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Tag: Arvind Kejriwal

केजरीवाल सी एम् की शपथ लेने मेट्रो के बजाय टेम्पो से राम लीला जाते तो अनेक राजनीतिक लाभ ले सकते थे

आम आदमी पार्टी[आप ] के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दोपहर बारह बजे रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए मेट्रो ट्रैन से जेन का एलान किया है लेकिन मेट्रो के बजाय अगर केजरीवाल थ्री व्हीलर्स से जाते तो राजनीतिक फायदे के साथ केंद्र और विपक्षियों पर दबाब भी बना सकते थे | उनके साथ छह अन्य भी मंत्री पद की शपथ लेंगे।
इस शपथ ग्रहण समारोह में करीब एक लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। केजरीवाल ने इस समारोह में शामिल होने के लिए सभी दिल्लीवासियों को न्यौता भेजा है। केजरीवाल अपने कौशांबी स्थित आवास से मेट्रो के जरिए नई दिल्ली स्टेशन पहुंचेंगे। यहां से वह अपनी कार में सवार होकर रामलीला मैदान पहुंचेंगे। उनके साथ मंत्रिमंडल के सभी विधायक भी होंगे।
मेट्रो में जाने से एक नया सन्देश राजनीती में जरुर जायेगा लेकिन शपथ ग्रहण से दो दिन पूर्व सी एन जी के दामो में बेतहाशा वृद्दि से सबसे ज्यादा थ्री व्हीलर्स ही प्रभावित होंगे और किराया बढ़ने की जायज मांग करेंगे बीते दिन केंद्र के इस दावं से निबटने के लिए केजरीवाल कुछ बेबस नजर आये |आप पार्टी के कुमार विशवास सहित नेताओं ने अपने स्व्भाव के अनुसार सी एन जी की मूल्य वृद्धि की टाइमिंग को लेकर केंद्र की मंशा पर सवाल उठाये है और केजरीवाल ने टेम्पो चालकों से दो दिन का समय माँगा है |यहाँ यह कहना तर्क संगत होगा कि आप की जीत के पीछे थ्री व्हीलर्स वालों की भी अहम् भूमिका रही है और उन्हें उनके हक़ दिलाने के लिए उन्हें ही एक उपयोगी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था | मेट्रो के बजाय टेम्पो से जाने पर एक तो टेम्पो वाले स्व्यं को राजनीती का हिस्सा मानते और उनमे नागरिक कर्त्तव्यों के प्रति जागरूकता आती जिसकी शिकायत केजरीवाल ने भी की है | इसके आलावा केंद्र के सामने दबाब बनता और सी एन जी के दामो के रोल बेक कि मांग को बल मिलता |बेशक मेट्रो से शपथ ग्रहण करने के लिए मेट्रो से जाने का यह पहला उदहारण है लेकिन तात्कालिक अवसरों का उपयोग करने का अब समय आ गया है

Arvind kejriwal Is Scheduled To Broom Delhi Politics With Early Six ,Wef 28 December 2013

[New]Chief Minister Of Aam Aadmi Party [AAP]Arvind kejriwal Is Scheduled To Broom Delhi Politics With The Team Of Early Six Wef 28 December . This New Team May Sworn In At Ram lila Ground .Party’s Mentor Anna hazare+ Old Associates Kiran Bedi and Santosh Hegde May Be Invited For This First Ceremony .Party Has Solved The Problem With Its M L A Vinod Kumar Binni. Binni has Consented For Any Responsibility.
Aam Aadmi Party [AAP] Legslative party and Delhi’s Chief Minister designate Arvind Kejriwal today sent the list of party MLAs, to be sworn in as ministers, to the Lt. Governor Shri Najeeb Jung. This list includes:
[1] Manish Sisodia: He is a well known activist who came to prominance during the Jan Lokpal agitation. Manish Sisodia was a prominent journalist and was associated with Zee News and All India Radio for a long time. He quit journalism to participate in the agitation for Right To Information. He was a key member of the team that laid the foundation of the Jan Lokpal Andolan. Sisodia sat on fast for 10 days demanding setting up of an SIT to probe cases against corrupt union ministers. Sisodia was also sent to Jail with Anna Hazare during anti-graft agitation.
[2] Somnath Bharti: He is a post graduate from the Indian Institute of Technology and a lawyer by profession. When police implicated innocent activists in false cases during protests that broke out after infamous Delhi Gang Rape Case, Shri Bharti contested their case and secured justice for them. He has been President and Secretary of the IIT Alumni.
[3]Satyendra Kumar Jain: He is an architect by profession. He was working with the CPWD. He quit due to prevailing corruption ine department. Jain actively particpated in the Jan Lokpal Satyagrah. He is a well known social worker. He helped Chitrakoot based social organization Drishti, working for visualy impared grls, with construction of orgaization’s building. He is also associated with social organization Sparsh, wchich works for mentally challenged children. He also organizes mass marriages for poor girls.
[4] Rakhi Birla: She was a journalist with a private news channel before joining Aam Aadmi Party. She has been associated with many social organizations and has been fighting tirelessly for the cause of the Dalits.
[5] Saurabh Bhardwaj: He was an engineer by profession. An incident of rape with with a poor minor girl changed his outlook. He fought a long drawnn legal battle to secure justice for the poor rape survivour. After his fight for the girl, Bhardwaj became a lawyer to provide legal help to such victims. He has been fighting for the cause of visually impared, poor students, flood victims and senior citizens.
[6] Girish Soni: He is a well crusador for the cause of the Aam Aadmi. He tirelessly participated in Bijli Pani Andolan of the Aam Aadmi Party.

“आप” पार्टी का वोटों पर असर तो चुनावों में ही पता चलेगा मगर फ़िलहाल कांग्रेस,भाजपा में हलचल जारी है

आम आदमी पार्टी[आप] का वोटों पर असर तो चुनावों के बाद ही पता चलेगा मगर राजनीतिक पार्टियों में हलचल साफ़ नजर आने लग गई है| दिल्ली की गद्दी पर अब तक कांग्रेस या फिर भारतीय जनता पार्टी [भाजपा] का कब्जा रहा है| गौरतलब है कि दिल्ली प्रदेश में चार दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा|
इस बार एक तीसरी शक्ति के रूप में “आप” पार्टी का आगमन हुआ है यह पार्टी एक दो या तीन नहीं वरन पूरी ७० विधान सभा की सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतार रही है| “आप” की आमद की आहट से घबरा कर इसके आंदोलनों को तोड़ने के प्रयास किये गए फिर इनके उम्मीदवारों पर प्रश्न चिन्ह लगाया जाता रहा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अब जाकर यह स्वीकार किया है कि अरविंद केजरीवाल के पार्टी के लोगों ने जनता का ध्यान अपनी ओर आकषिर्त किया है लेकिन इसके साथ ही यह संदेह भी जताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में यह वोट में तब्दील हो पाएगा।
पिछले दिनों मीडिया के माध्यम से भी सर्वे रिपोर्ट जारी हुई हैं जिनमे आप पार्टी को ३ या ७ सीटों तक ही सीमित करके इलेक्शन से बाहर करने का भी प्रयास किया गया है| यह तो सर्व विदित है कि सर्वे के मामले में “आप” पार्टी के कार्यकर्त्ता पुराने खिलाडी हैं सो बिना समय गवाएं योगेन्द्र यादव ने अपना सर्वे निकाल कर आप पार्टी को ३३ सीटों के साथ सबसे आगे कर दिया | जाहिर है अब यह पार्टी मैदान में है और मजबूती से है|
इसके अलावा “आप” पार्टी के पोस्टर बैनर्स को लगाने के मुहीम को भी पलीता लगाने का प्रयास चल रहा है जिसके विरुद्ध “आप ” के प्रशांत भूषण अदालत पहुँच चुके हैं |इस नई पार्टी के लिए अभी समस्याएं कम नहीं हुई हैं|इस पार्टी के पास चुनावी फंड में एकत्रित हुए १७ करोड़ रुपयों के स्रोत की जाँच की मांग की जाने लगी है इस जाँच के लिए आप ने अपने आप को प्रस्तुत कर दिया है|
चुनावों में लगातार चौथी जीत के लिए कांग्रेस के अभियान की अगुवाई कर रही श्री मति दीक्षित ने ‘आप’ को एक ‘नये प्रतिभागी’ के तौर पर उल्लेख तो किया लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच में ही माना है।
भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने भी त्रिकोणीय मुकाबिले में अपने कमजोर और बदनाम प्रदेशाध्यक्ष विजय गोएल के बजाय तीन बार प्रदेशाध्यक्ष रह चुके ई एन टी चिकित्सक डॉ हर्ष वर्धन को आगे कर दिया है | भारतीय जनता पार्टी की केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में डॉ. हर्षवर्धन को दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना दिया गया है|
एल के अडवाणी जैसे वरिष्ठ नेता को भी पार्टी के इस फैसले को कल्याणकारी कहने के लिए आगे आना पड़ गया है|

“आप” ने केजरीवाल को मुख्य मंत्री प्रोजेक्ट किया,सत्ता प्राप्त होने पर सबसे पहले अन्ना हजारे के जन लोक पाल को पास करने का आश्वासन भी दिया

आप ने केजरीवाल को मुख्य मंत्री प्रोजेक्ट किया,सत्ता प्राप्त होने पर सबसे पहले अन्ना हजारे के जन लोक पाल को पास करने का आश्वासन भी दिया आम आदमी पार्टी[आप]ने आज दिल्ली के मुख्य मंत्री केप्रत्याशी के रूप में अरविन्द केजरीवाल को प्रोजेक्ट करके कांग्रेस और भाजपा को अपने सियासी कार्ड खोलने को बाध्य किया | अपनी पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त आप ने यह भी आश्वासन दिया कि सत्ता में आने पर सबसे पहले 29 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा स्पेशल सत्र बुलाया जाएगा और अन्ना हजारे की उम्मीदों का जनलोकपाल बिल पास कराया जाएगा|
मुख्य चुनाव अधिकारी[CEC] की घोषणा के अनुसार 4 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं। जिसके नतीजे 8 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।और 15 दिसंबर तक ‘आम आदमी पार्टी’ की सरकार बन जाएगी।
29 दिसंबर को दिल्ली विधानसभा स्पेशल सत्र बुलाया जाएगा और वही जनलोकपाल बिल (जिसका नाम दिल्ली जनलोकपाल बिल होगा) सबसे पहले दिल्ली में पास किया जाएगा, इसी के लिए अन्ना हजारे को रामलीला मैदान में 13 दिन का अनशन करना पड़ा था। यह स्पेशल सत्र दिल्ली विधानसभा के हॉल में नहीं होगा। यह सत्र दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा। इस सत्र को देखने के लिए दिल्ली की सारी जनता को आमंत्रित किया जाएगा।
16 अगस्त 2011 से अन्ना हजारे जी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन किया था। अन्ना के 13 दिन के अनशन के बाद संसद में बैठकर सारी पार्टियों ने प्रस्ताव पारित किया था कि अन्ना जी हमें आपकी तीनों शर्तें मंजूर हैं।
आज दो साल हो गए। लेकिन अभी तक उन्होंने लोकपाल बिल पास नहीं किया। अन्ना जी के अनशन के दौरान लाखों लोग रामलीला मैदान आएं थे। देशभर से करोड़ों लोगों ने इस आंदोलन का समर्थन किया। प्रधानमंत्री ने और इन सभी पार्टियों ने देश के लोगों को धोखा दिया है।
29 दिसंबर, 2013 को ‘आम आदमी पार्टी’ की सरकार अन्ना जी का वो जनलोकपाल बिल दिल्ली में पास करके, दिल्ली के उन लाखों लोगों का सपना पूरा करेगी। इस ऐतिहासिक घड़ी को देखने के लिए और दिल्ली विधानसभा के उस स्पेशल सत्र के गवाह बनने के लिए लाखों की तादाद में 29 दिसंबर को फिर से लोग रामलीला मैदान में इकट्ठे होंगे। भ्रष्टाचार और महंगाई से छुटकारा पाने का लोगों का सपना सबसे पहले दिल्ली में पूरा होगा।गौरतलब है कि कांग्रेस और भाजपा ने अभी तक दिल्ली के भावी सी एम् के रूप में किसी नाम को आगे नहीं बढाया है बीते दिन मुख्य मंत्री शीला दीक्षित ने यह तो दवा किया था कि चौथी बार दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनेगी मगर मुख्य मंत्री कौन होगा इस परउन्होंने कन्नी काट ली थी अब आप पार्टी के केंडीडेट की घोषण से कांग्रेस और भाजपा को अपने सियासी कार्ड खोलने के लिए स्वाभाविक दबाब बनेगा |

अरविन्द केजरीवाल ने मानहानि के नोटिस के जवाब में एक बार फिर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल पर आरोपों की झड़ी लगाईं

अरविन्द केजरीवाल ने मानहानि के नोटिस के जवाब में एक बार फिर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल पर आरोपों की झड़ी लगाईं |
आम आदमी पार्टी [आप]के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अपने विरुद्ध मानहानि के नोटिस के जवाब में एक बार फिर भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष विजय गोएल पर आरोपों की झड़ी लगा दी है| अरविन्द केजरीवाल को 23 सितम्बर में दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल ने एक मानहानि का नोटिस भिजवाया था|.
6 पन्नो के नोटिस में दावा किया गया है कि विजय गोयल दिल्ली के सम्मानित व्यक्ति है और केजरीवाल ने उन्हें भ्रष्ट कहकर बदनाम करने की कोशिश की है. विजय गोयल ने एक वकील के माध्यम से ये नोटिस भिजवाई है और नोटिस में आप की टेलीफोन विज्ञापन + रेडियो विज्ञापन का हवाला देकर ये कहा गया है कि उनके मुवक्किल विजय गोयल को भ्रष्ट कह कर अरविन्द ने विजय गोयल की इज्ज़त को क्षति पहुंचाई है. विजय गोयल ने अरविन्द केजरीवाल से इस कथित मान की हानि के लिए बिना शर्त के पब्लिक में माफ़ी की मांग की है और 1 करोड़ रुपये भी मांगे है|
अरविन्द केजरीवाल ने इस नोटिस के जवाब में स्पष्ट कर दिया कि विजय गोयल जैसे नेता से माफ़ी मांगने का सवाल ही पैदा नहीं होता. इतना ही नहीं अरविन्द केजरीवाल ने मानहानि के नोटिस के जवाब में विजय गोयल पर और आरोप लगा दिए और कहा कि उनके भ्रष्ट होने के प्रमाण दिल्ली की जनता में बहुत पहले से है| अरविन्द केजरीवाल ने बीजेपी शासित एम् सी डी में चल रहे भ्रष्टाचार का ज़िक्र करते हुए विजय गोयल से सवाल किया है कि दिल्ली में ऐसा कोई काम होता है जहा लोगो को रिश्वत न देनी पड़े? केजरीवाल ने विजय गोयल से ये भी पुछा की जब शीला दीक्षित ने बिजली के दाम बढ़ाये थे, तब आप क्यों खामोश थे?
ज्ञात हो की इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी अरविन्द केजरीवाल को बिजली कंपनियों के दलाल कहने के आरोप में मानहानि का नोटिस भेजा था. फिलहाल ये मामला दिल्ली की एक अदालत में चल रहा है और अदालत ने अरविन्द को बिना किसी ज़मानत के बाहर रहने की इज़ाज़त दे दी है|

दागी नेताओं की सदस्यता के मामले में यूं पी ऐ के अध्यादेश को चुनौती देने के लिए “आप”सुप्रीम कोर्ट में जन हित याचिका दायर करेगी

[नई दिल्ली]दागी नेताओं की सदस्यता के मामले में यूं पी ऐ के अध्यादेश को चुनौती देने के लिए “आप” पार्टी सुप्रीम कोर्ट में जन हित याचिका दायर करेगी |
आम आदमी पार्टी[आप] ने दागी नेताओं की सदस्यता के मामले में यूं पी ऐ सरकार के नवीनतम अध्यादेश को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जन हित याचिका दायर करने का निर्णय लिया है|
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने एक प्रेस वार्ता में यह ऐलान किया|श्री केजरीवाल ने कहा कि पहले इस अध्यादेश पर हस्ताक्षर नहीं करने के लिए राष्ट्रपति से आग्रह किया जाएगायदि फिर भी यह कानून बनाता है तो उसे जन हित याचिका के माध्यम से एस सी में चुनौती दी जायेगी|
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने १० जुलाई को फैसला दिया दिया था कि दो साल की सजा काटने वाले सांसद /विधायक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य होंगे|इस आदेश को उल्टा करते हुए यूं पी ऐ की सरकार ने अध्यादेश जारी कर दिया है|

“आप” की दिल्ली में केंडीडेट संतोष कोली को एक कार ने गाजिआबाद में गंभीर रूप से घायल किया: ह्त्या की साजिश का आरोप

आम आदमी पार्टी[आप]की कर्मठ कार्यकर्ता [आर टी आई एक्टिविस्ट] संतोष कोली एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई हैं| आप पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने इसके पीछे हत्या का षड्यंत्र बताया है| इससे पहले भी संतोष पर दो एटैक हो चुके हैं|
बताया गया है कि आप पार्टी कि कार्यकर्ता संतोष और कुलदीप एक मोटर बाईक पर मात्र ४० कि मी की रफ़्तार से उत्तर प्रदेश के गाजिआबाद में एक खाली सड़क पर जा रहे थे इसी बीच पीछे से आ रही एक त्रीव गति की कार ने टक्कर मार दी | और संतोष को गंभीर रूप से घायल करके गायब हो गई| यशोदा अस्पताल में संतोष जन्म, मृत्यु में झूल रही हैं|इससे पूर्व ब्रजलाल पर को भी उत्तर प्रदेश में कार से कुचल दिया गया था| संतोष सीमापुरी से “आप “:की केंडीडेट हैं

शीला दीक्षित को तीन बार मुख्य मंत्री बनाने वाली नई दिल्ली की जनता, शायद दिल्ली की सबसे दुखी जनता है

आम आदमी पार्टी [आप ]के वरिष्ठ नेता अरविंद केजरीवाल ने रविवार को वाल्मिकी मंदिर में मत्था टेकने के बाद बाल्मीकि समाज की समस्यायों को सुना और उनकी व्यथा जानकर हैरानी व्यक्त करते हुए वाल्मिकी समाज के साथ हो रही है नाइंसाफी के विरुद्ध आवाज उठाने का आश्वासन दिया| उन्हने इस अवसर पर कहा के दिल्ली को तीन बार मुख्यमंत्री देने वाली नई दिल्ली विधानसभा की जनता, शायद दिल्ली की सबसे दुखी जनता है.|अरविन्द केजरीवाल नई दिल्ली से प्रत्याशी हैं|
वाल्मिकी समाज के सम्मानित व्यक्ति किशनपाल मंगवाना[,चेना महाराज ] ने अरविंद केजरीवाल को महर्षि वाल्मिकी की एक प्रतिमा और रामायण भेंट की. चेना महाराज ने अरविंद केजरीवाल और पार्टी कार्यकर्ताओं को अपने समाज की बहुत सारी परेशानियां बताईं. वाल्मिकी बस्ती के लोग पिछले 15 सालों से समय-समय पर इन समस्याओं को शीला दीक्षित को बताते आ रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने हमेशा अनसुना कर दिया.
[१]चेना महाराज ने बताया कि सबसे बड़ी परेशानी ठेका मजदूरी से जुड़ी है. दिल्ली को साफ-सुथरा रखने में सबसे बड़ी भूमिका वाल्मिकी समाज के लोगों की है. 90 प्रतिशत से अधिक सफाई कर्मचारी वाल्मिकी समाज से आते हैं. लेकिन खुद को गंदगी में झोंककर शहर को साफ-सुथरा रखने में जुटे लोगों को अस्थाई सफाई कर्मचारी की नौकरी पाने के लिए भी काफी घूस देना पड़ता है.
[२]“ अस्थाई ठेका मजदूरी हासिल करने के लिए भी एनडीएमसी को 10 से 20 हजार तक की घूस देनी पड़ती है. एक बार में मात्र छह महीने के लिए ही काम मिलता है. सात हजार की अस्थाई नौकरी, वह भी मात्र छह महीने के लिए मिलती है, के लिए इतनी घूस देनी पड़े! सरकार बस हमारा खून चूसने में यकीन रखती है.”
[३]इस ठेका आधारित नौकरी को हासिल करने से पहले रोजगार केंद्र में अपना नाम डलवाने भर के लिए 500 रुपए देने पड़ते हैं. सात हजार की तन्ख्वाह देने के बदले उनसे आधी तन्ख्वाह तो अलग-अलग बहाने से घूस के तौर पर ऐंठ ली जाती है. एनडीएमसी में सफाई कर्मचारी को 5-6 साल तक पहले ठेके पर काम करना पड़ता है उसके बाद 6-7 साल तक नियमित काम. फिर जाकर उसकी नौकरी पक्की होती है.
[४] अगर वाल्मिकी समाज का कोई युवा पढ़ने में होशियार निकला और अगर उसने अच्छी तालीम हासिल कर ली, फिर भी उसे काम सफाई का ही
दिया जाता है. बी.ए और एम.ए पास कई लड़के एनडीएमसी में सफाई का काम ठेका मजदूर की तरह कर रहे हैं.
उन्होंने अरविंद केजरीवाल को वाल्मिकी सदन में कई ऐसे परिवारों से मिलाया जिनके घर के कमाऊ व्यक्ति की सफाई के दौरान मौत हो गई.
वाल्मिकी समाज के लोगों में सरकार के कामकाज को को लेकर काफी गुस्सा है. चेना महाराज सरकार की संवेदनहीनता पर सवाल उठाते हुए कहते हैं, “सीवर की सफाई का कार्य जोखिम भरा होता है. काम के दौरान अगर किसी कर्मचारी की मौत हो जाती है तो सरकार तुरंत उससे घर खाली करा लेती है. मृतक के आश्रितों के लिए सिर्फ 5 प्रतिशत आरक्षण है और अगर किसी आश्रित को नौकरी मिलती भी है तो वह भी अस्थाई ठेका मजदूरी का ही काम मिलता है. हमारा पूरा जीवन समाज की सेवा में बीत जाता है और उस काम को निभाते हुए कोई हादसा हो जाए तो हमारे लिए दुनिया के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं. हम तो बस वोट बैंक बनकर रह गए हैं.”
[५]एनडीएमसी में सफाई कर्मचारियों की भारी कमी है. पहले हर सर्किल में करीब 50 सफाई कर्मचारी होते थे लेकिन आज किसी भी सर्किल में 20-25 कर्मचारी रह गए हैं. इस कारण आठ घंटे की बजाए 13-14 घंटे काम करना पड़ता है. सफाई कर्मचारियों को कभी भी बुला लिया जाता है और अगर कोई असमय आने में असमर्थता जताए तो उसका ठेका खत्म करने की धमकी दी जाती है.
चेना महाराज कहते हैं, “गुलामी और जिल्लत की जिंदगी बहुत हो चुकी है. अब हमारे युवा बगावत करने को उतारु हैं. समाज का भी डर खत्म हो रहा है. कांग्रेस सरकार यह मानकर चलती है कि वाल्मिकी समाज तो उसे ही वोट देगा. इस बार हम कांग्रेस सरकार का यह भ्रम मिटाएंगे. आम आदमी पार्टी में हमें उम्मीद नजर आ रही है. अबकी बार इसे भी काम करने का मौका देकर देखेंगे.”
समाज से आये डॉ अशोक बताते हैं, “ वाल्मिकी समाज साधनविहीन. साफ-सफाई का कार्य ऐसा है जिसमें तरह-तरह का संक्रमण फैलने का डर रहता है. चर्म रोग, फेफड़े और पेट का कैंसर, अस्थमा जैसी बीमारियां तो आम हैं. ऐसा एक भी परिवार नहीं होगा जिसके सदस्य इन बीमारियों की चपेट में न आए हों. यही वजह है कि इनकी औसत आयु 50 साल हो गई है. जो समाज सबको बीमारियों से दूर रखने के लिए अपना जीवन दांव पर लगाता हो क्या उसका इतना भी हक नहीं कि सरकार उसकी बीमारियों के लिए ईलाज का अच्छा इंतजाम करे?”

“आप” के अरविन्द केजरीवाल नई दिल्ली और गोपाल राय बाबरपुर से चुनाव लड़ेंगे:दूसरी लिस्ट जारी

आम आदमी पार्टी[ आप]ने दिल्ली के चुनावों के लिए दूसरी सूची: में 9 विधानसभाओं के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं|
“आप” के अरविन्द केजरीवाल नई दिल्ली और गोपाल राय बाबरपुर से चुनाव लड़ेंगे|
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए 9 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति(पीएसी) ने एक बैठक कर इन नौ सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्ट पर चर्चा की और उम्मीदवारों के नाम तय किए. नई दिल्ली विधानसभा सीट से अरविंद केजरीवाल और बाबरपुर विधानसभा सीट से गोपाल राय के नाम तय किए गए हैं. कुल नौ सीटों के लिए घोषित किए जा रहे उम्मीदवारों के नाम निम्नवत हैः
1. बाबरपुर- गोपाल राय
2. बवाना- गजानंद
3. छतरपुर- ऋषिपाल
4. कृष्णानगर- सुशील चौहान
5. मटिया महल- सोहैल सलाउद्दीन
6. मुस्तफाबाद- कपिल धामा
7. नई दिल्ली- अरविंद केजरीवाल
8. शालीमार बाग़- वंदना कुमारी
9. विश्वास नगर- डॉ. अतुल गुप्ता
पार्टी का दावा है कि उम्मीदवारों की इस दूसरी सूची में इंजीनियर, डॉक्टर और सामाजिक कार्यकर्ताओं के नाम शामिल हैं. आम आदमी पार्टी अब तक कुल 20 विधानसभा क्षेत्रों से प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है. इसके अलावा 11 अन्य विधानसभाओं के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी की जा चुकी है. फिलहाल उन नामों पर जनता की राय ली जा रही है. उसके बाद सक्रिय वॉलेंटियर्स की राय ली जाएगी और पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति उस पर अंतिम निर्णय लेगी.
अभी तक जितने भी आवेदन आए थे उन आवेदकों के साथ स्क्रीनिंग कमेटी की चर्चा का कार्य लगभग पूरा हो चुका है. शीघ्र ही कई और विधानसभाओं के लिए भी शॉर्टलिस्ट जारी कर दी जाएगी.
भारतीय राजनीति में यह पहली बार हो रहा है कि कोई राजनीतिक दल अपने प्रत्याशियों का नाम, जनता से रायशुमारी और कार्यकर्ताओं की पसंदगी जानने के बाद इतनी पारदर्शिता से तय कर रहा है. आम आदमी पार्टी ने बाकायदा घोषणा कर आम लोगों को आवेदन के लिए प्रेरित किया. किसी भी आवेदनकर्ता के खिलाफ अगर मामूली झगड़े तक का आरोप था, तो उसे भी सार्वजनिक किया गया. इससे आम लोगों ने आवेदकों के बारे में ऐसी-ऐसी जानकारियां उपलब्ध कराईं जिनके आधार पर निर्णय लेना आसान हो सका.
गोपाल राय (बाबरपुर) स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले गोपाल राय छात्र आंदोलनों में लंबे समय से सक्रिय रहे. आईसा, आईएसयू जैसे छात्र संगठनों के जरिए विद्यार्थियों के मुद्दों को उठाते रहे हैं. आईसा से छात्र संघ का चुनाव भी लड़ चुके हैं. छात्र आंदोलनों में सक्रियता की वजह से असामाजिक तत्वों ने उनकी हत्या की नीयत से गोली मारी. जीवन तो बच गया लेकिन उस हमले की वजह से शरीर के कई अंग बुरी तरह प्रभावित हैं. जनलोकपाल आंदोलन में शुरू से सक्रिय रहे हैं. आम लोगों के अधिकारों के लिए लगातार संघर्षरत हैं और इन्होंने जंतर-मंतर पर दो बार अनशन भी किया है.
अरविंद केजरीवाल (नई दिल्ली) इन्कम टैक्स कमिश्नर की नौकरी से इस्तीफा देने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया. नौकरी त्यागने के बाद सूचना का अधिकार कानून बनवाने और उसके प्रचार-प्रसार में सक्रिय योगदान दिया. अन्ना हजारेजी के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के विरुद्ध देशव्यापी जनलोकपाल आंदोलन शुरू किया. देश के नामी-गिरामी लोगों के भ्रष्टाचार का कच्चा चिठ्ठा जनता के सामने लाते रहे हैं. आम आदमी को बिजली पानी के बढ़े दामों से मुक्ति दिलाने के लिए 15 दिनों का अनशन भी कर चुके हैं.

आम आदमी पार्टी, बर्बरता के खिलाफ, दिल्ली पोलिस को सुप्रीम कोर्ट ले जाएगी

कांग्रेस की बर्बर दिल्ली पुलिस के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी आम आदमी पार्टी|
आम आदमी पार्टी [आप]ने आज दिल्ली पोलिस पर कांग्रेस के इशारों पर “आप” पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीडन करने का आरोप लगाते हुए इसके विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट जाने की घोषणा की है|पार्टी का कहना है कि इस प्रकार की दमनात्मक कार्यवाहियों से आम आदमी पार्टी का मनोबल टूटेगा नहीं वरन और उत्पीडन के विरुद्ध आन्दोलन को और तेज किया जाएगा|
गोकुलपुरी बलात्कार मामले में एफ.आई.आर. की मांग कर रहे आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के ऊपर बर्बरता दिखाकर दिल्ली पुलिस ने गुंडों की तरह व्यवहार किया है. जाहिर है कि यह हरकत आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं से बदला लेने के लिए की गई है, क्योंकि पिछले कई महीने से पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बलात्कार मामले में दिल्ली पुलिस को एक्शन लेने पर मजबूर किया है और इसके टालमटोल वाले रवैये की पोल खोली है. आम आदमी पार्टी के इस एक्शन के चलते ही दिल्ली पुलिस के एक एसीपी को सस्पेंड किया गया है. गोकुलपुरी थाने में निर्दोष लोगों पर लाठियां बरसा रहे पुलिसवाले बार बार कह रहे थे कि आज तो मीडिया यहां नहीं है, अब हमें कैसे सस्पेंड करवाओगे? यहां यह भी उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस ने जिन लोगों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए हैं उनमें बीनू , उसका भाई नरेंद्र और उसकी बहन पुष्पा भी शामिल हैं. बीनू वही कार्यकर्ता है जिसे चांटा मारने के बाद एसीपी अहलावत को सस्पेंड किया गया था. बीनू के भाई को तो हंगामा थमने के बाद, गाडी से निकालकर पकड़ा गया और थाने में पहले उसे बुरी तरह पीटा गया और फिर उस पर तोड़ फोड़ करने का मुकदमा लगाकर तिहाड़ जेल भेज दिया गया.
पुलिस ने इस कार्रवाई से यह संदेश देने की कोशिश की है कि बलात्कार की घटनाओं पर एफआईआर तक न करने का उसका रवैया जारी रहेगा और अगर कोई उसके खिलाफ बोलेगा तो उसके हाथ पैर तोड़कर तिहाड़ जेल में भिजवा दिया जायेगा. दिल्ली पुलिस के इसी रवैये के चलते आज पूरी दिल्ली में बलात्कारियों के हौसले बुलंद हैं और देश की राजधानी में आज कोई महिला अपने को महफूज़ नहीं समझती.
आम आदमी पार्टी दिल्ली पुलिस की इस हरकत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेगी और सुनिश्चित करेगी कि निर्दोष लोगों के हाथ पैर तोडने और उन पर फर्जी मुकदमे लगाकर तिहाड भेजने की साजिश रचने वाले सभी पुलिसकर्मियों को नौकरी से निकाला जाए. हम इस मामले में दोषी हर पुलिसकर्मी को जेल भिजवा कर रहेंगे ताकि दिल्ली के हर पुलिस वाले को संदेश जा सके कि उसका काम जनता की सेवा करना है, उसके ऊपर लाठियां बरसाना नहीं.
आज से आम आदमी पार्टी दिल्ली पुलिस की इस हरकत को लेकर जनता के बीच भी जायेगी. आज से हम पूरी दिल्ली में इसके लिए प्रचार अभियान शुरू कर जनता को संदेश देंगे कि यह कांग्रेस की बर्बर दिल्ली पुलिस है और अगर इसके आतंक से छुटकारा पाना है तो अपराधी और बेईमानों की जगह ईमानदारों को चुनकर सत्ता में लाना होगा.