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नेताओं के मनोरोग दूर हों तो जनता अपने आप सुखी हो जाए#विश्वमानसिकस्वास्थ्यदिवस

#मनोरोगी
ओए झल्लेया ये क्या हो रहा है?#विश्वस्वास्थ्यसंगठन मनोरोगों के प्रति जन जागृति के लिए प्रत्येक वर्ष आज के दिन मानसिकस्वास्थ्यदिवस मनाता आ रहा है लेकिन यार मनोरोगियों की तो संख्या बढ़ती जा रही है।हसाडे अपने मुल्क में ही मनोरोगियों की संख्या 10% तक बताई जा रही है
#झल्ला
भापाIMG-20201010-WA0008 जी ! नेताओं के मनोरोग दूर हों तो जनता अपने आप सुखी हो जाए#विश्वमानसिकस्वास्थ्यदिवस
मनोरोगियों के स्वास्थ्य के ठेकेदार नेतागण खुद ही मनोरोगी हैं ।अब देखों #पीएमओ केवल 150 वर्ष पुराने #पोस्टआफिस की भूमिका निभा रहा है और पँजांबसरकार अपने फ़्रॉड्स पर पर्दा डाले रखने के लिये #RTI के अंतर्गत ऍप्लिकेशन्स को ही स्वीकार नही कर रही।मात्र दो शब्द लिख कर लौटाने में व्यस्त है।सो पहले नेताओं के मनोरोग दूर हो जाएं तो जनता अपने आप सुखी हो जाएगी

पूर्व उपमुख्यमंत्री “बादल” भी एसआईटी के सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं

[चंडीगढ़,पंजाब] पूर्व उपमुख्यमंत्री बादल भी एसआईटी के सभी सवालों के जवाब दे रहे हैं
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल भी आज एस आई टी के समक्ष पेश हो |
चंडीगढ़ स्थित पुलिस मुख्यालय में दे रहे हैं सभी सवालों के जवाब |उनके साथ पहुंचे उनके रिश्ते दार विक्रम जीत सिंह मजीठिया अपने साथियों संग अपने जीजा के समर्थन में पुलिस मुख्यालय के बाहर खड़े हैं |
मालूम हो के पंजाब में बेअदबी और उसके पश्चात् गोलीकांड मामले में कांग्रेस के मुख्य मंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह द्वारा स्पेशल जांच टीम का गठन किया गया है | जिसके द्वारा सम्मन भेजे गए हैं |
सम्मन का पालन करते हुए पूर्व मुख्य मंत्री और कांग्रेस के कट्टर विरोधी वयोवृद्ध प्रकाश सिंह बादल भी पेश हो चुके हैं और सहयोग कर रहे हैं |उन्होंने एस आई टी की जाँच के पश्चात् प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला आकर एसआईटी के गठन को कैप्टेन अमरिंदर सिंह का राजनितिक हथियार बताया था|
फाइल फोटो

पंजाब में कांग्रेसी सरकार के खिलाफ एक नवंबर से अकालियों का धर्मयुद्ध

[चंडीगढ़,पंजाब]पंजाब में कांग्रेसी सरकार के खिलाफ एक नवंबर से अकालियों का धर्मयुद्ध|पंजाब में एक बार फिर धर्म असंतोष उभरने लगा है|इस बार कक्षा १२ के पाठ्यक्रम में शामिल किताब में सिख धर्म गुरुओं के इतिहास को तोड़ने मरोड़ने के आरोप लगाए गए हैं |
पंजाब में कांग्रेस की सरकार के खिलाफ अकालियों ने एक नवम्बर से धर्म युद्ध छेड़ने का एलान किया है
सुखबीर सिंह बादल ने प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश में कांग्रेस के कैप्टेन अमरिंदर सिंह की सरकार पर सिख गुरुओं के इतिहास को तोड़ने मरोड़ने के आरोप लगाए हैं |इस प्रेस कांफ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता वरिष्ठ अकाली डॉ दलजीत सिंह चीमा ने कक्षा १२ में पढ़ाये जाने वाले सिख गुरुओं के इतिहास से की गई छेड़छाड़ का चैप्टर+पेज ब्योरा भी दिया |उन्होंने बताया के इस इतिहास में गुरु अर्जुन देव की शहादत को ही नकार दिया गया है ||अकाली न्रेतत्व ने मुख्य मंत्री को माफ़ी मांगने और दोषी इतिहास कारों को दंडित करने की मांग की है इसके लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया गया है|
पंजाब के पूर्व उप मुख्य मंत्री और एस ऐ डी के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी अंग्रेजी में लिखा है
“Sikh qoum demands apology from CM @capt_amarinder & arrest of experts who wrote &govt officials who released class 12 history book with distorted references to Sikh Gurus & Granths.If this not done & book not withdrawn in 2 days qoum will start agitation against Cong sin on Nov1.”

कैप्टेन “एसजीपीसी”से अकाली वर्चस्व समाप्त करने पर अड़े

[दिल्ली]कैप्टेन “एसजीपीसी”से अकाली वर्चस्व समाप्त करने पर अड़े | पंजाब में कांग्रेस के सीएम कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने कहा के वोह
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी “एसपीजीसी” से अकालियों के वर्चस्व को समाप्त तो करना चाहते हैं लेकिन इस धार्मिक स्थल की राजनीती में दखलंदाजी नहीं करेंगे | एक समिट में बोलते हुए उन्होंने कहा के वोह निजीतौर पर अकालियों को एस जी पी सी से बाहर देखना चाहते हैं इसीलिए वोह किसी भी राजनितिक दाल को समर्थन दे सकते हैं |कैप्टेन ने प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल
की गिरफ़्तारी पर बोलते हुए कहा के ऐसे ही किसी को भी जेल में नहीं डाला जा सकता |गौरतलब हे के धार्मिक ग्रन्थ की बेअदबी मामले में हुई मौतों को लेकर पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज है

कैप्टेन ने हवा में मोबाइल से वार कर धरती पर रेत खनन माफिआ पर गाजगिराई

[चंडीगढ़,पंजाब] कैप्टेन ने हवा में मोबाइल से वार किया और धरती पर रेत खनन माफिआ पर गाज गिरी| मंगलवार का दिन पंजाब के रेत खनन माफिआ
पर भारी पढ़ा |नवांशहर डिस्ट्रिक्ट और पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन ने
21 पोकलैन मशीन
५ जे सी बी और ३० टिपर +ट्रेक्टर ट्राली जब्त किये ,लेकिन इस कार्यमे संलिप्त “बढ़ा” नाम अभी तक सामने नहीं लाया जा सका है |
ये कढ़ी कार्यवाही सी एम कैप्टेन अमरिंदर सिंह के निर्देशों पर हुई |मंगलवार को पंजाब के मुख्य मंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह एक करतारपुर में कार्यक्रम में सम्मलित होने हेलीकाप्टर से जा रहे थे | दावे के अनुसार तभी सतलुज रिवर में बढ़ी मात्रा में खुले आम हो रहे अवैध खनन पर नजर पढ़ी |तत्काल उन्होंने कार्यवाही के आदेश दिए जिस पर कार्यवाही करते हुए वाहन जब्त कर लिए गए|इसे पूर्व भी कैप्टेन और लोकल गोवर्नमेंट मिनिस्टर नवजोत सिंह सिद्धू अवैध खनन पर रोष प्रगट कर चुके हैं

जंगे आजादी यादगार में विभाजन के शरणार्थियों के रिकॉर्ड भी सहेजो

[करतारपुर,जालंधर,पंजाब] कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने जंगे आजादी यादगार के दूसरे चरण का उद्घाटन किया ,तीसरे की घोषणा मगर ,आजादी के कारण हुए देश के विभाजन के पीड़ितों और उनकी जमीनों के रिकॉर्ड की बात नहीं की गई |यह स्मारक जंगे आजादी में शहीद हुए लोगों को एक श्रद्धांजलि है जो पिछली सरकार द्वारा शुरू कराया गया था |इसे अब पूरा किया जा सका है |करतारपुर लकड़ी के काम के लिए प्रसिद्द है |यहां यह कहना तर्क सगत ही होगा के आजादी के साथ ही देश का विभाजन करा दिया गया जिसके फलस्वरूप लाखों बेकसूर लोग दोनों तरफ से बेघर होकर शरणार्थी बन गए | इनके द्वारा छोड़ी गई जमीन आने वालों की दी जानी थी और भारत में अनेकों को यह जमीन आल्लोट भी की गई इसके बावजूद हजारों की संख्या में शरणार्थियों को मुआवजा नहीं दिया गया |इसमें जबरदस्त भ्र्ष्टाचार हुआ| आज भी सैंकड़ो पीड़ित अपने हक के लिए अदालतों+पीएमओ +सीएम ओ+ के चक्कर लगा रहे हैं |
कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने करतारपुर में जंगे आजादी यादगार के दूसरे चरण का उद्घाटन अवसर पर कहा के यह स्मारक राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देगा|
२५ करोड़ रु की लागत से बनाने वाले इस स्मारक में छह गैलरियां हैं|इसके लिए अभी साढ़े ९ करोड़ रु रिलीज किये जाने शेष हैं जिन्हे जल्द रिलीज करने का आश्वासन दिया गया है |असंतुष्ट आँगनबाड़ी कार्यकर्तियों ने सीएम् के इस कार्यक्रम का विरोध भी किया |

Captain Tours To Defeat Akali General in Political Battle for”Patialavi”Heritage

Golden Temple Amritsar[Patiala,Pb] Captain Crosses Fire with Akali General in Battle for Ancestral Patiala. Capt’s Third Generation is also supporting Cong’s Legend
ex-Captain Amarinder Singh seeks to retain his hold over the land whose destiny was determined by his forefathers.
Patiala is the pocket borough of Punjab Congress chief Amarinder Singh.
He has been declared Congress’s CM candidate.His opponent is Gen (retd) J J Singh of the ruling Shiromani Akali Dal, with a resurgent AAP hoping to Catch a Fall .
Capt has won this seat thrice in the past.
He has improved upon the victory margin with every election.
In 2012, he had won the seat by about 40,000 votes, despite visiting the constituency only twice. First, for filing his nomination papers and then to address a public meeting.
This time also, he has been seen only once when he came down to file his nomination on January 17. Before that he went around the city paying obeisance at Qila Mubarak, the seat of power from where the founder of Patiala state and his ancestor Baba Ala Singh ruled his kingdom.
He also went to the Kali Mata Temple and the Dukhniwaran Gurdwara before filing his nomination papers.
This was followed by a road show
In 1947, a large population of refugees from Pakistan settled here.
The then ruler, Maharaja Yadvinder Singh settled these people and provided them amenities.
The bonding continues even now. The grateful Patialvis have expressed their gratitude with repeated emphatic wins of Amarinder and his family members from the constituency.
The Akali Dal fielded General (retd) J J Singh, the first Sikh to have become the Army chief, against him.
“For the first time in history a General will be defeated by a Captain”, a confident Amarinder said while reacting to Singh’s nomination.
As Amarinder is busy stumping for party candidates elsewhere, his wife and former Minister of State for External Affairs Preneet Kaur and daughter Jaya Inder Kaur hold the fort for him.
They have always done that for Amarinder. This time, it is the third generation as well with Amarinder’s granddaughter Seher Inder Kaur also joining the campaign.

पंजाब की सत्ता से अकाली बादलों को छाटने के लिए सिद्धू ने कांग्रेसी झंडा सम्भाला

[नयी दिल्ली] पंजाब की सत्ता से अकाली बादलों को छाटने के लिए सिद्धू ने कांग्रेस की विधिवत कमान संभाली|कांग्रेस कार्यालय में अजय माकन की उपस्थिति में सिद्धू को कांग्रेस का झंडा सौंपा गया |
कांग्रेस के कार्यालय में आयोजित अपने स्वागत समारोह में उन्होंने स्वयम को पैदाईशी कांग्रेसी बताया अब देखा होगा के नवजोत सिद्धू अपने कैप्टेन अमरिंदर की बात मानेंगे या फिर अपने सलेक्टर राहुल गांधी को ही सलूट करेंगे |इस प्रश्न के गर्भ में सिद्धू के कांग्रेस में आगमन पर पंजाब के वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति है
लंबी और गहन बातचीत के बाद कांग्रेस में शामिल होने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने आज कहा कि वह ‘पैदाइशी कांग्रेसी’ हैं जो अपनी जड़ों की ओर लौटे हैं और आलाकमान की ओर से नियुक्त किसी भी व्यक्ति के तहत काम करने के लिए तैयार हैं तथा पार्टी जहां से चाहेगी वहां से चुनाव लड़ेंगे।
सिद्धू ने इस बारे में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि पंजाब में कांग्रेस की ओर से किसे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा।
भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले सिद्धू से जब यह पूछा गया कि क्या वह मुख्यमंत्री के उम्मीदवार बनना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘गेहूं खेत में और बेटा पेट में, और आप ब्याह की बात कर रहे हो।’’ कांग्रेस ने अब तक मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में चुनाव अभियान चलाया जा रहा है।
क्रिकेट से राजनीति में कदम रखने वाले सिद्धू ने कहा, ‘‘राजनीति में कोई अगर और मगर नहीं होता। अगर मेरी चाची को मूंछें होती तो मैं उनको चाचा न कहता।’’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस आलाकमान की ओर से नियुक्त किसी भी व्यक्ति के तहत काम करने का तैयार हैं और पार्टी जहां से चाहेगी वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
बादल परिवार पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा, ‘‘मैं यहां :निजी एजेंडे: नहीं, बल्कि पंजाब को बचाने के लिए हूं।’’ मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर राज्य को लूटने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने एक समृद्ध राज्य को ‘कंगाल’ बना दिया।
भाजपा और अकाली दल का नाम लिए बगैर सिद्धू ने कहा कि ‘मंथरा’ की साजिशों की वजह से उन्हें अमृतसर छोड़ना पड़ा था।
बहरहाल, उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके मुताबिक भाजपा में ‘मंथरा’ की भूमिका किसने निभाई थी।
वित्त मंत्री अरूण जेटली पिछले लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से चुनाव लड़े थे,लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा।इन चुनावों में सिद्धू ने अपनी पार्टी के अरुण जेटली के समर्थन में प्रचार करने से इनकार कर दिया था |जिसका फायदा अमृतसर में कांग्रेस के कैप्टेन अमरिंदर र्को मिला

Cong Punjabi Captain Amarinder Erects For War On SYL’s Water Drops

[Abohar,CHD,Pb] Cong Punjabi Captain Amarinder Erects For War On SYL’s Water Drops
Hitting out at the Badal government over the Supreme Court’s ruling on the SYL issue, Punjab Congress chief Amarinder Singh today vowed to protect the last drop of the state’s water.
Addressing a rally at Khuian Sarwar village near Abohar, the tail-end of Sutlej Yamuna Link (SYL) Canal, he asked SAD MLAs to quit the Assembly and said the state polls should be held next month itself to prevent Chief Minister Parkash Singh Badal from further “vitiating” the atmosphere of the state.
He vowed to protect the “last drop” of Punjab’s water, and declared “not a drop will be spared” till their “last breath”.
On the Chief Minister’s assertion that he (Badal) is ready to face the bullet in order to protect Punjab’s water, Amarinder alleged that in 1984, Badal had made such claims but when the time came to fight for the state he went into hiding, leaving the people to fend for themselves.
He also alleged that the Chief Minister has “destroyed” the state out of “sheer personal greed” and cannot be allowed to remain in power.
Asserting that implementation of the SYL verdict will “finish off” the
2 lakh families and
2 lakh agricultural labourers who
farm 10 lakh acres of land in the state,
Amarinder alleged that SAD had 10 years to battle the case in the court effectively but failed to do anything.
“They (SAD) were only interested in creation of Punjabi Suba in order to rule a Sikh-dominated region for their vested interests,” he alleged.
“Why did Badal not tell the court that Punjab had no water to spare, with all the glaciers having melted,” the state Congress chief asked and reiterated his demand for the establishment of a new tribunal to assess the quantum of water available with the state.
Referring to the controversial Clause 5 of the Punjab Termination of Agreements Act, Amarinder alleged Badal is misleading the state on the issue by making fraudulent claims on scrapping it.
He accused Badal of playing with the sentiments of the people and alleged that removal of the clause would not be acceptable to the BJP-led Central government, of which SAD is a part.
Political temperatures have risen in Punjab after the Supreme Court held as “unconstitutional” the 2004 law passed by Punjab to terminate the SYL canal water sharing agreement with Haryana, Himachal Pradesh, Rajasthan, Jammu and Kashmir, Delhi and Chandigarh.

कैप्टेन अमरिंदर ने भी मांग लिया राहुल,कहा संभाल सकते हैं कांग्रेस की कमान

[चंडीगढ़,पंजाब] कैप्टेन अमरिंदर ने भी माँगा राहुल ,कहा संभाल सकते हैं कांग्रेस की कमान |
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर उनकी मां श्रीमती सोनिया गांधी से कामकाज संभालने का यह सही समय है।
प्रदेशाध्यक्ष ने प्रियंका गांधी वड्रा के सक्रिय राजनीति में प्रवेश की भी वकालत की।
सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,
‘‘सोनिया गांधी एक अद्भुत नेता हैं। मैंने यह इसलिए कहा है क्योंकि वह पिछले 20 साल से [कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में] काम कर रहीं हैं। अगर उन्हें लगता है कि यह जिम्मेदारी नयी पीढ़ी को देने का समय आ गया है तो उन्हें देनी चाहिए और हम पूरी तरह राहुल का समर्थन करेंगे।
वह इस प्रश्न का उत्तर दे रहे थे कि क्या कांग्रेस उपाध्यक्ष के लिए सोनिया गांधी से जिम्मेदारी अपने हाथ में लेने का समय आ गया है।
सिंह ने कहा, ‘‘देखिए, उन्होंने मुझसे इस बारे में बात नहीं की है। लेकिन हमें जो पता चल रहा है कि वह अब महसूस कर रही हैं कि नयी पीढ़ी के लिए समय आ गया है, जो आज हर कोई कह रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम यह इसलिए भी कह रहे हैं कि भारत की 70 प्रतिशत आबादी 40 साल से कम की है। वह भी यह बात जानती हैं। हो सकता है कि वह महसूस कर रहीं हों कि वह इसे नयी पीढ़ी को सौंप दें। मुझे लगता है कि इसमें कुछ नया नहीं है।’’ जब पूछा गया कि क्या राहुल इसी महीने कामकाज संभाल सकते हैं तो अमरिंदर ने कहा, ‘‘देखिए, मुझे यह नहीं पता। अगर सोनियाजी राहुलजी को कमान देना चाहती हैं तो मुझे लगता है कि सब समर्थन करेंगे।’’ सोनिया के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने १९९७ से वाकई बहुत मेहनत की है।