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इंडिगो ने आईपीओ निकाला तो सरकार ने भाड़ा बढ़ाने पर विचार शुरू कर दिया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ
भाजपाई चेयर लीडर
ओये झल्लेया खुशखबरी आई है+ओये हसाड़ी सोणी सरकार ने हवाई यात्राओं में “चेक इन बैगेज” के लिए पैसा वसूले जाने पर रोक लगा दी है

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी इंडिगो ने आईपीओ निकाला तो सरकार ने भाड़ा बढ़ाने पर विचार शुरू कर दिया

इंडिगो जैसी बजट एयर लाइन द्वारा २५०० करोड़ के आईपीओ निकालने की घोषणा के साथ ही यह खबर उड़ाई गई कि एयरलाइन्स को अतिरिक्त कमाई करवाने के लिए “चेक इन बैगेज”पर शुल्क लगाने पर विचार किया जा रहा है ।कहीं इंडिगो+स्पाइस जेट+एयर एशिया वगैरह वगैरह की मार्किट को सुरक्षा कवच तो नहीं दिया जा रहा

Domestic Air Traffic Rises by Over18 % in May

New Delhi]Domestic Air Traffic Rises by Over 18 % in MayThe seat factor of the domestic airline rose over the previous month primarily due to the onset of tourist season
Driven by summer holiday bookings, domestic air traffic surged by a healthy 18.35 per cent in May over the same period last year, while budget carrier IndiGo continued its market domination with more than a third of the total traffic pie in its kitty.
All Indian carriers together ferried a total of 71.27 lakh passengers in May as compared to 60.22 lakh passengers during May 2014, according to Directorate General of Civil Aviation (DGCA) data for this month.
During May, another budget airline SpiceJet clocked the highest seat factor at 93.1 per cent helped by a series of low-fare schemes, announced by the carrier in the previous month.
In terms of number of passengers, while IndiGo transported 27.69 lakh, the number of passengers flown by Jet Airways during the reporting month stood at 13.01 lakh.
National carrier Air India’s share in the total passenger traffic stood at 15.8 per cent as it ferried 11.8 lakh passengers previous year .
The two new airlines– AirAsia India + Vistara– transported less than one lakh passengers in the month at 0.94 lakh and 0.93 lakh passengers respectively.
Air Costa transported 0.61 lakh passengers while Air Pegasus 0.06 lakh.
IndiGo also recorded a high load factor of 91.9 per cent, followed by GoAir 89.4 per cent, AirAsia India 81.4 per cent and Air Costa 81.2 per cent.
Jet Airways’ load factor during May stood at 81.1 per cent while that of Air India at 80.4 per cent.
,As per DGCA .During the period, Directorate received a total of 858 complaints against nine airlines. Of these 793 were disposed off while investigations were going on in the remaining 65 complaints
DGCA had received 211 complaints against Jet Airways, besides 191 against IndiGo, 187 against SpiceJet and 173 against Air India.

No Frill Private Budget Carrier Indigo Tops In Complaints During February 2015

[New Delhi]No Frill +Private Profit making+Domestic Budget Carrier Indigo Tops In Complaints During February 2015
During The month of February various complaints are piled up to [1092] out of which complaints pertaining Baggage are [238]
Indigo’s share is [106] which is higher then company’s previous month score[103]Apart from this Customer Service Related complaints are===[77] whereas [5] complaints pertain To Staff behavior
[A]Baggage ==total Complaints =238 ===
[1]indigo =106===
[2]goair==34=
[3]spicejet==26
[4]jet airways=36
[5]air india==35
[B]Delayed Flights More then two hours
INDIGO has shown poor performance in Mumbai with 77.7%
[C]Total delayed flights
INDIGO===11782
Air Asia==6105
jet airways==5728
National Carrier Air india ==30746
source DGCA Datas

Prime Minister Of India Condoled Death of Passengers and Crew Of ill-fated Air Asia Plane

Prime Minister Of India Sh Narendra Modi has condoled the death of passengers and crew on board the ill-fated AirAsia plane after its wreckage and debris was found today, three days after it went missing while flying from Indonesia to Singapore.155 passengers and 7 crew members were on the board
Sh Modi said in a statement
.”Our thoughts are with the families of those on flight QZ8501. We offer our condolences and stand firmly with them in this hour of grief,”

बजट करियर इंडिगो एयर लाइन्स के १०% कमांडर पायलट्स एयर एशिया में स्विच ओवर को तैयार

बजट कैरियर और [कथित] लो कास्ट कैरियर के उपनाम से प्राख्यात निजी इंडिगो एयर लाइन्स के लगभग १०%कमांडर पायलट्स के नई आने वाली प्रतिस्पर्द्धी एयर लाइन्स एयर एशिया में जाने की तैय्यारी चल रही है| सूत्रों के अनुसार इंडिगो के कमांडर के वर्तमान पे स्लैब+ असहज कार्य शर्तों से अधिकांश पायलट कमांडर असंतुष्ट हैं और नई कंपनी एयर एशिया द्वारा आकर्षक वेतन मान देने के साथ ही सुविधा जनक कार्य शर्तें दिए जाने की संभावना है इसीलिए इस बड़े स्विच ओवर की सम्भावना है|यदि यह बदलाव फायनल हो जाता है तो अपने जहाजों के बेड़े को बढ़ाने के लिए प्रयासरत इंडिगो एयर लाइन्स के लिए यह नई चुनौती होगी जबकि एयर एशिया को बैठे बिठाए अनुभवी पायलट कमांडर मिल जायेंगे| इसके आलावा एयर एशिया के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इंडिगो और स्पाइस जेट आदि एयर लाइन्स के लो कास्ट के दावों को चुनौती दे दी है| इस संभावना की पुष्ठी के लिए एयर एशिया और इंडिगो को मेल किये जाने पर कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ है|

सरकार की अवधि कम हो रही है तो हवाई यात्रियों को जारी सुविधाओं में भी कटौती शुरू:हवाई यात्रा महंगी होगी

जैसे जैसे केंद्र सरकार की अवधि कम होती जा रही है वैसे वैसे आम जनता को दी जा रही सुविधाओं में कटौती की जाने लगी है|अब हवाई यात्रा करने वालों को मनपसंद सीट,के अलावा चेक-इन बैगेज+ खाना+स्नैक्स +ड्रिंक+एयर लाइन्स लाउंज आदि के लिए अतिरिक्त भुगतान करना होगा| इसके लिए परिचालन लागत पर नियंत्रण और विमानन कंपनी चलाने के लिए सेवाओं को अलग करना आवश्यक बताया जा रहा है |यह निर्णय एक स्वतंत्र कंसल्टेंट की सिफारिशों पर लिया गया है
एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नागरिक विमानन मंत्री चौधरी अजित सिंह[रालोद] ने एयरलाइंस को कुछ सेवाओं को अलग कर उनके लिए शुल्क वसूलने की इजाजत दे दी है। देसी विमानन कंपनियों ने एक बार पहले भी इस तरह की पहल की थी लेकिन नागर विमानन महानिदेशालय के आदेश के बाद उन्हें तरजीही सीट आवंटन और पेयजल पर शुल्क वापस लेना पड़ा था।मंत्रालय का यह फैसला मलेशिया की किफायती विमानन कंपनी एयर एशिया द्वारा देसी सेवाएं शुरू करने के आवेदन के कुछ दिन बाद ही आया है। यदपि अभी यह स्पष्ट नही है के यह आदेश किन रूट्स और कंपनियों पर लागू होंगे|यदि लाभ वाली कंपनियों को लाभ वाले रूट्स के लिए यह लाभ दिया जाता है तो इस पर अनेकों प्रश्न चिन्ह खड़े हो सकते हैं|

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें आने लग गई है| टाटा और भाटिया की मलेशियाई कंपनी एयरएशिया के जॉइंट वेंचर एयरलाइन शुरू करने के मार्ग को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) द्वारा ६ मार्च को क्लियरेंस दिए जाने के बावजूद नागर विमानन मंत्रालय[Ministry Of Civil Aviation] ने अभी तक क्लियरेंस नहीं दी है| नागरिक विमानन मंत्रालय ने विमानन क्षेत्र में एफडीआई [F D I ] नीति में और स्पष्टता लाने को कहा है| गौरतलब है कि टाटा और भाटिया अन्तराष्ट्रीय एयर लाइन्स एयर एशिया के साथ मिल कर भारत में एयरलाइंस शुरू करना चाहते हैं, |इस जॉइंट वेंचर में अंतरराष्ट्रीय भागीदार की 49 % भागीदारी है, शेष ५१% के लिए भारतीय भागी दरों का हिस्से दारी है| यह पूर्णतय विदेशी निवेश की सीमा के अन्दर है|यौजना आयोग के मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने इस गतिरोध को शीघ्र दूर कर लिए जाने का आश्वासन दिया है

सिविल एविएशन के आकाश में टाटा की एक मुट्ठी की चाह पूरी होगी :एयर एशिया के साथ जॉइंट वेंचर को मंजूरी

एविएशन के आकाश में टाटा की एक मुट्ठी की चाह पूरी होगी :एयर एशिया के साथ जॉइंट वेंचर को मंजूरी

एविएशन के आकाश में टाटा की एक मुट्ठी की चाह पूरी होगी :एयर एशिया के साथ जॉइंट वेंचर को मंजूरी

भारत में सिविल एविएशन की नीवं डालने वाले टाटा के वंशज रतन टाटा की मेहनत रंग लाने लगी है| सिविल एविएशन के आकाश में एक मुट्ठी आसमान की चाह पूरे होती दिखने लगी है| मलेशिया की सस्ती नागरिक विमानन सेवा कम्पनी एयर एशिया को आज ६ मार्च , बुधवार में भारत में ४९% निवेश की इजाजत दे दी गई है| विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड [F I P B ] से देश में टाटा समूह और अरुण भाटिया द्वारा प्रमोटेड कम्पनी टेलेस्ट्रा ट्रेडप्लेस की साझेदारी में नागरिक विमानन क्षेत्र में नई विमानन गतिविधि शुरू करने के लिए आवश्यक मंजूरी मिल गई।इस जॉइंट वेंचर में टाटा के ३१% और स्टील किंग लक्ष्मी मित्तल के रिश्ते दार अरुण भाटिया की २०% हिस्से दारी बताई जा रही है|शेष ४९% का इन्वेस्टमेंट एयर एशिया का होगा| इससे इस छेत्र में विदेशी निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा
इस नई व्यवस्था से एयर एशिया तीन करोड़ डॉलर से छह करोड़ डॉलर तक निवेश कर सकती है।