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हरियाणवी जींद की भी ३ बत्तखों का पंजाबी जालंधर में पोस्ट मार्टम:राम राम राम

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

हरियाणवी भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हसाडे दो महीने के राज को बदनाम करने के लिए रोजाना ही नई साजिश रची जाने लगी है अब देख चंडीगढ़ की सुखना लेक के बहाने से हरियाणा में बर्ड फ्लू+स्वाईन फ्लू की अफवाह उड़ाई जा रही है जबकि हसाडे सोणे हेल्थ मिनिस्टर अनिल विज ने ऐसी किसी महामारी के लक्षणों से भी इंकार कर दिया है

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी जींद -गटौली में भी १४ बत्तखों के मरने की खबर आई है जिनमे से ११ को आनन फानन में दफना दिया गया है|३ बत्तखों के पोस्टमार्टम की खबर पंजाब के जालंधर से आएगी तब तक तो ढेरों पानी बह चुका होगा |
अब ये तो आप भी मानोगे कि कांग्रेस और इनेलो “घाघ” हाथ धोकर आप जैसे नौसिखियों के पीछे पढ़े हुए हैं|और आप है किइनकी काट करने के लिए मीडिया या सोशल मीडिया से कौसों दूर हैं|स्थानीय चैनलों पर भी आपके प्रवक्ता इनसे घिरे दिखाई देते हैं |इसीलिए झल्लेविचारानुसार दूसरों को दोष देने के साथ साथ अपना घर भी सम्भालों

चंडीगढ की सुखना झील में एवियन इन्‍फ्लुएंजा को लेकर केंद्र सरकार भी हरकत में आई

चंडीगढ की सुखना झील में एवियन इन्‍फ्लुएंजा को लेकर केंद्र सरकार भी हरकत में आई |एनआईएचएसएडी ने एक नमूने में एच5एन1 एआईवी सकारात्‍मक होने की पुष्टि कर दी है| कृषि मंत्रालय के अनुसार नियंत्रण संबंधी गतिविधियां शुरू की जा चुकी हैं।
पशुपालन, डेयरी और मत्‍स्‍य पालन विभाग के हवाले से कृषि मंत्रालय ने सूचित किया है कि 14 दिसम्‍बर, 2014 को नॉर्दर्न रीजन डिजीज डायग्‍नोस्टिक लैबोरेट्री (एनआरडीडीएल), जालंधर के संयुक्‍त निदेशक डॉ. वी एम वाधवन ने सुखना झील की मृत बत्तखों के बारे में जानकारी दी है कि एनआरडीडीएल द्वारा किए गए त्‍वरित परीक्षणों में बत्‍तखों में एवियन इन्‍फ्लुएंजा के लक्षण नहीं मिले। हालांकि एक मृत बत्‍तख का नमूना आगे के परीक्षण और पुष्टि के लिए नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ हाई सिक्‍योरिटी एनिमल डिजीजिज (एनआईएचएसएडी) भोपाल भेजा गया। 16 दिसम्‍बर को एनआईएचएसएडी ने उस नमूने में एच5एन1 एआईवी सकारात्‍मक होने की पुष्टि की।
16 दिसम्‍बर, 2014 को डॉ. वाधवन ने वन संरक्षक, चंडीगढ़ और नोडल अधिकारी, पशुपालन विभाग, चंडीगढ प्रशासन और चतबीर चिडियाघर, चंडीगढ के वरिष्‍ठ पशु चिकित्‍सक के साथ सुखना झील का दौरा करने के बाद रिपोर्ट दाखिल की। वन सरंक्षक को स्थिति की जानकारी दे दी गई है और उन्‍हें एवियन इन्‍फ्लुएंजा से निपटने के लिए कार्ययोजना के अनुसार तैयार रहने को कहा गया है।
यह झील चंडीगढ के वन विभाग के अंतर्गत आती है इसलिए वन संरक्षक सह प्रमुख वन्‍य जीव वार्डन, वन विभाग, चंडीगढ प्रशासन को मौके पर नियंत्रण संबंधी कार्रवाई करने के लिए आवश्‍यक निर्देश जारी किए गए हैं। पशुपालन विभाग, चंडीगढ प्रशासन के निदेशक और एनआरडीडीएल, जालंधर के संयुक्‍त निदेशक से इस कार्य में तकनीकी सहायता देने का अनुरोध किया गया है। स्‍वास्‍थ्‍य और परिवार कल्‍याण मंत्रालय से भी सहायता देने का अनुरोध किया गया है।
मौके पर नियंत्रण संबंधी गतिविधियां शुरू की जा चुकी हैं।
इसके अलावा केरल की एक 40 वर्षीय महिला की आज स्वाइन फ्लू से मृत्यु हो गई। उसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
इनकी जांच में एच1एन1 विषाणु :स्वाइन फ्लू: का नतीजा सकारात्मक आया था