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Tag: Chinese President Xi Jinping

China to Ease Travel Curbs in Epicentre of Coronavirus- Hubei

China to Ease Travel Curbs in Epicentre of Coronavirus- Hubei
Hubei has been under lockdown since January with some 56 million people under quarantine, but the number of cases has declined in recent weeks.
According to the provincial government, a mobile app will be used to give residents a coloured health code, and people labelled “green” in medium and low-risk areas will be allowed to travel within the province.
There is no indication that people can leave the province, and the measures also did not appear to loosen restrictions in Hubei’s capital, Wuhan.
Chinese President Xi Jinping on Tuesday made his first visit to the city since it emerged as the epicentre of the coronavirus crisis in January.
On Tuesday there were only 17 new cases reported in Hubei province, all in Wuhan.
Most of China’s 3,136 coronavirus deaths and 80,754 cases came from Hubei, with the majority in Wuhan.

चीनी मेहमान आए हैं,बैठे ही हैं ,ठण्ड रखो जी ,बॉर्डर को लेकर तू तू में में के लिए पूरे दो दिन बचे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया इन बड़बोले भाजपाइयों के इस कथित लोह पुरुष नरेंद्र मोदी की जुबान क्यूँ बंद हो गई ?सीमाओं पर चीन की सेनाओं का जमावड़ा हो रहा है और गुजरात में चीनी राष्ट्रपति को श्रीखण्ड के साथ ढोकला+हांडवो+पत्र +थेपला+भाकरी+रोटली +खमण+कढ़ी भात+भावनगरी गँठिया आदि का भोग लगवाया जा रहा है |ओये पहले उछल उछल कर कहते फिरते थे कि चीन के साथ सीमा पर नहीं हसाड़ी दिल्ली में प्रॉब्लम है| ओये अब तो दिल्ली इनके कब्जे में हैं |सीमाओं पर इनका ही झमेला है|
झमेला करने वाला चीनी राष्ट्रपति भी इनके अपने ही गृह प्रदेश में इनके ठीक सामने हैं|
अब सीमा अतिक्रमण को लेकर इनकी घिग्गी क्यों बंधी हुई है?

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण ठण्ड रखो जी ठण्ड |अभी तो मेहमान आये हैं आकर बैठे ही हैं तू तू तकरार के लिए पूरे दो दिन और बचे हैं|वैसे झल्लेविचारनुसार हसाडे माननीय राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने वियतनाम में जाकर चीनी सागर के एक हिस्से से तेल निकालने का कॉन्ट्रैक्ट साइन करके समुद्र पर चीनी दादागिरी को आईना दिखा ही दिया है |अब उस आईने का लश्कारा भारतीय सीमाओं पर पढ़ना स्वाभाविक ही है

प्राचीन सभ्यताएं,भारत+चीन,तीसरे देश ब्राज़ील में मिली:कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मार्ग पर चर्चा

विश्व की दो बड़ी प्राचीन सभ्यताओं ने तीसरे देश में ८० मिनट्स तक शिखर वार्ता की | भारत के पी एम ने चीन के राष्ट्रपति से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और मार्ग माँगा |
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के प्रेजिडेंट शी जिंगपिंग ने ब्राजील के फोर्टलेजा शहर में ८० मिनट्स तक मुलाकात की|
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया
ब्राजील के फोर्टलेजा शहर पहुंचने के कुछ ही समय पश्‍चात प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन की पूर्व संध्‍या पर चीन के राष्‍ट्रपति श्री शी जिंगपिंग से मुलाकात की। यह प्रधानमंत्री की पहली शिखर वार्ता है।
दोनों पक्षों ने सीमा विवाद को हल करने की आवश्‍यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने सीमा पर परस्‍पर विश्‍वास एवं भरोसे को बढ़ाने और शांति बरकरार रखने पर बल दिया। उन्‍होंने कहा कि अगर भारत और चीन सीमा विवाद को परस्‍पर वार्ता से हल कर लेते हैं तो इससे पूरे विश्‍व के लिए एक उदाहरण प्रस्‍तुत होगा कि किस तरह शांतिपूर्वक तरीके से सीमा विवादों को सुलझाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने श्री जिंगपिंग को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मैदानी क्षेत्रों से जाने वाले तीर्थ यात्रियों को होने वाली समस्‍याओं के मद्देनजर एक और मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया। श्री जिंगपिंग ने इस सुझाव पर विचार करने का आश्‍वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने भारत के ढांचागत सेक्‍टर में चीनी निवेश बढ़ाने के साथ दोनों देशों के बीच व्‍यापारिक असंतुलन समाप्‍त होने की आशा व्‍यक्‍त की। श्री जिंगपिंग ने इस पर सहमति‍ जताई कि दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग के लिए व्‍यापारिक संबंधों में संतुलन होना जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि चीन के लिए भारतीय निर्यात बढ़ाकर भी इस समस्‍या का एक समाधान किया जा सकता है।

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.


चीन ने इस वर्ष नवम्‍बर महीने में अपेक (एपीईसी) सम्‍मेलन में शिरकत करने के लिए भारत को आमंत्रित किया है। श्री जिंगपिंग ने कहा कि भारत को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में अपनी सक्रियता बढ़ानी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि वर्तमान में भारत एससीओ में पर्यवेक्षक की भूमिका निभा रहा है। अगर कोई अतिरिक्‍त जिम्‍मेदारी दी जाती है तो भारत को उसे स्‍वीकार करने में कोई गुरेज नहीं होगा।
श्री मोदी ने अपने मुख्‍यमंत्रित्‍व काल में चीन यात्रा की याद दिलाई। उन्‍होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि देशों के बीच संबंध वहां की जनता के संबंधों की शक्ति से बनते हैं। उन्‍होंने पर्यटन और अन्‍य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्‍मीद जताई।
प्रधानमंत्री ने यह भी आशा व्‍यक्‍त की कि इस वर्ष श्री जिंगपिंग की आयोजित भारत यात्रा दोनों देशों के बीच नए और महत्‍वाकांक्षी कार्यों के द्विपक्षीय सहयोग बेहतर करने के लिए एक सुअवसर रहा। उन्‍होंने चीन यात्रा के लिए स्‍वयं को आमंत्रित करने के लिए राष्‍ट्रपति का आभार व्‍यक्‍त किया और आशा जताई कि श्री जिंगपिंग शीघ्र भारत यात्रा पर आएंगे।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi at a bilateral meeting with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, on the sidelines of the sixth BRICS Summit, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.