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वेस्टर्न यूं पी सिहर रही है+जनता सुलग रही है और सत्तारुड सपा उछल रही है

वेस्टर्न यूं पी सिहर रही है+ईस्टर्न यूं पी चमक रही है
जनता बेचारी सिमट+सुबग+सिसक रही है और
सपा तो उछल रही है इसीलिए सभी को खटक रही है
बिजली हो+बीमारी हो+अपराध हो या भाई चारे का नाश
कांग्रेस भटक रही है+बसपा भाम्भड भूसे है
और भाजपा बिलख बिलख ओनली उछल रही है
और अभिशिप्त बेचारी वेस्टर्न यूं पी सुलग रही है

सपा ने यूं पी विकास के लिए अभिनव योजनाओं में भाजपा और बसपा पर रोड़ा अटकाने का आरोप दोहराया

समाजवादी पार्टी ने यूं पी में विकास की अपनी अभिनव योजनाओं में भाजपा और बसपा पर रोड़ा अटकाने का आरोप दोहराया|
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार ने अपने कार्यकाल के पिछले दो वर्षो में लगाताार समाज के कमजोर वर्ग और गरीबों की सामाजिक तथा आर्थिक बेहतरी की अभिनव योजनाएं कार्यान्वित की जा रही है लेकिन भाजपा-बसपा लगातार विकास की राह में रोड़ा अटकाने के लिए साजिशें कर रहे हें।
प्रवकता के अनुसार बसपा राज में समाज के कमजोर वर्ग की सर्वाधिक उपेक्षा हुई और भाजपा तो सांप्रदायिकता की सीढ़ी चढ़कर ही सत्ता में आने का जतन करती है। समाजवादी पार्टी ने समाज को तोड़ने वालों की साजिशें नाकाम की हैं और विकास की राजनीति को बल दिया है।
राजेंद्र चौधरी ने दावा किया कि समाज के सभी वर्गो को उनकी जनसंख्या के अनुपात में “समाजवादी पेंशन योजना“ वित्तीय वर्ष 2014-15 से प्रारम्भ की गई है। इस योजना के अंतर्गत 40 लाख परिवारों के एक-एक लाभार्थी को लाभान्वित कराये जाने का लक्ष्य है।
योजना के अंतर्गत प्रत्येक परिवार के मुखिया को न्यूनतम 500 रूपए प्रतिमाह से प्रारम्भ का लाभान्वित परिवार की पेंशन में प्रतिवर्ष 50 रूपए की वृद्धि करते हुए पेंशन की अधिकतम धनराशि 750 रूपए प्रतिमाह तक होगी।
समाजवादी पेंशन योजना में परिवार की महिला मुखिया को एवं महिला मुखिया के न होने की दशा में परिवार के पुरूष मुखिया को लाभार्थी बनाया जाएगा। इस योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2014-15 के बजट में 2,424 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है।
अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग, विकलांग, अल्पसंख्यक तथा सामान्य वर्ग के गरीब व्यक्तियों के कल्याण की योजनाओं के लिए 25,522 करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है जो वर्ष 2013-14 की तुलना में लगभग 26 प्रतिशत अधिक है। जिनकी आय 200 रूपए प्रतिदिन की दैनिक आय सीमा तक है, को आसरा योजना के अंतर्गत निःशुल्क आवास उपलब्ध कराये जाने की योजना संचालित है।
वृद्धावस्था, किसान पेंशन योजना हेतु 1,613 करोड़ रूपए, राष्ट्रीय परिवारिक लाभ योजना हेतु 419 करोड़ रूपए और निराश्रित विधवाओं के भरण पोषण तथा उनके बच्चों की शिक्षा आदि की व्यवस्था हेतु रूपए 607 करोड़ की व्यवस्था की गई है। नेत्रहीन, मूकबधिर और शारीरिक रूप से विकलांगों को उनके भरण पोषण हेतु 316 करोड़ रूपए बजट में रखे गए हैं।
उन्होंने दावा किया कि विकास योजनाओं का लाभ सभी वर्गो तक पहुॅचाने के उद्देश्य से हर क्षेत्र में पारदर्शी व्यवस्था बनाई गई है। मुख्यमंत्री का संकल्प हैं कि समाज में अंतिम पंक्ति में खड़े हर व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिले और उनके होठो पर भी मुस्कराहट आए।

यूं पी में पौने तीनलाख करोड़ के बजट का बहिष्कार करके भाजपा ने अखिलेश सरकार को वाॅक ओवर दिया

लोक तंत्र की मजबूती के लिए रचनात्मक भूमिका की वकालत करके केंद्र सरकार में आई भाजपा की यूं पी प्रदेश इकाई ने आज सदन का बहिष्कार करके समाजवादी पार्टी के पौने तीन लाख करोड़ रुपयों के भारी भरकम बजट को वाक् ओवर दे दिया | भाजपा जैसी पार्टी से यह अपेक्षा की जा रही थी के कम से कम बजट सत्र में सकारात्मक चर्चा करके समाज पार्टी को कटघरे में खड़ा करेगी लेकिन इन सारी उम्मीदों पर तुषारापात करते हुए बहिष्कार करके स्वयं को इससे अलग करने का प्रयास किया गया है| कल से प्रारम्भ हुए इस बजट सत्र का पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया भाजपा+ब सपा+ रालोद+कांग्रेस ने यथा शक्ति विरोध प्रदर्शन किया जिसके फलस्वरूप विधान परिषद और विधान सभा भंग कर दी गई आज सुबह भी हंगामा रहा जिसके फलस्वरूप साढ़े बारह बजे के बाद कार्यवाही शुरू की जा सकी| आज के सत्र में मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने पिछले वर्ष के मुकाबिले एक चौथाई बढ़ा बजट पेश किया |जिसे चुनौती देने या उस पर चर्चा करने के बजाय भाजपा ने सी एम के भाषण और बजट का बहिष्कार कर दिया| अखिलेश सरकार का अपनी ही पुराने लोक लुभावन योजनाओं से मोह भंग दिखाई दिया |सरकार ने बढे जोर शोर से लैपटॉप वितरण+बेरोजगार भत्ता+कन्या विद्याधन योजनाओं को लागू किया था लेकिन लोक सभा के लिए हुए चुनावों में करारी हार मिलने के कारण इन योजनाओं के बजट के लिए भाषण में कोई उल्लेख सुनाई नहीं दिया|
बीते दिन के हंगामे से तिलमिलाई समाज वादी पार्टी ने इस हंगामे को संसदीय गरिमा को चोट पहुॅचाने वाला अलोकतांत्रिक आचरण बताया |
सपा पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार
सच तो यह है कि लोकसभा चुनावो में जीत का भाजपाई नेताओं को नशा हो गया हैं। वे बहुमत के जनादेश का भी अनादर कर रहे हैं। प्रदेश की जनता द्वारा बुरी तरह से तिरस्कृत बसपा हार की बौखलाहट में उचित अनुचित सही गलत का विवेक ही खो बैठी है। ये दोनों दल समाजवादी पार्टी को ही अपना विरोधी मानकर प्रदेश के विकास के रथ को रोकने की कोशिशो में लग गए है। जनता में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के प्रति जो विश्वास है उससे उन्हें डऱ है और अपनी खीझ मिटाने के लिए ही वे सदन में अशांति और हंगामा करने पर तुल गए हैं। जनता सब देखती और समझती है कि कौन उनका हितैषी है और कौन नहीं है।

अखिलेश सरकार को,बदनाम करने के लिए बसपा और भाजपा में सांठगांठ :समाजवादी पार्टी

समाजवादी पार्टी ने अखिलेश सरकार को,बदनाम करने के लिए बसपा और भाजपा में सांठगांठ का आरोप लगाया
समाजवादी पार्टी ने प्रदेश सरकार को ,अपराधों को लेकर, बदनाम करने के लिए बसपा और भाजपा में सांठगांठ का आरोप लगाया|
सपा पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने दावा किया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह उनके नियंत्रण में है उसके बावजूद बसपा अध्यक्षा मायावती की बोली से भाजपा की सुश्री उमा भारती अपनी बोली मिला रही है। साध्वी उमा भारती को भी प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को जब तब चेतावनी देने का रोग लग गया है। जाने कौन से विकल्प के पत्ते वे छुपाए हुए है?
उन्होंने आकंड़े प्रस्तुत करते हुए बताया राष्ट्रीय स्तर पर अपराध के आंकड़ों में 21 राज्य उत्तर प्रदेश से आगे हैं। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के कड़े रूख के चलते कर्तव्य पालन में ढिलाई बरतनेवाले अधिकारी निलम्बित या स्थानान्तरित किए जा रहे हैं। उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश हैं कि वे कहीं कोई अप्रिय घटना घटे तो स्वयं भी उस स्थल पर जाएं। तत्काल कार्यवाही करें। उन्होने स्वंय भी जनपदो में औचक निरीक्षण कर प्रशासनतंत्र को चुस्त दुरूस्त होने का संदेश दे रहे हैं। वह प्रदेश के पुलिस प्रशासन के द्वारा पूरी मुस्तैदी से अराजक तत्वो की गतिविधियों पर निगाह रखे हैं।
विडंबना है कि इसके बावजूद भी कुछ विपक्षी समाजवादी सरकार और मुख्यमंत्री जी की छवि पर अनर्गल टिप्पणियां कर रहे हैं। इसमें सबसे आगे बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती हैं जिनकी सत्ता ही कानून व्यवस्था बिगड़ने से गई। जनता उनके शासनकाल में हुई लूट और अपहरण, बलात्कार की घटनाओं से त्राहि-त्राहि करने लगी थी। बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री ने कभी किसी पीड़ित दलित के आंसू पोंछने तो दूर उसको अपने दरवाजे की चौखट तक आने की इजाजत भी नहीं दी।समझ में नहीं आता है कि बसपा अध्यक्षा की बोली से भाजपा की सुश्री उमा भारती अपनी बांली क्यों मिला रही है।
जो लोग आज उत्तर प्रदेश की छवि को धूमिल करने का कुप्रयास कर रहे हैं वस्तुतः वे प्रदेश में बहुमत की सरकार बनानेवाले लाखों मतदाताओं का अपमान कर रहे हैं। यह जनादेश का खुला उल्लंघन है।
लोकतंत्र में बहुमत की सरकार के काम में रोड़ा अटकाना पूर्णतया असंवैधानिक है। प्रधानमंत्री देश में राज्य के मुख्यमंत्रियों को भी विकास कार्यो में अपने साथ जोड़कर संघीय व्यवस्था को मजबूत बनाने की बात करते हैं और उनकी पार्टी तथा सरकार के लोग ही उससे उलट राज्य में अस्थिरता पैदा करने का अल्टीमेटम देते धूम रहे हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के सपने का आदर्श प्रदेश बनाने का अथक प्रयास कर रहे है। उनके सामने गम्भीर चुनौतियां हैं, जिनसे दृढ़संकल्प शक्ति के साथ निबटा जा रहा हैं। प्रदेष में पिछली सरकार ने एक यूनिट बिजली नहीं पैदा की। अवस्थापना सुविधाओं का बंटाधार कर दिया। उद्योग लगे नहीं, रोजगार बढ़े नही। नौजवान, किसान, अल्पसंख्यक सहित समाज के सभी वर्ग परेशान रहे। अब इन सबके कल्याण की योजनाओं को अमली जामा पहनाया जा रहा है। समाजवादी सरकार प्रदेश का कायाकल्प करने को संकल्पित है।

रंगदारी मांगने के आरोपी बसपा नेता बाबर जमानत मिलते ही अराजकता फ़ैलाने पर गिरफ्तार हो गए

[मेरठ]रंगदारी मांगने के आरोपी बसपा नेता जमानत पर रिहा होते ही अराजकता फ़ैलाने पर गिरफ्तार हो गएबसपा नेता बाबर चौहान जेल से जमानत पर रिहा होते ही फिर से गिरफ्तार हो गया|
बाबर की जेल से रिहाई के वक्त जेल चुंगी पर स्थित पोलिस चौकी के सामने से वाहनों पर जुलुस निकाला गया और हर्ष फायरिंग की गई |जुलुस में शामिल लोगों द्वारा हर्ष फायरिंग करके अराजकता फ़ैलाने पर पोलिस हरकत में आ गई |ऐसे कई लोगों को पोलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वयं फोर्स के साथ जाकर गिरफ्तार किया | लापरवाही बरतने वाली पुलिस चौकी को निलंबित कर दिया गया है। चौकी पर एक दरोगा और तीन सिपाही तैनात थे। गिरफ्तार लोगों में बाबर भी शामिल हैं। उसे मेरठ पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
जेल चुंगी चौकी जिला जेल + आसपास की सुरक्षा का जिम्मा उठाती है। बसपा नेता बाबर को दो माह पूर्व डाक्टर से रंगदारी मांगने के मामले में स्थानीय इंचौली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था।आज जमानत मंजूर होने पर रिहाई के लिए बाबर के समर्थक बड़ी संख्या में जेल पर एकत्र हो गए। इनमें अधिकांश के पास आग्नेय हथियार थे|

अखिलेश यादव ने बदायूं में दो नाबालिक लड़कियों की बलात्कार+हत्या के मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने को कहा

[लखनऊ]उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने बदायूं में दो नाबालिक लड़कियों की बलात्कार के पश्चात हत्या किये जाने को गंभीरता से लेते हुए पोलिस अधिकारीयों को कड़ी फटकार लगाईं और कोताही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिए| इसके साथ ही मामले को फ़ास्ट ट्रैक में चलाने को भी कहा | उन्होंने प्रभावित परिजनों को ५-५ लाख रुपये की आर्थिक सहायता का एलान भी किया |
अखिलेश यादव ने पोलिस महानिदेशक ऐ एल बनर्जीऔर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जनपद बदायूं के थाना उसैहत+ग्राम कटरा सादातगंजमें दो नाबालिक लड़कियों के साथ हुए जघन्य अपराध की समीक्षा की|स्थानीय पोलिस के अनुसार तीन बलात्कारियों को दो पोलिस वालों[एक हेड कांस्टेबल] ने सहयोग दिया था इनमे से एक पोलिस वाला और दो हत्यारे पकडे जा चुके हैं |शेष के लिए काम्बिंग जारी है| इसी जघन्य अपराध को लेकर बसपा नेता सुश्री मायावती और “आप” पार्टी के संजय सिंह ने भी[ अलग अलग} मामले की जांच सी बी आई से कराने की मांग उठाई है|

मेरठ ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी का स्वागत एक विजेता की भांति किया

[मेरठ]१६वी लोकसभा के लिए हुए चुनावों में प्रदेश में भाजपा के रिकार्ड प्रदर्शन के बाद मंगलवार को अपने गृह प्रदेश मेरठ पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी का स्वागत एक विजेता की भांति किया गया |
उत्साहित कार्यकर्ताओं ने डॉ वाजपई को फूल मालाओं से लाद दिया।
L K Vajpai16 मई की मतगणना के बाद प्रदेश अध्यक्ष और मेरठ शहर से विधायक डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी का कहीं न कहीं कद भी बढ़ता नजर आ रहा है।
केन्द्रीय संसदीय बोर्ड की मीटिंग के बाद मंगलवार को डा. लक्ष्मीकांत बाजपेयी मेरठ पहुंचे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर उनका भव्य स्वागत किया। मेरठ के मोहनपुरी स्थित आवास पर प्रेस वार्ता में डा. बाजपेयी ने अपने नेता नरेंद्र मोदी की शैली में कार्यकर्ताओं को जीत का श्रेय देते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों की जीत में कार्यकर्ताओं की मेहनत का अहम योगदान है।उन्होंने इस इस करंट को विधानसभा चुनावों तक बरकरार रखने को भी कहा | प्रदेश अध्यक्ष ने सत्ता रुड दल सपा पर आक्रमण करते हुए कहा के सपा ने 26 माह पुराना जनादेश पूरी तरह खो दिया है । सपा एवं कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि जब ये पार्टियां एक अदद कार्यकर्ता तक नहीं जिता सकीं, तो वह जनसेवा क्या कर करेंगी। प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि वेस्ट यूपी भी सबकारा =सपा+बसपा+ रालोद +कांग्रेस से मुक्ति पा चुका है |उन्होंने आश्वासन दिया के विकास के मुद्दों के लिए सांसदों के साथ-साथ वह स्वयं भी केन्द्र सरकार से अपील करते रहेंगे। डॉ वाजपई ने हाईकोर्ट बेंच+एअरपोर्ट + इंफ्रास्ट्रक्चर पर केन्द्र सरकार से पूरी पैरवी करने का आश्वासन भी दिया
उन्होंने चौधरी अजित सिंह की पार्टी रालोद को सर्वाधिक अविश्वसनीय पार्टी एवं सुश्री मायावती की बसपा को ‘शून्य’ पार्टी बताया।
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यूं पी में सपा और बसपा में फिर से रिश्ता युद्ध शुरू हो गया है

यूं पी में सत्तारूढ़ सपा और विपक्षी बसपा में फिर से रिश्ता युद्ध शुरू हो गया है |आये दिन एक दूसरे पर नए रिश्तों के बम फोड़े जा रहे हैं |आज मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने पूर्व मुख्य मंत्री सुश्री मायावती को फुआ की संज्ञा दे डाली |इससे पूर्व मायावती ने अखिलेश यादव को ललुआ कहा था भतीजे को इस नाम से सम्बोधित किया जाता है|गौरतलब है कि अपनी एक चुनावी सभा में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने प्रधान मंत्री की राह में रोड़ा बनी मायावती पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि मायावती को बहन कहें?श्रीमती कहें?भाभी जी कहें?क्या कहें इस पर मायावती ने मुलायम सिंह को पागल खाने में भेजने की सलाह दे डाली थी|मायावती यहीं ही नहीं रुकी उन्होंने योग गुरु बाबा राम देव को यादव बता कर सपा पार्टी से नजदीकी साबित करने का प्रयास भी किया | उसके पश्चात अखिलेश यादव ने मायावती को सम्मान देते हुए मायावती को पिता की बहन बुआ कहा तो मायावती ने पलट वार करते हुए युवा मुख्य मंत्री को ललुआ कह डाला| इसीके जवाब में अखिलेश यादव ने एक चुनावी सभा में कहा कि मायावती ने ललुआ कहा तो अब उन्हें फुआ कहेंगे |

भाजपा पर मायावती के हमले के जवाब में डॉ उदित राज ने उलटे बसपा सुप्रीमो को ही दलित विरोधी बताया

भाजपा ने मायावती के हमले के जवाब में उलटे बसपा सुप्रीमो को ही दलित विरोधी बताया और दलितों को इससे भर्मित नहीं होने की अपील भी की |
भारतीय जनता पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य डॉ. उदित राज ने कहा कि बसपा नेत्री सुश्री मायावती के मुख्यमंत्री काल में पदोन्नति में आरक्षण का अधिकार कमजोर पैरवी के कारण लखनऊ हाईकोर्ट से छिना था।
उन्होंने आरोप लगाया कि सुश्री मायवती इतना सफेद झूठ बोलती हैं कि दलित समाज इनको इस चुनाव में सबक सिखाएगा। पदोन्नति में आरक्षण का अधिकार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने संवैधानिक संशोधन करके बहाल कराया था। इसके लिए सुश्री मायावती को भाजपा का धन्यवाद करना चाहिए, ऐसा न करके बल्कि जो दलित विरोधी काम उन्होंने खुद किया है उसे वह भाजपा पर थोप रही हैं।
डॉ. उदित राज ने आगे कहा कि वर्ष 1997 में भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण मंत्रालय ने पांच आरक्षण विरोधी आदेश जारी किए थे और उन्हें वापस कराने के लिए डॉ. उदित राज के नेतृत्व में अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ का गठन हुआ था। वर्ष 1997 से लेकर 2000 तक आंदोलन चला और उस समय की एनडीए सरकार ने 81वां, 82वां और 85वां संवैधानिक संशोधन करके आरक्षण बचाया था। पूरे देश की अनुसूचित जाति-जनजाति के लोग भाजपा के इस योगदान को अब मानने लगे हैं और उन्होंने कांग्रेस व बहुजन समाज पार्टी की एक दशक से दलितों के प्रति इनकी नीतियों को देखा परखा है। इसी कारण से वर्तमान लोकसभा चुनाव में उनका झुकाव भाजपा में बढ़ा है।
डॉ. उदित राज ने दलित समाज से अपील की है कि मायावती के बहकावे में न आएं और भाजपा को वोट व समर्थन देकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। सुश्री मायावती जवाब दें कि उन्होंने केंद्र सरकार को समर्थन दिया तो क्यों 10 साल से संसद में लंबित आरक्षण कानून बनाने वाला विधेयक पास नहीं करवाया। पदोन्नति में आरक्षण का विधेयक भी संसद में लंबित है। क्या सुश्री मायावती ने कांग्रेस को समर्थन अपने निजी स्वार्थ में देकर दलितों के हितों की कुर्बानी नहीं की है।
डॉ. उदित राज ने कहा कि वंचितों के हित में नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना जरूरी है।

पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी बसपा के हाथी के हौदे को छोड़कर फिर से रालोद के नलका का हैंडिल थामा

पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी बसपा छोड़कर रालोद में लौट आये |
पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी ने आज राष्ट्रीय लोकदल[रालोद] ज्वाइन कर ली|रालोद के अध्यक्ष+सेंट्रल सिविल एविएशन मिनिस्टर चौधरी अजित सिंह जी से मुलाकात की और बसपा छोड़ने के एलान के साथ रालोद में शामिल हो गए हैं।
रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह जी ने सवयम उन्हें रालोद की सदस्यता ग्रहण कराई। श्री सतेन्द्र सोलंकी पूर्व में विधायक रहे हैं और बीते साल उन्होंने रालोद के हैण्ड पम्प को छोड़ कर बसपा के हाथी के हौदे में बैठ गए थे अब उन्होंने बसपा के हठी के हौदे को छोड़ कर फिर से रालोदाई “नलका” थाम लिया हैं |
श्री सोलंकी ने बसपा पर आरोप लगते हुए बसपाको भ्रष्टाचारियों की पार्टी बताया और कहा कि बसपा के किसी भी नेता ने मुजफ्फरनगर के साम्प्रदायिक दंगों में लोगों के हाल तक जानने की कोशिश नहीं की तथा किसानों पर अंधाधुंध गोली चलाना और उनकी जमीन जबरन अधिग्रहित कर औने-पौने दामों में लेकर पूंजीपतियों के हाथ बेचना इसकी नीतियों में शामिल है।