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सरकार की अवधि कम हो रही है तो हवाई यात्रियों को जारी सुविधाओं में भी कटौती शुरू:हवाई यात्रा महंगी होगी

जैसे जैसे केंद्र सरकार की अवधि कम होती जा रही है वैसे वैसे आम जनता को दी जा रही सुविधाओं में कटौती की जाने लगी है|अब हवाई यात्रा करने वालों को मनपसंद सीट,के अलावा चेक-इन बैगेज+ खाना+स्नैक्स +ड्रिंक+एयर लाइन्स लाउंज आदि के लिए अतिरिक्त भुगतान करना होगा| इसके लिए परिचालन लागत पर नियंत्रण और विमानन कंपनी चलाने के लिए सेवाओं को अलग करना आवश्यक बताया जा रहा है |यह निर्णय एक स्वतंत्र कंसल्टेंट की सिफारिशों पर लिया गया है
एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नागरिक विमानन मंत्री चौधरी अजित सिंह[रालोद] ने एयरलाइंस को कुछ सेवाओं को अलग कर उनके लिए शुल्क वसूलने की इजाजत दे दी है। देसी विमानन कंपनियों ने एक बार पहले भी इस तरह की पहल की थी लेकिन नागर विमानन महानिदेशालय के आदेश के बाद उन्हें तरजीही सीट आवंटन और पेयजल पर शुल्क वापस लेना पड़ा था।मंत्रालय का यह फैसला मलेशिया की किफायती विमानन कंपनी एयर एशिया द्वारा देसी सेवाएं शुरू करने के आवेदन के कुछ दिन बाद ही आया है। यदपि अभी यह स्पष्ट नही है के यह आदेश किन रूट्स और कंपनियों पर लागू होंगे|यदि लाभ वाली कंपनियों को लाभ वाले रूट्स के लिए यह लाभ दिया जाता है तो इस पर अनेकों प्रश्न चिन्ह खड़े हो सकते हैं|

यूं बी के ऐ टी ऍफ़ से अब विजय माल्या अपनी किंग फिशर एयर लाइन्स को हवा में उड़ायेंगे

पेरेंट कंपनी यूं बी के पैसे से विजय माल्या अब अपनी किंग फिशर एयर लाइन्स को हवा में उड़ायेंगे |
शराब किंग विजय माल्या की, छह महीनों से, ग्राउंडेड किंग फिशर एयर लाइन्स[ के ऍफ़ ऐ एल ] को बार फिर हवा में उड़ाने की इच्छा प्रकट की गई है|के ऍफ़ ऐ एल ने १० अप्रैल बुधवार एक बार फिर डी जी सी ऐ के दरबार में दस्तक दी |कंपनी के सी ई ओ संजय अग्रवाल ने डी जी सी ऐ अरुण मिश्रा से मुलाकात करके नियामक की शर्तों के अनुरूप जानकारी सौंप कर लाईसेंस को रिन्यू करने का आग्रह किया है|श्री अग्रवाल द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार कंपनी को टेक आफ करने के लिए शुरुआती पैसा यु बी से आएगा| डी जी सी ऐ कार्यालय से अभी तक कोई निर्णय घोषित नहीं किया जा सका है|

किंग फिशर एयर लाइन्स के दो हवाई जहाज़ों का पंजीकरण रद्द करो: दिल्ली हाई कोर्ट का फरमान


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक बेचारा देसी हवाई यात्री

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?दिल्ली की हाई कोर्ट ने विदेशी सेठों की कम्पनी डी.वी.बी.एविएशन फाइनेंस एशिया के हक़ में फैसला सुनाते हुए इस्ताम्बुल में डंप किये गए किंग फिशर के दो जहाजों पर कब्जा दिए जाने के लिए भारतीय डी जी सी ऐ को हुकुम सुना दिया है|ओये ये जहाज अगर भारत के हाथों से निकल गए तो किंग फिशर एयर लाइन्स से कर्जा कैसे वसूला जा सकेगा| हवाई यात्रा सस्ती कैसे होगी?

झल्ला

भाई जी बुजुर्गों ने दो कहावतें बनाई हैं
[१] जो पहले मारे सो ही मीर
[२] बाहर का जोगी सिद्ध
ये दोनों कहावतें इस मुकद्दमे में भी १६ आने सच्ची साबित हो रही हैं|

५ साल पहले ३ दिन विलंभ से सामान पहुंचाने के लिए एयर इंडिया पर ५०००० का जुर्माना

५ साल पहले ३ दिन विलंभ से सामान पहुंचाने के लिए एयर इंडिया पर ५०००० का जुर्माना

५ साल पहले ३ दिन विलंभ से सामान पहुंचाने के लिए एयर इंडिया पर ५०००० का जुर्माना

पांच साल पहले यात्री का सामान तीन दिन विलंभ से पहुंचाने पर कैरियर एयर इंडिया[Air India] को 50,000 रुपये का जुर्माना अदा करने के आदेश दिए गए हैं|
नई दिल्ली के [Consumer Forum] जिला उपभोक्ता विवाद निस्तारण फोरम ने वर्ष 2007 के एक मामले में यह फैसला सुनाया है। संध्या शर्मा नाम की एक महिला एयर इंडिया की फ्लाईट्स से नई दिल्ली से अबू धाबी गई थी।संध्या को उनका[Luggage] सामान तीन दिन बाद मिला था। फोरम ने कहा कि इससे महिला को काफी परेशानी हुई और इसके हर्जाने के रूप में एयरलाइंस उन्हें 50,000 रुपये का भुगतान करे।
उस समय एयरलाइंस द्वारा मामले को रफा दफा करने के लिए पीड़ित यात्री को 300 दिर्हम्स दिए थे, लेकिन फोरम ने इस रकम को कम माना और कहा कि इतने पैसे में कपड़ों का इंतजाम नहीं हो सकता था।
एक तरफ तो सरकार एयर लाइन्स में सुधार लाने के लिए आये दिन कमीशन बैठा कर पैसा खर्च किया जा रहा है जस्टिस धर्माधिकारी के बाद अब प्रो. ढोलकिया की रिपोर्ट भी आ चुकी है लेकिन इन्हें लागू करने की हिम्मत नहीं जुटाई जा सकी है जिसके फलस्वरूप नागरिक उड्डयन के गवर्नेंस पर प्रश्न लग रहे हैं

हवाई जहाज़ों के तेल की कीमतों में बेतहाशा बढोत्तरी के नकारात्मक परिणाम आने लगे हैं

हवाई जहाज़ों के तेल की कीमतों में बेतहाशा बढोत्तरी के नकारात्मक परिणाम आने लगे हैं

हवाई जहाज़ों के तेल की कीमतों में बेतहाशा बढोत्तरी के नकारात्मक परिणाम आने लगे हैं

एविएशन सेक्टर अब लग्जरी यात्रा नहीं वरन एक जरुरत बनती जा रही है शायद इसीलिए केंद्र सरकार द्वारा इसके विकास के लिए नित नए प्रयोग किये जा रहे हैं मगर दुर्भाग्य से इसके लगातार दोहन से यह घाटे का व्यापार बनता जा रहा है|अब इस छेत्र में थोपे जा रहे टैक्स के बोझ से कम्पनियाँ कराहने लगी हैं |यात्रियों की संख्या में गिरावट आने लगी है और विदेशों से भी यहाँ एविएशन तर्बाईन फ्यूल [ऐ टी ऍफ़]की कीमत कम करने के लिए दबाब आने लग गए हैं|
देश में इस समय लगभग १२५ एयर पोर्ट्स हैं यहाँ पर आने जाने वाले जहाज़ों के लिए ऐ टी ऍफ़ खरीदने वालों कोअपने खर्चे का ४५ % तक फ्यूल टैक्स देना पड़ता है| इंटर नॅशनल एयर ट्रांसपोर्ट अथोरिटी के महा निदेशक टोनी टाइलर के हवाले से मीडिया ने छापा है कि विश्व में एयर लाइन्स को अपने खर्चे का एक तिहाई भार फ्यूल के लिए वहां करना पड़ता है जबकि दिल्ली जैसे अति आधुनिक और अन्तराष्ट्रीय स्तर के एयर पोर्ट पर यह खर्चा ४५% तक जा पहुंचता है| उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार बीते एक वर्ष में फ्यूल कास्ट में १२% की बढोत्तरी की गई है|
अब ऐसा नहॆएन कि सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाये |एयर लाइन्स को अपनी विदेशी उड़ान के दौरान विदेश से सस्ता फ्यूल लाकर बचत का एक मार्ग दिया गया था लेकिन किसी भी कम्पनी ने इसका फायदा उठाने के लिए पहल नही की |बाद में कहा जाने लगा कि फ्यूल स्टोरेज के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर जरुरी है और यह बेहद खर्चीला होने के कारण उनके बूते से बाहर है|मौजूदा तीनो तेल कंपनियों ने निजी एयर लाइन्स के लिए अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर के प्रयोग के लिए अपर्याप्त बता दिया है|
फ्यूल कास्ट में इस तरह कि बेतहाशा बढोत्तरी के नकारात्मक परिणाम भी आने लगे हैं|
[१]अधिकाँश एयर लाइन्स घाटे का रोना रो रही है और कुछ मैदान छोड़ने की तैय्यारी में हैं|दो तीन कम्पनियाँ फायदे में हैं लेकिन इसके लिए सुरक्षा नियमों को तक पर रखा गया है| और इनके प्लेन की दुर्घटना की खबरें आने लग गई हैं|एयर इंडिया के साथ +इंडिगो+स्पाईस जेट +जेट एयरवेज के जहाज़ों के एक्सीडेंट की खबरें प्रकाशित हुई हैं|
[२]केंद्र सरकार के ऍफ़ डी आई सम्बन्धी एक ड्रीम प्रोजेक्ट के अपेक्षित परिणाम नहीं आ रहे हैं|इसके कुछ और कारण भी हो सकते हैं मगर फिलहाल तो फ्यूल कास्ट में बढोत्तरी को ही इंगित किया जा रहा है|

एयर इंडिया ने अपने स्टाफ की आंटियों के साथ अंकलों को भी मुंडे ते कुडियां बनाने की ठान ली है तो कौन सा जुलुम कर दिया


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एयर इंडिया का एक [४०+] दुखी कर्मी

ओये झल्लेया ये सरकार को कौन सी कीड़ी काट गई है| देखो अब इस उम्रे हमें फिटनेस टेस्ट देने को कहा जा रहा है|ओये तनख्वाह तो समय पर देते नही+वर्किंग हावर्स फिक्स करते नही+जिम भत्ता देते नही इसके बावजूद हमें अपनी फिगर को मेनटेन रखने को कहा जा रहा है|प्लेन की दुर्घटनाओं को छुपाया जा रहा है |संसद में जीरो एक्सीडेंट का झूठा दावा किया जा रहा है और इधर हमें धमकी दी जा रही है कि अगर हमने अपनी बॉडी शेप इनके आदेशों के अनुरूप नहीं बनाई तो छह महीने बाद हमारे फ्लाईंग भत्ते भी बंद कर दिए जायेंगे|ओ यार हमने तो इस सरकार कि तली[हथेली]पर हिंग [हींग]तो कभी रखी नहीं फिर ये क्यूं हमें देख देख कर किल्स रहे है|

 एयर इंडिया ने अपने स्टाफ की आंटियों के साथ अंकलों को भी मुंडे ते कुडियां बनाने की ठान ली है तो कौन सा जुलुम कर दिया|

एयर इंडिया ने अपने स्टाफ की आंटियों के साथ अंकलों को भी मुंडे ते कुडियां बनाने की ठान ली है तो कौन सा जुलुम कर दिया|

झल्ला

ओ बाऊ जी दरअसल आपके स्टाफ के सेवा अवधि [रिटायरमेंट की उम्र] बाकि एयर लाइन्स से दोगुनी है| आपजी की एयर लाइन्स में लगभग २५०० केबिन क्रू आयु के हिसाब से ४०+हैं |इनमे से अधिकाँश एयर होयटेस [परिचालिकाएं] हैं | आप जी के ही एक रैप सिंगर पायलेट को ये आंटियाँ दिखती हैं| अब सरकार ने इन आंटियों के साथ अंकलों को भी मुंडे ते आंटियों को कुडियां बनाने की ठान ली है तो कौन सा जुलुम कर दिया|

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट[आई जी आई]से करोडो की नशीली[ प्रतिबंधित] ड्रग्स और लाखों रुपयों का सोना पकड़ा गया है| पार्टियों में उत्तेजना बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाई जा रही इस ड्रग [pseudoephedrine/cocaine]स्मगलिंग के आरोप मेंदिल्ली पोलिस और सी आई एस ऍफ़ द्वारा दो स्मगलरों को गिरफ्तार भी किया गया हैलेकिन सोने से जुड़े किसी व्यक्ति के व्हेयर एबाउट्स की जानकारी नहीं है|
प्राप्त जानकारी के अनुसार मिजोरम[लुन्ग्लई] के दो शहरियों द्वारा ११५ किलोग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स को म्यांमार ले जाने वाले थे|बताया जा रहा है कि आई जी आई एअरपोर्ट से प्राईवेट एयर लाइन्स स्पाइस जेट के प्लेन से गुवाहाटी ड्रग्स ले जी जाने वाली थे वहां से म्यांमार भेजी जानी थी|इसके अलावा इसी एअरपोर्ट के एक टायलेट से सफाई कर्मी[हाऊस कीपर]को एक अनक्लेम्ड पैकेट मिला जिसमे ७oo ग्राम के वजन वाले सोने के बिस्कुट मिले हैं|इसके मालिक के विषय में कोई जानकारी नहीं है|इस पैकेट को सी आई एस ऍफ़ के अधिकारियों द्वारा खुलवाया गया|
अति सुरक्षित और विश्व प्रसिद्द कहे जाने वाले आई जी आई एयर पोर्ट की ये दोनों घटनाएँ चौंकाने वाली है|
[१]बताया जा रहा है कि ड्रग्स स्मगलिंग के लिए स्मगलरों द्वारा प्राईवेट एयर लाइन्स का,[विशेष कर नार्थ ईस्ट ] इस्तेमाल किया जा रहा है| इस केस में स्पाईस जेट का नाम आया है तो इससे पूर्व सीमा पर तस्करी के लिए इंडिगो एयर लाइन्स के एक अधिकारी का नाम आ चुका है|इंडिगो एयर लाइन्स के केस में की गई कार्यवाही को अभी उजागर नहीं किया गया है| इसी बीच अब ये दूसरा केस सामने आ गया है|यह अपने आप में चिंता का विषय है|और डी जी सी ऐ की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है|

 इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह


[२] जगह जगह सुरक्षा कि द्रष्टि से कैमरे लगे है |सुरक्षा कर्मी है, इसके बावजूद सोने के बिस्कुट के पैकेट को टायलेट में छोड़ कर जाने वाले का कोई ट्रेस नहीं है|
आतंक वादियों की लगातार धमकियों के चलते सुरक्षा को मजबूत करने के आये दिन दावे किये जा रहे हैं मगर एयर लाइन्स के दुरूपयोग और अंजान पैकेट को टायलेट में छोडने से असामाजिक तत्वों के हौंसले साफ़ दिखाई दे रहे हैं|इनके प्रति इस प्रकार की लापरवाही जांच का विषय होने चाहिए |

प्रॉफिट मेकिंग इंडिगो एयर लाइन्स से हर्जाना वसूलने में देरी तो अन्दर की बात ही हो सकती है


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक हवाई यात्री

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?सबसे सस्ती+सुरक्षित +समयबद्ध हवाई यात्रा कराने के बड़े बड़े ड्रम पीटने वाली प्राईवेट एयर लाइन्स लगातार यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने लग गई है| नंबर वन प्रॉफिट मेकिंग इंडिगो एयर लाइन्स की फ्लाईट ६ ई ४३३ को ही ले लो | इस महीने के प्रारम्भिक दूसरे हफ्ते के वीक एंड में चंडीगढ़ से मुम्बई आ रही इस फ्लाईट में सवार १४० यात्रियों की जान जाते जाते बची | ओये ये भारी भरकम जहाज़ एयर पोर्ट पर ही फिसल गया और रन वे की लाईटें वाईटें तोड़ दी | आधे घंटे से अधिक समय तक ट्रेफिक प्रभावित रहा | नागरिक उड्डयनमहानिदेशक[डी जी सी ऐ] ने जांच करने के बात कही थी मगर की जांच शुरू होने के कोई आसार नज़र नहीं आ रहे|प्रॉफिट मेकिंग इंडिगो एयर लाइन्स कम्पनी से लाईटों के डैमेज कास्ट के साथ ही आधे घंटे तक प्रभावित हुए ट्रेफिक का हर्जाना भी वसूलना चाहिए लेकिन इनका मंत्रालय चुप्पी ही नही तोड़ रहा |लगता है के इन चेतावनियों से कोई सबक नही लिया जा रहा |कोई बड़ी दुर्घटना होने पर ही इनका सम्मोहन टूटेगा|

प्रॉफिट मेकिंग इंडिगो एयर लाइन्स से हर्जाना वसूलने में देरी तो अन्दर की बात ही हो सकती है

प्रॉफिट मेकिंग इंडिगो एयर लाइन्स से हर्जाना वसूलने में देरी तो अन्दर की बात ही हो सकती है

झल्ला

भापा जी आप जी की चिंता वाजिब है+दुरुस्त है+सही है+उचित है| प्रॉफिट मेकिंग प्राईवेट इंडिगो एयर लाइन्स अगर सरकारी रनवे को डैमेज करते है और एयर ट्राफिक को प्रभावित करते है इस पर भे उससे जुर्माना वसूलने में डी जी सी ऐ ढिल मिठाईयां कर रहा है तो ये अन्दर की ही बात हो सकती है

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें : Air Asia

सरकार की महत्त्वकांक्षी ऍफ़ डी आई की योजना के लागू करने में इंटर मिनिस्ट्रियल रुकावटें आने लग गई है| टाटा और भाटिया की मलेशियाई कंपनी एयरएशिया के जॉइंट वेंचर एयरलाइन शुरू करने के मार्ग को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) द्वारा ६ मार्च को क्लियरेंस दिए जाने के बावजूद नागर विमानन मंत्रालय[Ministry Of Civil Aviation] ने अभी तक क्लियरेंस नहीं दी है| नागरिक विमानन मंत्रालय ने विमानन क्षेत्र में एफडीआई [F D I ] नीति में और स्पष्टता लाने को कहा है| गौरतलब है कि टाटा और भाटिया अन्तराष्ट्रीय एयर लाइन्स एयर एशिया के साथ मिल कर भारत में एयरलाइंस शुरू करना चाहते हैं, |इस जॉइंट वेंचर में अंतरराष्ट्रीय भागीदार की 49 % भागीदारी है, शेष ५१% के लिए भारतीय भागी दरों का हिस्से दारी है| यह पूर्णतय विदेशी निवेश की सीमा के अन्दर है|यौजना आयोग के मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने इस गतिरोध को शीघ्र दूर कर लिए जाने का आश्वासन दिया है