भारतीय जनता पार्टी [भाजपा]के वयोवृद्ध नेता और वरिष्ठ पत्रकार लाल कृषण अडवाणी ने अपने पुराने शिष्य नरेंदर मोदी को स्पोर्ट करने के लिए कांग्रेस को इतिहास के पाठ पढ़ाने शुरू कर दिए हैं इसके लिए ब्लॉग पर इतिहास की लगातार परतें उधेड़ी जा रही हैं|
इसी कड़ी में अडवाणी ने अपने १० नवम्बर के ब्लॉग में एक बार फिर तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू और गृह मंत्री सरदार वल्ल्भ भाई पटेल में राष्ट्रीयता को लेकर आई खाई को उजागर किया है |इससे पूर्व नवम्बर के पहले सप्ताह में एक नौकर शाह 1947 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी स्वर्गीय श्री एमकेके नायर द्वारा मलयालम भाषा में लिखी गई पुस्तक पर आधारित अडवाणी के ब्लॉग ने एक विवाद खड़ा किया हुआ है।
इस विवाद पर टिपण्णी करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने आडवणी के ब्लॉग और उसमे दी गई एम् के मेनन की जानकारी पर प्रश्न चिन्ह लगाये थे और बताया था कि मेनन की भर्ती ही आजादी के बाद हुए थी |प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भी मोदी के इतिहास और भूगोल के ज्ञान के माध्यम से भाजपा कि जबरदस्त आलोचना की है | इससे विचलित हुए बगैर अडवाणी ने अपने ब्लॉग में एक नया रहस्योद्घाटन करते हुए बताया है कि 1947 में कबाइलियों और पाकिस्तान द्वारा जम्मू एवं कश्मीर पर हमले के बाद वहां सेना भेजने के मुद्दे पर भी नेहरु को हैदराबाद जैसी ही आपत्ति थी|‘इसके समर्थन में उन्होंने नेट‘पर उपलब्ध प्रेम शंकर झा द्वारा भारतीय सेना के पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ से लिया गया साझात्कार का उदहारण दिया है |इस ब्लॉग में एक विशेष पैरा को हाई लाइट किय गया है जो प्रस्तुत है
“सदैव की भांति नेहरु संयुक्त राष्ट्र, रुस, अफ्रीका, सर्वशक्तिमान परमात्मा सहित सभी के बारे में बात करने लगे जब तक कि सरदार पटेल ने अपना धैर्य नहीं खो दिया। उन्होंने कहा ‘जवाहरलाल क्या तुम कश्मीर चाहते हो या इसे गंवा देना चाहते हो।‘ उन्होंने (नेहरु) कहा ‘निस्संदेह, मुझे कश्मीर चाहिए। तब उन्होंने (पटेल) कहा ‘कृपया अपने आदेश दीजिए।‘ और इससे पहले कि वह कुछ कह पाते सरदार पटेल मेरी तरफ मुड़े और कहा ‘तुम्हें अपने लिए आदेश मिल गए हैं।”‘
अडवाणी ने इसी साक्ष्य के आधार पर नेहरू पर ब्रिटिश तुष्टिकरण निति कि तरफ वभी इशरा किया है ” ब्रिटेन साफ तौर पर नहीं चाहता था कि पूरा जम्मू एवं कश्मीर भारत के साथ जाए। लंदन में यह व्यापक धारणा थी कि यदि भारत के नियंत्रण में पाकिस्तान से लगे क्षेत्र रहे तो पाकिस्तान जिंदा नहीं रह पाएगा।
भारत और पाकिस्तान तथा व्हाईटहाल के ब्रिटिश उच्चायोगों के बीच आदान-प्रदान किए गए अत्यन्त गोपनीय ‘केबल्स‘ सच्ची कहानी कहते हैं। कमाण्डर-इन-चीफ नई दिल्ली स्थित ब्रिटिश उच्चायोग से निर्देश प्राप्त कर रहे थे। नेहरु ने पाकिस्तान में कबाइलियों के अड्डों पर हमला करने का निर्णय लिया परन्तु माऊंटबेंटन इसके विरोध में थे।”
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अडवाणी ने अपने पुराने शिष्य मोदी को स्पोर्ट करने के लिए ब्लॉग के माध्यम से कांग्रेस को इतिहास पढ़ाना शुरू किया
नरेंदर मोदी ने आरोपों की बॉल को स्ट्रेट ड्राइव मार कर बॉलर कपिल सिब्बल की तरफ पहुँचाया
[पुणे] भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार +गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस के कानून मंत्री द्वारा दिल्ली में फैंकी गई आरोपों की गेंद पर पुणे में स्ट्रेट ड्राइव मारते हुए उसे फिर से बॉलर की ही धकेल दिया |
मोदी ने कहा कि मैंने तो गुजरात कि जनता को तीन बार जवाब और हिसाब दे दिया है अब चुनाव लोक सभा के लिए हैं और उसके लिए दिल्ली में बैठे प्रधान मंत्री को हिसाब देना है लेकिन जवाब मोदी से माँगा जा रहा है| । उन्होंने कहा कि हमने तो 10 महीने पहले ही परीक्षा दे दी, अब कांग्रेस को अपने काम का हिसाब देना चाहिए।
दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के एक हिस्से का उद्घाटन करने पहुंचे मोदी ने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में महंगाई नियंत्रित थी, वाजपेयी सरकार ने महंगाई नहीं बढ़ने दी, लेकिन कांग्रेस के कार्यकाल में यह बेकाबू हो चुका है।
मोदी ने सवाल दागते हुए कहा कि कांग्रेस का एक भी नेता बताए कि उसकी सरकार ने साढे नौ साल में क्या किया। कांग्रेस को अहंकार हो गया है। वह जवाब नहीं दे रही है। मोदी ने कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा कि आए दिन मोदी से सवाल पूछे जा रहे हैं। 2014 में जब जनता भाजपा को आशीर्वाद देगी, तब हर वर्ष जनता के सामने अपने काम का हिसाब पेश देगी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में शासक नहीं सेवक बैठना चाहिए। कांग्रेसी मित्र आए दिन गुब्बारे छोड़ते रहते हैं, मोदी जवाब दे, मोदी जवाब दे। कांग्रेसी मित्रों, हमने तो 10 महीने पहले ही परीक्षा दे दी। लोकतंत्र में जनता ही इम्तिहान लेती है।
उन्होंने कहा कि जहां-जहां भाजपा की सरकार बनी वहां जन आकांक्षाओं की पूर्ति का प्रयास किया गया। यह देश गवाह है जब वाजपेयी और मोरारजी की सरकार थी, महंगाई कम थी। गरीब आदमी को दो वक्त का खाना मिलता था। लेकिन जब कांग्रेस की या उनके समर्थन की सरकार बनी तो गरीब आदमी को भरपेट खाना नसीब नहीं हुआ।
मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हर दिन हमपर कीचड़ उछालती है। उसने मुझे कोर्ट-कचहरी में फंसाया, मेरे पीछे सीबीआइ को लगाया। अब तो सीबीआइ पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पाप का घड़ा अब भर चुका है। देश की जनता इन्हें पहचान गई है। इस बार हवा का रुख बदल चुका है और जनता ने उसे विदा करने का मन बना लिया है।
सरदार पटेल की विरासत को लेकर डॉ मन मोहन सिंह और नरेंदर मोदी भिड़े
जैसी कि आशंका थी ,लौहपुरुष वल्लभ भाई पटेल की विरासत पर आज दो सरदार भिड़ ही गए | स्टेज था अहमदाबाद में सरदार पटेल संग्रहालय के उद्घाटन समारोह का और पात्र थे प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह और गुजरात के मुख्य मंत्री नरेंदर मोदी|
नरेंदर मोदी ने अपनी विशिष्ठ शैली में केंद्र में सत्ता रुड कांग्रेस और प्रधानमंत्री पर व्यंग बाण चलाये जिसके जवाब में सदा शांत स्व्भाव वाले मन मोहन सिंह ने भी उसी भाषा में जवाब दिया|
अहमदाबाद में सरदार पटेल स्मारक के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री एक घंटे देर से पहुंचे। पहले वह राजीव गांधी भवन में कांग्रेसियों के पास गए थे। कार्यक्रम शुरू होते ही नरेंदर मोदी ने पटेल पर राजीव गांधी को वरीयता देने पर प्रधानमंत्री पर तंज कसा। साथ ही कहा किजवाहर लाल नेहरू के बजाय सरदार वल्ल्भ भाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बनते तो देश के हालात कुछ और ही होते |
इसके आलावा मोदी लागातार गुजरात के विकास का भी उल्लेख करते गए गौरतलब है कि गुजरात का विकास मॉडल लागातार केंद्रीय नेताओं के निशाने पर रहा है मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने देश में सबसे ज्यादा 90 बार सुशासन के लिए गुजरात सरकार को पुरस्कार दिए हैं।
डॉ मन मोहन सिंह ने अपने सम्बोधन में सरदार वल्ल्भ भाई पटेल की विरासत पर अपनी पार्टी के कॉपी राइट्स का दावा प्रस्तुत करते हुए मोदी के तमाम दावों को ध्वस्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के सरदार पटेल भारत के महान सपूत थे। उन्होंने देश की एकता-अखंडता के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया। पांच सौ से ज्यादा रजवाड़े एक किए।पीएम ने कहा कि दोनों के बीच गहरा सम्मान और भरोसा था। पटेल वाली कांग्रेस से में[मन मोहन सिंह] भी जुड़ा हूँ| उन्होंने कहा “सरदार साहब हमारे देश के सबसे बड़े नेताओं में से एक माने जाते हैं। उन्होंने आज़ादी की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और आज़ादी के बाद भारत के उप प्रधान मंत्री के रूप में राजाओं और नवाबों की 500 से अधिक रियासतों को भारत में शामिल करने के काम का नेतृत्व किया। यह कहना ग़लत नहीं होगा कि आज दुनिया जिस एक और अखंड भारत को जानती है उसकी बुनियाद रखने में सरदार वल्लभ भाई पटेल का बहुत बड़ा योगदान था। उनकी इच्छा शक्ति और शासन क्षमता अनोखी थीं और इसीलिए उन्हें लौह पुरुष के नाम से जाना जाता है।
सरदार पटेल जी का नज़रिया पूरी तरह से धर्मनिर्पेक्ष था। उन्हें भारत की अखंडता में गहरा विश्वास था। उन्होंने कहा था कि पूरा भारत उनका गांव है और सभी संप्रदाय के लोग उनके दोस्त और रिश्तेदार हैं।
सरदार पटेल जी एक जमीन से जुड़े हुए नेता थे। उनका जन्म गुजरात के एक ग्रामीण इलाके में हुआ उन्होंने हमेशा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए लोगों और ख़ास तौर पर किसानों की भलाई के लिए उम्रभर काम किया। खेड़ा, बलसाड़ और बारदोली के किसानों को उन्होंने जिस तरह से संगठित करके सविनय अवज्ञा आंदोलन में शामिल किया उसे आज भी याद किया जाता है।”
उन्होंने बताया” इस संग्रहालय में सरदार पटेल और आज़ादी की लड़ाई से संबंधित लगभग 1000 से ज्यादा फोटो, सरदार पटेल के भाषण, उनके पत्र और उनके व्यक्तिगत उपयोग में आई वस्तुएं उपलब्ध रहेंगे। अब से इस राष्ट्रीय स्मारक में भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर एक 3D साउंड एण्ड लाईट कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ करेगा।”
पी एम् ने कहा “मैं अपनी बात खत्म करने से पहले सरदार पटेल के महात्मा गांधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ किस प्रकार के संबंध थे इसका ज़िक्र करना चाहूंगा। सरदार पटेल जी का मानना था कि महात्मा गांधी उनको उसी तरह का प्यार देते हैं जैसे उन्हें अपने पिता से मिलता। और गांधी जी भी सरदार पटेल को अपने बेटे की तरह मानते थे। दोनों नेताओं ने यरवदा जेल में 1930 के दशक में 16 महीने साथ गुज़ारे। सरदार पटेल का कहना था कि यह 16 महीने बापू के साथ की वजह से बहुत खुशी में गुज़रे।” “कई बार दोनों के बीच मतभेदों का ज़िक्र आता है। लेकिन यह याद रखना बहुत ज़रूरी है कि दोनों के बीच सहमति के विषय कहीं ज़्यादा थे और दोनों नेता एक दूसरे के विचारों का बहुत सम्मान करते थे।
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[1]” The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh unveiling the plaque to inaugurate the statue of Sardar Vallabhbhai Patel, at the inauguration of the Sardar Vallabhbhai Patel Museum, in Ahmedabad on October 29, 2013.
The Governor of Gujarat, Smt. Kamla Beniwal, the Chief Minister of Gujarat, Shri Narendra Modi and the Union Minister for Heavy Industries and Public Enterprises, Shri Praful Patel are also seen.
Dr Man mohan Singh has condemned the Serial blasts in Patna:Narender Modi’s rally
Dr Man mohan Singh has condemned the Serial blasts in Patna
six serial Crude bomb blasts today rocked the venue of Narendra Modi’s rally in Patna minutes before he arrived there to address the gathering while another crude bomb exploded at the railway Junction .
As Per Sources , Five people are killed and more then 50 are injured.
The Prime Minister called for urgent steps to identify and take action against those responsible. He appealed to the people to maintain peace and calm. Dr.Manmohan Singh spoke to Chief Minister Nitish Kumar to enquire about the situation and call for immediate and firm action. He also assured the Chief Minister of all central assistance in the investigations.
अनिवार्य मतदान को अनिवार्य बनाने के लिए नरेंदर मोदी के विचार स्वागत योग्य हैं ;सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से
भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पत्रकार लाल कृषण आडवाणी ने नरेंदर मोदी के सुरों के साथ सुर मिलते हुए अनिवार्य मतदान को अनिवार्य बनाए जाने पर बल दिया है | एल के आडवाणी ने इस दिशा में पहल के लिए नरेंदर मोदी की तारीफ भी की है।
श्री आडवाणी ने अपने नए ब्लाग में लोगों को नकारात्मक मतदान का अधिकार देने वाले सुप्रीम कोर्ट के सुझाव का स्वागत किया इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मतदान के प्रावधान को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए।
ब्लॉगर आडवाणी ने कहा कि वर्तमान में मतदाता संविधान प्रदत्त अपना मत देने के बहुमूल्य अधिकार का बिना किसी वैध कारण के उपयोग नहीं करता है वोह अनचाहे ही सभी उम्मीदवारों के खिलाफ नकारात्मक वोट दे देता है
।आडवाणी ने नरेन्द्र मोदी के गुजरात में किये गए सुधारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा ने दो बार अनिवार्य मतदान के पक्ष में वोट दिया, लेकिन राज्यपाल और नई दिल्ली दोनों ने ही विधेयक को मंजूरी नही दी | उन्होंने बताया कि दुनिया के 31 देशों में अनिवार्य मतदान का प्रावधान है और मात्र एक दर्जन देशों ने ही प्रतिरोधक प्रावधाव के साथ इसे लागू किया है। आर एस एस के बाद जनसंघ और अब भारतीय जनता पार्टी से जुड़े लाल कृष्ण आडवानी ने अपनी यादों को समेटते हुए बताया है कि १९५७ में जब दीनदयाल उपाध्याय ने उन्हें अटल बिहारी को सहयोग करने के लिए राजस्थान से दिल्ली बुलाया था उस समय उन्होंने चुनावी सुधारों का अध्ययन करने और उन पर पर कार्य करने का सुझाव दिया था तभी से लगातार इस दिशा में कार्य किया जा रहा है ,
नरेंदर मोदी के शौचालय में जय राम रमेश सरीखे कांग्रेसी फंस ही गए
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक कुपित भाजपाई
ओये झल्लेया ये केन्द्रीय मंत्री जय राम रमेश के सर पर लगता है कि सत्ता का नशा कुछ ज्यादा ही चड गया है तभी उन्होंने हिन्दुओ कि भावनाओं पर एक बार फिर से कुठाराघात कर दिया ओये इसकी हिम्मत तो देखो कहता है कि श्री राम कि जन्म स्थली अयोध्या में महा-शौचालय बना दिया जाना चाहिए ओयेलगता है कि तुष्टिकरण की निति का पालन करते करते ये लोग सारी मर्यादा भी भूल गए हैं |
झल्ला
अरे सेठ जी आप को तो खुश होना चाहिए आपके नरेंदर मोदी के शौचालय में कांग्रेसी फंसने शुरू हो गए हैं |अब देखो बेशक मोदी ने महात्मा गाँधी को श्रधांजलि देने के लिए शौचालयों का महत्त्व स्वीकार करके गुजरात में विकास की बात कही थी लेकिन पत्रकार नेता और मनरेगा जैसी महत्त्व कांक्षी यौजना के प्रभारी
जय राम रमेश सरीखे कांग्रेसी फंस गए हैं |ठीक है में समझाता हूँ सबसे पहले तो
[१] जय राम रमेश ने यह मान लिया है कि अयोध्या में राम मंदिर ही था क्योंकि अगर किसी दूसरे धर्म के विषय में कम से कम चुनावों के समय ऐसी बात कहने से पहले इनके मंत्री पद का राम राम कर दिया जाता |
[२] अयोध्या से करोड़ों लोगों कि भावनाएं जुडी हैं ऐसे में वहां शौचालय बनाने की वकालत करने वाला या तो स्वयम पीड़ित है या फिर मानसिक रूप से बीमार झल्लेविचरनुसार जय राम रमेश इनमे से किसी भी केटेगरी में नहीं आते हैं| जाहिर है ऐसे में उन्होंने महज सुर्खियाँ बटोरने के लिए अयोध्या में महा-शौचालय बनाने की वकालत की है और अगर ये सच है तो सेठ जी इस शौचालय से हिन्दुओ के विरुद्ध तुष्टिकरण की बू आती है क्यों ठीक है ना ठीक ?
नरेन्द्र मोदी उवाचे :में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो
झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां
एक भाजपाई
ओये झल्लेया देखा हसाडे नरेन्द्र मोदी के पीछे एवईं लोगी पड़े हुए हैं भाई कई बार कहा है और अब फिर कह दिया है कि प्रधान मंत्री बनने की उनकी कोई इच्छा ही नहीं है |२०१७ तक गुजरात की सेवा करके गुजरातियों के मैंडेट का सम्मान करेंगे |ये मीडिया +कांग्रेस और यहाँ तक की हसाडी अपनी पार्टी के लोग भी महंगाई+भ्रष्टाचार +बेरोजगारी आदि जैसे मुद्दों को छोड़ कर मोदी को ही निशाना बनाये जा रहे है|ऐसे तो बन चुकी २०१४ में हमारी सरकार
झल्ला
ओ सेठ जी दरअसल आये दिन बेचारे मोदी पर राजनितिक सांप और बिच्छू छोड़े जा रहे हैं|अब जेल से आई पी एस बंजारा को भी मोदी पर छोड़ दिया गया है|यहाँ तक कि गवर्नर कमला बेन भी लोकायुक्त के प्रस्ताव को वापिस भेज रही हैं| और तो और नरेंदर के धोके में तड़ी पार ललित मोदी को भी नहीं छोड़ा जा रहा ऐसे में बेचारे मोदी के पास कोई और चारा ही नहीं बचता इसीलिए उन्होंने थक हार कर कह दिया होगा कि में पी एम् बनने के सपने नहीं देखता : भले लोगो अब तो मेरी नन्ही सी जान को छोड़ दो
६७ वें स्वतंत्रता दिवस पर गुजरात के भुज से दिल्ली के लाल किले तक जम कर राजनीतिक आतिश बाजी हुई
पूरे देश में आज [ गुरुवार को] बड़े हर्षोल्लास के साथ 67वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है।भुज के लालन कॉलेज से लेकर दिल्ली के लाल किले तक राजनीतिक आतिश बाजी भी हुई | पूरे देश में स्कूल, कॉलेज और ऑफिस में हर्षोल्लास का माहौल है । सड़कों पर आजादी के तराने गाए जा रहे हैं। मिठाईयां बांटी जा रही हैं। बच्चे, बूढ़े व जवान सबके हाथों में तिरंगा दिख रहा है। हर जगह उमंग और उल्लास का माहौल है। राज्य के मुख्यमंत्रियों ने भी राजधानी में गर्व से तिरंगा झंडा फहराया। छत्तीसगढ़ और गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने भी अपने अपने राज्यों के राजधानी में तिरंगा झंडा फहराया और राज्य की जनता को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी।लाल किले से पी एम् ने जहाँ लग भग आधे घंटे में अपनी सरकार के दस साल का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया तो वही नरेन्द्र मोदी ने भुज के लालन कॉलेज से पीएम के भाषण की धज्जियां उड़ाने के लिए लग भग एक घंटे का समय लिया
.प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यूपीए की उपलब्धियां गिनाई और कहा कि अभी कुछ ही फासला तय किया है पर मंजिल बहुत दूर है. वहीं, मोदी का स्वतंत्रता दिवस संबोधन पूरी तरह से राजनीतिक था. जिसमें भ्रष्टाचार, गरीबी और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर पीएम और कांग्रेस पार्टी पर सीधा हमला बोला गया.
बी बी सी के जुबैर के अनुसार पीएम के भाषण में एक जिम्मेदार पद पर बैठे शख्स की झलक थी तो मोदी के भाषण में भावी पीएम की ललक थी|
|कश्मीर के मुख्य मंत्री ओमर अब्दुल्लाह ने किश्तवाड़ की सांप्रदायिक हिंसा पर लगातार आलोचना झेलने से दुखी होकर सवाल दागा कि आखिर कश्मीरियों के साथ अलग व्यवहार क्यों किया जाता है। उमर ने कहा कि हमारे साथ ऐसा बर्ताव किया जाता है कि जैसे कि हम भारत की मुख्यधारा का हिस्सा ही न हों।
गुजरात के मुख्य मंत्री नरेंद्र मोदी ने भुज के लालन कॉलेज से देश को संबोधित करते हुए बहस के लिए प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को ही खुली चुनौती दे डाली।उन्होंने पी एम् से कहा कि आप तो देश चला रहे हैं। लेकिन गुजरात और दिल्ली की रेस हो जाए, पता चल जाएगा कि आप क्या कर रहे हैं, हम क्या कर रहे हैं? मोदी ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री को सभी अहम मुद्दों पर बहस की चुनौती देता हूं।’
भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने मोदी के पीएम मनमोहन सिंह की आलोचना पर उन्हें नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किसी राजनेता को दूसरों की बुराई नहीं करनी चाहिए।
भाजपा से छिटके बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान से ही नरेंद्र मोदी को गुजरात के औद्योगिक विकास के मॉडल पर घेरा। उन्होंने अपने इनक्लूजिव ग्रोथ मॉडल को मोदी के विकास के मॉडल से बेहतर बताया और कहा कि उनका मॉडल सभी लोगों की जरूरतों को पूरा करता है।
कांग्रेस के नेता और विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने ,आदतन ,मोदी को ‘खलनायक’ बताने में देर नही लगाई ।
सीनियर कांग्रेस नेता और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि हर आदमी अपने घर में शेर होता है।
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Tricolour balloons released in the sky after the Prime Minister, Dr. Manmohan Singhs address to the Nation from Red Fort, on the occasion of 67th Independence Day, in Delhi on August 15, 2013.
भाजपा के अधिक सदस्य बनाने वाले युवाओं को नरेंदर मोदी से मिलवाया जाएगा ;भाजयुमो
भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा युवाओं को भाजपा से जोड़ने के लिए चालाये जा रहे अभियान में एक नया रोचक ट्विस्ट दिया है|
भाजयुमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ,सांसद , अनुराग ठाकुर ने आज यह घोषण की है के सबसे अधिक सदस्य बनाने वाले पहले ५०० युवाओं को तथा सोशल मीडिया के माध्यम से आगामी लोक सभा के सम्बंधित सबसे अच्छा सुझाव देने वाले २० युवाओं को भाजपा चुनाव अभियान के अध्यक्ष और गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी से व्यतिगत रूप से मिलने का अवसर दिया जाएगा|
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