभी एलेकशन जितवाया था अब अगर उपचुनाव हुए तो फिर से जित्वा देंगे मगर कोठी नहीं जाने देंगे | ओये मानता है न कि जाट और जमीन का तो जन्म जन्मान्तर का नाता है

झल्ला

ओ मेरे चतुर चौधरी आपजी के चो. अजित सिंह अपनी असफलताओं पर समय रहते चिंतन कर लेते तो कोठी खाली ही क्यूँ करनी पढ़ती| ये तो बच्चों वाली वोही बात हुई कि हमें भी खिलाओ नहीं तो खेल बिगाड़ेंगे |अरे २००० में जब केंद्रीय मंत्रिमंडल सरकारी कोठियों को स्मारक नहीं बनाये जाने के विषय में निर्णय ले रहा था तब आप लोग क्यूँ अपने नलके को चला नहीं पाये | अब भी कुछ करने के बजाय इमोशनल ब्लैकमेलिंग का लट्ठ ही चला रहे हो| कांग्रेस के साथ मिलकर आम जनता को हलकान किये जा रहे हो | इसी लट्ठ संस्कृति के कारण हरित प्रदेश मूवमेंट से भी आम जनता को जोड़ नहीं पा रहे हो | अरे भापा जी हरित प्रदेश +मेरठ में एयरपोर्ट+हाई कोर्ट बेंच+गन्ना समस्या+ सिविल एविएशन+चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में चौधरी साहब पर शोध +स्मारक+महाभारत सर्किट+साम्प्रदाइक दंगें +++में असफलताओं की तरफ ध्यान दे देते तो हारते ही क्यूँ ?और कोठी खाली करने की नौबत ही क्यूँ आती?

रालोद के पैतृक वोट बैंक पर तुगलक रोड की कोठी की भावनात्मक लहर असर डाल पाएगी ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

रालोदाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ऐवेंई लोग कहे जा रहे हैं कि हसाडे नलके का पानी उतर गया ओये देख मेरठ के बाद दिल्ली में भी हमने अपनी ताकत दिखा दी है |भाजपा वाले लाख दावे करें मगर चौधरी साहब के घर पर मंगलवार को हजारों किसान इकट्ठा हो गए| अब देखते हैं कि बड़े चौधरी साहब की यादों से जुड़ी १२ तुगलक रोड की कोठी को चौधरी अजित सिंह से कैसे खाली कराते हैं ये तुगलकी हुकमरान?|ओये हमने तो बढे चौधरी की समाधि तक दिल्ली में बनवा दी ये तो सरकारी कोठी ही ठहरी ज्यादा चूं चुपड़ की तो इस कोठी में चौधरी साहब के नाम का संग्रहालय बनवा देणा हैं है

झल्ला

ओ मेरे भोले चौधरी आपके रालोद के पैतृक वोट बैंक पर तुगलक रोड की कोठी की भावनात्मक लहर असर डाल पाएगी ? मोहम्मद बिन तुगलक बेशक चला गया मगर उसके चेले अभी भी हर तरफ मौजूद हैं|तीन महीने तक अगर ये कार्यवाही टल गई तोसमझों गई भैंस छह साल के लिए पानी में |मेरा मतलब है चौधरी साहब गए कोठी में वापिस छह साल के लिए |अरे भाई राज्यसभा के लिए तीन महीने के बाद चुनाव होने हैं और उसके लिए सिविल एविएशन मिनिस्टर रहे चौधरी साहब ने कांग्रेस “प्लेन” की सीट के लिए यूं पी के उपचुनाव की जिलास्तर पर ठेके दारी ले रखी है| अब सोने पे सुहागा ये हुआ कि गन्ने के बाद इस कोठी को लेकर पैतृक वोट बैंक भावना की डोर से बंधने लग गया है | अब आप लोगों के जमघट से हुकूमत तीन महीने तक वहां का रुख करने से पहले कई बार सोचेगी |