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शांति दूत महात्मा बुद्ध की तपस्थली महा बोधि मंदिर में हुए बम धमाकों की सर्वत्र निंदा

शांति दूत महात्मा गौतम बुद्ध की तपस्थली महा बोधि मंदिर में लगातार ९ बम धमाकों की सर्वत्र निंदा की गई है |
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी+,प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह+उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी +केंद्रीय संस्‍क‍ृति मंत्री, श्रीमती चंद्रेश कुमारी कटोच आदि ने बिहार स्थित दुनिया भर के बौद्धों के परम पूजनीय महा बोधि मंदिर में 7 जुलाई २०१३ की प्रात हुए सीरियल विस्फोटों पर दुःख और गहरी चिंता व्यक्त की है।
[१] राष्ट्रपति ने विस्फोटों में घायल होने वालों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और संयम बरतने तथा दोषियों को दंड दिलाने में प्रशासन के साथ सहयोग करने का भी आह्वान किया।
[२]प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी मिली-जुली संस्कृति और परंपराएं हमें सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाती हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बोध गया की हिंसा में घायल होने वालों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की ।
[३]उपराष्‍ट्रपति ने अपने बयान में कहा कि यह नृंशस और कायराना कृत्‍य इसलिए और भी ज्यादा निंदनीय है, क्‍योंकि इसमें पूजा स्‍थल और वहां मौजूद श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया है।उन्होंने इन विस्फोटों को शांति के महान दूत गौतम बुद्ध को समर्पित मंदिर में पूजा अर्चना के लिए एकत्र हुए श्रद्धालुओं और भिक्षुओं को निशाना बनाकर किया गया नृशंस कृत्य करार देते हुए इनकी निंदा की।
[४]केंद्रीय संस्‍क‍ृति मंत्री, श्रीमती चंद्रेश कुमारी कटोच ने पवित्र स्‍थल पर हुए हमले की कड़े शब्‍दों में निं‍दा की है और घायलों के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने की कामना की है। उन्‍होंने कहा कि भले ही बोध गया मंदिर केंद्रीय संरक्षित स्‍मारक नहीं है, यह एक विश्व धरोहर स्‍थल है। उन्‍होंने भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण (एएसआई) को फौरन इस बात का आकलन करने को कहा है कि कहीं स्‍थल को किसी तरह का नुकसान तो नहीं पहुंचा है। उन्‍होंने एएसआई को जरूरत पड़ने पर सुधार के कदम उठाने का निर्देश दिया है।
[५] बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने घटना स्थल का दौरा किया
[६] गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने ट्विटर पर ट्विट करते हुए इस आतंक वादी घटना को कायरता पूर्ण हमला बताया है| उन्होंने इसे विश्व के बोद्ध समाज और भारत के लिए दुखद बताया है
बिहार के बोध गया में आज 7 जुलाई, 2013 को प्रात सवा पांच बजे से लेकर छह बजे तक मंदिर+और टूरिस्ट बस में सिलसिलेवार बम धमाके हुए। इस घटना में लोग घायल हुए हैं, लेकिन बोध गया मंदिर, बोधि वृक्ष और मंदिर के समीप स्थित ढांचों को सुरक्षित बताया जा रहा है| इसकी सुरक्षा का दाईत्व वहां की एक सुरक्षा एजेंसी के जिम्मे है| अब जांच एन आई ऐ को सौंप दी गई है|

सी बी आई के प्रति अपमान जनक भाषा में लगे पोस्टरों से भाजपा ने पल्ला झाड़ा

सी बी आई के प्रति अपमान जनक भाषा में लगे पोस्टरों से भाजपा ने अपना पल्ला झाड लिया है| भाजपा नेत्री और राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री मति मीनाक्षी लेखी ने आज प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि सी बी आई को लेकर जो दिल्ली में अनेको स्थानों पर पोस्टर लगे हैं और इनमे जो बाते लिखी गई है भाजपा उसका नरेन्द्र मोदी की तरफ से भी पूरी तरह खंडन करती है और यह स्पष्ट करती है कि इस पोस्टर से भाजपा का कोई लेना देना नही है| इस अवसर पर उन्होंने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर भी दिए|एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध सी बी आई के दुरूपयोग को स्वीकार भी किया

नरेन्द्र मोदी मुंबई में है और मुंबई कि जेल में आतंकवादी अबू सलेम पर हमला हो गया :शुरू हो जाओ


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक उत्साहित कांग्रेसी

ओये झल्लेया देखा हसाडी सी बी आई का कमाल| निकाल ही ली बाल की खाल | ओये अब तो आई बी के लोग ही गजरात में इशरतजहां मुठभेड़ मामले में दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों ने पलटी मार ली है और ये सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गए हैं.
अब तो सीबीआई का शिंकजा आईबी के वरिष्ठ अधिकारी राजेन्द्र कुमार पर कसे ही कसे|. सीबीआई अगले महीने आरोप पत्र दाखिल कर ही देगी उसके बाद तो अमित शाह और नरेन्द्र मोदी को घेरने में देर नही लगेगी

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी कब तक इशरत जहाँ मुठभेड़ के केस की आंच में बासी कड़ी को उबालते रहोगे |अब अबू सलेम का नया केस आ गया है| नरेन्द्र मोदी मुम्बई में हे और शिव सेना के साथ है ऐसे में 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के आरोपी अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम पर मुंबई में ही तालोजा जेल में एक कैदी ने जानलेवा हमला कर दिया है | और जानते हो हमला करने वाला जगदीश जगताप बताया जा रहा है|
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह सुपारी का केस लगता है।मामला गर्म है चुनाव आने वाले हैं मार दो हथोडा औरशुरू हो जाओ

एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के सांसद पार्लियामेंट के मानसून सत्र में कांग्रेस के खाद्य सुरक्षा यौजना की संजीवनी हो सकते हैं

सत्ता के गलियारों में जे डी यूं और भाजपा के रिश्तों के विषय में पिछले कुछ समय से तैर रही फुसफुसाहट ने अब हकीकत का जामा पहन लिया है|जे डी यूं ने आखिर कार एन डी ऐ के १७ साल गठबंधन को तोड़ने का एलान कर ही दिया|इसके तात्कालिक प्रभाव के रूप में भाजपा के ११ मंत्री बिहार सरकार से निकाले गए और एन डी ऐ के संयोजक के पद को आदर्शवादी शरद यादव ने छोड़ दिया लेकिन यह किस्सा यही खत्म नही होता , इस का असली प्रभाव संसद के मानसून सत्र में भी दिखाई दे सकता है|

एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के सांसद पार्लियामेंट के मानसून सत्र में कांग्रेस के खाद्य सुरक्षा यौजना की संजीवनी हो सकते हैं

एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के सांसद पार्लियामेंट के मानसून सत्र में कांग्रेस के खाद्य सुरक्षा यौजना की संजीवनी हो सकते हैं

एन डी ऐ का गठबंधन १७ साल पुराना था इन्होने मिल जुल कर केंद्र और राज्यों में सत्ता सुख भोगा है|बिहार में अभी भी जे डी यूं और भाजपा का गठबंधन की सरकार चल रही थी |ऐसे में यकायक क्या हो गया कि सत्ता के इन दोनों भागीदारों को अपना मार्ग बदलना पड़ गया| जानकारों का मानना है कि यह निर्णय यकायक नही आया है|हाल ही में जे डी यूं ने दिल्ली में सालाना सम्मलेन किया और उसमे भाजपा से अलग होने और केंद्र के नजदीक जाने के संकेत दे दिए थे|भाजपा के नरेन्द्र मोदी की खिलाफत के साथ ही बिहार को विशेष दर्जा देने पर केंद्र सत्ता रुड कांग्रेस से नजदीकियों का इशारा भी किया गया| जाहिर ऐसे में पुराने सहयोगियों से अलग होने के लिए फेस सेविंग जरुरी होती है और इसके लिए सुअवसर की प्रतीक्षा भी की जाती है| बिहार के महाराज गंज में लोक सभा के उप चुनाव में सत्ता रुड जे डी यूं की अपने चिर प्रतिद्वंदी लालू प्रसाद यादव के हाथों करारी हार हो गई|इस घटना से अपने राजनितिक भविष्य से विचलित पार्टी के लिए फेस सेविंग का अवसर तलाशने की छटपटाहट होनी स्वाभाविक है|
इसीबीच भाजपा में हुए टुर्मोइल [उथल पुथल]ने भी जे डी यूं को अवसर प्रदान कर दिया |भाजपा के चुनाव कमेटी के प्रभारी के रूप में नरेन्द्र मोदी की नियुक्ति ने यह अवसर भी दे दिया|और जे डी यूं ने इसी आधार पर भजपा से दूरी की घोषणा कर दी|इस अलगाव को नितीश कुमार जरुरी बता रहे हैं तो भाजपा की श्री मति सुषमा स्वराज +राज नाथ सिंह दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे है|एन डी ऐ के दूसरे मुख्य घटक एस ऐ डी के नरेश गुजराल ने इसे स्थाई तलाक के बजाय अस्थाई अलगाव [ सेपरेशन ] बताया है| प्रकाश सिंह बादल ने भाजपा का साथ देने के संकल्प को दोहराया है|शिव सेना के राउत इसमें कांग्रेस का फायदा देख रहे हैं|
इस सारे घटना क्रम में यूं पी ऐ के एक साथी लालू प्रसाद यादव खुल कर नितीश को अवसर वादी और मुस्लिम वोटों के लोलूप बता रहे हैं लेकिन कांग्रेस की तरफ से बेहद सधी हुई और सतर्क प्रतिक्रिया आ रही है|प्रवक्ता सलीम ने नितीश कुमार को बधाई दी है| २४३ सदस्यों वाली बिहार विधान सभा में जे दी यूं के कुल ११८ सदस्य है और उन्हें केवल चार एम् एल ऐ और चाहियें जो सरलता से उपलब्ध हो जायेंगे ऐसे में १९ जून को नितीश बहुमत सिद्ध कर ही देंगे| इसके पश्चात भाजपा नरेन्द्र मोदी के नाम पर पिछड़ा कार्ड खेलने से नहीं चूकेगी और इसका प्रभाव नितीश सरकार पर पड़ना स्वाभाविक होगा| संसद का मानसून सत्र प्रारम्भ होना है | कांग्रेस के लिए खाद्य सुरक्षा यौजना को परवान चडाने के लिए संसद में बहुमत हासिल करना जरुरी है |२२ सांसदों वाले सपा के मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस के विरुद्ध अपने तेवर दिखा दिए हैं ऐसे में जे डी यूं के इतने ही सांसद प्राण दाई स्पोर्ट दे सकते हैं |यह कहना अभी परिकल्पित [ |HYPOTHETICAL ] कहा जा सकता है कि बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा लिए बगैर भी जे दी यूं के सांसद कांग्रेस का संसद में विरोध नही करेंगे| अगर जे दी यूं इस मुद्दे का बहिष्कार भी करती है तो भी यह इनके रुख को तो साफ़ ही कर करेगा| शायद यही आदर्शवादी नितीश कुमार और शरद यादव का लिटमस टेस्ट भी होगा|

नरेन्द्र मोदी ने २०१४ में कांग्रेस से लोहा लेने के लिए लोह पुरुष पटेल के स्टेचू के लिए देश के ५ लाख गावों से लोहा माँगा

भाजपा की प्रचार समिति का सुप्रीमो बनते ही नरेंद्र भाई मोदी ने यूं पी ऐ सरकार से २०१४ के चुनावों में लोहा लेने के लिए देश के ग्रामीणों से लोहा देने का आह्वाहन किया है| यह आह्वाहन देश को भावनात्मक रूप से एकजुट करने के अभियान की ओर एक कदम बताया जा रहा है।
नरेन्द्र मोदी ने

भारत के एकीकरण के भारतीय बिस्मार्क लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल

की [सबसे ऊंची] 182 मीटर की प्रतिमा स्थापित कराने का ऐलान किया है। यह अमेरिका की स्टेचू आफ लिबर्टी से भी दोगुनी ऊंची होगी|
सरदार सरोवर बांध की धारा के मध्य स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से बनने वाली दुनिया की इस सबसे ऊंची प्रतिमा के निर्माण के लिए मोदी ने देश के पांच लाख गांवों के किसानों से खेती में ओजार के रूप में उपयोग किया गया लोहे का एक टुकड़ा भेजने की मार्मिक अपील की है।
आज की यह भावनात्मक अपील अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए शिलाएं एकत्रित करने के अभियान जैसी ही मानी जा रही है | मंदिर निर्माण के लिए भाजपा, संघ व विहिप ने देश भर से ईट मंगाई थी।
गांधी नगर में [मंगलवार को] वन्यजीव व डेयरी विकास पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल केवल गुजरात का गौरव नहीं बल्कि देश की एकता के ऐसे स्तंभ थे जिनके प्रयास से देश के पांच सौ से अधिक रजवाड़ों को एक देश के रूप में परिवर्तित किया गया। ऐसे महान नेता की याद में नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध की धारा के बीच 182 मीटर ऊंची प्रतिमा बनाई जा रही है| इस सरकारी सम्मेलन में 20 राज्यों की 200 से अधिक तहसीलों के प्रतिनिधियों के साथ ही भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वेन ने भी शिरकत की।स्थान
,भाजपा को एक बार फिर देश की सत्ता में लाने के लिए मोदी का यह दांव कितना सफल होगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन इस अभियान से भाजपा व उसके कार्यकर्ता एकजुट होंगे। साथ ही प्रतिमा निर्माण के लिए लोहा दान कर किसान भी इस एतिहासिक प्रतिमा का हिस्सा बन गौरव महसूस कर सकेंगे।‘

स्टेचू आफ लिबर्टी से दोगुनी ऊंची होगी

स्टैचू ऑफ युनिटी’

लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा नर्मदा नदी के बीचों-बीच स्थापित की जाने वाली यह मूर्ति विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति होने का गौरव हासिल करेगी। इस पर लगभग दो हज़ार करोड़ रुपए का खर्चा आने का अनुमान है।
नदी के बीचों-बीच स्थित इस मूर्ति के पास जाने के लिए जलमार्ग के लिए भी प्रावधान किया जाना है |
उल्लेखनीय है कि 7 अक्टूबर 2010 को सरकार के दस वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति ‘स्टैचू ऑफ युनिटी’ के निर्माण की घोषणा की थीअब सरदार पटेल की जयंती पर 31 अक्तूबर, 2013 को देशव्यापी आंदोलन शुरू किया जाना है जिसमें पूरे देश के पांच लाख से अधिक गांवों से किसानों के किसी भी उपकरण के छोटे लोहे के टुकड़े इकट्ठे किए जाएंगे जिसका इस्तेमाल प्रतिमा बनाने में किया जाएगा।प्रत्येक गावं से लोहे का केवल एक औजार माँगा गया है| लोहा एकत्रित करने के बाद इसे पिघलाया जाएगा और जरूरत के हिसाब से प्रतिमा के निर्माण में इस्तेमाल किया जाएगा
गौरतलब है कि दक्षिण में कन्या कुमारी में समुद्र में स्थित एक चट्टान पर विवेकान्द रॉक मेमोरियल और फिर अयोध्या में राम मदिर निर्माण के लिए ईंटे इकट्ठा की गई थी तब भी राष्ट्र ने भावनात्मक सहयोग दिया था अब नेहरू और गांधी के मुकाबिले लोह पुरुष सरदार पटेल के मेमोरियल के नाम पर मोदी का यह \कदम कहाँ तक देश के किसानों को भाजपा के साथ जोड़ पायेगा वोह तो लोक सभा में चुनावों में ही उजागर हो पायेगा|

नरेन्द्र मोदी को भावी पी एम् तो नही मगर पार्टी का पी एम् बनवाने की जिम्मेदारी सौंपते हुए चुनाव कमेटी का अध्यक्ष बनाया

गोवा के समुद्रीय तट पर भाजपा के मंथन में [६३ वर्षीय ]]नरेन्द्र मोदी निकल उभरे हैं| मोदी को २०१४ के एलेक्शन में चुनावी अभियान की कमान सौंप दी गई है| राष्ट्रीय कार्यकारिणी में गुजरात के मुख्य मंत्री को बेशक वरिष्ठ एल के अडवाणी के विरोध के चलते अगले प्रधान मंत्री के रूप में प्रस्तुत नही किया जा सका लेकिन कार्यकर्ताओं की भावनाओं की कद्र करते हुए पार्टी अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र भाई मोदी को चुनावी कमेटी [ ElectionCampaignCommittee ]का अध्यक्ष बनाया और पार्टी का पी एम् बनवाने की जिम्मेदारी सौंप दी है|| यह नया पद भर सँभालते ही मोदी ने केंद्र सरकार पर जम कर प्रहार किये|उन्होंने कांग्रेस के विज्ञापन युद्ध की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि देश के विकास करने का केवल उन्हें ही हक़ है और हमें [मोदी]उनके इस विकास के दावे में शक है| इसी के साथ उन्होंने कांग्रेस मुक्त भारत के निर्माण का नारा भी कार्यकर्ताओं को दिया|
राजनीती के जानकारों का मानना है कि अब भाजपा को लोक प्रियता तो बेशक मिलेगी मगर मोदी को सभी को साथ लेकर चलने के लिए कई पडावों को पार करना होगा|
[१]कांग्रेस को उत्तेजित करके जल्द ही उनके पी एम् उम्मीद वार को बाहर निकलवाना होगा|
[२] एन डी ऐ के रूठे सहयोगियों को मनाना होगा
[३]वरिष्ठ अडवाणी के खेमे को साथ जोड़ना होगा
[४]केवल कांग्रेस कि आलोचना करने के बजाय अपनी यौजनाओं को भी प्रचारित करके देश का भरोसा हासिल करना होगा
[५] दूसरी पार्टियों के विशेष वोट बैंक का भरोसा जीत कर उन्हें राजनितिक रूप से कमजोर करना होगा