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Tag: Civil aviation minister Ajit singh

पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी बसपा के हाथी के हौदे को छोड़कर फिर से रालोद के नलका का हैंडिल थामा

पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी बसपा छोड़कर रालोद में लौट आये |
पूर्व विधायक सतेन्द्र सोलंकी ने आज राष्ट्रीय लोकदल[रालोद] ज्वाइन कर ली|रालोद के अध्यक्ष+सेंट्रल सिविल एविएशन मिनिस्टर चौधरी अजित सिंह जी से मुलाकात की और बसपा छोड़ने के एलान के साथ रालोद में शामिल हो गए हैं।
रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह जी ने सवयम उन्हें रालोद की सदस्यता ग्रहण कराई। श्री सतेन्द्र सोलंकी पूर्व में विधायक रहे हैं और बीते साल उन्होंने रालोद के हैण्ड पम्प को छोड़ कर बसपा के हाथी के हौदे में बैठ गए थे अब उन्होंने बसपा के हठी के हौदे को छोड़ कर फिर से रालोदाई “नलका” थाम लिया हैं |
श्री सोलंकी ने बसपा पर आरोप लगते हुए बसपाको भ्रष्टाचारियों की पार्टी बताया और कहा कि बसपा के किसी भी नेता ने मुजफ्फरनगर के साम्प्रदायिक दंगों में लोगों के हाल तक जानने की कोशिश नहीं की तथा किसानों पर अंधाधुंध गोली चलाना और उनकी जमीन जबरन अधिग्रहित कर औने-पौने दामों में लेकर पूंजीपतियों के हाथ बेचना इसकी नीतियों में शामिल है।

Political Fog Is Cleared ,MOU Has Been Signed For The Development Of 7 Airports In U P

Thank God, All Political If And Buts Have Been Thrashed And An MoU has been signed today between the Government of Uttar Pradesh and Airports Authority of India (AAI) for the development of 7 airports at
[1]Meerut+[2] Moradabad+[3] Faizabad +[4] new Civil Enclaves in Agra+[5] Allahabad+[6] Bareilly+[7]Kanpur in the presence of Minister for Civil Aviation, Shri Ajit Singh.
Inspite of dense fog, disrupting the schedule of over 50 domestic and international flights at the IGI Airport, Civil Aviation Minister Ch.Ajit Singh Success Fully Cleared Years Old Political Fogs And Finalized M O U For Development of 7 Airports in His Home State UP
The thrust of the Government is to have an inclusive growth in the country for which the regional or remote area air connectivity can act as a catalyst. In this endeavour, the Government has plans to take up the development of airports in Tier-II and Tier-III cities including the airports belonging to State Governments.
The Government of Uttar Pradesh has handed over three airports namely [A]Meerut,[B] Moradabad [C] Faizabad to AAI. Further, the State Government has also agreed to provide land and other logistical support for establishing new Civil Enclaves at [a]Agra, [b]Allahabad[c] Bareilly [d]Kanpur.
Thus,a total of seven airports/civil enclaves in Uttar Pradesh will be developed.
Photo Caption
The Union Minister for Civil Aviation, Shri Ajit Singh witnessing the signing of an MoU between Airport Authority of India and Govt. of Uttar Pradesh for the development of airports at different places in U.P., in New Delhi on February 24, 2014.

एयर इंडिया २६०३२.९३ करोड़ रुपयों के बोझ से दबी:चौ.अजित सिंह का लोक सभा में कन्फेशन

भारत सरकार की विमानन कंपनी एयर इंडिया २६०३२.९३ करोड़ रुपयों के बोझ से दबी हुई है| केंद्र सरकार के सिविल एविएशन मंत्री चौ.अजित सिंह ने लोक सभा में यह कन्फेशन[ CONFESSION ] किया |
भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री और कांग्रेस के सहयोगी रालोद के अध्यक्ष चौ. अजित सिंह ने आज स्वीकार किया कि सरकारी क्षेत्र की विमानन कंपनी एयर इंडिया पर रिण का भारी बोझ है।
एयर इंडिया पर 31 दिसंबर २०१३ तक 26032.93 करोड़ रूपये बकाया है
लोकसभा में रमेश के प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन मंत्री अजीत सिंह ने कहा कि 31 दिसंबर 2013 तक एयर इंडिया पर 26032.93 करोड़ रूपये बकाया है और इसकी कार्यशील पूंजी केवल 21125 करोड़ रूपये है।गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा इस छेत्र में सुधारों की बात लगातार कही जा रही है और घाटा घटाने के लिए प्रयासों की घोषणा की जाती रही है

नरेंद्र मोदी ने रालोद के गढ़ में चौ अजित सिंह पर भी आलोचनाओं के सटीक बाण चलाये

नरेंद्र मोदी ने रालोद के गढ़ मेरठ की धरती में चौ अजित सिंह पर भी आलोचनाओं के सटीक बाण चलाये।गौरतलब है कि प्. उ.प्र. को जाट व मुस्लिम बाहुल छेत्र माना जाता है।यह रालोद का भरोसे मंद वोट बैंक रहा है इसी के बल पर चौ. अजित सिंह अपनी राजनितिक गोटियां फिट करते आये हैं लेकिन मुजफ्फरनगर दंगों के पश्चात सरकार कि उपेक्षा से त्रस्त जाट और मुस्लिम दोनों ही रालोद से नाराज चल रहे हैं जिन्हे जोड़े रखने के लिए अजित सिंह और उनके युवा पुत्र सांसद जयंत सिंह लगातार प्रयासरत हैं | अजित सिंह को अपने बेटे जयंत चौधरी के साथ मुजफ्फरनगर दौरे के दौरान । कई स्थानों पर विरोध भी झेलना पड़ा| गन्ना बकाया भुगतान को लेकर कई संकल्प रैलियां भी की गई
शायद इसीलिए रालोद को चुनौती देते हुए इस छेत्रिय दल के वोट बैंक को अपनी और मोड़ने के लिए भाजपा के इस मंच से मोदी ने कोई कसर नहीं छोड़ी |
[१]भाषण प्रारम्भ करते समय मोदी की नजर बिजली के खंभे पर चढ़े युवाओं की ओर गई तो उन्होंने कहा, ‘वीर पुरुषों नीचे उतर आओ, तुम्हें चौधरी चरण सिंह की सौगंध है, नीचे उतर आओ, वरना कोई हादसा हो गया तो हम जवाब नहीं दे पाएंगे।’ मोदी के इतना कहने पर खंभे पर चढ़े युवा झंडा वहीं लगाकर नीचे उतर आए। चौधरी चरण सिंह का नाम लेते ही दर्शकों ने करतल ध्वनि से उसका स्वागत किया
[२]वेस्ट यूपी के भरोसे ही उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था चलती है,अगर ये इलाका इतना बदहाल है तो दूसरों की बरबादी का अंदाजा लगा लीजिए।बिजली संकट, कानून व्यवस्था, विकास, किसानों की बदहाली और गन्ना मूल्य भुगतान जैसे सवाल उठाए। उन्होंने पश्चिमी उप्र की उपेक्षा को अंग्रेजी काल से जोड़ा। कहा कि अंग्रेजों के गुस्से के कारण मेरठ के आसपास का विकास नहीं हो सका। रेलवे जैसे सुविधा भी आधी अधूरी दी लेकिन आजाद भारत में मेरठ को सड़क,रेल एयरपोर्ट क्यों नहीं मिला?
[३]मोदी ने एयरपोर्ट पर अजित सिंह को निशाने पर लिया उन्होंने कहा कि इस छेत्र का नेता केंद्र में उडडयन मंत्री होने के बावजूद मेरठ में अभी तक एयर पोर्ट नहीं बनाया जा सका है|
[४]मोदी ने गन्ना किसानों के जख्मों को सहलाते हुए कहा कि पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह या किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत होते तो किसानों की बदहाली न देख पाते।
[५] मोदी ने मुजफ्फरनगर दंगों पर भले ही एक भी शब्द नहीं बोला हो परन्तु मेरठ के ही ओज के वरिष्ठ कवि हरिओम पंवार के अहमदाबाद दौरे का हवाला देकर गुजरात को दंगामुक्त कर देने की बात कही।उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में आई तो दंगा मुक्त उत्तर प्रदेश देंगे।
[६] वोटर को संगठित करने का प्रयास किया।मुंबई के पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह नौकरी से त्यागपत्र देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कराई गई अब खबर है कि सत्यपाल सिंह को चौ. अजित सिंह के सामने बागपत से प्रत्याशी बनाया जा सकता है
मालूम हो कि पूर्व में अजित सिंह अपने गढ़ में सोम पाल शास्त्री से चुनाव हार चुके हैं

ऍफ़ ऐ ऐ ने सुरक्षा दावों को आइना दिखाते हुए भारतीय सिविल एविएशन को डाउन ग्रेड किया

अमेरिकन एविएशन फेडरेशन[FAA] ने भारतीय एविएशन मिनिस्ट्री के तमाम विकास के दावों को झुटलाते हुए भारत को एविएशन के छेत्र में डाउन ग्रेड करते हुए सेकंड केटेगरी में डाल दिया है जबकि भारत के एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह का दावा है कि उनका वि‍मानन सुरक्षा रि‍कार्ड वि‍श्‍व के औसत से बेहतर है| ऍफ़ ऐ ऐ कि इस रिपोर्ट के पश्चात अब भारतीय हवाई जहाज़ों के लिए अमेरिका की उड़ान कठिन हो जायेगी| इससे ओवरसीज फ्लाइट्स के लिए प्रसिद्द जेट एयरवेज और एयर इंडिया को विशेष रूप से परेशानी हो सकती है|इस विषय में एयर इंडिया की वेबसाइट पर कोई स्प्ष्टीकरण नहीं दिया गया है|
भारतीय सिविल एविएशन मिनिस्ट्री का दावा है कि वैश्विक गुणवत्ता के लिए केवल संगठन[ Organisation] के छेत्र में ही पर्याप्त सफलता नहीं मिल पाई है जबकि शेष अन्य ७ महत्पूर्ण छेत्रों में आशातीत सफलता मिली है |इसके समर्थन में आंकड़ें निम्न हैं
अंतर्राष्‍ट्रीय नागर वि‍मानन संगठन (आईसीएओ) का यूनीवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट ऑडि‍ट प्रोग्राम (यूएसओएपी) के बारे में भारत का आकलन वि‍श्‍व के औसत से बहुत अच्‍छा है। यूएसओएपी के अधीन आईसीएओ ने आठ महत्‍वपूर्ण तत्‍वों यथा वि‍धान, संगठन, लाइसेंसिंग, संचालन, उड़ान क्षमता, दुर्घटना जांच, वि‍मान नौवहन और हवाई अड्डों की पहचान की है। 31 दि‍संबर 2012 को यूएसओएपी की लेखा-परीक्षा परि‍णामों पर आधारि‍त आईसीएओ 2013 सुरक्षा रि‍पोर्ट के अनुसार भारत की उन देशों में गि‍नती है, जि‍नका कारगर कार्यान्‍वयन वि‍श्‍व के औसत 61 प्रति‍शत से ऊपर है। भारत का कारगर कार्यान्‍वयन 79.1 प्रति‍शत है।
31 दि‍संबर 2012 को भारत की स्‍थि‍ति‍ का वैश्‍वि‍क सुरक्षा के साथ संक्षि‍प्‍त तुलनात्‍मक ब्‍यौरा नि‍म्‍नलि‍खि‍त है:-
महत्‍वपूर्ण तत्‍व
=================================कारगर कार्यान्‍वयन
वैश्‍वि‍क औसत (31 दि‍संबर 2012 को)=====वैश्‍वि‍क औसत (वर्तमान स्‍थि‍ति‍ )==========भारत की स्‍थि‍ति (31 दि‍संबर 2012 को )
[1]वि‍धान========70.0========================66.9===========================85.7
[2]संगठन========63.0========================63.5=============================57.1
[3]लाइसेंसिंग=====71.0=========================71.5==============================89.6
[4]संचालन=======66.0=========================66.0==============================87.7
[5]उड़ान क्षमता====72.0=========================72.9==============================91.1
[6]दुर्घटना जांच====51.0=========================53.6==============================75.3
[7]वि‍मान नौवहन===53.0=========================54.7==============================55.8
[8]हवाई अड्डा========58.0=======================57.7=============================87.4
महत्‍वपूर्ण तत्‍वों के कारगर कार्यान्‍वयन में केवल एक क्षेत्र है, जि‍समें भारत मामूली कमजोर है, वह है ‘संगठन’। इसके लि‍ए भारत ने उड़ान संचालन के मुख्‍य नि‍रीक्षक (सीएफओआई), उप-सीएफओआई, वरि‍ष्‍ठ सीएफओआई और एफओआई के 75 पद बनाए हैं। आशा है कि‍ इन पदों की भर्ती के बाद इस तत्‍व का कारगर कार्यान्‍वयन भी वि‍श्‍व के औसत से बेहतर हो जाएगा। वास्‍तव में, ‘वि‍धान’ तत्‍व के क्षेत्र में अमेरि‍का का स्‍थान (80.95) भारत के (85.71) से नीचे है| गौरतलब है कि संसद में सरकार स्वीकार कर चुकी है कि डी जी सी ऐ के अंतर्गत हवाई यात्राओं की सुरक्षा के लिए ५७%स्टाफ की कमी है और इसी सप्ताह केवल ७५ पदों कि रिक्तियों को भरने की घोषणा की गई है इसके अलावा सुरक्षा के मानकों के दावों को झुटलाते हुए इंडिगो जैसी अग्रणी निरंतर लाभ कमाने वाली निजी एयर लाइन्स भी खतरनाक उड़ान भर रही हैं | मालूम हो कि डीजीसीए, कोहरे के समय सभी एअरलाइनों के साथ लगातार संपर्क में रह कर सीएटी III अनुवर्ती विमानों और सीएटी III प्रशिक्षित पायलटों की तैनाती सुनिश्‍चित करता है लेकिन उड़ानों समय रहते उन पर रोक थाम नहीं लगा पा रहा शायद इसी अकर्मण्यता के कारण ही इंदिरा गांधी अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे, दिल्‍ली पर 29 जनवरी को दृश्‍यात्‍मकता शाम 1730 बजे के बाद कम होने लगी थी जबकि रनवे की दृश्‍यात्‍मकता दूरी रात 2030 बजे के बाद कम होनी शुरू हो गई थी। इस प्रवृत्‍ति को सभी एअरलाइनों के ध्‍यान में लाया गया। । लेकिन इस संबंध में बार-बार प्रयासों के बावजूद जेट एअरवेज+, गो एअर + इंडिगो की दो-दो फ्लाइटों का मार्ग बदलकर दिल्‍ली से जयपुर भेजा गया।यह यात्रियों के जीवन के साथ खिलवाड़ ही कहा जाएगा|उड़ान कम्प्लीट होने पर डी जी सी ऐ ने इन कंपनियों के टाइम्स स्लॉट केंसिल करके औपचारिकता पूरी कर दी है

चौ.अजित सिंह जी जहाजों में वी आई पी सुविधाओं के आदेशों से लाख इंकार कर लो लेकिन आत्मघाती तीर तो चल ही गया

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

क्षुब्ध कांग्रेसी

ओये झल्लेया ये हसाडे सोणे ते मन मोहने प्रधान मंत्री को हसाडे हाथ के सहारे खड़े सिविल एविएशन मिनिस्टर चौधरी अजित सिंह ही भम्भड़ भूसे में डालने लग गए|ओये देख तो एक तरफ सारा मुल्क वी आई पी कल्चर के खिलाफ खड़ा हो रहा है और ये हैं कि सांसदों को सरकारी के अलावा निजी एयर लाइन्स में भी फ्री में ही रोटी+पानी+विशेष सुविधाएँ दिलाने के लिए लट्ठ घुमाये जा रहे हैं|सुना है कि वी आई पी सुविधा के लिए डी जी सी ऐ ने गाइड लाइन्स भी जारी कर दी हैं| ओये ये सांसद अपनी निधि को तो जन सुविधा के लिए खर्च कर नहीं पा रहेयहाँ तक कि संसद में भी अधिकांश गायब ही रहते हैं एल टी सी + एजुकेशन टूर+ सरकारी दौरों के नाम परएक एक पाव के बिल क्लैम करते हैं उस पर भी इन्हें निजी एयर लाइन्स में भी फ्री में ही सारी सुविधाएँ चाहिए

झल्ला

चतुर सुजाण जी बेचारे अजित सिंह को आपजीकी स्टाइल की सत्ता का अनुभव कुछ कम ही लगता है वरना ऐसे आदेश लिखित में नहीं बल्कि मुह जुबानी जारी किये जाते हैं बेशक अब चौधरी अजित सिंह ऐसे किसी आदेश से मुकर रहे हैं मगर तीर तो कमान से निकल ही चुका और ये वोह तीर है जो घूम कर कमान धारी को ही घायल करता है

रालोद की मुहीम रंग लाई, पारम्परिक वोट बैंक के मुस्लिम समुदाय के लोग अजित सिंह से मिले

अपने पारम्परिक वोट बैंक को इकट्ठा करने के लिए राष्ट्रीय लोकदल [रालोद] की मुहीम रंग लाने लगी है मुस्लिम समाज के हजारों लोगों ने आज रालोद प्रमुख चौ.अजित सिंह से मुलाकात की और छेत्र में सद्भाव स्थापना को आवश्यक बताया
बागपत जनपद के हजारों लोगों ने चो. अजित सिंह के विश्वासपात्र नवाब कोकब हमीद तथा श्री सलीम चौधरी के नेतृत्व में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष +केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ.अजित सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की। इस मौके पर रालोद के राष्ट्रीय महासचिव एवं मथुरा से लोकसभा सांसद श्री जयन्त चौधरी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर दंगा पीड़ितों के घावों पर मलहम लगाते हुए चौ. अजित सिंह ने मुजफ्फरनगर दंगों पर संवेदना व्यक्त की और कहा कि यह दंगा राजनीतिक दंगा था। ये भाजपा और सपा की साजिश थी। जो पंचायतें प्रशासन के खिलाफ होनी थीं, उन्हें हिन्दू-मुस्लिम रूप दिया गया। रालोद अध्यक्ष ने सद्भाव स्थापित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया |

Parliamentarian Jayant Choudhry Addressing Muslims

Parliamentarian Jayant Choudhry Addressing Muslims


युवा सांसद जयन्त चौधरी ने उत्तर प्रदेश की हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि प्रदेश के हालात पूरी तरह से खराब हो चुके हैं। उन्होंने सपा और भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये दोनों मौकापरस्त पार्टियां समाज को तोड़ने का कार्य कर रही हैं। उन्होने कहा कि देश और समाज मेहनत से आगे बढ़ता है, लड़ाई-झगड़े से नहीं। रालोद महासचिव ने कहा कि राज्य में सड़क+ बिजली + पानी की स्थिति बदहाल है। जहां सड़क, बिजली पानी न हो ऐसी सरकार को उखाड़ फेंक देना चाहिए और ऐसी सोच बदल देनी चाहिए। महासचिव ने लोगों से 30 जनवरी को आगरा में होने वाली संकल्प रैली में एकत्रित होने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि गरीब, किसान और नौजवान इस आयोजन में सहयोग करें और समाज को शांति का संदेश दें। युवा सांसद ने कहा कि गरीब, किसान और नौजवान एक होकर इस देश को नई दिशा दें।
इस मौके पर रालोद के विधान परिषद के सदस्य श्री मुश्ताक चौधरी, श्री अनीश कुरैशी, रालोद महासचिव श्री ऐहतेशाम रहीम खान, श्री अश्विनी तोमर, डॉ. महक सिंह तथा मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु मौजूद थे।

टैक्स का सही उपयोग नहीं हुआ शायद इसीलिए ड्रीम लाइनर्स जहाज़ों के ब्याज में बहाया जा रहा है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

कुपित NCP लीडर

ओये झल्लेया चौ.अजित सिंह ने सिविल एविएशन मंत्रालय का क्या मजाक बना कर रख छोड़ा है? ओये एक तरफ तो कर्जा लेकर ड्रीम[डिफेक्टिव] लाइनर[२७ ] खरीदे जा रहे हैं ११ लिए भी जा चुके हैं दूसरी तरफ कर्ज का ब्याज[ब्रिज लोन]चुकाने के लिए उनमे से सात जहाजो को ओने पोने दामों बेचा जा रहा है|इसके बावजूद मार्च तक फंड्स ठिकाने लगाने के लिए तीन बोइंग के ड्रीम लाइनर खरीदने के लिए हाथ फैलाये खड़े हैं |यहाँ तक भी बस नहीं कर रहे उलटे इन्ही बेचे जाने वाले जहाज़ों को दोबारा पट्टे पर लेने की बात कर रहे हैं|ओये जब ख़राब निकल रहे जहाजो को गिरवी रखना ही है तो खरीद ही क्यूँ की जा रही है ?

झल्ला

सेठ जी हसाडे मेहनत के टैक्स का सही उपयोग तो होता नहीं दिख रहा शायद इसीलिए ठिकाने लगाने के लिए उसे ब्याज में बहाया जा रहा हैं |इसके अलावा चुनाव भी तो सर पर आ रहे हैं बोइंग वालों को खुश रखना भी तो जरूरी है

चो चरण सिंह की जयंती पर आज जुटने वाली जाट,मुस्लिमो की संख्या चो.अजित सिंह का राजनीतिक कद तय करेगी

पूर्व प्रधान मंत्री चौ. चरण सिंह की १११ जयन्ती पर मेरठ में विशाल संकल्प रैली का आयोजन किया जा रहा है
किसानो के मसीहा श्रद्धेय चौधरी चरण सिंह जी की जयन्ती पर राष्ट्रीय लोकदल [रालोद]मेरठ में आज २३ दिसंबर को संकल्प रैली का आयोजन करने जा रहा है। इस रैली का आयोजन दिल्ली-देहरादून मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग-58) पर मेरठ बाईपास स्थित गायत्री गार्डन में पूर्वान्ह 11 बजे किया जाएगा।
इस आयोजन में केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री चौ. अजित सिंह, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा तथा सांसदगण श्री जयन्त चौधरी, श्री दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, श्री के.सी त्यागी और श्री संजय सिंह चौहान शामिल होंगे। इसके अलावा पूरे प्रदेश से लाखों की संख्या में लोग चौ. चरण सिंह जी को श्रद्धांजलि देने इस रैली में सम्मिलित होंगे। इस रैली की तैयारियां जोरों पर हैं।
चौधरी चरण सिंह ने राजनीतिक और सामाजिक विरासत के रूप में जाट और मुस्लिम एकता को छोड़ा था बीते दिनों मुजफ्फर नगर में साम्प्रदाइक दंगों और उन्हें सम्भालने में नाकामी के चलते यह एकता कि विरासत टूटती दिखाई देने लग गई है इससे रालोद और उसकी सहयोगी कांग्रेस को राजनीतिक हानि की सम्भावनाएं बढ़ गई है इसी को दूर करने के लिए रालोद का यह शक्तिप्रदर्शन होगा |कहा जा राह है कि इस रैली में एक लाख से ज्यादा जाट जुड़ेंगे |
यहाँ यह कहना तर्क संगत ही होगा कि प.उ. प्रदेश में जाट संख्या सवा करोड़ बताई जाते रही है इसके अलावा मुस्लिमों की संख्या भी अधिक है जिनके बल बूते वर्त्तमान संसद में ५ सांसद चुन कर आये थे ये दीगर बात है कि उनमे से ४०% सांसद पार्टी छोड़ गए | यदि इस रैली में जाटों के १०% भी आते हैं और मुस्लिमो की भागेदारी कम रहती है तो रैली की सफलता पर स्वाभाविक प्रश्न चिन्ह लग सकता है | २०१४ में होने वाले लोक सभा के चुनावों में सफलता के लिए इस आयोजन में मुस्लिम +जाट गठजोड़ के साथ ही दूसरे आधार भी तलाशने होंगे क्योंकि इसके बाद ही जाट आरक्षण का ऊँठ भी कोई सकारात्मक करवट ले सकेगा |

हवा पर सवार चौ अजितसिंह प्.उ.प्र.में सियासी विरासत को तलाशने में व्यस्त हैं इसीलिए एयर इंडिया की दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

एयर इंडिया का परेशान पायलट

ओये झल्लेया भाई हम तो तंग आ गए इस रोजमर्रा की दहशत भरी जिंदगी से |आये दिन यात्री विमानों में खराबी आ रही है और हमें राम राम करते हुए अपनी जान भी जोखिम में डाल कर जहाज उड़ाने पड़ रहे हैं | अब देख जेद्दाह से ४००[३८०+२०] लोगों को बोइंग ७४७ जम्बो में लेकर मुम्बई वाया हैदराबाद के लिए चले थे[ऐ आई ९६४]लेकिन यार हवा में पहुँच कर खतरे का अलार्म बजने लग गया पता किया तो आगे का एक द्वार सिक्योर्ड नहीं था|यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जहाज को लौटाना पड़ा देर होने पर हैदराबाद को मिस करके सीधे मुम्बई जाना पड़ गया | अब देख इस तरह बदनामी तो हुई लेकिन साथ ही फालतू का खर्चा अलग हुआ |अभी पिछले दिनों ड्रीम लाइनर की विंड स्क्रीन में क्रेक्स आ गए तो दूसरे का पेनल ही निकल गया| मगर इतना सब होने पर भी सरकार चुप हैं मौन है यार हमारी जान से खिलवाड़ कब तक चलता रहेगा ?

झल्ला

अरे सर जी दरअसल हवा पर सवार होने के चक्कर में सिविल एविएशन मिनिस्टर चौ.अजित सिंह प्.उत्तर प्रदेश में [,हुए दंगों में], अपनी सियासी जमीन को खो चुके हैं और आज कल उसी को तलाशने को जुटे हुए हैं |