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न्‍यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर बने भारत के नए प्रधान न्‍यायाधीश

[नई दिल्ली]न्‍यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर बने भारत के नए प्रधान न्‍यायाधीश
न्‍यायमूर्ति तीरथ सिंह ठाकुर ने आज भारत के प्रधान न्‍यायाधीश पद की शपथ ग्रहण की
न्‍यायमूर्ति श्री तीरथ सिंह ठाकुर ने आज (3 दिसम्‍बर, 2015) राष्‍ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में भारत के उच्‍चतम न्‍यायालय के प्रधान न्‍यायाधीश पद की शपथ ग्रहण की। उन्‍होंने राष्‍ट्रपति के समक्ष पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
फोटो कैप्शन
The President, Shri Pranab Mukherjee greets the Chief Justice of India, Shri Justice T.S. Thakur, after administering the oath of office to him, at a swearing-in ceremony, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on December 03, 2015.

न्‍यायमूर्ति राजेंद्र मल लोढ़ा बने भारत के नए प्रधान न्‍यायाधीश

न्‍यायमूर्ति आर.एम लोढ़ा बने नए प्रधान न्‍यायाधीश
राष्‍ट्रपति ने उच्‍चतम न्‍यायालय के न्‍यायमूर्ति श्री राजेंद्र मल लोढ़ा की नियुक्ति प्रधान न्‍यायाधीश के तौर पर की है| यह नियुक्ति 27 अप्रैल, 2014 से प्रभावी होगी।कानून एवं न्याय मंत्रालय द्वारा जारी माननीय न्यायमूर्ति श्री राजेन्द्र मल लोढ़ा, का जीवन-वृत्त निम्न है
जन्म 28 सितम्बर, 1949 जोधपुर में।
पिता न्यायमूर्ति श्री एसके मल लोढ़ा, राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश।
फरवरी 1973 को राजस्थान बार काउंसिल में पंजीकृत।
राजस्थान हाईकोर्ट में वकालत की। संवैधानिक, दीवानी, कंपनी, फौजदारी, टैक्स, श्रम इत्यादि क्षेत्रों में वकालत का अनुभव।
31 जनवरी, 1994 को राजस्थान हाइकोर्ट में स्थायी न्यायाधीश के रूप में प्रोन्नत।
बॉम्बे हाइकोर्ट में स्थानांतरण। वहां 16 फरवरी, 1994 को कार्यभार संभाला।
बॉम्बे हाइकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में कानून के सभी क्षेत्रों में 13 वर्ष कार्य किया।
बौद्धिक संपदा, लैंगिक भेद-भाव, पर्यावरण, परमाणु ऊर्जा, न्यायालय प्रबंधन, वाणिज्यिक अदालतों, पंचाट और मध्यस्थता आदि विषयों पर भारत और विदेशों में महत्वपूर्ण राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में हिस्सा लिया।
राजस्थान हाइकोर्ट में दोबारा स्थानांतरित, जहां 02 फरवरी, 2007 को कार्यभार संभाला। राजस्थान हाइकोर्ट में प्रशासनिक न्यायाधीश रहे।
राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष रहे।
13 मई, 2008 को पटना हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली।
17 दिसम्बर, 2008 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर प्रोन्नत।
राष्ट्रीय विधि सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष।
जोधपुर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आम परिषद के सदस्य।
भोपाल राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी की प्रशासनिक परिषद के सदस्य।
उच्चतम न्यायालय (मध्यम आय समूह) विधि सहायता समाज के अध्यक्ष।
राष्ट्रीय न्यायालय प्रबंधन प्रणाली की सलाहकार समिति के अध्यक्ष।