[नई दिल्ली]”आप”सरकार का ५२० करोड़ का विज्ञापन बजट कहीं मीडिया घरानों को शुक्राना तो नहीं यह प्रश्न आज सियासी गलियारों में गूँज रहा है|
दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की सरकार ने ५२० करोड़ रुपये मात्र विज्ञापनों के लिए बजट किये हैं| मात्र अपनी छवि को चमकाने के लिए टैक्स पयेर्स की इतनी बढ़ी राशि के खर्चे की सर्वत्र आलोचना हो रही है |यहां तक कि मीडिया को खरीदने या फिर मीडिया को शुक्राना जैसे शब्द भी हवा में तैरने लगे हैं इससे पूर्व दिए गए विज्ञापनों में सुप्रीम कोर्ट कीअवमानना करते हुएपार्टी अध्यक्ष और सीएम अरविन्द केजरीवाल की छवि को ही चमकाया गया है यहां तक कि सरकारी खर्चे पर केजरीवाल की सलामती की दुआएं भी मांगी गई है|कांग्रेस और भाजपा विभिन्न चैनलों +एजेंसियों द्वारा इसकी आलोचना में लग गए हैं |
कांग्रेस के अजय माकन के अनुसार बीते वर्ष इस मद में केवल २४ करोड़ का बजट रखा गया था अब अचानक से २१%बढ़ाया गया है |भाजपा के सतीश उपाध्याय ने आरोप लगाया है कि अपनी पीआर करने के लिए ही केजरीवाल ने इतनी बढ़ी रकम निकाली है
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