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व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में अगर “आप” का हाथ नहीं तो बड़े हाथों की रेखाएं गिननी होंगी


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी के दुखी नेता

ओये झल्लेया ये हसाडा क्या मज़ाक बनाया जा रहा है|ओये हसाडे विश्व प्रसिद्द नेता अरविन्द केजरीवाल को कई दिन पहले ही व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में भाषण देने के लिए निमंत्रित किया गया था और अब कहा जा रहा है कि हमने गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी का पत्ता काट कर अपना नाम लिखा लिया है |भई ये तो हमारी वैश्विक क़ाबलियत और राष्ट्रीय पोलिटिकल हैसियत का मज़ाक उड़ाया जा रहा |एक बार फिर से सभी कण खोल कर सुन लो व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में हमारा कोई हाथ नहीं है|उधर राहुल गांधी को मुख्य वक्ता बनाया गया है |उनका नाम कोई नहीं घसीट रहा|

 व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में अगर "आप" का हाथ नहीं तो बड़े हाथों की रेखाएं गिननी होंगी

व्हार्टन इंडिया के आर्थिक सम्मेलन में मोदी का पत्ता कटवाने में अगर “आप” का हाथ नहीं तो बड़े हाथों की रेखाएं गिननी होंगी

झल्ला

ओ मेरे भोले बादशाहों व्हार्टन इंडिया वाले मुल्क में रविवार को अवकाश मनाया जाता है ऐसे में इस रविवासरीय अवकाश के दिन मोदी के व्याख्यान को रद्द करने के लिए पेनसिलवेनिया विविद्यालय के तीन भारतीय अमेरिकी प्रोफेसरों को 135 लोगों के हस्ताक्षर करने के लिए हाथ फेलाते देखा गया |अब उस हाथ के साथ आपका हाथ नहीं मिला हुआ है तो बड़े हाथ वालों के हाथों की रेखाएं गिननी होंगी|

अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे:Disobedience Movement against Sheila Dikshit

अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे:Disobedience Movement against Sheila Dikshit

अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे:Disobedience Movement against Sheila Dikshit

सामाजिक कार्यकर्ता से राजनीति के मैदान में कूदने वाले अरविंद केजरीवाल 23 मार्च से दिल्ली में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठेंगे। यह उपवास बिजली के बढ़े हुए बिलों के लिए होगा|
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि वह बिजली और पानी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित बिजली कंपनियों के साथ मिली हुई हैं। उसी का परिणाम है कि बिजली कंपनियां मनमाना ढंग से बिल बढ़ा रही हैं। उन्होंने लोगों से इसके खिलाफ सविनय अवज्ञा आंदोलन की अपील की है। उन्होंने कहा कि लोग बिजली बिल देना बंद करें।
अरविंद ने कहा है कि दिल्ली में पानी और बिजली के बिल बढ़ने का सिर्फ एक कारण है करप्शन। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता डरी हुई है और एकजुट नहीं है। इसी का फायदा सरकार उठा रही है।उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी और बिजली के बिल नाजायज तरीके से आ रहे हैं। जनता महंगाई की वजह से कराह उठी है।
अरविन्द केजरीवाल का कहना है कि मजदूर की बिजली ४६००/= का भुगतान नहीं होने पर काट दी जाती है। मंत्रियों और सांसदों के ऊपर लाखों का बकाया है फिर भी उनसे कोई बकाया की रकम मांगता नहीं।

क्‍या कांग्रेस बताएगी कि महा रैली के लिए किसको और कितने पैसे दिए :केजरीवाल

आईएसी नेता अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर कांग्रेस पर सवाल दाग दिया है|. इस बार रविवार को हुई कांग्रेस की महारैली को निशाना बनाया गया है| केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस जनता को अपनी इस महारैली का हिसाब दें.
रविवार को रामलीला मैदान में हुई कांग्रेस की महारैली पर सवाल करते हुए केजरीवाल ने कहा कि, ‘कांग्रेस आरटीआई लाने का क्रेडिट लेना बंद करें.क्‍या कांग्रेस बताएगी कि इस रेली में कितने पैसे खर्च हुए हैं.’ इस रैली में शामिल हुई भीड़ के लिए केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने लोगों को पैसे दिए हैं. कांग्रेस की इस रैली की तैयारी पिछले लंबे समय से चल रही है.केजरीवाल ने ट्विटर पर ट्वीट कर कांग्रेस से पूछा है कि क्या वे रैली के लिए परिवहन, खान-पान, विशेष ट्रेनों आदि पर हुए खर्च की पूरी जानकारी आम जनता के सामने सार्वजनिक कर सकती है या नहीं। क्या इस रैली में आए लोगों को कांग्रेस ने पैसे दिये। क्या कांग्रेस रैली पर हुए खर्चे का हिसाब देगी। केजरीवाल ने कहा है कि कांग्रेस को अपने खाते सार्वजनिक करने चाहिए | गौरतलब है कि रविवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस की इस रैली ने ट्रैफिक की समस्या से सबको रुलाया । सभी प्रमुख सड़कों पर जाम लगा रहा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी रैली में शामिल थे |

क्‍या कांग्रेस बताएगी कि महा रैली के लिए किसको और कितने पैसे दिए :केजरीवाल

एफडीआइ के समर्थन में काग्रेस की रैली में शामिल होने अन्य राज्यों से लोगों के आने का सिलसिला सुबह ही शुरू हो गया था। आइएसबीटी-राजघाट रिंग रोड, धौलाकुंआ से ग्यारह मूर्ति आने वाले सरदार पटेल मार्ग, विकास मार्ग, आइटीओ से इंडिया गेट जाने वाली सड़क सहित रामलीला मैदान की ओर जाने वाली सड़कों पर गाड़ियों की कतार से जाम लग गया। जिसे जहा गाड़ी खड़ी करने की जगह मिली, वहीं गाड़ी पार्क कर रैली में शिरकत करने के लिए पैदल निकल पड़ा। राजघाट, इंडिया गेट, पुराना किला, माता सुंदरी रोड, निजामुद्दीन ब्रिज, नीला गुंबद, वजीराबाद टी प्वाइट पर निर्धारित पार्किग स्थल जहा जगह मिली वहीं गाड़िया खड़ी कर रैली में हिस्सा लेने आए लोगों की हिम्मत ट्रैफिक जाम के आगे जवाब दे गई।ट्रैफिक पुलिस ने रैली के लिए दिल्ली की सीमा में कम से कम एक हजार बस तथा तीन हजार अन्य निजी गाड़ियों से लोगों के आने का अनुमान किया था। लेकिन शनिवार देर रात से ही जो जन सैलाब उमड़ना शुरू हुआ तो सभी अनुमान धरे रह गए |
गौरतलब है की पूर्व में कांग्रेसी नेताओं ने आई ऐ सी के खर्चे का हिसाब मांगा था और रैली में भी इन्हें निशाना बनाया गया था संभवत केजरीवाल ने कांग्रेसी सिक्के में ही आरोपों को लौटा दिया है|