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लोकतंत्र रक्षक पेंशन को दोगुना कर दिया बधाई,पड़ोसी राज्यों के समकक्ष करें तो सेनानियों का सम्मान बढ़ेगा

[नई दिल्ली]अखिलेश यादव जी लोक तंत्र रक्षक पेंशन को दोगुना कर दिया बधाई हो लेकिन पड़ोसी राज्यों के समकक्ष पेंशन करदेते तो सेनानियों का सम्मान बढ़ जाता| उत्तर प्रदेश में लोक तंत्र रक्षक सेनानियों की पेंशन राशि को दोगुना करने पर लोकतंत्र सेनानियों ने मुख्य मंत्री अखिलेश यादव को आशीष और बधाई सन्देश भेजने शुरू कर दिए हैं |
लोक तंत्र रक्षक सेनानियों की पेंशन राशि ३००० रुपयो से बढ़ा कर ६००० रुपये कर दी गई है |मुख्य मंत्री की अध्यक्षता वाली मंगलवार की कैबिनेट कमिटी में यह निर्णय लिया गया है|
लोकतंत्र रक्षक सेनानी मेरठ रत्न +शौर्य पदक धर्म वीर आनंद ने अपने बधाई सन्देश में कहा कि
१९७५ की इमरजेंसी में जो यातनाएं सही गई थी उनका मूल्यांकन पैसों से नहीं आंका जा सकता |
वोह तो देश को काले दिनों में भी बचाये रखने का जनून था |
मेरठ में पहले सेनानी के रूप में गिरफ्तारी देने वाले व्यापारी नेता धर्म वीर आनंद ने इस विषय में चिंता भी जताई उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्यों में यह पेंशन की राशि १०००० रुपये हैं ऐसे में
महंगाई के दौर में उसके समकक्ष सम्मान दिए जाने पर भी विचार किया जाना चाहिए|
श्री आनंद ने मुख्य मंत्री को प्रेरित करते हुए यह शेर भी कोट किया है:
सीढियाँ उन्हें मुबारक जिन्हें चाँद पर जाना है
जिनकी मंजिल आसमाँ रास्ता खुद बनाना है
गौरतलब है कि २८ जून को अखिल भारतीय लोक तंत्र परिषद द्वारा दिल्ली कांस्टीटूशनल क्लब में आपातकाल की ३९ वीं वर्षगांठ पर एक बैठक का आयोजन किया गया था जिसमे ढेरों पेंशनरों ने भाग लिया था और लोक तंत्र प्रहरियों की शोर गाथाओं का इतिहास लिखे जाने और पेंशन में वृद्धि की मांग उठाई थी| इसी अख़बार में उस मीटिंग को “मोदी सरकार को आपातकाल के लोक तंत्र प्रहरियों को सम्मानित करके अपना आभार प्रगट करना चाहिए” शीर्षक से छापा गया था|

मोदी सरकार को आपातकाल के लोक तंत्र प्रहरियों को सम्मानित करके अपना आभार प्रगट करना चाहिए

[नई दिल्ली] इमरजेंसी की ३९ वीं वर्षगांठ पर २७ जून १९७५ मेरठ में गिरफ्तारी देने वाले पहले व्यापारी नेता धर्मवीर आनंद ने प्रधान मंत्री को एक पत्र लिख कर इमरजेंसी के विरुद्ध लोक तंत्र की रक्षा के लिए अपना सबकुछ बलिदान करने वालों को लोक रक्षक रत्न से सम्मानित किये जाने का आग्रह किया है|ऐसा करने से एक अच्छा सन्देश जाएगा और युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी|श्री आनंद ने कहा के नरेंद्र मोदी अब प्रधान मंत्री बन गए हैं ऐसे में उन्हें स्वयं लोक तंत्र प्रहरियों को सम्मानित करके उनके त्याग के प्रति आभार प्रगट करना चाहिए|
अखिल भारतीय लोक तंत्र परिषद द्वारा आज दिल्ली कांस्टीटूशनल क्लब में आपातकाल की ३९ वीं वर्षगांठ पर बैठक का भी आयोजन किया गया इसमें बढ़ी संख्या में आये लोक तंत्र प्रहरियों ने अपने संस्मरण सुनाये |इस बैठक में भाग लेने वालों में धर्म वीर आनंद +श्री राम लाल+सुब्रमनियम स्वामी के आलावा सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी थे| इस अवसर पर खुकरायण बिरादरी के धर्मवीर आनंद ने बताया के राजा पोरस के वंशज होने के फलस्वरूप काला कानून लेन वाली श्रीमती इंदिरा गांधी को उन्होंने २७ जून १९७५ को ललकारा था और यही अनुवांशिक गुण आज भी विराजमान है |भाजपा के राष्ट्रीय महा मंत्री ने २७ जून १९७५ को जुल्म का नंगा नाच बताया|वक्ताओं ने इमरजेंसी के विरुद्ध जेलों को भरने वालों की गाथाओं का इतिहास लिखे जाने की मांग भी की|