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मेनका,बच्चा गोद लेने के बारे में शिलांग में सम्मलेन का उद्घाटन करेंगी

[नई दिल्ली]श्रीमती मेनका संजय गांधी बच्चा गोद लेने के बारे में शिलांग में आयोजित पूर्वोत्तर राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन का कल उद्घाटन करेंगी|
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी बच्‍चे को गोद लेने से संबंधित मुद्दों पर कल शिलांग में आयोजित एक दिवसीय पूर्वात्तर राज्यों के क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी। अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा के सामाजिक कल्‍याण, महिला और बाल विकास मंत्रालयों के प्रभारी मंत्री इस सम्‍मेलन में भाग लेंगे।
इस सम्‍मेलन का आयोजन बच्चा गोद लेने की संसाधन सूचना एवं मार्गदर्शन प्रणाली के माध्‍यम से ऑन लाइन बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी देने के बारे में आयोजन किया जा रहा है।

श्रीमती मेनका संजय गांधी ने जनता को सरकार से सीधे जोड़ने के लिए दो सोशल साइट्स पर एकाउंट्स खोले

: श्रीमती मेनका संजय गांधी ने जनता को सरकार से सीधे जोड़ने के लिए दो सोशल साइट्स पर एकाउंट्स खोले और बाल संस्‍थानों में उपलब्‍ध गोद जाने वाले बच्‍चों को जल्‍द से जल्‍द माता-पिता और घर दिलाने के लिए कानूनी प्रक्रिया को गति देने की पहल की है
महि‍ला एवं बाल वि‍कास मंत्री श्रीमती मेनका संजय गांधी ने सहायता के इच्छुक लोगों के लि‍ए दो नए ई-मेल एकाउंट और एक नया फेसबुक एकाउंट स्‍थापि‍त कि‍या है। महि‍ला एवं बाल वि‍कास मंत्री का नीजी‍ ई-मेल एकाउंट है- एमआईएन- डब्‍ल्‍यूसीडी@ एनआईसी डॉट इन और महि‍ला एवं बाल वि‍कास मंत्रालय का एकाउंट है- हेल्‍प- डब्‍ल्‍यूसीडी@ एनआईसी डॉट आईएन।
मंत्रालय का फेसबुक एकाउंट है- डब्‍ल्‍यूडब्‍ल्‍यूडब्‍ल्‍यू डॉट फेसबुक डॉट कॉम/मि‍नि‍स्‍टरी डब्‍ल्‍यूसीडी। ये एकाउंट मंत्रालय से कि‍सी भी प्रकार की मदद चाहने वाले और मंत्रालय की वि‍भि‍न्‍न योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकरी के इच्‍छुक लोगों की सुवि‍धा के लि‍ए बनाए गए हैं।
श्रीमती मेनका ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों के साथ यह सुनिश्‍चित करने की पहल की है कि विभिन्‍न बाल संस्‍थानों में उपलब्‍ध गोद जाने वाले बच्‍चों को जल्‍द से जल्‍द माता-पिता और घर दिलाया जा सके। इस उद्देश्‍य से उन्‍होंने सभी हाईकोर्ट के मुख्‍य न्‍यायाधीशों तथा जिला न्‍यायाधीशों को कानूनी प्रक्रियाओं को तुरंत सुनिश्‍चित करने का अनुरोध करते हुए पत्र लिखा।
324 विशेष गोद लेने वाली एजेंसियों में लगभग 2400 बच्‍चे इस बात की प्रतीक्षा में है कि कोई उन्‍हें गोद ले लें। देश में लगभग 1250 बाल गृह हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री के निर्देशानुसार विशेष गोद लेने वाली एजेंसियों को एकीकृत किया जाए, ताकि बड़े बच्‍चों को भी गोद लेने की संभावना बढ़े।